हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन वापसी का आज आखिरी दिन है। आखिरी समय में कांग्रेस और भाजपा ने अपने बागी नेताओं को मनाने के लिए जोर लगा रखा है। सोनीपत से टिकट कटने से नाराज पूर्व मंत्री कविता जैन और उनके पति मनोहर लाल खट्टर के पूर्व मीडिया एडवाइजर राजीव जैन को मनाने के लिए कार्यवाहक मुख्यमंत्री नायब सैनी सोनीपत पहुंचे हैं। सोनीपत में भाजपा ने कांग्रेस से आए निखिल मदान को टिकट दिया है। जिसके बाद राजीव जैन ने भाजपा से बागी होकर निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल कर दिया। राजीव जैन के सेक्टर-15 स्थित आवास पर बंद कमरे में नायब सैनी, कविता जैन और राजीव जैन की मीटिंग चल रही है। दीपेंद्र हुड्डा अंबाला में मलौर को मनाने जाएंगे वहीं अंबाला सिटी से कांग्रेस ने पूर्व मंत्री निर्मल सिंह को उम्मीदवार बनाया है। यहां टिकट न मिलने पर पूर्व विधायक जसबीर सिंह मलौर बागी हैं। उन्होंने निर्दलीय नामांकन दाखिल किया हुआ है। आज रोहतक से लोकसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा मलौर का मनाने के लिए अंबाला जाएंगे। वहीं अंबाला कैंट विधानसभा सीट से निर्मल सिंह की बेटी चित्रा सरवारा ने भी निर्दलीय नामांकन दाखिल किया हुआ है। अभी दीपेंद्र का चित्रा के पास जाने का कार्यक्रम नहीं है। एक दिन पहले रामबिलास शर्मा के घर पहुंचे नायब सैनी भाजपा की पहली 2 लिस्ट में नाम न आने पर भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रामबिलास शर्मा बागी हो गए थे। उन्होंने लिस्ट में नाम आए बिना ही भाजपा उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल कर दिया। इतना ही नहीं, समर्थकों के सामने उनके आंसू तक निकल आए। बाद में भाजपा ने महेंद्रगढ़ सीट से कंवर सिंह को उम्मीदवार बना दिया। रविवार को मुख्यमंत्री नायब सैनी रामबिलास शर्मा को मनाने के लिए महेंद्रगढ़ पहुंचे। यहां सैनी ने रामबिलास से नाराजगी भुलाने की प्रार्थना की और चुनाव में सहयोग करने के लिए कहा। नारनौल में भारती सैनी ने बैरंग लौटाया वहीं नारनौल से भारती सैनी भाजपा के टिकट की दावेदारी जता रही थीं। यहां पार्टी ने ओम प्रकाश यादव को उम्मीदवार बनाया। जिसके बाद वह भाजपा से बागी हो गईं और निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल कर दिया। रविवार को मुख्यमंत्री नायब सैनी, भारती सैनी के आवास पर भी उन्हें मनाने के लिए पहुंचे। कई देर चली मीटिंग के बाद भारती नहीं मानी और सैनी को बैरंग ही लौटना पड़ा। हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन वापसी का आज आखिरी दिन है। आखिरी समय में कांग्रेस और भाजपा ने अपने बागी नेताओं को मनाने के लिए जोर लगा रखा है। सोनीपत से टिकट कटने से नाराज पूर्व मंत्री कविता जैन और उनके पति मनोहर लाल खट्टर के पूर्व मीडिया एडवाइजर राजीव जैन को मनाने के लिए कार्यवाहक मुख्यमंत्री नायब सैनी सोनीपत पहुंचे हैं। सोनीपत में भाजपा ने कांग्रेस से आए निखिल मदान को टिकट दिया है। जिसके बाद राजीव जैन ने भाजपा से बागी होकर निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल कर दिया। राजीव जैन के सेक्टर-15 स्थित आवास पर बंद कमरे में नायब सैनी, कविता जैन और राजीव जैन की मीटिंग चल रही है। दीपेंद्र हुड्डा अंबाला में