भास्कर न्यूज | जालंधर बिल्डिंग ब्रांच की टीम ने मंगलवार देर रात शहीद ऊधम सिंह नगर में एक स्कूल के खिलाफ कार्रवाई की। इस प्ले वे स्कूल को निगम की टीम ने सील कर दिया। यह स्कूल रेजिडेंशियल एरिया में पहली मंजिल पर चल रहा था। इसी बिल्डिंग के लोग निगम में नियमित शिकायत कर रहे थे। इसके लिए निगम ने स्कूल के संचालकों को नोटिस जारी किया था। नोटिस जारी होने के बाद भी स्कूल बंद नहीं किया गया। इसके लिए निगम में शिकायतें पहुंच रही थीं। इसलिए मंगलवार की देर रात में स्कूल को सील कर दिया। इस संबंध में एटीपी सुखदेव वशिष्ठ ने बताया कि मंगलवार की रात में सीलिंग की गई। भास्कर न्यूज | जालंधर बिल्डिंग ब्रांच की टीम ने मंगलवार देर रात शहीद ऊधम सिंह नगर में एक स्कूल के खिलाफ कार्रवाई की। इस प्ले वे स्कूल को निगम की टीम ने सील कर दिया। यह स्कूल रेजिडेंशियल एरिया में पहली मंजिल पर चल रहा था। इसी बिल्डिंग के लोग निगम में नियमित शिकायत कर रहे थे। इसके लिए निगम ने स्कूल के संचालकों को नोटिस जारी किया था। नोटिस जारी होने के बाद भी स्कूल बंद नहीं किया गया। इसके लिए निगम में शिकायतें पहुंच रही थीं। इसलिए मंगलवार की देर रात में स्कूल को सील कर दिया। इस संबंध में एटीपी सुखदेव वशिष्ठ ने बताया कि मंगलवार की रात में सीलिंग की गई। पंजाब | दैनिक भास्कर
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सुखबीर बादल के हमलावर पर ग्रामीण बोलने को तैयार नहीं:घर पर सिर्फ पत्नी मिली, बोलीं- बरसी के कार्यक्रम में जाने की बात कहकर निकला
सुखबीर बादल के हमलावर पर ग्रामीण बोलने को तैयार नहीं:घर पर सिर्फ पत्नी मिली, बोलीं- बरसी के कार्यक्रम में जाने की बात कहकर निकला पंजाब के पूर्व डिप्टी CM सुखबीर सिंह बादल पर बुधवार को अमृतसर स्थित गोल्डन टेंपल में खालिस्तानी आतंकी ने फायरिंग की। सुरक्षाकर्मियों की मुस्तैदी की वजह से गोली दीवार पर जाकर लगी, जिसके चलते सुखबीर बादल बाल-बाल बच गए। आरोपी गुरदासपुर जिले के डेरा बाबा नानक के चौड़ा गांव का नारायण सिंह है। दैनिक भास्कर की टीम चौड़ा गांव पहुंची। यहां गांव के लोगों से बात करने की कोशिश की, लेकिन कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं था। पता पूछकर नारायण सिंह के घर पहुंचे। वहां सिर्फ उसकी पत्नी जसमीत कौर थी। जसमीत कौर ने कहा- ‘पति सुबह करीब पौने 6 बजे घर से निकला था। घर पर वह यह बोलकर गया था कि श्री दरबार साहिब में बरसी का कार्यक्रम है, वहां शामिल होना है। मुझे इस घटना के बारे में कुछ नहीं पता। पहले भी वह अमृतसर, गुरदासपुर, लुधियाना, चंडीगढ़ की जेल में सजा काट चुका है। उन्होंने जो भी किया है, बिल्कुल गलत है। मुझे नहीं पता कि उन्होंने किन हालातों में यह कदम उठाया, इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है।’ जसमीत कौर ने मीडिया से बात की। कुछ देर बाद एक युवक आया और वह उसके साथ बाइक पर बैठकर चली गई। ग्रामीणों के मुताबिक नारायण सिंह के 2 बेटे हैं। दोनों वकील हैं। पुलिस भी घर पहुंची, सिर्फ पत्नी मिली नारायण सिंह चौड़ा के घर पहुंचे थाना डेरा बाबा नानक के सब इंस्पेक्टर कैलाश सिंह ने बताया कि पूर्व डिप्टी सीएम सुखबीर सिंह बादल पर हमले के मामले में वह नारायण सिंह चौड़ा के घर पर आए हैं। यहां पर सिर्फ उनकी पत्नी ही मिली। पारिवारिक सदस्यों से बातचीत की जाएगी। