पंजाब और चंडीगढ़ में सुबह शाम की ठंड बढ़ गई है। वहीं, दिन के अधिकतम तापमान में कमी आई है। 24 घंटे में 0.1 डिग्री औसत अधिकतम तापमान गिरा है। बठिंडा में सबसे अधिक तापमान 36.6 डिग्री दर्ज किया गया है। आज राज्य के तीन जिलों पठानकोट, गुरदासपुर और अमृतसर में कुछ स्थानों पर बारिश की संभावना है। दूसरी तरफ पराली जलाने के मामले थम नहीं रहे हैं। इस वजह से एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) लगातार गिर रहा है। पंजाब की अपेक्षा चंडीगढ़ में AQI की स्थिति ज्यादा खराब है। मंगलवार सुबह पांच बजे चंडीगढ़ का AQI 228 दर्ज किया गया है। शहर अब ऑरेंज जोन में आ गया है। दिवाली पर स्थिति और खराब होने की संभावना हैं। वहीं, सेहत विभाग ने लोगों को अलर्ट रहने की सलाह दी है। पंजाब में 142 जगह जलाई गई पराली पंजाब में एक्यूआई का स्तर खराब होने के कारण इलाके में जल रही पराली को माना जाता है। इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा सख्ती भी की गई है। लेकिन इसके बाद भी पराली जलाने के केस सामने आ रहे हैं। सोमवार शाम तक 142 केस पराली जलाने के आए हैं। वहीं, इनकी कुल संख्या 2137 पर पहुंच गई है। इस दौरान संगरूर में 19, फिरोजपुर में 14, कपूरथला में 13, पटियाला में 16, तरनतारन में 14, मानसा और गुरदासपुर में सात-सात व अन्य जिलों में छह से कम केस दर्ज दर्ज किए गए। इस वजह से पंजाब का A0I जोन में आ गया है। अमृतसर का AQI 175, बठिंडा का AQI 123, जालंधर का AQI 137, खन्ना का AQI 156, लुधियाना का AQI 138, मंडी गोबिंदगढ़ का AQI 179, पटियाला का AQI 158 और रूपनगर का AQI 145 दर्ज किया गया है। चंडीगढ़ के तीन सेंटरों पर AQI का आकलन होता है। इस दौरान सेक्टर-22 का AQI स्तर 211, सेक्टर – 25 का AQI 193, सेक्टर-53 का AQI 228 दर्ज किया गया है। सुबह शाम की सैर से करें गुरेज, मास्क पहने जिन जिलों में AQI का स्तर बिगड़ रहा है। वहां के लिए सेहत विभाग की तरफ से एडवाइजरी भी जारी की गई है। एडवाइजरी कहा गया है कि कुछ दिनों में AQI खराब होने की वजह से बच्चों और बुजुर्गों में खास तौर से जो पहले दमा व सांस के रोगी है, उनमें इन लक्षणों की गंभीरता देखने को मिल रही है। अस्पतालों में इन मरीजों की आवक बढ़ी है। ऐसे में लोगों को सुबह शाम की सैर करने से गुरेज करना चाहिए। घर से बाहर निकलते समय मुंह पर मास्क लगाएं। पंजाब के बड़े शहरों में दर्ज तापमान चंडीगढ़ – सोमवार अधिकतम तापमान 32.1 डिग्री दर्ज किया गया। आज मौसम साफ रहेगा। तापमान 19.0 से 31.0 डिग्री के बीच रहेगा। अमृतसर – सोमवार को अधिकतम तापमान 31.5 डिग्री दर्ज किया गया। आज मौसम साफ रहेगा। तापमान 19.0 से 32.0 डिग्री के बीच रहेगा। जालंधर – सोमवार शाम तापमान 32.4 डिग्री दर्ज किया गया। आज मौसम साफ रहेगा। तापमान 17 से 33 डिग्री के बीच रहेगा। पटियाला – सोमवार को अधिकतम तापमान 32.5 डिग्री दर्ज किया गया। आज मौसम साफ रहेगा। तापमान 