मलौर को मनाने जाएंगे वहीं अंबाला सिटी से कांग्रेस ने पूर्व मंत्री निर्मल सिंह को उम्मीदवार बनाया है। यहां टिकट न मिलने पर पूर्व विधायक जसबीर सिंह मलौर बागी हैं। उन्होंने निर्दलीय नामांकन दाखिल किया हुआ है। आज रोहतक से लोकसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा मलौर का मनाने के लिए अंबाला जाएंगे। वहीं अंबाला कैंट विधानसभा सीट से निर्मल सिंह की बेटी चित्रा सरवारा ने भी निर्दलीय नामांकन दाखिल किया हुआ है। अभी दीपेंद्र का चित्रा के पास जाने का कार्यक्रम नहीं है। एक दिन पहले रामबिलास शर्मा के घर पहुंचे नायब सैनी भाजपा की पहली 2 लिस्ट में नाम न आने पर भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रामबिलास शर्मा बागी हो गए थे। उन्होंने लिस्ट में नाम आए बिना ही भाजपा उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल कर दिया। इतना ही नहीं, समर्थकों के सामने उनके आंसू तक निकल आए। बाद में भाजपा ने महेंद्रगढ़ सीट से कंवर सिंह को उम्मीदवार बना दिया। रविवार को मुख्यमंत्री नायब सैनी रामबिलास शर्मा को मनाने के लिए महेंद्रगढ़ पहुंचे। यहां सैनी ने रामबिलास से नाराजगी भुलाने की प्रार्थना की और चुनाव में सहयोग करने के लिए कहा। नारनौल में भारती सैनी ने बैरंग लौटाया वहीं नारनौल से भारती सैनी भाजपा के टिकट की दावेदारी जता रही थीं। यहां पार्टी ने ओम प्रकाश यादव को उम्मीदवार बनाया। जिसके बाद वह भाजपा से बागी हो गईं और निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल कर दिया। रविवार को मुख्यमंत्री नायब सैनी, भारती सैनी के आवास पर भी उन्हें मनाने के लिए पहुंचे। कई देर चली मीटिंग के बाद भारती नहीं मानी और सैनी को बैरंग ही लौटना पड़ा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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कुरुक्षेत्र में दोस्त को धोखे से बुला कराया मर्डर:एक नशा बिक्री का हिस्सा लेने से भड़का; पिहोवा में बनाना था अपना दबदबा हरियाणा के कुरुक्षेत्र के पिहोवा में युवक की हत्या के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। उनकी पहचान लवप्रीत सिंह उर्फ बाबा निवासी गांव सतौडा और जसविन्द्र सिंह उर्फ सेठी निवासी सांभली, जिला करनाल के तौर पर हुई है। युवक की हत्या पिहोवा में अपनी दबदबा बनाने व पुरानी रंजिश का बदला लेने के लिए की गई है। पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है। कुरुक्षेत्र पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि पिहोवा के वार्ड 11 निवासी इंद्रजीत ने 2 दिसंबर को थाना शहर पिहोवा में शिकायत में बताया था कि वह फौजी प्लाट पिहोवा में चिकन का काम करता है। उसकी दुकान पर एक लड़का आया और बताया कि उसका बेटा हुडा ग्राउंड में खून से लथपथ हालत में पड़ा है। वह मौके पर गया और देखा कि उसके बेटे राहुल की छाती पर गोली के निशान थे। उसने इसके बाद पुलिस को वारदात की सूचना दी। पुलिस ने राहुल की हत्या का केस दर्ज कर मामले की जांच सीआईए वन को सौंपी थी। इंस्पेक्टर सुरेंद्र कुमार के निर्देश में काम करते हुए एसआई शरणजीत सिंह ने हत्या के आरोपियों की तलाश शुरू की। पुलिस को सूचना मिली कि राहुल की हत्या के 2 आरोपी इस समय गांव सतौडा में घूम रहे हैं। पुलिस ने वहां