पंजाब कांग्रेस के प्रदर्शन में पुलिस कमिश्नर बदलने का दावा:सरकार से ऐसा कोई ऑर्डर नहीं; वड़िंग बोले- अमृतसर मेयर चुनाव के बाद बदलाव

पंजाब कांग्रेस के प्रदर्शन में पुलिस कमिश्नर बदलने का दावा:सरकार से ऐसा कोई ऑर्डर नहीं; वड़िंग बोले- अमृतसर मेयर चुनाव के बाद बदलाव

कांग्रेस ने अमृतसर में सोमवार को हुए नगर निगम मेयर के चुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए धरना लगा दिया। सर्कुलर रोड पर लगाए गए इस धरने की अगुआई खुद पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी (PPCC) के प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने की। इसी प्रदर्शन में वड़िंग ने दावा किया कि मेयर चुनाव निपटते ही अमृतसर के पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर को ट्रांसफर करके लुधियाना भेज दिया गया है और लुधियाना के पुलिस कमिश्नर कुलदीप चहल को अमृतसर लगाया है। कांग्रेस सांसद वड़िंग के इस दावे के आधार पर दोनों अफसरों के ट्रांसफर की बात तेजी से चारों तरफ फैल गई। हालांकि जब पंजाब सरकार और पुलिस महकमे के लेवल पर इसे चेक किया गया तो साफ हो गया कि कहीं से ऐसा कोई ऑर्डर जारी नहीं हुआ। दोनों अफसर अपनी मौजूदा पोस्टिंग पर ही हैं। अमृतसर पुलिस कमिश्नरेट ने भी ऐसे किसी आदेश से दो टूक इनकार किया। बार एसोसिएशन प्रधान बोले- चहल को लगाया
अमृतसर में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं की अगुआई करते हुए अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग प्रदेश में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार के साथ-साथ पंजाब पुलिस पर भी जमकर बरसे। वड़िंग ने वर्करों से कहा- मेरी विनती है कि आप डिवीजनल कमिश्नर को पार्टी बनाओ और पुलिस कमिश्नर को पार्टी बनाओ। इस दौरान अमृतसर बार एसोसिएशन के प्रधान प्रदीप सैनी वहीं एक तरफ खड़े थे। वड़िंग की बात सुनने के बाद एडवोकेट प्रदीप सैनी बोले- ‘बदल गया जी, उन्हें प्राइज दे दिया है। लुधियाना चले गए हैं। इस पर राजा वड़िंग ने पूछा- कौन? तो सैनी ने दोहराया- कमिश्नर का ट्रांसफर हो गया है। इसके बाद वड़िंग ने पूछा कि यहां (अमृतसर) कौन आ गया है? इस पर एडवोकेट सैनी बोले- कुलदीप सिंह चहल। इतना सुनते ही वहां मौजूद कुछ वर्कर ‘कांग्रेस जिंदाबाद’ के नारे लगाने लगे। राजा वड़िग ने उन्हें शांत कराते हुए कहा- ‘कमिश्नर साहब ने यहां का मेयर बनाया है और अब उन्हें लुधियाना भेजा गया है।‘ हालांकि पंजाब सरकार और पुलिस महकमे की ओर से किसी भी अफसर के ट्रांसफर का ऐसा कोई ऑर्डर जारी नहीं किया गया। आज पंजाब की पुलिस ने माहौल खराब किया है
कांग्रेस प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने कहा कि यह पुलिस वाले अपने भाई है। यह स्कूटर वाले को तो डंडा मारेंगे। इनकी हिम्मत नहीं है कि यह डेमोक्रेसी को बचा सकें। जो आज नंगा नाच पंजाब की पुलिस ने किया, सभी के देखने योग्य है। किसी ने कानून हाथ में नहीं लिया। पुलिस वालों ने कानून अपने हाथ में लिया। वड़िंग ने कहा कि ये हैंड ग्रेनेड फेंकने वालों को नहीं पकड़ सकते। ये पंजाब में चिट्‌टा बेचने वालों को नहीं पकड़ सकते। इन पुलिस वालों ने माहौल खराब किया है। बाबा सुख रखे अगर कभी ताकत आए तो सबसे पहले 25 SP व 50 SHO डिसमिस करने चाहिए, ताकि किसी की भी सरकार आए, लेकिन कोई वर्दीधारी धक्का न कर सके। कांग्रेस नेता ने कहा कि महिला पुलिसकर्मियों ने महिलाओं की इज्जत खराब की है। पकड़-पकड़कर धक्के मारे। क्या लोकतंत्र है? क्या डेमोक्रेसी है? आज अपने पास कोई बात नहीं है कि इनसे कोई हिसाब किताब कर सकें। मेरी विनती है कि आज अमृतसर के लोगों को बताना है, जो कुछ आज हुआ है। 43 काउंसलर हमारे जीते हैं। उन्होंने अंदर कहा कि सत्ताधारी के साथ नहीं हैं। कमिश्नर व डिप्टी बाहर लेकर गए। पूर्व मेयर को अपनी गाड़ियों में लेकर गए। यहां पर डीसीपी साहिब हमें अपने कांस्टेबल से धक्के मरवा रहे थे। यह काम किसने किया, सरकारें करवाती है। अन्यथा MLA का रुतबा चीफ सेक्रेटरी से ऊपर है। यह हमारे लोगों को काम है। जिन्होंने इन्हें ताकत देकर हमारे खिलाफ मजबूत किया है। प्रदर्शन में बड़े नेता भी शामिल
