हिमाचल विधानसभा उप चुनाव में हॉट सीट देहरा से डॉ. राजेश शर्मा आज बागी होकर निर्दलीय नामांकन फाइल करेंगे। राजेश शर्मा टिकट कटने से नाराज है। पार्टी ने उनका टिकट काटकर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की पत्नी कमलेश ठाकुर को दिया है। इससे राजेश शर्मा हर हाल में निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुके हैं। यही नहीं उन्होंने मुख्यमंत्री सुक्खू सहित कांग्रेस के कई नेताओं पर गंभीर धमकाने व मानसिक रूप से परेशान करने के भी लगाए हैं। इस वजह से पार्टी नेता उनसे संपर्क भी नहीं कर पा रहे। ऐसे में यदि कांग्रेस राजेश शर्मा को नहीं मना पाई तो पार्टी को इससे नुकसान हो सकता है। कांग्रेस पहले ही देहरा में कमजोर है और आज तक एक भी चुनाव नहीं जीत पाई। राजेश शर्मा के बागी होने से पार्टी में भीतरघात का खतरा बड़ेगा। वहीं राजेश शर्मा इस बार अड़े हुए हैं कि पार्टी अभी भी कमलेश का टिकट काटकर उन्हें दे दें। सीएम की पत्नी भी आज भरेंगी नामांकन देहरा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी कमलेश ठाकुर भी आज ही नामांकन भरेंगी। इस दौरान मुख्यमंत्री सुक्खू सहित कांग्रेस के कांगड़ा जिला के बड़े नेता मौजूद रहेंगे।नामांकन के बाद कांग्रेस देहरा में शक्ति प्रदर्शन करेंगी। होशियार भी आज ही भरेंगे पर्चा भारतीय जनता पार्टी के होशियार सिंह भी आज ही नामांकन भरेंगे। उनके साथ पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता विपक्ष जयराम ठाकुर, पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और जिले के अन्य नेता मौजूद रहेंगे। इस दौरान बीजेपी देहरा में शक्ति प्रदर्शन करेंगी। देहरा में अभी तक इस उपचुनाव के लिए सिर्फ दो उम्मीदवारों ने नामांकन भरा है। सुक्खू की प्रतिष्ठा दांव पर कमलेश ठाकुर के चुनाव लड़ने से मुख्यमंत्री सुक्खू की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। हमीरपुर जिला के नादौन विधानसभा से संबंध रखने वाले सुक्खू ने कांगड़ा जिले की देहरा सीट से अपनी पर दांव खेला है। लोकसभा चुनाव में पहले ही सत्तारूढ़ कांग्रेस की किरकिरी हुई है,क्योंकि कांग्रेस और इंडी गठबंधन ने देश के अन्य राज्यों में अच्छा प्रदर्शन किया है। मगर हिमाचल में पार्टी की सरकार होने के बावजूद कांग्रेस एक भी सीट नहीं जीत पाई। 10 जुलाई को वोटिंग उपचुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने के लिए 21 जून अंतिम दिन है। नामांकन पत्रों की छंटनी 24 को होगी तथा नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 26 जून होगी। चुनाव 10 जुलाई को आयोजित किए जाएंगे, जबकि 13 जुलाई को मतगणना की जाएगी। हिमाचल विधानसभा उप चुनाव में हॉट सीट देहरा से डॉ. राजेश शर्मा आज बागी होकर निर्दलीय नामांकन फाइल करेंगे। राजेश शर्मा टिकट कटने से नाराज है। पार्टी ने उनका टिकट काटकर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की पत्नी कमलेश ठाकुर को दिया है। इससे राजेश शर्मा हर हाल में निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुके हैं। यही नहीं उन्होंने मुख्यमंत्री सुक्खू सहित कांग्रेस के कई नेताओं पर गंभीर धमकाने व मानसिक रूप से परेशान करने के भी लगाए हैं। इस वजह से पार्टी नेता उनसे संपर्क भी नहीं कर पा रहे। ऐसे में यदि कांग्रेस राजेश शर्मा को नहीं मना पाई तो पार्टी को इससे नुकसान हो सकता है। कांग्रेस पहले ही देहरा में कमजोर है और आज तक एक भी चुनाव नहीं जीत पाई। राजेश शर्मा के बागी होने से पार्टी में भीतरघात का खतरा बड़ेगा। वहीं राजेश शर्मा इस बार अड़े हुए हैं कि पार्टी अभी भी कमलेश का टिकट काटकर उन्हें दे दें। सीएम की पत्नी भी आज भरेंगी नामांकन देहरा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी कमलेश ठाकुर भी आज ही नामांकन भरेंगी। इस दौरान मुख्यमंत्री सुक्खू सहित कांग्रेस के कांगड़ा जिला के बड़े नेता मौजूद रहेंगे।