नूंह में फर्जी डेथ सर्टिफिकेट बनाकर 2.15 लाख हड़पे:सीएससी संचालक समेत 2 गिरफ्तार; लैबर डिपार्टमेंट की मृत्यु सहायता योजना में किया गबन

नूंह में फर्जी डेथ सर्टिफिकेट बनाकर 2.15 लाख हड़पे:सीएससी संचालक समेत 2 गिरफ्तार; लैबर डिपार्टमेंट की मृत्यु सहायता योजना में किया गबन

नूंह में पुलिस ने सी.एस.सी संचालक समेत 2 लोगों को गिरफ्तार किया है। जिसने फर्जी डेथ सर्टिफिकेट बनाकर मृत्यु सहायता योजना से 2.15 लाख रुपए हड़प लिए। जांच में सामने आया कि आरोपियों ने लैबर डिपार्टमेंट कर्मचारियों की मिलीभगत से इस वारदात को अंजाम दिया है। सहायक पुलिस अधीक्षक सोनाक्षी सिंह ने बताया कि हनीफ निवासी वार्ड-3 डल्लावास पुन्हाना ने शिकायत दी, जिसमें सब-रजिस्ट्रार के फर्जी हस्ताक्षर से जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र बनाकर हरियाणा सरकार के खजाने से 2 लाख 15 हजार रुपए अरबाज खान निवासी वार्ड-11 नकनपुर थाना पुन्हाना और सी.एस.सी. संचालक जाबिर निवासी फिरोजपुर नमक ने निकाल लिए। पूछताछ पर आरोपियों ने बताया कि लैबर कॉपी वालों को सरकार द्वारा अप्राकृतिक निधन होने पर 2 लाख 15 हजार रुपए की सहायता दी जाती हैं। जो आरोपियों ने मिलकर योजना बनाई कि लोगों को फर्जी तरीके से मृत दिखाकर लैबर विभाग की मिलीभगत से पैसा कमा सकते हैं । फर्जी दस्तावेजों से खेला ऑनलाइन खाता सहायक पुलिस अधीक्षक ने कहा कि योजना के मुताबिक आरोपियों ने मजदूरों के लैबर कॉपी कागज, पैन कार्ड, आधार कार्ड आदि दस्तावेज लेकर उनके फर्जी मोबाइल नम्बर द्वारा ऑनलाइन खाता खुलवाकर तकनीकी सहायता से फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र तैयार कर मुआवजा राशी के लिए ऑनलाइन अप्लाय करके यूजर आईडी और पासवर्ड के माध्यम से लैबर विभाग से मिलीभगत कर पैसे हड़प लिए। नूंह में पुलिस ने सी.एस.सी संचालक समेत 2 लोगों को गिरफ्तार किया है। जिसने फर्जी डेथ सर्टिफिकेट बनाकर मृत्यु सहायता योजना से 2.15 लाख रुपए हड़प लिए। जांच में सामने आया कि आरोपियों ने लैबर डिपार्टमेंट कर्मचारियों की मिलीभगत से इस वारदात को अंजाम दिया है। सहायक पुलिस अधीक्षक सोनाक्षी सिंह ने बताया कि हनीफ निवासी वार्ड-3 डल्लावास पुन्हाना ने शिकायत दी, जिसमें सब-रजिस्ट्रार के फर्जी हस्ताक्षर से जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र बनाकर हरियाणा सरकार के खजाने से 2 लाख 15 हजार रुपए अरबाज खान निवासी वार्ड-11 नकनपुर थाना पुन्हाना और सी.एस.सी. संचालक जाबिर निवासी फिरोजपुर नमक ने निकाल लिए। पूछताछ पर आरोपियों ने बताया कि लैबर कॉपी वालों को सरकार द्वारा अप्राकृतिक निधन होने पर 2 लाख 15 हजार रुपए की सहायता दी जाती हैं। जो आरोपियों ने मिलकर योजना बनाई कि लोगों को फर्जी तरीके से मृत दिखाकर लैबर विभाग की मिलीभगत से पैसा कमा सकते हैं । फर्जी दस्तावेजों से खेला ऑनलाइन खाता सहायक पुलिस अधीक्षक ने कहा कि योजना के मुताबिक आरोपियों ने मजदूरों के लैबर कॉपी कागज, पैन कार्ड, आधार कार्ड आदि दस्तावेज लेकर उनके फर्जी मोबाइल नम्बर द्वारा ऑनलाइन खाता खुलवाकर तकनीकी सहायता से फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र तैयार कर मुआवजा राशी के लिए ऑनलाइन अप्लाय करके यूजर आईडी और पासवर्ड के माध्यम से लैबर विभाग से मिलीभगत कर पैसे हड़प लिए।   हरियाणा | दैनिक भास्कर