21 डिग्री से 32 डिग्री के बीच दर्ज किया जाएगा। मोहाली – अधिकतम तापमान बीते दिन 32.0 डिग्री दर्ज किया गया। बादल छाएंगे । आज तापमान 19 डिग्री से 34 डिग्री के बीच रह सकता है। लुधियाना – शनिवार को अधिकतम तापमान 32.2 डिग्री दर्ज किया गया। आज बादल छाएंगे। तापमान 20 डिग्री से 32 डिग्री के बीच दर्ज किया। पंजाब और चंडीगढ़ में सुबह शाम की ठंड बढ़ गई है। वहीं, दिन के अधिकतम तापमान में कमी आई है। 24 घंटे में 0.1 डिग्री औसत अधिकतम तापमान गिरा है। बठिंडा में सबसे अधिक तापमान 36.6 डिग्री दर्ज किया गया है। आज राज्य के तीन जिलों पठानकोट, गुरदासपुर और अमृतसर में कुछ स्थानों पर बारिश की संभावना है। दूसरी तरफ पराली जलाने के मामले थम नहीं रहे हैं। इस वजह से एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) लगातार गिर रहा है। पंजाब की अपेक्षा चंडीगढ़ में AQI की स्थिति ज्यादा खराब है। मंगलवार सुबह पांच बजे चंडीगढ़ का AQI 228 दर्ज किया गया है। शहर अब ऑरेंज जोन में आ गया है। दिवाली पर स्थिति और खराब होने की संभावना हैं। वहीं, सेहत विभाग ने लोगों को अलर्ट रहने की सलाह दी है। पंजाब में 142 जगह जलाई गई पराली पंजाब में एक्यूआई का स्तर खराब होने के कारण इलाके में जल रही पराली को माना जाता है। इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा सख्ती भी की गई है। लेकिन इसके बाद भी पराली जलाने के केस सामने आ रहे हैं। सोमवार शाम तक 142 केस पराली जलाने के आए हैं। वहीं, इनकी कुल संख्या 2137 पर पहुंच गई है। इस दौरान संगरूर में 19, फिरोजपुर में 14, कपूरथला में 13, पटियाला में 16, तरनतारन में 14, मानसा और गुरदासपुर में सात-सात व अन्य जिलों में छह से कम केस दर्ज दर्ज किए गए। इस वजह से पंजाब का A0I जोन में आ गया है। अमृतसर का AQI 175, बठिंडा का AQI 123, जालंधर का AQI 137, खन्ना का AQI 156, लुधियाना का AQI 138, मंडी गोबिंदगढ़ का AQI 179, पटियाला का AQI 158 और रूपनगर का AQI 145 दर्ज किया गया है। चंडीगढ़ के तीन सेंटरों पर AQI का आकलन होता है। इस दौरान सेक्टर-22 का AQI स्तर 211, सेक्टर – 25 का AQI 193, सेक्टर-53 का AQI 228 दर्ज किया गया है। सुबह शाम की सैर से करें गुरेज, मास्क पहने जिन जिलों में AQI का स्तर बिगड़ रहा है। वहां के लिए सेहत विभाग की तरफ से एडवाइजरी भी जारी की गई है। एडवाइजरी कहा गया है कि कुछ दिनों में AQI खराब होने की वजह से बच्चों और बुजुर्गों में खास तौर से जो पहले दमा व सांस के रोगी है, उनमें इन लक्षणों की गंभीरता देखने को मिल रही है। अस्पतालों में इन मरीजों की आवक बढ़ी है। ऐसे में लोगों को सुबह शाम की सैर करने से गुरेज करना चाहिए। घर से बाहर निकलते समय मुंह पर मास्क लगाएं। पंजाब के बड़े शहरों में दर्ज तापमान चंडीगढ़ – सोमवार अधिकतम तापमान 32.1 डिग्री दर्ज किया गया। आज मौसम साफ रहेगा। तापमान 19.0 से 31.0 डिग्री के बीच रहेगा। अमृतसर – सोमवार