अमृतसर| थाना सी-डिवीजन की पुलिस ने नाबालिगा को शादी का झांसा देकर भगाने के आरोप में युवक के खिलाफ केस दर्ज किया है। आरोपी की पहचान गुज्जरपुरा के रहने वाले अर्जन उर्फ टिंडी के रूप में हुई है। पुलिस को दी शिकायत में पीड़ित महिला ने बताया कि उसकी बेटी साढ़े 12 वर्ष की है। 13 जनवरी की शाम को उसकी बेटी बाजार से कुछ सामान लेने गई थी, लेकिन वापस नहीं आई। आरोपी युवक उसकी बेटी को भगाकर ले गया है। पुलिस ने बताया कि इस मामले में आरोपी की तालाश शुरू कर दी है। अमृतसर| थाना सी-डिवीजन की पुलिस ने नाबालिगा को शादी का झांसा देकर भगाने के आरोप में युवक के खिलाफ केस दर्ज किया है। आरोपी की पहचान गुज्जरपुरा के रहने वाले अर्जन उर्फ टिंडी के रूप में हुई है। पुलिस को दी शिकायत में पीड़ित महिला ने बताया कि उसकी बेटी साढ़े 12 वर्ष की है। 13 जनवरी की शाम को उसकी बेटी बाजार से कुछ सामान लेने गई थी, लेकिन वापस नहीं आई। आरोपी युवक उसकी बेटी को भगाकर ले गया है। पुलिस ने बताया कि इस मामले में आरोपी की तालाश शुरू कर दी है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पंजाब में पूर्व मंत्री की जमानत याचिका पर सुनवाई आज:मनी लॉन्ड्रिंग मामले में हैं बंद, अगस्त में ED ने किया था गिरफ्तार
पंजाब में पूर्व मंत्री की जमानत याचिका पर सुनवाई आज:मनी लॉन्ड्रिंग मामले में हैं बंद, अगस्त में ED ने किया था गिरफ्तार पंजाब में टेंडर घोटाले से जुडे़ मनी लांड्रिंग केस में जेल में बंद वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु की तरफ से जमानत के लिए दायर की गई याचिका पर आज (29 नवंबर) को पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट हो सुनवाई होगी। वह अगस्त में पूछताछ के लिए जालंधर स्थित ईडी दफ्तर गए थे। इसके बाद ईडी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद से वह जेल में बंद हैं। इससे पहले ईडी ने पूरे मामले की जांच की थी। राज्य में विभिन्न जगहों पर कई लोगों की 22.78 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई थी। चुनिंदा ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने का आरोप वर्ष 2022 में कुछ ट्रांसपोर्ट मालिकों और ठेकेदारों ने पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु पर अनाज परिवहन टेंडर घोटाले में कुछ चुनिंदा ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने और करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया था। इसकी शिकायत विजिलेंस को की गई थी। धन शोधन में शामिल व्यक्तियों की कुर्क की गई संपत्तियों में लुधियाना, मोहाली, खन्ना और पंजाब के अन्य भागों में स्थित अचल संपत्तियां तथा एफडीआर, सोने के आभूषण, सोना और बैंक खातों के रूप में चल संपत्तियां शामिल हैं। इससे पहले विजिलेंस ने दर्ज किया था केस इस मामले में पंजाब विजिलेंस ने सबसे पहले ठेकेदार तेलू राम और दो अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया था। बाद में इस केस में आशु का नाम भी शामिल किया गया। 22 अगस्त 2022 को विजिलेंस ने लुधियाना में छापा मारकर उसे सैलून में बाल कटवाते हुए गिरफ्तार कर लिया। इस केस में आशु करीब छह महीने पटियाला जेल में भी बंद रह चुका है। आरोप है कि अनाज ढुलाई टेंडर घोटाले में आरोपी अनाज मंडियों में वाहनों पर फर्जी नंबर प्लेट लगाकर माल की ढुलाई करता था। इतना ही नहीं टेंडर लेने से पहले विभाग में वाहनों के गलत नंबर लिखवाए जाते थे। जांच में पता चला कि जो नंबर लिखे गए थे, वे भी स्कूटर, बाइक जैसे दोपहिया वाहनों के थे। ये वाहन अनाज ढुलाई के लिए वैध नहीं थे। इसके बाद ईडी ने इस मामले में केस दर्ज किया था।

पंजाब के युवक की अमेरिका में मौत:आया हार्टअटैक, 9 साल पहले वर्क परमिट पर गया था, हो गई थी शादी तय