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है। चौड़ा ने लिखा- सिख समुदाय ने अकाली दल को खारिज किया अकाली दल के बागी गुट ने एक जुलाई को श्री अकाल तख्त साहिब पहुंचकर सुखबीर बादल की गलतियां कबूली थीं। जिसके बाद 14 जुलाई को नारायण सिंह चौड़ा ने फेसबुक पर एक पोस्ट डाली। जिसमें नारायण सिंह ने लिखा- सिख समुदाय ने अकाली दल को उसके जघन्य अपराधों के कारण राजनीतिक क्षेत्र से खारिज कर दिया है और वह अपनी मृत प्रतिष्ठा को पुनर्जीवित करने के लिए अकाल तख्त साहिब की मदद ले रहा है। नाराज गुट द्वारा अकाल तख्त साहिब पर जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह को सौंपा गया अनुरोध पत्र इसी कड़ी का हिस्सा है। खालसा पंथ को इस बात का ध्यान रखना चाहिए। इस पार्टी की साजिश, जो हवस के तहत लंबे समय तक अकाल तख्त साहिब के सम्मान और प्रतिष्ठा, नैतिकता, खालसाई सिद्धांतों और पंथ परम्पराओं पर राजनीतिक दबाव डालकर जत्थेदारों के पद को अपने फायदे के लिए इस्तेमाल करने के दोषी हैं। लिखा- अपराधों की अकाल तख्त से माफी नहीं मिल सकती गुरु पंथ को समर्पित हर सिख संगठन और हर गुरु सिख का यह धार्मिक कर्तव्य है कि वह असफल होकर गुरु पंथ की ताकत को व्यक्त करे। सामूहिक उत्तरदायित्व के सिद्धांत के अनुसार अकाल तख्त साहिब पर प्रकट हुआ यह गुट बादल दल द्वारा किए गए सभी बुरे अपराधों का भी जघन्य अपराधी है और ये बुरे अपराध इतने जघन्य और जघन्य हैं कि उन्हें अकाल तख्त साहिब से वेतन प्राप्त करके माफ नहीं किया जा सकता है। गुरु पंथ के साथ गद्दारी करने वाली यह पार्टी पंथ द्रोही है और इस पार्टी को राजनीतिक क्षेत्र में पंथ का नेतृत्व करने का कोई अधिकार नहीं है। पंथ ने इसे इस क्षेत्र से खारिज करके अपना मत व्यक्त कर दिया है। खालसा पंथ को अकाल तख्त साहिब की सर्वोच्चता, आदेश की शक्ति, प्रक्रिया और पंथ स्वीकृति को पुनर्जीवित करने के लिए खालसा सिद्धांतों का संरक्षक बनकर गुरमत कर्ण की पंथिक पद्धति को पुनर्जीवित करने के लिए प्रयास करना चाहिए और एकजुट होना चाहिए। खालसा पंथ उन्हें उनके वेतन सहित बरी करने के प्रयास को उसी प्रकार स्वीकार नहीं करेगा जिस प्रकार डेरा सरसा को उनके राजनीतिक प्रभाव में माफी देने के आदेश को सिख जगत ने स्वीकार नहीं किया तथा बरी करने वालों को भी गुरु पंथ के रोष व गुस्से का सामना करना पड़ा। *********************** नारायण सिंह चौड़ा से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें :- 1. पंजाब में गोल्डन टेंपल के बाहर पूर्व डिप्टी CM सुखबीर बादल पर फायरिंग अमृतसर स्थित गोल्डन टेंपल में बुधवार को पंजाब के पूर्व डिप्टी CM सुखबीर सिंह बादल पर खालिस्तानी आतंकी ने फायरिंग की। सुखबीर बादल गोल्डन टेंपल के गेट पर सेवादार बनकर बैठे थे। डेरा सच्चा सौदा के मुखी राम रहीम को माफी देने को लेकर सिखों की सर्वोच्च अदालत अकाल तख्त ने उन्हें यह सजा दी है। पढ़ें पूरी खबर 2. आतंकी नारायण सिंह चौड़ा की हिटलिस्ट में था बादल परिवार पंजाब के पूर्व डिप्टी CM सुखबीर सिंह बादल पर बुधवार को गोल्डन टेंपल के गेट पर फायरिंग की गई। फायरिंग करने वाले नारायण सिंह चौड़ा की हिटलिस्ट में बादल परिवार पहले से ही था। वह बादल परिवार को दल पंथ का गद्दार मानता था। चौड़ा आतंकियों के साथ जेल काट चुका है और खुद भी आतंकी गतिविधियों में शामिल रहा है। पढ़ें पूरी खबर

सांसद अमृतपाल की याचिका पर HC में आज सुनवाई:केंद्र-पंजाब सरकार को सौंपना है जवाब; NSA की अवधि बढ़ाए जाने को दी गई चुनौती
सांसद अमृतपाल की याचिका पर HC में आज सुनवाई:केंद्र-पंजाब सरकार को सौंपना है जवाब; NSA की अवधि बढ़ाए जाने को दी गई चुनौती खडूर साहिब से सांसद व खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह पर लगाए गए राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) की अवधि बढ़ाए जाने को लेकर पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में चुनौती दी गई है। जिसकी सुनवाई आज होने वाली है। अमृतपाल की याचिका में सांसद पर NSA को लगाया जाना गलत बताया गया है। बीती सुनवाई में अदालत ने इस मामले पर केंद्र और पंजाब सरकार को नोटिस जारी किया था। इससे पहले शुरुआत में सरकारी वकील ने अमृतपाल सिंह की याचिका में तकनीकी खामियों की बात उठाई थी। जिसमें अमृतपाल सिंह के घर के पते व माता-पिता की उम्र को गलत बताया था। जिसके बाद अमृतपाल सिंह के वकील ने इसमें संशोधन के लिए समय मांगा था। एक साल से