पर रेड करके लवप्रीत सिंह उर्फ बाबा व जसविन्द्र सिंह उर्फ सेठी को गिरफ्तार किया। पुलिस के अनुसार दोनों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उन्होंने ही हुडा ग्राउंड में राहुल की हत्या की थी। उन्होंने बताया कि उनकी राहुल के साथ पुरानी रंजिश थी। जसविन्द्र सिंह उर्फ सेठी ने बताया कि पिता की मृत्यु के बाद वह गलत संगत मे पड गया था। वह नशा करने लग गया था। नशे की पूर्ति के लिए उसको पैसों की जरूरत होती थी। जब भी वह चिट्टा खरीद कर लाता था तो उसमे से कुछ तो पी लेता और कुछ नशेडियों को बेच देता था। उसने बताया कि राहुल उर्फ मैटल शौरगीर मोहल्ला पिहोवा के साथ उसकी दोस्ती थी। लेकिन कुछ दिनों से राहुल मैटल उसको तंग करने लगा था। जो भी चिट्टा वह नशेडियों को बेचता तो राहुल उससे कमाए रुपयों में से जबरदस्ती आधा हिस्सा ले लेता था। वह उससे बदला लेना चाहता था। उसने बताया कि 2 दिसंबर को उसको लवप्रीत सिंह उर्फ बाबा निवासी गांव सतौडा अन्य लड़के के साथ मिला। उसने कहा कि राहुल तेरा दोस्त है। वह अभी कहां पर मिल सकता है। उन्होंने कहा कि राहुल से कुछ हिसाब किताब करना है।उसने बताया कि उसके ऊपर छेड़खानी का एक मुकदमा था। उसको शक है कि वह मुकदमा राहुल ने उस पर दर्ज करवाया था। इस कारण वह राहुल से बदला लेना चाहता था। लवप्रीत सिंह उर्फ बाबा ने इस पर बताया कि वह भी उससे बदला लेना चाहता है। इसके बाद उन सब ने मिल कर राहुल की हत्या की प्लानिंग तैयार की। योजना बनाई कि हुडा पार्क में राहुल मैटल का काम तमाम कर देंगे। इसके बाद जसविन्द्र सिंह उर्फ सेठी योजना के अनुसार राहुल के पास गया और कहा कि चलो हुडा ग्राउंड में बैठ कर शराब पीते हैं। तुम शराब लेकर आ, वह चिकन लेकर हुडा ग्राउंड में पहुंचता है। वहां एकान्त में बैठकर शराब पिएंगे। जसविन्द्र सिंह उर्फ सेठी ने इसके बाद लवप्रीत सिंह उर्फ बाबा को सूचना दी कि राहुल हुडा ग्राउंड में बैठा हुआ है। तुम आकर राहुल को मार दो। इसके बाद लवप्रीत सिंह उर्फ बाबा अपने अन्य साथियों के साथ एक कार में आया और राहुल की गोली मारकर हत्या कर दी। उसने बताया कि वे तीनों बदमाश किस्म के व्यक्ति हैं और पिहोवा में अपना अपना दबदबा बनाना चाहते थे। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। अन्य की तलाश जारी है।
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नेहा और सुनील की शादी रात बड़े ही धूम-धड़ाके के साथ हुई। सुनील रात को 10 बजे के करीब घोड़ा बग्गी पर सवार होकर बैंड बाजे के साथ रजवाड़ा पैलेस पहुंचे। यहां नेहा के परिजनों ने बारात का परंपरागत तरीके से स्वागत किया। इस दौरान सुनील के फ्रेंड और परिजन जमकर नाचे। इसके बाद यहां शादी की रस्में शुरू हुईं और तारों की छांव में दोनों ने फेरे लिए। इसके बाद सुनील हॉकी प्लेयर पत्नी को लेकर करनाल के लिए रवाना हो गया। शादी में ये लोग उपस्थित रहे
नेहा की शादी में भारतीय हॉकी एसोसिएशन के अध्यक्ष भोला नाथ, हॉकी के चीफ कोच हरेंद्र सिंह, कोच प्रीतम सिवाच, असिस्टेंट कोच देव के अलावा हॉकी टीम से मुमताज, नवनीत कौर, वैष्णवी विट्ठल फाल्के, उदिता, ज्योति आदि उपस्थित रहीं। सभी ने नेहा गोयल को जीवन के नए सफर के लिए शुभकामनाएं दी। नेहा-सुनील की शादी के PHOTOS… नेहा गोयल के बारे में सिलसिलेवार ढंग से पढ़ें… अच्छे जूते-कपड़ों के लिए थामी हॉकी स्टिक
