अमृतसर| थाना राजासांसी की पुलिस ने दुकान के शट्टर का ताला तोड़कर नए कपड़े और 30 हजार रुपए चोरी करने के मामले में अज्ञात युवकों के खिलाफ केस दर्ज किया है। पुलिस को दी शिकायत में सुखदेव सिंह निवासी कुकड़ावाला कॉलोनी ने बताया कि 17 अगस्त को वह रोजाना की तरह अपनी मनियारी की दुकान को ताला लगाकर बंद करके अपने घर चला गया। जब 18 अगस्त तड़कसार 4 बजे सैर करते हुए अपनी दुकान की ओर आया तो दुकान से एक युवक को निकल भागते हुए देखा। दुकान के शट्टर का ताला टूटा हुआ था। अमृतसर| थाना राजासांसी की पुलिस ने दुकान के शट्टर का ताला तोड़कर नए कपड़े और 30 हजार रुपए चोरी करने के मामले में अज्ञात युवकों के खिलाफ केस दर्ज किया है। पुलिस को दी शिकायत में सुखदेव सिंह निवासी कुकड़ावाला कॉलोनी ने बताया कि 17 अगस्त को वह रोजाना की तरह अपनी मनियारी की दुकान को ताला लगाकर बंद करके अपने घर चला गया। जब 18 अगस्त तड़कसार 4 बजे सैर करते हुए अपनी दुकान की ओर आया तो दुकान से एक युवक को निकल भागते हुए देखा। दुकान के शट्टर का ताला टूटा हुआ था। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts

पंजाब कैबिनेट की कल होने वाली मीटिंग स्थगित:अब 13 फरवरी को चंडीगढ़ में होगी बैठक, पहले भी एक बार बदली गई तारीख
पंजाब कैबिनेट की कल होने वाली मीटिंग स्थगित:अब 13 फरवरी को चंडीगढ़ में होगी बैठक, पहले भी एक बार बदली गई तारीख पंजाब सरकार की कल यानी सोमवार को हाेने वाली कैबिनेट की मीटिंग स्थगित हो गई है। अब यह मीटिंग 13 फरवरी को चंडीगढ़ में दोपहर 12 बजे आयोजित की जाएगी। इस संबंधी आदेश जारी कर दिए गए है। हालांकि सूत्रों की माने तो सीएम भगवंत मान के दिल्ली होने और अन्य जरूरी कामों के व्यस्त होने के चलते यह फैसला लिया गया है। इससे पहले भी एक बार मीटिंग की तारीख बदली गई थी। पहले यह मीटिंग पांच फरवरी को तय की गई थी। लंबे समय पंजाब में नहीं हुई कैबिनेट मीटिंग पंजाब में काफी समय से कैबिनेट मीटिंग नहीं हुई। पहले पंचायत चुनाव और फिर निकाय चुनाव की आचार संहिता गई थी। इसके बाद पंजाब के सारे मंत्री व विधायक दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनाव में व्यस्त हो गए थे। ऐसे में माना जा रहा था कि यह मीटिंग काफी अहम है। वहीं, अब दिल्ली में जिस तरह पार्टी को विधानसभा चुनाव में हार का मुंह देखना पड़ा है। ऐसे में पार्टी कोशिश लोगों के दिल जीतने की की है।

गुरदासपुर में फौजी ने सरपंच के भाई को गोली मारी:मौत, छुट्टी पर आया था घर; गली को लेकर हुई बहस, एक बच्चे का पिता
गुरदासपुर में फौजी ने सरपंच के भाई को गोली मारी:मौत, छुट्टी पर आया था घर; गली को लेकर हुई बहस, एक बच्चे का पिता गुरदासपुर में बुधवार को छुट्टी पर आए एक आर्मी जवान (फौजी) ने सरपंच के भाई की गोली मारकर हत्या कर दी। घटना कलानौर कस्बे के गांव सहूर खुर्द की है। जानकारी के अनुसार, गांव के सरपंच गुरविंदर सिंह के 35 वर्षीय छोटे भाई निर्मल सिंह की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई। आरोपी की पहचान लवप्रीत सिंह के रूप में हुई है, जो फरीदकोट में तैनात है। लवप्रीत कुछ दिन पहले ही छुट्टी पर अपने गांव आया था। घटना के बाद आरोपी लवप्रीत सिंह मौके से फरार हो गया। स्थानीय पुलिस मामले की जांच कर रही है और आरोपी की तलाश में जुटी है। यह घटना गांव में पंचायत की गली को लेकर चल रहे पुराने विवाद का परिणाम बताई जा रही है। पुलिस ने मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। जानकारी देते हुए सरपंच गुरविंदर सिंह ने बताया कि वह गांव सहूर खुर्द में पंचायती गली का निर्माण करा रहे थे और सोमवार को गली का निर्माण रोकने पर उनके साथी गुरवंत सिंह पर दूसरे पक्ष ने हमला कर घायल कर दिया था। उस दिन भी उन्हें गोलियों से भूनने की धमकी दी जा रही थीं। कंधे और छाती में लगी गोली
सरपंच गुरविंदर सिंह ने बताया कि आज जब उनका छोटा भाई निर्मल सिंह स्कूटी पर कलानौर निजी काम के लिए जा रहा था तो कलानौर के बाहर चक रोड पर उनके भाई को आर्मी के जवान लवप्रीत सिंह और उसके अन्य साथियों ने गोलियां मारी, जो भाई निर्मल सिंह के कंधे और छाती में लगी और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। सभी आरोपी मौके से फरार हो गए। वहीं उन्होंने मांग कि आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए। बता दें कि निर्मल सिंह का एक पांच साल का बच्चा सहप्रीत सिंह भी है। परिजनों ने बताया कि शूटरों द्वारा उन्हें अब भी धमकी दी जा रही है। उन्होंने भी मार दिया जाएगा। वहीं घटना के बाद मौके पर पहुंचे एसपीडी युगराज सिंह ने बताया कि आरोपियों की पहचान हो चुकी हैं और उन्हें पकड़ने के लिए टीमों का गठन कर उनके ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। सभी आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