अधिक समय से डिब्रूगढ़ जेल में बंद अमृतपाल अमृतपाल सिंह फिलहाल असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद हैं। कोर्ट में दायर याचिका में कहा गया है कि एनएसए की अवधि एक साल बढ़ाना पूरी तरह से गलत है। उन्होंने अपने खिलाफ की गई कार्रवाई को असंवैधानिक बताया है। वह एक साल से ज्यादा समय से अपने राज्य, रिश्तेदारों और लोगों से दूर हैं। याचिका में कहा है कि उनकी जिंदगी और आजादी को असामान्य और क्रूर तरीके से छीना गया है। निर्दलीय उम्मीदवार ने दी संसद सदस्यता को चुनौती इस बीच अमृतपाल सिंह की संसद सदस्यता को अब चुनौती दी गई है। इसको लेकर खडूर साहिब से निर्दलीय उम्मीदवार रहे विक्रमजीत सिंह ने पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। याचिका में 5 बातों का जिक्र किया गया है। दलील दी गई है कि अमृतपाल सिंह ने अपने नामांकन पत्र में कई जानकारियां छिपाई हैं। नामांकन पत्र अधूरा है। फंड, दान, खर्च की जानकारी छिपाई गई है। वोट मांगने के लिए धार्मिक स्थलों का इस्तेमाल किया गया है। बिना मंजूरी के चुनाव प्रचार सामग्री छापी गई। चुनाव आयोग से अनुमति लिए बिना सोशल मीडिया पर प्रचार किया गया। 1.97 लाख वोटों से जीता था अमृतपाल अमृतपाल सिंह अजनाला थाने पर हमला करने समेत 12 एफआईआर में भी आरोपी हैं। जेल में रहते हुए अमृतपाल सिंह ने पंजाब के खडूर साहिब संसदीय क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर 2024 का लोकसभा चुनाव जीता है। अमृतपाल सिंह ने कांग्रेस के कुलबीर जिन्ह जीरा को करीब 1.97 लाख वोटों के अंतर से हराया था। खडूर साहिब से जीत के बाद अमृतपाल को शपथ ग्रहण के लिए पैरोल मिली थी।

पंजाब में आज किसानों का प्रदर्शन:SC में सुनवाई से पहले नई रणनीति पर चर्चा; SKM ने राहुल गांधी से भी मांगा समय
पंजाब में आज किसानों का प्रदर्शन:SC में सुनवाई से पहले नई रणनीति पर चर्चा; SKM ने राहुल गांधी से भी मांगा समय पंजाब-हरियाणा के खनौरी और शंभू बॉर्डर बंद करने के मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से एक दिन पहले आज यानी गुरुवार को किसान अपनी अगली रणनीति बनाएंगे। आज किसान पूरे प्रदेश में केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन भी करेंगे। वहीं, किसान मजदूर संघर्ष समिति और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) की इस लड़ाई के बीच अब एसकेएम भी राजनीतिक तौर पर सक्रिय हो रहा है। किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने बताया कि एसकेएम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विपक्षी नेता राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से समय मांगा है। किसानों ने 2 जुलाई को बैठक की मांग की है, लेकिन अभी तक तीनों नेताओं की ओर से बैठक को लेकर कोई जवाब नहीं आया है। इस बैठक में एमएसपी गारंटी कानून और अन्य मुद्दों पर बातचीत होनी है। देशभर में केंद्र के खिलाफ किसान जलाएंगे पुतले किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने आज देशभर में विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया है। ये विरोध प्रदर्शन केंद्र और हरियाणा सरकार के खिलाफ बॉर्डर न खोलने पर किए जाएंगे। किसान नेताओं का कहना है कि बॉर्डर न खोले जाने से व्यापारी वर्ग और आम जनता नाखुश है। ये बॉर्डर किसानों ने बंद नहीं किए, बल्कि राज्य सरकार ने रास्ता रोका है। राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए भेजे गए नामों का भी विरोध सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि हरियाणा सरकार ने जश्नदीप सिंह रंधावा, सिबाश कबीराज, सुमित कुमार और तीन डीएसपी अमित भाटिया, राम कुमार और नरेंद्र सिंह के नाम गैलेंट्री अवॉर्ड के लिए भेजे हैं। ये सभी वो अधिकारी हैं, जिन्होंने किसानों पर गोलियां चलाईं। हरियाणा सरकार के इस फैसले के खिलाफ देशभर में भाजपा के पुतले भी जलाए जाएंगे।