महेंद्रगढ़ के नारनौल में कार बेकाबू होकर नहर में गिर गई। जिससे ड्राइवर की मौत हो गई है। स्थानीय लोगों ने ड्राइवर को कार से बाहर निकाला। मृतक के 3 बच्चे हैं और वह किसी काम से गांव जा रहा था। हादसा रविवार रात करीब 9 बचे हुआ है। मृतक की पहचान कृष्ण कुमार (41) निवासी डेरौली अहीर गांव के नाम से हुई है। कृष्ण कुमार के दो लड़की और एक लड़का है। परिजनों के मुताबिक, कृष्ण कुमार आपने गांव डेरौली अहीर से सिहमा नहर के साथ लगते कच्चे रास्ते से खामपुरा की तरफ जा रहा था। इसी दौरान अचानक चलती कार बेकाबू होकर नहर में जा गिरी। युवकों ने नहर में कूदकर निकाला बाहर हादसे के बाद समीप में बने होटल पर बैठे युवकों ने नहर में कूद कर कार में सवार व्यक्ति को बाहर निकाला और नारनौल सिविल अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने जांच करने के बाद कृष्ण कुमार को मृत घोषित कर दिया। मौके पर पहुंची फैजाबाद चौकी पुलिस ने ट्रैक्टर की सहायता से कार को नहर से बाहर निकाला। महेंद्रगढ़ के नारनौल में कार बेकाबू होकर नहर में गिर गई। जिससे ड्राइवर की मौत हो गई है। स्थानीय लोगों ने ड्राइवर को कार से बाहर निकाला। मृतक के 3 बच्चे हैं और वह किसी काम से गांव जा रहा था। हादसा रविवार रात करीब 9 बचे हुआ है। मृतक की पहचान कृष्ण कुमार (41) निवासी डेरौली अहीर गांव के नाम से हुई है। कृष्ण कुमार के दो लड़की और एक लड़का है। परिजनों के मुताबिक, कृष्ण कुमार आपने गांव डेरौली अहीर से सिहमा नहर के साथ लगते कच्चे रास्ते से खामपुरा की तरफ जा रहा था। इसी दौरान अचानक चलती कार बेकाबू होकर नहर में जा गिरी। युवकों ने नहर में कूदकर निकाला बाहर हादसे के बाद समीप में बने होटल पर बैठे युवकों ने नहर में कूद कर कार में सवार व्यक्ति को बाहर निकाला और नारनौल सिविल अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने जांच करने के बाद कृष्ण कुमार को मृत घोषित कर दिया। मौके पर पहुंची फैजाबाद चौकी पुलिस ने ट्रैक्टर की सहायता से कार को नहर से बाहर निकाला। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में BJP प्रत्याशी के पोस्टर पर बवाल:हिसार में बागी हुए नेताओं का पार्टी प्रमुखों के साथ फोटो लगाया, पूर्व मेयर बोले- जवाब दूंगा
हरियाणा में BJP प्रत्याशी के पोस्टर पर बवाल:हिसार में बागी हुए नेताओं का पार्टी प्रमुखों के साथ फोटो लगाया, पूर्व मेयर बोले- जवाब दूंगा हरियाणा में BJP प्रत्याशी के नामांकन पोस्टर पर बवाल मच गया है। दरअसल, हिसार से BJP प्रत्याशी और हरियाणा सरकार में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कमल गुप्ता ने नामांकन भरने की तारीख का ऐलान किया है। डॉ. गुप्ता 10 सितंबर को सुबह 10 बजे अपना नामांकन दाखिल करेंगे। मंत्री ने बकायदा इसका एक पोस्टर तैयार करवाया है। इस पोस्टर में हिसार से भाजपा का टिकट ना मिलने के कारण बागी हो चुके नेताओं की फोटो मुख्यमंत्री नायब सैनी और पूर्व सीएम मनोहर लाल के साथ लगाई है। इस पोस्टर पूर्व मेयर गौतम सरदाना ने आपत्ति जताते हुए कहा कि मंत्री डॉ. कमल गुप्ता अहंकार में हैं और उनका यह अहंकार जल्द दूर हो जाएगा। उन्होंने कहा कि, 10 सितंबर को मैंने अपने समर्थकों की बैठक बुलाई है इस बैठक में आगे की रणनीति बनाई जाएगी। वहीं जिंदल हाउस की तरफ से अभी तक इस पोस्टर को लेकर आपत्ति दर्ज नहीं करवाई गई है। हालांकि सोशल मीडिया पर जिंदल समर्थकों ने डॉ. कमल गुप्ता के पोस्टर पर जमकर खिंचाई की है। सावित्री जिंदल कर चुकी हैं निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा
हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने बुधवार देर शाम को 67 कैंडिडेट की लिस्ट जारी की थी। लिस्ट आते ही पार्टी में बगावत शुरू हो गई। कई पदाधिकारियों ने सोशल मीडिया पर ही इस्तीफा दे दिया।