को अधिकतम तापमान 31.5 डिग्री दर्ज किया गया। आज मौसम साफ रहेगा। तापमान 19.0 से 32.0 डिग्री के बीच रहेगा। जालंधर – सोमवार शाम तापमान 32.4 डिग्री दर्ज किया गया। आज मौसम साफ रहेगा। तापमान 17 से 33 डिग्री के बीच रहेगा। पटियाला – सोमवार को अधिकतम तापमान 32.5 डिग्री दर्ज किया गया। आज मौसम साफ रहेगा। तापमान 21 डिग्री से 32 डिग्री के बीच दर्ज किया जाएगा। मोहाली – अधिकतम तापमान बीते दिन 32.0 डिग्री दर्ज किया गया। बादल छाएंगे । आज तापमान 19 डिग्री से 34 डिग्री के बीच रह सकता है। लुधियाना – शनिवार को अधिकतम तापमान 32.2 डिग्री दर्ज किया गया। आज बादल छाएंगे। तापमान 20 डिग्री से 32 डिग्री के बीच दर्ज किया। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पंजाब में उप चुनाव जीतने के लिए AAP की स्ट्रेटजी:संगठन सचिव ने मंत्रियों और विधायकों से मीटिंग की, चार चीजों पर रहेगा फोकस
पंजाब में उप चुनाव जीतने के लिए AAP की स्ट्रेटजी:संगठन सचिव ने मंत्रियों और विधायकों से मीटिंग की, चार चीजों पर रहेगा फोकस पंजाब में 20 नवंबर को चार सीटों पर होने वाले विधानसभा उप चुनाव का प्रचार थमने में अब चार दिन शेष रह गए हैं। ऐसे में इन सीटों को फतह करने के लिए आम आदमी पार्टी (AAP) कोई कसर छोड़ने के मूड़ में नहीं है। इससे पहले AAP संगठन सचिव संदीप पाठक ने विधायकों और मंत्रियों से मीटिंग की। इसमें माझा और दोआबा से जुडे़ सारे नेता शामिल हुए। साथ ही चुनाव प्रचार को गति देने के लिए स्ट्रेटजी बनाई है। इन चुनावों को काफी अहम माना जा रहा है। क्योंकि अगले दो महीने में ही पंजाब में 5 नगर निगमों और 43 नगर काउंसिलों के चुनाव हैं। जबकि अगले साल फरवरी तक दिल्ली में विधानसभा चुनाव हैं। अगर पार्टी चुनाव जीतती है तो उससे उन चुनावों में कैश कर पाएगी। जबकि, अगर नतीजे मन मुताबिक नहीं रहते है, तो विरोधी दल वाले हमला बाेलेंगे। चार चीजों पर रहेगा फोकस संदीप पाठक ने विधायकों और मंत्रियों को साफ किया है कि पहले तो हमें इन चुनावों में सरकार द्वारा ढाई साल में किए गए कामों को लोगों बताना है। दूसरे उस इलाके के क्या इश्यू है, उनको उठाना है। तीसरा प्रचार के दौरान हर घर को कवर करना है। हर वोटर से जुड़ने की कोशिश की जाए, ताकि लोग सीधा पार्टी से जुड़े। जिस एरिया में ड्यूटी लगी है, उस एरिया के लिए वह व्यक्ति ही जिम्मेदार होगा। यह उनकी पार्टी के नेताओं से चुनाव को लेकर दूसरी मीटिंग थी। इससे पहले उन्होंने करीब 22 दिन पहले चंडीगढ़ में निकाय भवन में मीटिंग की थी। पाठक ने साफ किया है कि यह यह चुनाव उनके लिए काफी अहम है। जालंधर उप चुनाव की तरह इसमें सबको काम करना होगा। AAP की हवा के बावजूद तीन सीटें जीती थी कांग्रेस अगर इन चारों सीटों की बात करे तो विधानसभा चुनाव 2022 में जब AAP की हवा चल रही थी। पार्टी 117 में से 92 सीटें जीतने में कामयाब रही थी। लेकिन इन सीटों में से तीन डेरा बाबा नानक, चब्बेवाल