नामांकन के बाद कांग्रेस देहरा में शक्ति प्रदर्शन करेंगी। होशियार भी आज ही भरेंगे पर्चा भारतीय जनता पार्टी के होशियार सिंह भी आज ही नामांकन भरेंगे। उनके साथ पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता विपक्ष जयराम ठाकुर, पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और जिले के अन्य नेता मौजूद रहेंगे। इस दौरान बीजेपी देहरा में शक्ति प्रदर्शन करेंगी। देहरा में अभी तक इस उपचुनाव के लिए सिर्फ दो उम्मीदवारों ने नामांकन भरा है। सुक्खू की प्रतिष्ठा दांव पर कमलेश ठाकुर के चुनाव लड़ने से मुख्यमंत्री सुक्खू की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। हमीरपुर जिला के नादौन विधानसभा से संबंध रखने वाले सुक्खू ने कांगड़ा जिले की देहरा सीट से अपनी पर दांव खेला है। लोकसभा चुनाव में पहले ही सत्तारूढ़ कांग्रेस की किरकिरी हुई है,क्योंकि कांग्रेस और इंडी गठबंधन ने देश के अन्य राज्यों में अच्छा प्रदर्शन किया है। मगर हिमाचल में पार्टी की सरकार होने के बावजूद कांग्रेस एक भी सीट नहीं जीत पाई। 10 जुलाई को वोटिंग उपचुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने के लिए 21 जून अंतिम दिन है। नामांकन पत्रों की छंटनी 24 को होगी तथा नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 26 जून होगी। चुनाव 10 जुलाई को आयोजित किए जाएंगे, जबकि 13 जुलाई को मतगणना की जाएगी। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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सिरमौर में बैंक घोटाले को लेकर सड़क पर उतरी जनता:प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी; जांच में तेजी लाने व पैसा वापस करने की मांग
सिरमौर में बैंक घोटाले को लेकर सड़क पर उतरी जनता:प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी; जांच में तेजी लाने व पैसा वापस करने की मांग हिमाचल प्रदेश के जिला सिरमौर के नौहराधार को-ऑपरेटिव बैंक के सहायक प्रबंधक द्वारा किए गए करोड़ों के गबन मामले ने तूल पकड़ लिया है। मामले की जांच में देरी के खिलाफ स्थानीय व्यापार मंडल के आवाहन पर लोग सड़कों पर उतर गए है। क्षेत्र के बड़ी संख्या में लोगो ने शुक्रवार को नौहराधार बाजार में घोटाले के खिलाफ आक्रोश रैली निकाली। इसमें विभिन्न पंचायतों से बैंक खाता धारक शामिल हुए। इस दौरान लोगों ने बैंक प्रबंधन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। गुस्साई भीड़ ने “बैंक प्रबंधन होश में आओ” जैसे नारे लगा लगाए। लोगो को घबराने की आवश्यकता नहीं वहीं जिला सिरमौर बैंक प्रबंधक प्रिया दर्शन पांडे ने जनता से माफी मांगते हुए कहा कि कानूनी प्रक्रिया के तहत आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने लोगों को आश्वस्त किया कि जिन लोगों का पैसा हड़प लिया गया है, उन्हें बैंक की ओर से पैसे वापस किए जाएंगे। अब तक 7 कर्मचारियों को निलंबित किया जा चुका है। 