SGPC ने जी-स्टूडियो को भेजा नोटिस:विवादित दृश्यों के साथ ट्रेलर रिलीज करने का आरोप; सेंसर बोर्ड- ब्रॉडकास्ट मंत्रालय से स्क्रिप्ट की मांग
SGPC ने जी-स्टूडियो को भेजा नोटिस:विवादित दृश्यों के साथ ट्रेलर रिलीज करने का आरोप; सेंसर बोर्ड- ब्रॉडकास्ट मंत्रालय से स्क्रिप्ट की मांग बॉलीवुड फिल्म इमरजेंसी की रिलीज को लेकर विवाद थम नहीं रहा है। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने विवादित दृश्यों के साथ फिल्म इमरजेंसी का ट्रेलर रिलीज करने के आरोप लगाते हुए अब जी-स्टूडियो को कानूनी नोटिस भेज दिया है। इतना ही नहीं, ब्रॉडकास्ट मंत्रालय और सेंसर बोर्ड को लेटर लिख स्क्रिप्ट की जांच करने की मांग रखी गई है। एसजीपीसी सदस्य गुरचरण सिंह गरेवाल ने मीडिया से बातचीत के दौरान जानकारी दी है कि फिल्म विवादों से भरी है। इसकी मुख्य अदाकार कंगना रनोट शुरू से ही पंजाब, सिख और किसानों के लिए विवादित बयान देती आई है। इमरजेंसी को खत्म करने के लिए पंजाब और अकाली दल के योगदान के बारे में तो कुछ नहीं बताया गया, लेकिन जरनैल सिंह भिंडरांवाले की गलत छवि को पेश किया गया है। जिसके बाद ही एसजीपीसी की तरफ से ब्रॉडकास्ट मंत्री अश्वनी वैष्णव और सेंसर बोर्ड के चेयरपर्सन प्रसुन जोशी को पत्र भेजा गया है। जिसमें एसजीपीसी ने मांग उठाई है कि फिल्म की रिलीज को रोका जाए और इसकी पूरी स्क्रिप्ट एसजीपीसी के साथ सांझी की जाए। ताकि इस फिल्म के बारे में अपनी और सिख समुदाय की भावनाओं को बताया जा सके। फिल्म में दिखाया आतंकवाद का दौर, भिंडरांवाले का कैरेक्टर भी रखा कंगना ने कुछ दिन पहले इस फिल्म का ट्रेलर अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर किया था। जिसमें पंजाब में 1980 के दशक में आतंकवाद के दौर को भी दिखाया गया है। इसमें एक कैरेक्टर को जरनैल सिंह भिंडरांवाला भी बनाया गया है, जिसे कट्टरपंथी सिख संत के तौर पर देखते हैं। सर्बजीत खालसा का मानना है कि फिल्म में ब्लू स्टार ऑपरेशन को लेकर भी फिल्माया गया है, जो जरनैल सिंह भिंडरांवाला को खत्म करने के लिए ही चलाया गया था। कंगना के खिलाफ एफआईआर की कर चुके मांग इससे पहले एसजीपीसी प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी फिल्म अदाकारा कंगना रनोट के खिलाफ एफआईआर की मांग कर चुके हैं। एडवोकेट धामी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा था कि कंगना रनोट अक्सर जानबूझकर सिखों की भावनाओं को भड़काने वाली बातें करती रही हैं। सरकार उनके खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय उन्हें बचा रही है। सरकार को कंगना रनोट के खिलाफ फिल्म इमरजेंसी के जरिए सिखों की धार्मिक भावनाएं भड़काने का मामला दर्ज करना चाहिए। श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह भी फिल्म पर कड़े ऐतराज जता चुके हैं और फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने की मांग कर चुके हैं। सांसद सर्बजीत खालसा ने उठाया था मामला ये मामला सबसे पहले पंजाब के फरीदकोट से निर्वाचित सांसद सर्बजीत सिंह खालसा की तरफ से अपने सोशल मीडिया एकाउंट्स पर उठाया गया था। सर्बजीत खालसा ने ब्रॉडकास्ट मंत्रालय से इस फिल्म की रिलीज को रोकने की मांग रखी थी। उनकी तरफ से ऐतराज उठाए जाने के बाद ही ये मामला श्री अकाल तख्त साहिब व एसजीपीसी के ध्यान में आया था।