और गिद्दड़बाहा पर कांग्रेस ने जीत हासिल की थी। इनमें गिद्दड़बाहा से कांग्रेस प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग, डेरा बाबा नानक से पूर्व डिप्टी सीएम सुखजिंदर सिंह रंधावा और चब्बेवाल से डॉ. राज कुमार चब्बेवाल चुनाव जीते थे। जबकि बरनाला सीट पर आप की टिकट पर दूसरी बार चुनाव जीतकर गुरमीत सिंह मीत हेयर पंजाब सरकार में मंत्री बने थे। हालांकि 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले चब्बेवाल के विधायक डॉ. राजकुमार चब्बेवाल कांग्रेस छोड़कर आप में शामिल हो गए थे। साथ ही उन्होंने AAP की टिकट होशियारपुर से लोकसभा चुनाव जीता था, जबकि अन्य तीनों विधायक भी सांसद बन गए थे। जिससे यह सीटें खाली हुई थी। इस बार कांग्रेस ने डेरा बाबा नानक से रंधावा की पत्नी जतिंदर कौर, गिद्दड़बाहा से अमरिंदर सिंह राजा वडिंग की पत्नी अमृता वड़िंग को उम्मीदार बनाया है। जबकि चब्बेवाल से आम आदमी पार्टी ने डॉ. चब्बेवाल के बेटे को टिकट दी है।
पंजाब की 13 सीटों पर कौन-कहां मजबूत?:AAP-कांग्रेस टफ फाइट में; दोनों में से कोई भी जीते फायदा I.N.D.I.A. का; हरसिमरत टक्कर में फंसी
पंजाब की 13 सीटों पर कौन-कहां मजबूत?:AAP-कांग्रेस टफ फाइट में; दोनों में से कोई भी जीते फायदा I.N.D.I.A. का; हरसिमरत टक्कर में फंसी पंजाब में चुनावी शोर थम चुका है। बीते कल यानी 1 जून को 13 लोकसभा सीटों पर वोटिंग हुई। अब सभी की नजरें 4 जून पर टिक गई हैं, क्योंकि इस दिन रिजल्ट आने हैं। इलेक्शन कमीशन के ऐप वोटर टर्नआउट के मुताबिक 62.06% वोटिंग हुई, जोकि पिछले चुनाव की तुलना में 3.9% कम है। पिछले चुनाव में 65.96% वोटिंग हुई थी। लंबे समय के बाद पंजाब का ये पहला चुनाव है, जब कोई भी बड़ी पार्टी गठजोड़ में नहीं हैं। ऐसे में इस बार 6 से 8 सीटों पर कांग्रेस, 4 से 6 पर आम आदमी पार्टी (AAP), 2 पर भाजपा और 1 पर अकाली दल फाइट में दिख रहे हैं। हालांकि पंजाब में कांग्रेस और AAP दोनों INDIA गठबंधन के तहत नहीं उतरे, लेकिन अंत में दोनों की सीटें INDIA गठबंधन में जुड़ने वाली हैं। यानी INDA गठबंधन आसानी से 8 से 10 सीटों पर काबिज हो सकता है। पटियाला में पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की पत्नी परनीत कौर का पटियाला में कांग्रेस के डॉ. धर्मवीर गांधी और AAP के कैंडिडेट बलबीर सिंह से मुकाबला है। दूसरी हॉट सीट लुधियाना है। यहां कांग्रेस छोड़ भाजपा में गए पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के पोते रवनीत सिंह बिट्टू और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग मैदान में हैं, लेकिन AAP के अशोक पराशर पप्पी भी स्ट्रॉन्ग हैं। वहीं, पिछले 3 चुनाव में अकाली दल के कब्जे में बठिंडा सीट पर इस बार AAP व कांग्रेस के कैंडिडेट के कारण मुकाबला टफ है। इसके अलावा खडूर साहिब सीट नेशनल सिक्योरिटी एक्ट (NSA) के तहत जेल में बंद खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के कारण चर्चा में हैं। जेल से चुनाव लड़ने के बावजूद वह कांग्रेस और AAP कैंडिडेट के साथ क्लोज फाइट में है। किसान आंदोलन से बिगड़ा भाजपा का समीकरण