वहीं, गुरुवार सुबह देश की सबसे अमीर महिला सावित्री जिंदल ने भी बगावत कर दी है। भाजपा से टिकट न मिलने के बाद उन्होंने हिसार से निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। सावित्री जिंदल ने समर्थकों से कहा- मैं भाजपा की प्राथमिक सदस्य नहीं हूं। मैं चुनाव न लड़ने के बारे में बोलने के लिए दिल्ली से वापस आई थी, लेकिन आपका प्यार और विश्वास देखकर मैं चुनाव लड़ूंगी। सावित्री मशहूर उद्योगपति और कुरूक्षेत्र से भाजपा सांसद नवीन जिंदल की मां हैं। हिसार सीट पर उनका मुकाबला भाजपा के मंत्री डॉ. कमल गुप्ता से होगा। पूर्व मेयर ने कहा था- जनभावनाओं के अनुरूप टिकट नहीं दिया
गौतम सरदाना ने कहा कि भाजपा ने जन भावनाओं के अनुरूप टिकट दी है। ऐसे व्यक्ति को हिसार से टिकट दिया गया है जिसने जनता का कोई काम नहीं किया। कोई फरियाद लेकर जाता उसकी सुनी नहीं ऐसे व्यक्ति को कौन वोट देगा। यह पार्टी का बहुत की गलत फैसला है। मैं इसका विरोध करता हूं। गौतम ने कहा कि मैंने समर्थकों की बैठक बुला ली है। समर्थकों से राय लेने के बाद किसी फैसले पर आएंगे मगर डॉ. कमल गुप्ता का साथ नही देंगे।
हरियाणा के 4 जिलों में अधिग्रहित जमीन मालिकों को नोटिस:एक सप्ताह के अंदर जमा कराएं दस्तावेज, देरी हुई तो नहीं मिलेगा ब्याज
हरियाणा के 4 जिलों में अधिग्रहित जमीन मालिकों को नोटिस:एक सप्ताह के अंदर जमा कराएं दस्तावेज, देरी हुई तो नहीं मिलेगा ब्याज रोहतक जोन के अंतर्गत आने वाले 4 जिलों के भू-स्वामियों को मूल अवार्ड राशि तथा वृद्धि राशि दी जाएगी। जिनकी भूमि शहरी संपदा विभाग द्वारा अधिग्रहित की गई है। जिसके लिए उन भू-स्वामियों को एक सप्ताह के अंदर-अंदर अपने जरूरी दस्तावेज जमा करवाने होंगे। जिसके बाद उन्हें राशि दे दी जाएगी। साथ ही देरी होने पर ब्याज राशि भी नहीं दी जाएगी। रोहतक डीसी धीरेंद्र खड़गटा ने बताया कि रोहतक जोन के अंतर्गत आने वाले जिलों रोहतक, पानीपत, सोनीपत, झज्जर के भू-स्वामियों की शहरी संपदा विभाग द्वारा अधिग्रहित भूमि की मूल अवार्ड राशि तथा माननीय न्यायालयों द्वारा वृद्धि राशि का भुगतान स्थानीय सेक्टर-2, 3 स्थित शहरी संपदा विभाग के भू-अर्जन अधिकारी कार्यालय द्वारा किया जा रहा है। एक सप्ताह के अंदर जमा करवाएं दस्तावेज उन्होंने कहा कि सभी संबंधित जमीन मालिकों को अपनी अधिग्रहित भूमि से संबंधित दस्तावेज जमा करने होंगे। इनमें बैंक खाते की प्रति, आईएफएससी कोड नंबर, पैन नंबर और आधार नंबर आदि शामिल होंगे। सभी दस्तावेज एक सप्ताह के अंदर उक्त अधिकारी के कार्यालय में जमा किए जाएं। ताकि पुरस्कार राशि का वितरण और वृद्धि राशि का भुगतान शीघ्र किया जा सके। इसके बाद वृद्धि राशि पर उक्त कार्यालय द्वारा कोई ब्याज नहीं दिया जाएगा।
चित्रा सरवारा ने अनिल विज को घेरा:बोलीं– अपनी सरकार को फेल का सर्टिफिकेट दिया, करोड़ों का बजट खाने वालों के खिलाफ अनशन करें
चित्रा सरवारा ने अनिल विज को घेरा:बोलीं– अपनी सरकार को फेल का सर्टिफिकेट दिया, करोड़ों का बजट खाने वालों के खिलाफ अनशन करें हरियाणा के बिजली एवं परिवहन मंत्री अनिल विज के आदेश न माने जाने के बयान को लेकर विरोधियों ने उन्हें ही घेरना शुरू कर दिया है। अंबाला से विज के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ने वाली पूर्व मंत्री निर्मल सिंह की बेटी चित्रा सरवारा ने विज पर सवाल खड़े किए हैं। चित्रा ने कहा है कि पहले तो विज कहते थे कि मेरा काम थ्री नॉट थ्री की तरह होता है। यह कैसी सरकार है, जहां एक मंत्री के काम नहीं हो रहे? वह अपनी सरकार को फेल का सर्टिफिकेट दे रहे हैं। विज को आमरण अनशन इस बात पर करना चाहिए कि अंबाला का करोड़ों का बजट किसने खाया। बता दें कि विज ने गुरुवार (30 जनवरी) को अंबाला में कहा था कि उनके आदेश नहीं माने जाते, इसलिए वह ग्रीवेंस कमेटी की मीटिंग में नहीं जाएंगे। 2024 के विधानसभा चुनाव में अनिल विज के बाद दूसरे नंबर पर चित्रा सरवारा ही रहीं थी। उन्हें 52581 वोट मिले थे। अनिल विज को लेकर चित्रा सरवारा की अहम बातें… 1. विज ने नाकामियों पर स्टैंप लगाया