10 कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। बैंक का पूरा स्टाफ भी बदल दिया गया है। उन्होंने कहा कि लोगों को घबराने की आवश्यकता नहीं है। घोटाले की जांच में तेजी लाएं प्रबंधन प्रदर्शनकारियों का प्रदर्शन के माध्यम से मांग की कि उनका सारा पैसा वापस दिलाया जाए और घोटाले की जांच में तेजी की जाए। उन्होंने कहा कि मामले की जांच में देरी हो रही है, जिससे जनता में आक्रोश बढ़ रहा है। व्यापार मंडल ने संगडाह से नौहराधार को-ऑपरेटिव बैंक पहुंचे एसडीएम सुनील कायथ के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा है, जिसमें घोटाले की उच्चस्तरीय एजेंसी से जांच कराने का आग्रह किया गया है। एसडीएम ने घोटाला को बताया निंदनीय वहीं पुलिस ने कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए संगडाह पुलिस थाना से अतिरिक्त पुलिस बल भी मौके पर तैनात किया गया था। ताकि कानून व्यवस्था बनाए रखी जा सके। एसडीएम सुनील कायथ ने कहा कि बैंक में इतना बड़ा घोटाला होना चिंताजनक है और सिस्टम के साथ छेड़छाड़ करना निंदनीय है। उन्होंने कहा कि लोगो ने अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा है इसको मुख्यमंत्री के पास भेजा जाएगा। जानिए क्या है पूरा मामला बता दें कि को-ऑपरेटिव बैंक का यह बहुचर्चित घोटाला 4.02 करोड़ रुपए का है, जो 3 अगस्त को सामने आया था। पहले हफ्ते में बैंक प्रबंधन ने जांच की और 10 अगस्त को संगडाह पुलिस थाना में मामला दर्ज कराया।
कंगना रनोट का सिर कलम करने की धमकी:बोला- संत भिंडरावाले के लिए सिर कटवा और काट भी सकते हैं; इमरजेंसी फिल्म का विरोध
कंगना रनोट का सिर कलम करने की धमकी:बोला- संत भिंडरावाले के लिए सिर कटवा और काट भी सकते हैं; इमरजेंसी फिल्म का विरोध हिमाचल प्रदेश के मंडी से BJP सांसद और बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनोट को इमरजेंसी में संत जरनैल सिंह भिंडरावाले को दिखाने को लेकर सिर कलम करने की धमकी दी गई है। इस संबंध में सोशल मीडिया पर कंगना के एक फैन ने वीडियो पोस्ट किया। जिसमें कुछ निहंग बैठे हुए हैं। उनके साथ बैठा विक्की थॉमस सिंह कंगना रनोट को धमकी दे रहा है। इस वीडियो पर कंगना रनोट ने भी रिएक्ट किया। उन्होंने महाराष्ट्र के डीजीपी, हिमाचल और पंजाब की पुलिस को टैग करते हुए कार्रवाई की मींग की। विक्की थॉमस वीडियो में धमकी देते हुए कह रहा है कि अगर कंगना रनोट ने संत जी के बारे में कुछ गलत दिखाया होगा तो हम उनके लिए सिर कटवा भी सकते हैं। जो सिर कटवा सकते हैं वह सिर काट भी सकते हैं। विक्की थॉमस ने धमकी देते हुए क्या कहा…
वायरल वीडियो में विक्की थॉमस धमकाते हुए कह रहा है- ”इतिहास को बदला नहीं जा सकता। अगर आतंकवादी दिखाया गया तो अंजाम के लिए तैयार हो जाना। जिसकी फिल्म कर रही है, उसकी क्या सेवा होगी। सतवंत सिंह व बेअंत सिंह (पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पर गोलियां बरसाने वाले) कौन थे, वे रोल भी करने के लिए तैयार हो जाना। ये मैं दिल से बोल रहा हूं, क्योंकि उंगली जो हमारी तरफ करता है, वे उंगली ही झटका (काट) देते हैं हम। वो संत (जरनैल सिंह भिंडरांवाला) के लिए हम अपना सिर कटवा भी देंगे। अगर सिर कटवा सकते हैं तो काट भी सकते हैं।” साथ बैठे युवक ने भी धमकाया
विक्की थॉमस के साथ बैठे महाराष्ट्र के रहने वाले सिख युवक ने कहा- ”अगर ये फिल्म रिलीज करते हो तो सिखों से चप्पलें खाओगे ही, लाफा (थप्पड़) तो तुम खा ही चुके हो। भारतीय होने पर मुझे गर्व है। मैं महाराष्ट्रियन भी हूं। हिंदू भी, सिख भी, मुस्लिम भी… अगर फिल्म रिलीज हो गई तो चप्पलों से तुम्हारा स्वागत होगा।” कौन है विक्की थॉमस
विक्की थॉमस सोशल मीडिया पर मार्च 2020 के बाद पॉपुलर हुआ। वह सोशल मीडिया पर लगातार अपनी वीडियो और फोटो अपलोड करता है। अधिकतर वीडियो गुरुघरों में व बड़े सिख चेहरों के साथ ही होती हैं। इतना ही नहीं, विक्की बीते साल 26 जनवरी को लाल किले में हुई हिंसा में भी नजर आया था। अमृतसर के अजनाला में FIR दर्ज