पंजाब में भाजपा इस बार चर्चा में हैं। हिंदू व शहरी वोटर भाजपा की तरफ झुका है, लेकिन किसानों ने भाजपा का समीकरण बिगाड़ दिया। पंजाब की 65% आबादी गांवों में हैं। पंजाब में 58% आबादी सिख है, जबकि 35% आबादी हिंदू है। मालवा व माझा के ग्रामीण इलाकों में किसान आंदोलन का असर है। वहीं अधिकतर सिख वोटों का रुझान भी भाजपा की तरफ नहीं है। तीन सीटों पर खालिस्तान समर्थक मैदान में, 2 पर टफ फाइट
पंजाब में 3 सीटों पर खालिस्तान समर्थक मैदान में हैं। इनमें सबसे पहला नाम सिमरनजीत सिंह मान का है, जो संगरूर से मौजूदा सांसद हैं। इस बार वोटर उनकी तरफ नहीं झुकता नहीं दिख रहा। दूसरा नाम देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के हत्यारे बेअंत सिंह के बेटे सरबजीत सिंह का हैं। वे इस समय फरीदकोट से चुनाव लड़ रहे हैं और क्लोज फाइट में हैं। तीसरी सीट खडूर साहिब है, जहां से वारिस पंजाब दे मुखी अमृतपाल सिंह मैदान में है। तीन सीटों में से 2 पर अमृतपाल सिंह व सरबजीत सिंह क्लोज फाइट में हैं। अब पढ़िए 13 सीटों पर क्या समीकरण बन रहे हैं… गुरदासपुर: कम वोटिंग से AAP को नुकसान
गुरदासपुर सीट पर अलग चुनाव लड़ने से अकाली दल व भाजपा को नुकसान होता दिख रहा है। यहां कांग्रेस ने पूर्व डिप्टी CM सुखजिंदर रंधावा तो AAP ने शैरी कलसी को मैदान में उतार रखा है, जिनमें क्लोज फाइट चल रही है। यहां इस बार 65.77% वोट मतदान हुआ। जबकि 2019 के चुनाव में कुल वोटिंग 69.26% थी। इसका सीधा नुकसान मौजूदा राज्य सरकार को दिख रहा है और फायदा कांग्रेस को। अमृतसर: भाजपा-कांग्रेस क्लोज फाइट में
अमृतसर जिले के 11 में से 9 विधानसभा हलके अमृतसर लोकसभा में आते हैं, जबकि दो बाबा बकाला व जंडियाला खडूर साहिब में आते हैं। 2019 में यहां 57.07% वोटिंग हुई थी, लेकिन इस साल 56.07% ही वोट पड़े हैं। आम आदमी पार्टी के मंत्री कुलदीप धालीवाल यहां से उम्मीदवार हैं, इसके बावजूद वे यहां वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने में असमर्थ रहे। यहां भाजपा शहर में मजबूत स्थिति में दिखी, लेकिन गांवों में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी मजूबत रही। जिसके चलते सांसद गुरजीत औजला को इस बार भाजपा के साथ क्लोज फाइट लड़नी पड़ रही है। खडूर साहिब: अमृतपाल के कारण सबसे चर्चित सीट
पंजाब में कई वीवीआईपी सीटों को पछाड़ खडूर साहिब राज्य की सबसे चर्चित सीट है। क्योंकि यहां से वारिस पंजाब दे मुखी अमृतपाल सिंह चुनाव लड़ रहा है। यहां भी आम आदमी पार्टी के मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर मैदान में हैं, लेकिन इस बार यहां वोटिंग में 3 प्रतिशत गिरावट आई। कुल 61.60% वोटिंग हुई है, जो मौजूदा सरकार के लिए सही नहीं है। वहीं, कांग्रेस के कुलबीर सिंह जीरा और भाजपा के मनजीत सिंह मियांविंड मैदान में हैं। यहां क्लोज फाइट अमृतपाल सिंह की लालजीत सिंह भुल्लर व कुलबीर सिंह जीरा के साथ है। जालंधर: दलबदलुओं से नाराज हुए वोटर
