दुर्ग्याणा शताब्दी महोत्सव के उपलक्ष्य में तुलसीदास मंदिर में श्रीरामचरित नव पारायण मानस पाठ शुरू, 7 सितंबर तक चलेगा

दुर्ग्याणा शताब्दी महोत्सव के उपलक्ष्य में तुलसीदास मंदिर में श्रीरामचरित नव पारायण मानस पाठ शुरू, 7 सितंबर तक चलेगा

भास्कर न्यूज | अमृतसर दुर्ग्याणा शताब्दी महोत्सव के उपलक्ष्य में वेद कथा भवन में 40 दिवसीय धार्मिक समारोह करवाया जा रहा है। इसमें शुक्रवार को तुलसीदास मंदिर में श्री रामचरित नव पारायण मानस पाठ शुरू किया गया जो 7 सितंबर तक चलेगा। गौ-सेवा मिशन के अध्यक्ष स्वामी कृष्णानंद महाराज भूरी वाले की अध्यक्षता और दुर्ग्याणा कमेटी के सहयोग से शुरू किए गए समागम में राजस्थान के किशोरी शरण सवाई माधोपुर से पधारे 108 ब्रह्मणों ने पाठ शुरू किया । सुबह 8 से दोपहर 12 बजे तक चले पाठ से पहले राजस्थान के 108 पंडितों ने मिलकर गोस्वामी तुलसीदास जी की पूजा अर्चना की। जिसमें गोस्वामी तुलसीदास जी का पंचामृत स्नान करवाया गया। इसके बाद सभी ब्रह्मणों ने मिलकर मंत्रोच्चारण करके पाठ शुरू किया। जैसे ही श्रीरामचरित नव पारायण मानस पाठ शुरू हुआ तो मंदिर में बैठे भक्तों ने पुष्प वर्षा की। इसी दौरान श्रीराम जी के जयकारे के साथ सारा मंदिर परिसर गूंज उठा। पाठ के अंत में सभी पंडितों ने मिलकर ठाकुर जी को भोग लगाया। जिसके प्रसाद सारी संगत में बांटा गया। वहीं शाम को वेदकथा भवन में राजस्थान से पधारे भक्तों की ओर से हरिनाम संकीर्तन किया गया। जिसमें सबसे पहले पवित्र ज्योति जलाई गई। इसके बाद शाम 5 से 7 बजे तक श्री हनुमान चालीसा के 11 पाठ किए गए। इसके बाद भक्तों को प्रसाद बांटा गया। वहीं गौ-सेवा मिशन के अध्यक्ष स्वामी कृष्णानंद महाराज संत मंहात्माओ के साथ मिलकर रात 8 बजे दुर्ग्याणा सरोवर परिसर के किनारे मंदिरों में यात्रा के रूप में हरिनाम संकीर्तन करते हुए पहुंचे। वहां के पंडितों ने ठाकुर जी का स्वागत फूलों की वर्षा करके किया। जबकि उनकी आरती उतारकर भोग लगाया और इसके बाद भक्तों में प्रसाद बांटा गया। भास्कर न्यूज | अमृतसर दुर्ग्याणा शताब्दी महोत्सव के उपलक्ष्य में वेद कथा भवन में 40 दिवसीय धार्मिक समारोह करवाया जा रहा है। इसमें शुक्रवार को तुलसीदास मंदिर में श्री रामचरित नव पारायण मानस पाठ शुरू किया गया जो 7 सितंबर तक चलेगा। गौ-सेवा मिशन के अध्यक्ष स्वामी कृष्णानंद महाराज भूरी वाले की अध्यक्षता और दुर्ग्याणा कमेटी के सहयोग से शुरू किए गए समागम में राजस्थान के किशोरी शरण सवाई माधोपुर से पधारे 108 ब्रह्मणों ने पाठ शुरू किया । सुबह 8 से दोपहर 12 बजे तक चले पाठ से पहले राजस्थान के 108 पंडितों ने मिलकर गोस्वामी तुलसीदास जी की पूजा अर्चना की। जिसमें गोस्वामी तुलसीदास जी का पंचामृत स्नान करवाया गया। इसके बाद सभी ब्रह्मणों ने मिलकर मंत्रोच्चारण करके पाठ शुरू किया। जैसे ही श्रीरामचरित नव पारायण मानस पाठ शुरू हुआ तो मंदिर में बैठे भक्तों ने पुष्प वर्षा की। इसी दौरान श्रीराम जी के जयकारे के साथ सारा मंदिर परिसर गूंज उठा। पाठ के अंत में सभी पंडितों ने मिलकर ठाकुर जी को भोग लगाया। जिसके प्रसाद सारी संगत में बांटा गया। वहीं शाम को वेदकथा भवन में राजस्थान से पधारे भक्तों की ओर से हरिनाम संकीर्तन किया गया। जिसमें सबसे पहले पवित्र ज्योति जलाई गई। इसके बाद शाम 5 से 7 बजे तक श्री हनुमान चालीसा के 11 पाठ किए गए। इसके बाद भक्तों को प्रसाद बांटा गया। वहीं गौ-सेवा मिशन के अध्यक्ष स्वामी कृष्णानंद महाराज संत मंहात्माओ के साथ मिलकर रात 8 बजे दुर्ग्याणा सरोवर परिसर के किनारे मंदिरों में यात्रा के रूप में हरिनाम संकीर्तन करते हुए पहुंचे। वहां के पंडितों ने ठाकुर जी का स्वागत फूलों की वर्षा करके किया। जबकि उनकी आरती उतारकर भोग लगाया और इसके बाद भक्तों में प्रसाद बांटा गया।   पंजाब | दैनिक भास्कर