श्री राणी सती दादी जी का विवाह प्रसंग सुन झूमे भक्त

श्री राणी सती दादी जी का विवाह प्रसंग सुन झूमे भक्त

भास्कर न्यूज | अमृतसर श्री मारवाड़ी मंदिर श्री रघुनाथ में चार दिवसीय भादौ अमावस मेले के दूसरे दिन श्रीराणी सती दादी जी का विवाह प्रसंग प्रस्तुत किया गया। मंदिर परिसर में पूणे से पधारी अपर्णा अग्रवाल ने राजस्थानी रीति रिवाजों के साथ दादी जी के विवाह का प्रसंग बड़े ही सुंदर ढंग से प्रस्तुत किया। जिसे सुनकर सभी भक्तजन नाचने पर विवश हो गए। लाल चूनरी में सजी महिलाओं का नृत्य बड़ा मनोहारी छटा बिखेर रहा था। इसमें सभी महिलाओं को मेहंदी और सिंदूर की डिब्बी बांटी गई। दादी जी के शक्ति प्रसंग पर सभी भक्त भाव विभोर हो उठे और उनके नाम की महिमा का गुणगान करने लगे। इसी दौरान दादी जी को छप्पन भोग लगाकर लक्की ड्रा भी निकाला गया। जिसमें मानिक चंद गोयल, रूचि सिंघानिया, किरण खेमका तथा बबीता सिंघानिया को पुरस्कार दिए गए। आरती के पश्चात दादी जी की रसोई (प्रीति भोजन) का आयोजन किया गया। जिसमें अनेक प्रकार के स्वादिष्ट व्यंजन वितरित किए गए। मेले के दूसरे चरण में 1 सितंबर को सुबह 10 बजे दादीजी के साथ बंगाली थीम पर सिंदूर खेला होगा। जबकि 11 बजे दादी जी की रजत प्रतिमा का शास्त्रोक्त मन्त्रोच्चार के साथ दूध, दही, घी, शहद, चीनी, केसर तथा गुलाब जल आदि से पंचामृत स्नान होगा। इसके बाद मेहंदी उत्सव मनाया जाएगा। दोपहर साढ़े 12 बजे शृंगार आरती होगी। जबकि मुख्य मेला 3 सितंबर को सुबह 8 बजे प्रारम्भ होगा जोकि देर रात दादी इच्छा तक चलेगा। इस अवसर पर भरत सिंघानियां, शिव कुमार खेमका, अशोक कुमार, सुनील गुप्ता, विजय सिंघानियां, अजय बाजोरिया, सिद्ध नाथ खेमका, केदार नाथ, नील कंठ, अजय नेवटिया, शंभु खेमका, राजेश गोयल, प्रेम हरलालका, राजेन्द्र कानोडिया, विनोद बानुड़ा, सुशील बांसल, श्रवण खेमका, तपस्वी शर्मा, सुनील सराफ, सुधीर शर्मा, जय किशन गोयल, सुनील बांसल, कमल खेमका, अभिषेक खेमका, उत्सव नेवटिया, अमन झुन्झुनवाला, नीलकंठ शर्मा सहित भारी संख्या में भक्तजन उपस्थित हुए। भास्कर न्यूज | अमृतसर श्री मारवाड़ी मंदिर श्री रघुनाथ में चार दिवसीय भादौ अमावस मेले के दूसरे दिन श्रीराणी सती दादी जी का विवाह प्रसंग प्रस्तुत किया गया। मंदिर परिसर में पूणे से पधारी अपर्णा अग्रवाल ने राजस्थानी रीति रिवाजों के साथ दादी जी के विवाह का प्रसंग बड़े ही सुंदर ढंग से प्रस्तुत किया। जिसे सुनकर सभी भक्तजन नाचने पर विवश हो गए। लाल चूनरी में सजी महिलाओं का नृत्य बड़ा मनोहारी छटा बिखेर रहा था। इसमें सभी महिलाओं को मेहंदी और सिंदूर की डिब्बी बांटी गई। दादी जी के शक्ति प्रसंग पर सभी भक्त भाव विभोर हो उठे और उनके नाम की महिमा का गुणगान करने लगे। इसी दौरान दादी जी को छप्पन भोग लगाकर लक्की ड्रा भी निकाला गया। जिसमें मानिक चंद गोयल, रूचि सिंघानिया, किरण खेमका तथा बबीता सिंघानिया को पुरस्कार दिए गए। आरती के पश्चात दादी जी की रसोई (प्रीति भोजन) का आयोजन किया गया। जिसमें अनेक प्रकार के स्वादिष्ट व्यंजन वितरित किए गए। मेले के दूसरे चरण में 1 सितंबर को सुबह 10 बजे दादीजी के साथ बंगाली थीम पर सिंदूर खेला होगा। जबकि 11 बजे दादी जी की रजत प्रतिमा का शास्त्रोक्त मन्त्रोच्चार के साथ दूध, दही, घी, शहद, चीनी, केसर तथा गुलाब जल आदि से पंचामृत स्नान होगा। इसके बाद मेहंदी उत्सव मनाया जाएगा। दोपहर साढ़े 12 बजे शृंगार आरती होगी। जबकि मुख्य मेला 3 सितंबर को सुबह 8 बजे प्रारम्भ होगा जोकि देर रात दादी इच्छा तक चलेगा। इस अवसर पर भरत सिंघानियां, शिव कुमार खेमका, अशोक कुमार, सुनील गुप्ता, विजय सिंघानियां, अजय बाजोरिया, सिद्ध नाथ खेमका, केदार नाथ, नील कंठ, अजय नेवटिया, शंभु खेमका, राजेश गोयल, प्रेम हरलालका, राजेन्द्र कानोडिया, विनोद बानुड़ा, सुशील बांसल, श्रवण खेमका, तपस्वी शर्मा, सुनील सराफ, सुधीर शर्मा, जय किशन गोयल, सुनील बांसल, कमल खेमका, अभिषेक खेमका, उत्सव नेवटिया, अमन झुन्झुनवाला, नीलकंठ शर्मा सहित भारी संख्या में भक्तजन उपस्थित हुए।   पंजाब | दैनिक भास्कर