जालंधर की सीट शुरू से कांग्रेस की झोली में रही है, लेकिन 2022 के उपचुनाव में यहां AAP ने जीत हासिल की। इस बार कांग्रेस ने यहां पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को उतारा। जबकि AAP ने पहले यहां टिकट मौजूदा सांसद सुशील कुमार रिंकू को दी थी, लेकिन वे भाजपा में पलटी मार गए। इसके बाद AAP ने पवन कुमार टीनू को टिकट दी। इस बार यहां 59.67% वोटिंग हुई है, जो 2019 क चुनाव से करीब 4 प्रतिशत कम है। इसका नुकसान मौजूदा सरकार को होना संभावित है, वहीं कांग्रेस यहां बढ़त में दिख रही है। होशियारपुर: AAP को बढ़त, भाजपा की साख दांव पर
होशियारपुर को भाजपा का गढ़ माना जाता रहा है, लेकिन टिकट बंटवारे की नाराजगी ने भाजपा को यहां कमजोर भी किया। इसका फायदा आम आदमी पार्टी को दिख रहा है। यहां आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस को छोड़कर आए डॉ. राज कुमार चब्बेवाल को मैदान में उतारा। भाजपा ने इस बार केंद्रीय मंत्री सोम प्रकाश की पत्नी अनीता सोम प्रकाश को दिया। वहीं, कांग्रेस ने यामिनी गोमर को मैदान में उतारा। होशियारपुर में इस साल तकरीबन 4% गिरावट के साथ 58.86% वोट डले हैं। आनंदपुर साहिब: कांग्रेस स्ट्रॉन्ग, AAP क्लोज फाइट में
आनंदपुर साहिब में हिंदू वोटर अधिक हैं। यहां इस बार 60.02% वोटिंग हुई, जो 2019 के चुनाव से तकरीबन 3% कम है। पिछले 3 चुनाव में ये सीट दो बार कांग्रेस के पास रही। इस बार कांग्रेस ने अपना कैंडिडेट बदल विजय इंदर सिंगला को टिकट दी। वहीं आम आदमी पार्टी ने मालविंदर सिंह कंग को मैदान में उतारा। इसके अलावा अकाली दल ने प्रेम सिंह चंदूमाजरा व बसपा ने जसवीर गढ़ी को उतार समीकरण ही बदल दिए। जिसका फायदा आम आदमी पार्टी को दिख रहा है। इस बार वह टफ फाइट में हैं। ऐसे में मुकाबला कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच है। लुधियाना: पप्पी पराशर ने मुकाबला त्रिकोणीय बनाया
लुधियाना सीट हॉट सीटों में शामिल है। यहां से मौजूदा सांसद रवनीत बिट्टू चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले तक कांग्रेस में थे। इसके बाद वह भाजपा में शामिल हो गए। भाजपा ने उन्हें लुधियाना से ही कैंडिडेट बनाया। उन्हें हराने के लिए कांग्रेस ने प्रदेशाध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग को मैदान में उतारा। इस बीच AAP भी पीछे ना रही और लुधियाना सेंट्रल के विधायक अशोक पराशर पप्पी को मुकाबले में उतार दिया। यहां इस बार 59% वोट पड़े, जो 2019 के चुनाव के मुकाबले तकरीबन 3% कम है। पप्पी पराशर के मैदान में आने के बाद ये मुकाबला त्रिकोणीय हो चुका है। फतेहगढ़ साहिब: लोगों की नाराजगी कांग्रेस पर भारी
