21 दिनों से लापता यति नरसिंहानंद ने शुक्रवार को 4 मिनट का वीडियो जारी कर फिर जहर उगला है। उन्होंने कहा, ये अपराधी जंगली सर तन जुदा का नारा लगा कर मुझे मरवा देंगे। मैं अपनी मौत के पहले अपना पक्ष रखना चाहता हूं। कोर्ट को बताना चाहता हूं कि मैं क्यों मोहम्मद (पैगंबर मोहम्मद) या उनके अनुयायियों को न सिर्फ सनातन, बल्कि दुनिया के गैर मुस्लिमों के प्रति भयंकर अपराधी मानता हूं। मोहम्मद और उनके अनुयायियों ने आज तक दूसरे धर्म को मानने वाले, विचारों को मानने वालों को, न जाने कितने निरपराध लोगों की हत्या की है। न जाने कितनी महिलाओं के साथ बर्बरता की है। मठ-मंदिरों को तोड़ दिया गया। सब कुछ अस्त-व्यस्त कर दिया गया। ये सभी प्रमाण मुझे कोर्ट में रखना होगा। इसके लिए मुझे अपने साथियों की एक टीम गठित करनी होगी। प्रमाण के लिए मैं विदेश से भी, अमेरिका, कनाडा, यूरोप, लंदन, जर्मनी, फ्रांस से अपने साथियों को बुलाना चाहता हूं। ये साथी भारत आकर प्रमाण देंगे, जिसके कारण मेरा मोहम्मद के बारे में ये विश्वास, जो मैं कहता हूं, बना है। यति नरसिंहानंद बोले- योगी जी असंवैधानिक नजरबंदी से छुटकारा दिलाइए नरसिंहानंद श्री पंच दशनाम जूना अखाड़े का महामंडलेश्वर और गाजियाबाद के डासना मंदिर का महंत है। कहा, मुख्यमंत्री योगीजी मुझे यूपी पुलिस की इस असंवैधानिक नजरबंदी से छुटकारा दिलाइए। एक संस्था है मुंबई की, हजरत ख्वाजा गरीब नवाज वेलफेयर ट्रस्ट। उसके सचिव हैं मोहम्मद यूसुफ। उनके एक साथी और हैं। उन्होंने दो वकील एडवोकेट मोहम्मद आरिफ और एडवोकेट सहर नकवी के जरिए इलाहाबाद हाईकोर्ट में मेरे खिलाफ जनहित याचिका दायर की है। याचिका में मेरे खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग गई है। मैं भी न्याय के पक्ष में हूं। मैं चाहता हूं कि मोहम्मद और मोहम्मद के अनुयायियों के बारे में जितनी बातें आज तक मैंने कही हैं, उन सबके प्रमाण मैं न्यायालय के समक्ष रख सकूं, ताकि सही न्याय किया जा सके। देखिए जिसे अपराधी घोषित किया जा रहा है, उसका पक्ष सुने बिना न्याय नहीं हो सकता। इस नजरबंदी से मैं यह कार्य नहीं कर सकता। क्योंकि मुझे मोहम्मद और उसके अनुयायियों के बारे में प्रमाण इकट्ठा करने के लिए प्रमाणिक इस्लामिक ग्रंथों को इकट्ठा करना होगा, सोशल मीडिया पर आज तक जो मौलवियों ने कहा है, उसे इकट्ठा करना होगा। यूट्यूब से, इस्लामिक वेबसाइट, जो दुनियाभर में चल रहीं हैं, देखना होगा, प्रमाण इकट्ठा करना होगा। आदि कालिक जो इतिहास के ग्रंथ हैं, उन्हें इकट्ठा करना पड़ेगा, ताकि मैं कोर्ट में पेश कर सकूं। समर्थकों का दावा- 5 अक्टूबर से पुलिस हिरासत में नरसिंहानंद
नरसिंहानंद के समर्थकों का दावा है कि 5 अक्टूबर को पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेकर नजरबंद कर दिया था। तब से वे लापता हैं। हालांकि गाजियाबाद के डीसीपी सुरेंद्र नाथ तिवारी ने कहा कि हमने यति नरसिंहानंद को नजरबंद नहीं किया है। अब नरसिंहानंद का वो बयान पढ़िए, जिस पर विवाद…