इस धरने में पंजाब विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा, अमृतसर के कांग्रेसी सांसद गुरजीत सिंह औजला, पंजाब के पूर्व डिप्टी सीएम ओपी सोनी, विधायक तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा, अश्वनी पप्पू के साथ दर्जनों कार्यकर्ता शामिल हुए। कांग्रेस ने अमृतसर में सोमवार को हुए नगर निगम मेयर के चुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए धरना लगा दिया। सर्कुलर रोड पर लगाए गए इस धरने की अगुआई खुद पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी (PPCC) के प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने की। इसी प्रदर्शन में वड़िंग ने दावा किया कि मेयर चुनाव निपटते ही अमृतसर के पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर को ट्रांसफर करके लुधियाना भेज दिया गया है और लुधियाना के पुलिस कमिश्नर कुलदीप चहल को अमृतसर लगाया है। कांग्रेस सांसद वड़िंग के इस दावे के आधार पर दोनों अफसरों के ट्रांसफर की बात तेजी से चारों तरफ फैल गई। हालांकि जब पंजाब सरकार और पुलिस महकमे के लेवल पर इसे चेक किया गया तो साफ हो गया कि कहीं से ऐसा कोई ऑर्डर जारी नहीं हुआ। दोनों अफसर अपनी मौजूदा पोस्टिंग पर ही हैं। अमृतसर पुलिस कमिश्नरेट ने भी ऐसे किसी आदेश से दो टूक इनकार किया। बार एसोसिएशन प्रधान बोले- चहल को लगाया
अमृतसर में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं की अगुआई करते हुए अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग प्रदेश में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार के साथ-साथ पंजाब पुलिस पर भी जमकर बरसे। वड़िंग ने वर्करों से कहा- मेरी विनती है कि आप डिवीजनल कमिश्नर को पार्टी बनाओ और पुलिस कमिश्नर को पार्टी बनाओ। इस दौरान अमृतसर बार एसोसिएशन के प्रधान प्रदीप सैनी वहीं एक तरफ खड़े थे। वड़िंग की बात सुनने के बाद एडवोकेट प्रदीप सैनी बोले- ‘बदल गया जी, उन्हें प्राइज दे दिया है। लुधियाना चले गए हैं। इस पर राजा वड़िंग ने पूछा- कौन? तो सैनी ने दोहराया- कमिश्नर का ट्रांसफर हो गया है। इसके बाद वड़िंग ने पूछा कि यहां (अमृतसर) कौन आ गया है? इस पर एडवोकेट सैनी बोले- कुलदीप सिंह चहल। इतना सुनते ही वहां मौजूद कुछ वर्कर ‘कांग्रेस जिंदाबाद’ के नारे लगाने लगे। राजा वड़िग ने उन्हें शांत कराते हुए कहा- ‘कमिश्नर साहब ने यहां का मेयर बनाया है और अब उन्हें लुधियाना भेजा गया है।‘ हालांकि पंजाब सरकार और पुलिस महकमे की ओर से किसी भी अफसर के ट्रांसफर का ऐसा कोई ऑर्डर जारी नहीं किया गया। आज पंजाब की पुलिस ने माहौल खराब किया है
कांग्रेस प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने कहा कि यह पुलिस वाले अपने भाई है। यह स्कूटर वाले को तो डंडा मारेंगे। इनकी हिम्मत नहीं है कि यह डेमोक्रेसी को बचा सकें। जो आज नंगा नाच पंजाब की पुलिस ने किया, सभी के देखने योग्य है। किसी ने कानून हाथ में नहीं लिया। पुलिस वालों ने कानून अपने हाथ में लिया। वड़िंग ने कहा कि ये हैंड ग्रेनेड फेंकने वालों को नहीं पकड़ सकते। ये पंजाब में चिट्‌टा बेचने वालों को नहीं पकड़ सकते। इन पुलिस वालों ने माहौल खराब किया है। बाबा सुख रखे अगर कभी ताकत आए तो सबसे पहले 25 SP व 50 SHO डिसमिस करने चाहिए, ताकि किसी की भी सरकार आए, लेकिन कोई वर्दीधारी धक्का न कर सके। कांग्रेस नेता ने कहा कि महिला पुलिसकर्मियों ने महिलाओं की इज्जत खराब की है। पकड़-पकड़कर धक्के मारे। क्या लोकतंत्र है? क्या डेमोक्रेसी है? आज अपने पास कोई बात नहीं है कि इनसे कोई हिसाब किताब कर सकें। मेरी विनती है कि आज अमृतसर के लोगों को बताना है, जो कुछ आज हुआ है। 43 काउंसलर हमारे जीते हैं। उन्होंने अंदर कहा कि सत्ताधारी के साथ नहीं हैं। कमिश्नर व डिप्टी बाहर लेकर गए। पूर्व मेयर को अपनी गाड़ियों में लेकर गए। यहां पर डीसीपी साहिब हमें अपने कांस्टेबल से धक्के मरवा रहे थे। यह काम किसने किया, सरकारें करवाती है। अन्यथा MLA का रुतबा चीफ सेक्रेटरी से ऊपर है। यह हमारे लोगों को काम है। जिन्होंने इन्हें ताकत देकर हमारे खिलाफ मजबूत किया है। प्रदर्शन में बड़े नेता भी शामिल
इस धरने में पंजाब विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा, अमृतसर के कांग्रेसी सांसद गुरजीत सिंह औजला, पंजाब के पूर्व डिप्टी सीएम ओपी सोनी, विधायक तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा, अश्वनी पप्पू के साथ दर्जनों कार्यकर्ता शामिल हुए।   पंजाब | दैनिक भास्कर