ईसाई होते हुए सिख धर्म का प्रचार करने वाले विक्की थॉमस के खिलाफ अमृतसर के अजनाला में FIR दर्ज है। उसके खिलाफ धार्मिक भावनाओं को भड़काने का मामला दर्ज किया गया। अजनाला के उम्रपुर में रहने वाले राजू सिंह ने FIR में कहा था कि 26 मार्च 2022 को यू-ट्यूब पर एक वीडियो अपलोड हुई। उसमें विक्की थॉमस ईसाई धर्म के नेता व ईसाई धर्म का प्रचार करने वाले प्रोफेट बरजिंदर सिंह को जान से मारने की धमकी दे रहा था। एक साल पहले मांस खाते हुए का वीडियो वायरल
एक साल पहले अगस्त 2023 को विक्की थॉमस के मछली खाते हुए का वीडियो वायरल हुआ था। इसके बाद थॉमस जमकर सोशल मीडिया पर ट्रोल हुआ। विवाद इतना बढ़ गया कि थॉमस ने आगे से पंजाब न आने की बात कही थी। अपकमिंग फिल्म को लेकर विवाद में कंगना
हिमाचल की मंडी सीट से BJP सांसद व एक्ट्रेस कंगना रनोट अपकमिंग मूवी ‘इमरजेंसी’ को लेकर विवादों में हैं। कंगना की यह फिल्म पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के कार्यकाल में लगाई गई इमरजेंसी पर बनाई गई है। फिल्म 6 सितंबर को रिलीज होगी। इस पर सबसे पहले पंजाब के निर्दलीय सांसद सर्बजीत सिंह खालसा ने ट्रेलर में दिखाए गए दृश्यों पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि इसमें सिखों को गलत तरीके से पेश किया गया है। उन्होंने केंद्र सरकार को लेटर लिखकर फिल्म की रिलीज रोकने की मांग की है। सर्बजीत सिंह खालसा ने कहा, ‘नई फिल्म ‘इमरजेंसी’ में सिखों को गलत तरीके से पेश करने की खबरें सामने आ रही हैं, जिससे समाज में शांति और कानून की स्थिति बिगड़ने की आशंका है। अगर इस फिल्म में सिखों को अलगाववादी या आतंकवादी के रूप में दिखाया गया है तो यह एक गहरी साजिश है। यह फिल्म मनोवैज्ञानिक हमला है, जिस पर सरकार को पहले से ध्यान देकर दूसरे देशों में सिखों के प्रति नफरत भड़काना बंद कर देना चाहिए।’ फिल्म के इंटरव्यू में विवादित बयान दिया
हाल ही में दैनिक भास्कर को दिए इंटरव्यू में कंगना ने कहा कि पंजाब में किसान आंदोलन के नाम पर उपद्रवी हिंसा फैला रहे थे। वहां रेप और हत्याएं हो रही थीं। अगर हमारा शीर्ष नेतृत्व मजबूत नहीं होता तो किसान आंदोलन के दौरान पंजाब को भी बांग्लादेश बना दिया जाता। किसान बिल को वापस ले लिया गया वर्ना इन उपद्रवियों की बहुत लंबी प्लानिंग थी। वे देश में कुछ भी कर सकते थे। कांग्रेस नेता ने कंगना पर NSA लगाने की मांग की
इंटरव्यू में दिए कंगना के बयान पर पहले SGPC ने माफी मांगने के लिए कहा। इसके बाद पंजाब के कांग्रेस नेता राजकुमार वेरका ने एक्ट्रेस पर NSA लगाने की बात कही। वेरका ने कहा, “कंगना लगातार किसानों पर ऐसे बयान दे रही हैं। उनके खिलाफ FIR दर्ज की जाए और उन पर NSA लगाया जाए।” कंगना के बयान से पार्टी ने किनारा किया
वहीं, आज भाजपा ने कंगना रनोट के बयान से खुद को अलग कर लिया है। न्यूज एजेंसी PTI ने भाजपा की प्रेस रिलीज जारी की है। इसमें लिखा है- पार्टी कंगना के बयान से असहमत है। उन्हें पार्टी के नीतिगत मुद्दों पर बोलने की इजाजत नहीं है। वह पार्टी की तरफ से बयान देने के लिए अधिकृत भी नहीं हैं। भाजपा ने कंगना को हिदायत दी है कि वह इस मुद्दे पर आगे कोई बयान न दें। पार्टी स्टेटमेंट में सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के सिद्धांत पर चलने की बात कही गई है। किसान आंदोलन में महिलाओं को 100 रुपए में आने वाली कहा