फतेहगढ़ साहिब लोकसभा सीट के लिए लड़ाई दिलचस्प है। AAP ने कांग्रेस के पूर्व नेता गुरप्रीत सिंह जीपी को मैदान में उतारा है, जबकि कांग्रेस के मौजूदा सांसद व उम्मीदवार अमर सिंह गैरमौजूदगी के कारण फंसते दिख रहे हैं। वहीं, पंजाब सफाई सेवक संघ का प्रतिनिधित्व कर चुके भाजपा के गेजा राम वाल्मीकि व अकाली दल के बिक्रमजीत सिंह ने चुनाव को रोचक बना दिया है। इस बार यहां चौकाना मुकाबला है। इस बार यहां 2019 के मुकाबले 4% कम वोटिंग हुई। इलेक्शन कमीशन के ऐप वोटर टर्नआउट के मुताबिक 61.18% वोटिंग हुई। फरीदकोट: AAP-आजाद उम्मीदवार के बीच कड़ा मुकाबला
यहां इस बार 63.17% वोटिंग हुई, जबकि 2019 के चुनाव में 63.25% मतदान हुआ था। इस सीट पर मौजूदा सांसद कांग्रेस के हैं, लेकिन इस बार समीकरण बदल चुके हैं। इस बार AAP उम्मीदवार करमजीत सिंह अनमोल और आजाद उम्मीदवार सरबजीत सिंह खालसा के बीच टफ फाइट मानी जा रही है। भाजपा ने यहां फेमस सूफी सिंगर हंसराज हंस को उतारा, लेकिन किसानों के विरोध के कारण नुकसान होता दिख रहा है। फिरोजपुर: अकाली दल की होम सीट पर कांग्रेस स्ट्रॉन्ग
बठिंडा की तरह फिरोजपुर को भी हमेशा अकाली दल की सीट माना जाता रहा है, लेकिन 2019 में अकाली दल छोड़ कांग्रेस में आए शेर सिंह घुबाया यहां स्ट्रॉन्ग दिख रहे हैं। यहां 2019 में वोट प्रतिशत 72.47% रहा था, लेकिन इस साल ये 65.95% रहा। यहां मौजूदा सांसद सुखबीर बादल हैं, लेकिन इस बार उन्होंने चुनाव न लड़ने की घोषणा की और नरदेव सिंह बॉबी मान को टिकट दी। यहां कंबोज बिरादरी काफी मजबूत है। रिपोर्ट्स के अनुसार उनका समर्थन घुबाया को मिल चुका है, जो उन्हें यहां स्ट्रॉन्ग कर रहा है। बठिंडा: अकाली दल अस्तित्व बचाने की कोशिश में
बठिंडा को अकाली दल का गढ़ माना जाता है। यहां मौजूदा सांसद और कैंडिडेट हरसिमरत कौर बादल हैं। 2019 के चुनाव के मुकाबले इस साल यहां करीब 8 प्रतिशत कम यानी 67.97% वोट डले। कांग्रेस के जीत मोहिंदर सिंह सिद्धू तो भाजपा के परमपाल कौर सिद्धू मैदान में हैं। हरसिमरत कौर के सामने AAP ने यहां पूर्व CM प्रकाश सिंह बादल को हराने वाले गुरमीत सिंह खुडियां को मैदान में उतार रखा है। ऐसे में यहां मुकाबला टफ हो गया है। हरसिमरत 2014 के चुनाव में 1 लाख से अधिक वोटों से जीतीं थी और 2019 में ये जीत का मार्जिन तकरीबन 21 हजार रह गया था। यहां गुरमीत खुडि्डयां व हरसिमरत कौर बादल के बीच कड़ा मुकाबला चल रहा है। जीत-हार बताना मुश्किल है, लेकिन इतना स्पष्ट है कि जीत का मार्जिन काफी कम रहने वाला है। संगरूर; सीएम मान की साख दांव पर