नेहा गोयल के परिजन बताते हैं कि उनकी जिंदगी की शुरुआत संघर्षों से भरी रही। पिता उमेश के निधन के बाद उनकी मां सावित्री देवी ने फैक्ट्री में काम किया। बेटी का खर्च उठाने के लिए साइकिल के कारखाने में नौकरी की। उनके परिवार में नेहा समेत 3 बहने हैं। नेहा ने छठी क्लास में हॉकी स्टिक थामी। छोटी उम्र में हॉकी को लेकर उन्हें एक ही खुशी थी कि अब अच्छे जूते और कपड़े मिलेंगे। हालांकि, तब कोच प्रीतम सिवाच ने उनके अंदर हॉकी के टैलेंट को पहचान लिया। उन्होंने नेहा को अच्छे से ट्रेनिंग दी। इसके बाद वह इंटरनेशनल लेवल तक हॉकी खेलने में कामयाब रहीं। अंडर-17 नेशनल टूर्नामेंट में हुई नेहा की सुनील से मुलाकात
नेहा गोयल ने बताया कि पहले वह और सुनील एक-दूसरे को इतना ज्यादा नहीं जानते थे। मगर अंडर-17 के नेशनल टूर्नामेंट में खेलने के लिए गए तो एक-दूसरे के संपर्क में आए। इसके बाद फिर दूसरे टूर्नामेंट्स में मुलाकातें होती रहीं। नेहा ने बताया कि उन दिनों सुनील काफी दुबला-पतला था। उन्होंने सुनील का एक निक नेम भी रखा हुआ था। वह सुनील को प्यार से सुकड़ बोलती थीं। उन्होंने बताया कि सुनील के साथ पिछले 8 साल से संपर्क में हैं और दोनों की आपसी बातचीत होती रही है। जब इंजरी हुई तो टूट गई थीं नेहा
नेहा गोयल ने कहा कि साल 2015 में जब उनके पैर में इंजरी हुई थी तो वह टूट गई थीं। डॉक्टर ने कहा कि वह भविष्य में खेल नहीं सकतीं। इस दौरान सबसे ज्यादा मदद सुनील ने की थी। नेहा को डॉक्टर के पास ले जाकर फिजियोथैरेपी से लेकर इलाज की हर एक्टिविटी में मदद की। इसी नेचर के कारण भी नेहा का उनके प्रति लगाव बढ़ता चला गया। इंजरी के दौरान डॉक्टर ने सलाह दी थी कि बोन में ज्यादा सूजन हो गई है। डॉक्टर ने खेलने से परहेज करने के लिए कहा था। सुनील ने कोशिश नहीं छोड़ी
नेहा बताती हैं कि डॉक्टर के यह कहने पर वह टूट गईं, लेकिन सुनील ने कोशिश नहीं छोड़ी। सुनील उन्हें बार-बार दिल्ली के प्रतिष्ठित डॉक्टर के पास फिजियो के लिए ले जाते थे। उनकी खूब देखभाल की। इसके बाद वह इस काबिल बन गईं कि भारतीय हॉकी टीम में खेल रही हैं। कोच को लव स्टोरी बताई तो करियर पर फोकस कराया
नेहा ने बताया कि 2018 के एशियाई गेम के बाद कोच प्रीतम सिवाच को अपनी लव स्टोरी के बारे में बताया। उस दौरान उनके कोच प्रीतम ने मोटिवेट करते हुए ओलिंपिक और अन्य खेलों पर फोकस करने के लिए कहा। नेहा गोयल ने अचीवमेंट के साथ-साथ अपनी लव स्टोरी को जिंदा रखा। ओलिंपिक के बाद परिवार से बात की
ओलिंपिक के बाद नेहा ने सुनील के साथ शादी को लेकर परिजनों से बातचीत की। दोनों के परिजनों की सहमति के बाद शादी की बात पक्की हो गई। नेहा ने कहा कि सुनील का नेचर काफी अच्छा है। वह काफी हेल्पफुल भी है। सुनील कोलकाता में कैग में ऑडिट की पोस्ट पर जॉब करते हैं। नेहा भी रेलवे में काम करती हैं। संयुक्त परिवार में शादी करने का था सपना
नेहा गोयल ने बताया कि बचपन में फिल्मों में अक्सर बड़े-बड़े परिवार देखती थीं। इसलिए, उनकी इच्छा भी थी कि उनकी शादी ऐसे परिवार में होनी चाहिए, जहां सभी लोग घुल मिलकर एक साथ रहें। नेहा गोयल ने कहा कि बचपन में जिस प्रकार के संयुक्त परिवार फिल्मों में देखती थी, आज मुझे वही परिवार मिल गया है।