पंजाब के युवक की अमेरिका में मौत:आया हार्टअटैक, 9 साल पहले वर्क परमिट पर गया था, हो गई थी शादी तय होशियारपुर के मुकेरियां के गांव बरनाला के 29 वर्षीय युवक गुरभेज सिंह की हार्ट अटैक होने से अमेरिका में मौत हो हो गई। युवक की मौत से पूरे गांव में शोक की लहर है। गुरभेज सिंह परिवार का सबसे बड़ा बेटा था। जानकारी देते हुए गुरभेज के पिता रघुवीर सिंह ने बताया कि उनका बेटा गुरभेज 2015 में वर्क परमिट पर अमेरिका गया था। वह वहां के केलिफोर्निया शहर में रहता था। गुरभेज बहुत ही होनहार और खुशदिल स्वभाव का लड़का था। रघुवीर सिंह ने बताया कि कुछ साल पहले गुरभेज एक सड़क दुर्घटना में गंभीर जख्मी भी हुआ था। 3 दिन पहले उसका फोन भी आया था और बहुत खुश था। आज उनके पास सूचना आई कि गुरभेज सिंह की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। उन्होंने बताया कि, मैंने अपने छोटे बेटे की शादी तय कर दी थी तथा गुरभेज कह रहा था कि पापा मैं शादी में जरूर आऊंगा। उन्होंने बताया कि, परिवार के सभी सदस्य उसके आने का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। गुरभेज की माता जी अपने बेटे की मौत की खबर सुन सदमे में है। मृतक गुरभेज के पिता ने बताया कि उनका छोटा बेटा कैनेडा में रहता है। वह अपने भाई की मौत की खबर मिलने के बाद अमेरिका चला गया है। वहां जानकर पता चलेगा कि गुरभेज की मृतक देह भारत लाई जाएगी या फिर उसका अंतिम संस्कार अमेरिका में ही किया जाएगा।

दो आतंकियों को पांच साल की सजा:माेहाली अदालत का फैसला, पेशे से ड्राइवर व नर्स, विदेशी फंडिंग का भी था आरोप
दो आतंकियों को पांच साल की सजा:माेहाली अदालत का फैसला, पेशे से ड्राइवर व नर्स, विदेशी फंडिंग का भी था आरोप छह साल पुराने देशद्रोह, टेरर फंडिंग व आतंक से जुड़े मामले में मोहाली जिला अदालत ने दो आतंकियों को दोषी ठहराते हुए पांच साल की कैद और जुर्माने की सजा सुनाई है। दोषियों में लखबीर सिंह, निवासी जिला होशियारपुर पेशे से ड्राइवर था, जबकि सुरिंदर कौर उर्फ सुखप्रीत कौर, निवासी जिला फरीदकोट, शामिल हैं, जो कि नर्स थी। लखबीर सिंह को गैरकानूनी गतिविधि (निरोधक) अधिनियम की धारा 10 के तहत 2 साल की कैद और 2 हजार रुपए जुर्माना, जबकि धारा 13 के तहत 5 साल की कैद और 5 हजार रुपए जुर्माने की सजा सुनाई गई है। वहीं, सुरिंदर कौर उर्फ सुखप्रीत कौर को धारा 19 के तहत 5 साल की कैद और 5 हजार रुपये जुर्माने की सजा मिली है। इस मामले में कोर्ट ने सबूतों के अभाव में सुरिंदर सिंह उर्फ सुख दियोल को बरी कर दिया है। ऐसे पकड़े थे आरोपी नवंबर 2019 में स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल (एसएसओसी), मोहाली की टीम को सूचना मिली थी कि लखबीर सिंह दुबई में रह रहा है और उसके संबंध परमजीत सिंह पम्मा से हैं। परमजीत सिंह पम्मा भारत में प्रतिबंधित संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल का सदस्य है और “रेफरेंडम 2020” का समर्थन कर रहा है। बताया गया कि वह पंजाब में आतंकवाद फैलाने की कोशिश कर रहा था और आईएसआई की साजिश का हिस्सा था। लखबीर सिंह को राज्य के लोगों को नुकसान पहुंचाने के लिए पंजाब भेजा गया था। वह दूसरी आरोपी सुखप्रीत कौर को भी जानता था। इस मामले में एसएसओसी पुलिस स्टेशन में केस दर्ज किया गया था। आरोपियों पर नवंबर 2019 में आईपीसी की धारा 120बी और गैरकानूनी गतिविधि (निरोधक) अधिनियम, 1997 की धाराएं 10, 13, 17, 18, 20, 38, 39, 40 लगाई गई थीं। सुखप्रीत से मिला था यह सामान सुखप्रीत कौर के कब्जे से पुलिस ने 10 किताबें, कुछ पत्रिकाएं और 3 डायरियां बरामद की थीं। सुरिंदर सिंह उर्फ सुख दियोल पर आरोप था कि उसने लखबीर सिंह को हथियार मुहैया करवाने का भरोसा दिया था। हालांकि, किसी भी दोषी से हथियार बरामद नहीं हुए और पुलिस अदालत में उसके खिलाफ कोई ठोस सबूत पेश नहीं कर पाई। इसी कारण उसे बरी कर दिया गया। दिल्ली एयरपोर्ट से लखबीर को दबोचा था लखबीर सिंह होशियारपुर के गांव डडियाणा कलां का रहने वाला है। वह दुबई में ट्रक ड्राइवर का काम करता था। वह अक्टूबर 2019 में महीने भारत आया था। उसे टीम ने इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट नई दिल्ली से दबोचा था। इसी तरह सुरिंदर कौर जो लुधियाना के एक निजी अस्पताल में स्टाफ नर्स थी। लखबीर सिंह से सोशल मीडिया के माध्यम से संपर्क में थी। उसे भी इसी दिन गिरफ्तार किया गया था। सिख रेजिमेंट ग्रुप से वह पाकिस्तान के संपर्क में था पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी के समय बताया था कि आतंकी लखबीर सिंह काफी शातिर था। उसने सोशल मीडिया में सिख रेजिमेंट नाम से एक सोशल ग्रुप बनाया हुआ था। इसमें पाकिस्तान में बैठे लोग भी सदस्य थे। जहां पर वे कोड में अपनी सारी रणनीति तैयार करते थे।