संगरूर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान का गृह जिला है। यहीं से वह 2 बार जीतकर संसद में गए, लेकिन आज ये सीट फंस चुकी है। कांग्रेस ने यहां मौजूदा विधायक सुखपाल खैहरा को टिकट दी। करीब 1 महीने वह यहां जुट रहे। कैंपेन इतना जबरदस्त रहा कि भगवंत मान को खुद आना पड़ा और वोटरों को AAP के समर्थन में वोट डालने को कहना पड़ा। इस बार यहां 64.63% वोटिंग हुई। 2019 के चुनाव में यहां 72.40% वोट पड़े। इस सीट पर AAP के मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर और कांग्रेस के सुखपाल खैहरा के बीच कड़ा मुकाबला है। यहां सीएम भगवंत मान की साख दांव पर है। पटियाला: मोती महल का असर कम हुआ, दो डॉक्टरों के बीच मुकाबला
मोती महल के कारण शाही सीट कही जाने वाली पटियाला में अधिकतर समय कैप्टन अमरिंदर सिंह व परनीत कौर के कारण कांग्रेस का कब्जा रहा है, लेकिन इस बार शाही घराने ने कांग्रेस को अलविदा कह कर भाजपा का दामन थाम लिया। जिसका फायदा AAP और कांग्रेस के मौजूदा उम्मीदवारों को दिख रहा है। भाजपा की टिकट पर महारानी परनीत कौर के होने के बावजूद मुकाबला कांग्रेस के डॉ. धर्मवीर गांधी व AAP के मौजूदा मंत्री डॉ. बलबीर सिंह के बीच है। इस बार यहां 63.63% वोटिंग हुई, जो 2019 के चुनाव से 4% कम है।
सेंट सोल्जर इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट एंड एग्रीकल्चर के छात्रों ने परीक्षा में बेहतर अंक प्राप्त किए
सेंट सोल्जर इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट एंड एग्रीकल्चर के छात्रों ने परीक्षा में बेहतर अंक प्राप्त किए भास्कर न्यूज| जालंधर सेंट सोल्जर इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट एंड एग्रीकल्चर के छात्रों ने विभिन्न आईकेजी पीटीयू पाठ्यक्रमों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। छात्रों ने दूसरे, चौथे और छठे सेमेस्टर की परीक्षाओं में उल्लेखनीय एसजीपीए स्कोर प्राप्त किया। कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सिमरनजीत सिंह ने बताया कि जसदीप ने 9.08 , दीप्ति भट्टी ने 8.88 , सिमरनप्रीत कौर ने 8.81 , शिफाली ने 8.76 , हरमन कौर ने 8.74, मोक्षी ने 8.72 और वंदना पांडे ने 8.59 एसजीपीए प्राप्त किए हैं। इसी प्रकार कोमल कैंथ ने 8.59, मुस्कान मधर ने 8.59 , तानिया ने 8.59, श्वेता ने 8.57, हरप्रीत ने 8.56, तनीषा ने 8.52, गुरप्रीत कौर ने 8.52, जैसिका ने 8.52 और पवनदीप कौर ने 8.52 एसजीपीए हासिल कर संस्थान का नाम रोशन किया। इसके अलावा छात्रा शिवानी शर्मा ने 8.52, मुस्कान ने 8.5, जसकरण ने 8 .48, तानिया ने 8.48 , नेहा शर्मा ने 8.4, हरमनप्रीत कौर ने 8.4, शिवम कुमार ने 8.38, रितिका रानी ने 8.37, कृतिका ने 8.36, रितिका शर्मा ने 8.36 और दीक्षा लाखा ने 8.35 एसजीपीए पाए। वहीं छात्रा दिव्या ने 8.3 एसजीपीए, रितिका ने 8.3, जतिंदर पाल सिंह ने 8.29, सानिया ने 8.24, ज्योति ने 8.17, जसमीन कौर ने 8.15, चांदनी ने 8.13, कोमल ने 8.13, मुस्कान प्रीत ने 8.1, संदीप कुमार ने 8.07, लक्ष्मी ने 8.07, कमलप्रीत सिंह ने 8.07, हरलीन ने 8.05, सनेहा शर्मा ने 8.04 और दीपिका ने 8.0 एसजीपीए प्राप्त किए। ग्रुप के चेयरमैन अनिल चोपड़ा और वाइस चेयरपर्सन संगीता चोपड़ा ने सफल छात्रों को बधाई दी।