गाजियाबाद के लोहियानगर के हिंदी भवन में 29 सितंबर को अमर बलिदानी मेजर आसाराम व्याग सेवा संस्थान के बैनर तले एक कार्यक्रम आयोजित हुआ था। इसमें डासना देवी मंदिर के पीठाधीश्वर यति नरसिंहानंद गिरि भी पहुंचे थे। कहा- हम कभी धर्म को समझे ही नहीं। इन्होंने देशों, राष्ट्रों की बात की। उनके पास न एक देश है, न एक राष्ट्र है। जो अपने धर्म पर अडिग रहे, उनके सबके देख लो…कितने राष्ट्र और कितने देश हैं। नरसिंहानंद ने कहा- आज मैं केवल एक व्यक्ति के प्रति संवेदना जताता हूं। मेघनाथ को हम हर साल जलाते हैं। मेघनाथ जैसा चरित्रवान व्यक्ति इस धरती पर दूसरा कोई पैदा नहीं हुआ। हम हर साल कुंभकरण को जलाते हैं। कुंभकरण जैसा वैचारिक योद्धा इस धरती पर पैदा नहीं हुआ। उनकी गलती ये थी कि रावण ने एक छोटा सा अपराध किया। नोट- हम नरसिंहानंद के उस बयान को नहीं लिख रहे हैं, जो उसने पैगंबर मोहम्मद के बारे में दिया था। वीडियो वायरल होने पर गाजियाबाद के दरोगा ने कराई FIR
नरसिंहानंद का वीडियो किसी ने बनाकर पोस्ट कर दिया। इसके बाद सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा। 3 अक्टूबर की रात गाजियाबाद में सब इंस्पेक्टर त्रिवेंद्र सिंह ने नरसिंहानंद के खिलाफ थाना सिहानी गेट में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा-302 के तहत मुकदमा दर्ज कराया। वहीं, महाराष्ट्र में ठाणे शहर के मुंब्रा पुलिस स्टेशन में भी नरसिंहानंद पर FIR दर्ज हुई है। ये FIR SDPI के मुंब्रा प्रेसिडेंट मोहम्मद दाऊद अहमद ने कराई है। महाराष्ट्र पुलिस ने नरसिंहानंद BNS की धारा-196, 197, 299 और 302 लगाई है। नरसिंहानंद के खिलाफ पूरे प्रदेश में हुए थे प्रदर्शन नरसिंहानंद के बयान के खिलाफ बुलंदशहर में प्रदर्शन के दौरान पुलिस पर पथराव हुआ तो गाजियाबाद में सैकड़ों मुस्लिमों ने डासना देवी मंदिर के बाहर प्रोटेस्ट किया। गाजियाबाद सहित कई शहरों में प्रदर्शन का किया गया। इसे लेकर पूरे यूपी में पुलिस और सभी खुफिया एजेंसियों को अलर्ट कर दिया गया था। अब यति नरसिंहानंद गिरि के बारे में जानते हैं… नरसिंहानंद के विवादित बयान पढ़िए.. ————————————- यह भी पढ़ें:- नरसिंहानंद कौन…जिन्होंने पैगंबर पर टिप्पणी की:रूस से इंजीनियरिंग; सपा से राजनीति में एंट्री, महिला नेताओं पर कमेंट से चर्चा में आए जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर और डासना मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद गिरी एक बार फिर चर्चा में हैं। मगर इस बार मामला ज्यादा ही गंभीर है। वह गाजियाबाद के लोहियानगर हिंदी भवन में 29 सितंबर को अमर बलिदानी मेजर आशाराम त्यागी सेवा संस्थान के कार्यक्रम में पहुंचे थे। उन्होंने यहां ऐसा बयान दिया, जिस पर बवाल मच गया। पढ़ें पूरी खबर… 21 दिनों से लापता यति