कंगना ने किसान आंदोलन को लेकर एक पोस्ट पर कमेंट किया था। इसमें एक बुजुर्ग महिला की फोटो थी। एक्ट्रेस ने लिखा, ‘हाहाहा, ये वही दादी है, जिसे टाइम मैग्जीन में भारत की पावरफुल महिला होने पर फीचर किया गया था। वो 100 रुपए में उपलब्ध है। पाकिस्तानी जर्नलिस्ट ने भारत के लिए इंटरनेशनल पीआर को हाईजैक कर लिया है, जो शर्मिंदगी भरा रास्ता है। हमें इंटरनेशनली बोलने के लिए अपने लोगों की जरुरत है।’ आंदोलनकारियों की तुलना ‘खालिस्तानी’ आतंकियों से की
कंगना ने किसान आंदोलन के दौरान कई बयान दिए थे। उन्होंने सोशल मीडिया पर आंदोलनकारियों की तुलना खालिस्तानी आतंकियों से की थी। उन्होंने लिखा था- ‘खालिस्तानी आतंकवादी आज सरकार पर दबाव बना रहे हैं, लेकिन हमें एक महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को नहीं भूलना चाहिए। इंदिरा गांधी ने इन्हें अपनी जूती के नीचे कुचल दिया था। भले उन्होंने इस देश को कितनी भी पीड़ा दी हो, लेकिन उन्होंने अपनी जान की कीमत पर इन्हें मच्छरों की तरह कुचल दिया, लेकिन देश के टुकड़े नहीं होने दिए। उनकी मृत्यु के दशकों बाद भी आज भी उनके नाम से कांपते हैं, इनको वैसा ही गुरू चाहिए।’ CISF कॉन्स्टेबल ने थप्पड़ मारा
कंगना रनोट को सांसद बनने के बाद चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर थप्पड़ मारा गया। यह तमाचा एयरपोर्ट पर तैनात CISF की एक महिला कॉन्स्टेबल ने मारा था। उसका एक वीडियो भी सामने आया। इसमें आरोपी कह रही थी, ‘कंगना ने कहा था कि 100-100 रुपए की खातिर लोग किसान आंदोलन में बैठ रहे हैं। जब उसने यह बयान दिया तो मेरी मां भी वहां बैठी थी।’ महिला कॉन्स्टेबल का नाम कुलविंदर कौर है। इस घटना के बाद उसे नौकरी से सस्पेंड कर दिया गया है और पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। कंगना का आरोप- महिला जवान ने मुझे गालियां दीं
CISF कॉन्स्टेबल द्वारा थप्पड़ मारने की बात कंगना ने एक वीडियो शेयर बताई थी। उन्होंने कहा था, ‘मैं सेफ हूं। आज चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर मेरे साथ हादसा हो गया। एयरपोर्ट पर एक महिला जवान ने मुझे गालियां देनी शुरू कर दीं। उसने बताया कि वो किसान आंदोलन की सपोर्टर है। उसने साइड से आकर मुझे चेहरे पर हिट कर दिया। मैं तो सुरक्षित हूं, लेकिन मेरी चिंता पंजाब में बढ़ रहे उग्रवाद और आतंकवाद को लेकर है। इसे कैसे भी करके हैंडल करना पड़ेगा।’ इसके अलावा कंगना राहुल गांधी को लेकर भी कई बार बयानबाजी कर चुकी हैं।
कांगड़ा का जवान लेह में शहीद:ड्यूटी के दौरान हुआ हादसा, पिता भी फौज में थे, शुभम की अभी नहीं हुई थी शादी
कांगड़ा का जवान लेह में शहीद:ड्यूटी के दौरान हुआ हादसा, पिता भी फौज में थे, शुभम की अभी नहीं हुई थी शादी हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले का जवान शुभम धीमान लेह में शहीद हो गया। जिसके बाद क्षेत्र में शोक की लहर है। शुभम का पार्थिव शरीर रविवार को दोपहर बाद गांव में पहुंच जाने के आसार है। शहीद शुभम धीमान(26) पुत्र स्वर्गीय रूमाल सिंह जवाली विधानसभा क्षेत्र की पंचायत ढोल के दुराना गांव के रहने वाले हैं। शुभम धीमान के पिता भी आर्मी से रिटायर्ड फौजी थे। उनका डेढ़ साल पहले ही देहांत हो गया। शुभम धीमान अभी अविवाहित था। वह अपने पीछे माता संतोष (53) और बड़े भाई पंकज कुमार को छोड़ गया है। परिजनों ने बताया कि शहीद शुभम धीमान 14 डोगरा रेजीमेंट में थे और वह वर्तमान में लेह में अपनी सेवाएं दे रहे थे। गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त में हुए शहीद वह शुक्रवार शाम को लेह में अपनी ड्यूटी करते हुए गाड़ी के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने के कारण शहीद हो गए। जवान के शहीद होने की खबर सुनकर परिजनों पर दुःखों का पहाड़ टूट पड़ा है। उनका रो-रोकर बुरा हाल हो गया है।