चित्रा सरवारा ने कहा- अनिल विज ने अपनी एक स्टेटमेंट से एक तरफ अपनी नाकामियों पर स्टैंप लगाया है। वहीं, दूसरी तरफ अपनी सरकार को फेल का भी सर्टिफिकेट दे रहे हैं। 2. विज अकाउंटेबिलिटी की बात करें
मैं अनिल विज से यही कहूंगी कि आपको काम करने की ताकत देने के लिए अंबाला की जनता ने 7 बार विधायक की कुर्सी पर बैठाया। आपकी पार्टी ने मंत्री पद दिया। आज आप आमरण अनशन की धमकी देकर सड़क पर उतरने की बात न करें। आप अकाउंटेबिलिटी की बात करें। 3. कौन से काम की दुहाई दे रहे
अंबाला में जब करोड़ों के बजट आए तो तब आपने छाती ठोककर कहा कि थ्री नॉट थ्री की तरह मेरा काम होता है। हम भी आवाज उठाते रहे कि जो करोड़ों आए हैं, ये गए कहां हैं? ऐसा क्यों है कि अंबाला का हर प्रोजेक्ट 3 गुना समय सीमा और बजट को लांघकर आगे जा चुका है? आपने कभी उसकी तरफ ध्यान नहीं दिया। आज आप कौन से काम की दुहाई दे रहे हैं। 4. ग्रीवेंस कमेटी मीटिंग में अपमान करते हैं
जनता के अंदर आवाज ये है कि असली काम ये नहीं हुआ कि आपके कहने से अफसर सस्पेंड नहीं हुआ। जो सस्पेंशन आप जनता दरबार में करते थे, जो सस्पेंशन और अपमान आप ग्रीवेंस कमेटी की मीटिंग में करते थे, तो आप कौन से काम की बात करते हैं? किससे शिकायत कर रहे हैं, असली मुद्दा क्या है, आप उस पर ध्यान दें। अंबाला में करोड़ों का बजट आया। ये किसने खाया? एक आमरण अनशन आप इसके ऊपर करिए, तब तो कोई बात बनती है। जनता के दिए हुए अधिकार के ऊपर नया पैसा लाने और सस्पेंशन की लड़ाई मत लड़िए। अनिल विज अपनी ही सरकार से नाराज
बिजली एवं परिवहन मंत्री अनिल विज अपनी ही पार्टी की सरकार से नाराज हो गए हैं। विज ने कहा कि अब ग्रीवेंस कमेटी की मीटिंग में शामिल नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि इस मीटिंग में उनके दिए आदेश लागू नहीं किए जाते। विज ने यहां तक चेतावनी दी कि अगर जरूरत पड़ी तो वे किसान नेता जगजीत डल्लेवाल की तरह अनशन करने को भी तैयार हैं। विज को सिरसा और कैथल में ग्रीवेंस कमेटी की मीटिंग में शामिल होना था। उससे पहले उनका यह बयान आया । अंबाला SHO से जोड़ी जा रही नाराजगी
कुछ दिन पहले अनिल विज ने अंबाला कैंट सदर थाने के SHO को सस्पेंड करने के आदेश दिए थे। उन्होंने DGP शत्रुजीत कपूर को भी फोन कर कहा था कि मुझे सस्पेंशन ऑर्डर चाहिए। इसके बावजूद SHO अभी भी तैनात हैं। विज के करीबी सूत्रों के मुताबिक यह फाइल गृह मंत्रालय से रिजेक्ट हो गई। गृह मंत्रालय CM नायब सैनी के अधीन है। वहीं, विज के गृह जिले में ही उनके आदेश लागू न होने से वह आहत नजर आ रहे हैं। वहीं, राजनीतिक तौर पर भी उनकी किरकिरी हो रही है। मंत्री अनिल विज से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… अनिल विज के तेवर देख सरकार ने अंबाला DC हटाया, मंत्री बोले- CM बनने के बाद उड़न खटोले पर हैं सैनी, तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए थी हरियाणा के ऊर्जा एवं परिवहन मंत्री अनिल विज की नाराजगी के बाद अंबाला के DC का ट्रांसफर कर दिया गया है। पार्थ गुप्ता को हटाकर उनकी जगह अजय सिंह तोमर को जिम्मेदारी सौंपी है। पार्थ गुप्ता को यमुनानगर का DC लगाया गया है। (पढ़ें पूरी खबर)