नरसिंहानंद ने शुक्रवार को 4 मिनट का वीडियो जारी कर फिर जहर उगला है। उन्होंने कहा, ये अपराधी जंगली सर तन जुदा का नारा लगा कर मुझे मरवा देंगे। मैं अपनी मौत के पहले अपना पक्ष रखना चाहता हूं। कोर्ट को बताना चाहता हूं कि मैं क्यों मोहम्मद (पैगंबर मोहम्मद) या उनके अनुयायियों को न सिर्फ सनातन, बल्कि दुनिया के गैर मुस्लिमों के प्रति भयंकर अपराधी मानता हूं। मोहम्मद और उनके अनुयायियों ने आज तक दूसरे धर्म को मानने वाले, विचारों को मानने वालों को, न जाने कितने निरपराध लोगों की हत्या की है। न जाने कितनी महिलाओं के साथ बर्बरता की है। मठ-मंदिरों को तोड़ दिया गया। सब कुछ अस्त-व्यस्त कर दिया गया। ये सभी प्रमाण मुझे कोर्ट में रखना होगा। इसके लिए मुझे अपने साथियों की एक टीम गठित करनी होगी। प्रमाण के लिए मैं विदेश से भी, अमेरिका, कनाडा, यूरोप, लंदन, जर्मनी, फ्रांस से अपने साथियों को बुलाना चाहता हूं। ये साथी भारत आकर प्रमाण देंगे, जिसके कारण मेरा मोहम्मद के बारे में ये विश्वास, जो मैं कहता हूं, बना है। यति नरसिंहानंद बोले- योगी जी असंवैधानिक नजरबंदी से छुटकारा दिलाइए नरसिंहानंद श्री पंच दशनाम जूना अखाड़े का महामंडलेश्वर और गाजियाबाद के डासना मंदिर का महंत है। कहा, मुख्यमंत्री योगीजी मुझे यूपी पुलिस की इस असंवैधानिक नजरबंदी से छुटकारा दिलाइए। एक संस्था है मुंबई की, हजरत ख्वाजा गरीब नवाज वेलफेयर ट्रस्ट। उसके सचिव हैं मोहम्मद यूसुफ। उनके एक साथी और हैं। उन्होंने दो वकील एडवोकेट मोहम्मद आरिफ और एडवोकेट सहर नकवी के जरिए इलाहाबाद हाईकोर्ट में मेरे खिलाफ जनहित याचिका दायर की है। याचिका में मेरे खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग गई है। मैं भी न्याय के पक्ष में हूं। मैं चाहता हूं कि मोहम्मद और मोहम्मद के अनुयायियों के बारे में जितनी बातें आज तक मैंने कही हैं, उन सबके प्रमाण मैं न्यायालय के समक्ष रख सकूं, ताकि सही न्याय किया जा सके। देखिए जिसे अपराधी घोषित किया जा रहा है, उसका पक्ष सुने बिना न्याय नहीं हो सकता। इस नजरबंदी से मैं यह कार्य नहीं कर सकता। क्योंकि मुझे मोहम्मद और उसके अनुयायियों के बारे में प्रमाण इकट्ठा करने के लिए प्रमाणिक इस्लामिक ग्रंथों को इकट्ठा करना होगा, सोशल मीडिया पर आज तक जो मौलवियों ने कहा है, उसे इकट्ठा करना होगा। यूट्यूब से, इस्लामिक वेबसाइट, जो दुनियाभर में चल रहीं हैं, देखना होगा, प्रमाण इकट्ठा करना होगा। आदि कालिक जो इतिहास के ग्रंथ हैं, उन्हें इकट्ठा करना पड़ेगा, ताकि मैं कोर्ट में पेश कर सकूं। समर्थकों का दावा- 5 अक्टूबर से पुलिस हिरासत में नरसिंहानंद
नरसिंहानंद के समर्थकों का दावा है कि 5 अक्टूबर को पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेकर नजरबंद कर दिया था। तब से वे लापता हैं। हालांकि गाजियाबाद के डीसीपी सुरेंद्र नाथ तिवारी ने कहा कि हमने यति नरसिंहानंद को नजरबंद नहीं किया है। अब नरसिंहानंद का वो बयान पढ़िए, जिस पर विवाद…
गाजियाबाद के लोहियानगर के हिंदी भवन में 29 सितंबर को अमर बलिदानी मेजर आसाराम व्याग सेवा संस्थान के बैनर तले एक कार्यक्रम आयोजित हुआ था। इसमें डासना देवी मंदिर के पीठाधीश्वर यति नरसिंहानंद गिरि भी पहुंचे थे। कहा- हम कभी धर्म को समझे ही नहीं। इन्होंने देशों, राष्ट्रों की बात की। उनके पास न एक देश है, न एक राष्ट्र है। जो अपने धर्म पर अडिग रहे, उनके सबके देख लो…कितने राष्ट्र और कितने देश हैं। नरसिंहानंद ने कहा- आज मैं केवल एक व्यक्ति के प्रति संवेदना जताता हूं। मेघनाथ को हम हर साल जलाते हैं। मेघनाथ जैसा चरित्रवान व्यक्ति इस धरती पर दूसरा कोई पैदा नहीं हुआ। हम हर साल कुंभकरण को जलाते हैं। कुंभकरण जैसा वैचारिक योद्धा इस धरती पर पैदा नहीं हुआ। उनकी गलती ये थी कि रावण ने एक छोटा सा अपराध किया। नोट- हम नरसिंहानंद के उस बयान को नहीं लिख रहे हैं, जो उसने पैगंबर मोहम्मद के बारे में दिया था। वीडियो वायरल होने पर गाजियाबाद के दरोगा ने कराई FIR
नरसिंहानंद का वीडियो किसी ने बनाकर पोस्ट कर दिया। इसके बाद सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा। 3 अक्टूबर की रात गाजियाबाद में सब इंस्पेक्टर त्रिवेंद्र सिंह ने नरसिंहानंद के खिलाफ थाना सिहानी गेट में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा-302 के तहत मुकदमा दर्ज कराया। वहीं, महाराष्ट्र में ठाणे शहर के मुंब्रा पुलिस स्टेशन में भी नरसिंहानंद पर FIR दर्ज हुई है। ये FIR SDPI के मुंब्रा प्रेसिडेंट मोहम्मद दाऊद अहमद ने कराई है। महाराष्ट्र पुलिस ने नरसिंहानंद BNS की धारा-196, 197, 299 और 302 लगाई है। नरसिंहानंद के खिलाफ पूरे प्रदेश में हुए थे प्रदर्शन नरसिंहानंद के बयान के खिलाफ बुलंदशहर में प्रदर्शन के दौरान पुलिस पर पथराव हुआ तो गाजियाबाद में सैकड़ों मुस्लिमों ने डासना देवी मंदिर के बाहर प्रोटेस्ट किया। गाजियाबाद सहित कई शहरों में प्रदर्शन का किया गया। इसे लेकर पूरे यूपी में पुलिस और सभी खुफिया एजेंसियों को अलर्ट कर दिया गया था। अब यति नरसिंहानंद गिरि के बारे में जानते हैं… नरसिंहानंद के विवादित बयान पढ़िए.. ————————————- यह भी पढ़ें:- नरसिंहानंद कौन…जिन्होंने पैगंबर पर टिप्पणी की:रूस से इंजीनियरिंग; सपा से राजनीति में एंट्री, महिला नेताओं पर कमेंट से चर्चा में आए जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर और डासना मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद गिरी एक बार फिर चर्चा में हैं। मगर इस बार मामला ज्यादा ही गंभीर है। वह गाजियाबाद के लोहियानगर हिंदी भवन में 29 सितंबर को अमर बलिदानी मेजर आशाराम त्यागी सेवा संस्थान के कार्यक्रम में पहुंचे थे। उन्होंने यहां ऐसा बयान दिया, जिस पर बवाल मच गया। पढ़ें पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर