डिब्रूगढ़ जेल में बंद खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के खडूर साहिब से सांसद बनने के बाद अब उसके साथियों ने भी चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है। नेशनल सिक्योरिटी एक्ट (NSA) की धाराओं में असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद अमृतपाल के साथी दलजीत सिंह कलसी व कुलवंत सिंह राउके ने चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। अन्य साथी प्रधानमंत्री बाजेके इस बारे में पहले ही घोषणा कर चुका है। अमृतपाल सिंह के साथी व पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े रहे दलजीत सिंह कलसी ने सुखजिंदर सिंह रंधावा के सांसद बनने के बाद खाली हुई सीट से चुनाव लड़ने की घोषणा की है। जबकि कुलवंत सिंह राउके पूर्व कैबिनेट मिनिस्टर रहे गुरमीत सिंह मीत हेयर के सांसद बनने के बाद खाली हुई बरनाला सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं। अमृतपाल की जीत के बाद बड़े हौसले अमृतपाल सिंह ने डिब्रूगढ़ जेल में रहते हुए खडूर साहिब सीट से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। उसकी जीत का अंतर पंजाब में सबसे अधिक रहा। अमृतपाल सिंह की ये जीत 1.97 लाख वोटों से थी। बिना किसी पार्टी के सपोर्ट और सभी राष्ट्रीय व क्षेत्रीय पार्टियों को पीछे करते हुए अमृतपाल सिंह पहले नंबर पर रहे। इस जीत के बाद अब अमृतपाल सिंह के साथियों के भी हौसले बुलंद हो चुके हैं। यही कारण है कि अब एक-एक कर अमृतपाल सिंह के साथी पंजाब विधानसभा में आजाद खड़ा होना चाहते हैं। बाजेके भी विधायक बनने का चाहवान अमृतपाल के हक में वीडियो डालने व राज्य सरकार को निशाना बनाने के लिए रील बनाने वाले भगवंत सिंह उर्फ प्रधानमंत्री बाजेके पहले से ही चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुके हैं। कांग्रेस के पंजाब प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग के लुधियाना से सांसद चुने जाने के बाद से उनकी गिद्दड़बाहा सीट खाली हो चुकी है। बाजेके पहला इंसान था, जिसने अमृतपाल की लोकसभा सीट खडूर साहिब से जीत के बाद विधानसभा उप-चुनाव के लिए चुनाव लड़ने की घोषणा की थी। डिब्रूगढ़ जेल में बंद खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के खडूर साहिब से सांसद बनने के बाद अब उसके साथियों ने भी चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है। नेशनल सिक्योरिटी एक्ट (NSA) की धाराओं में असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद अमृतपाल के साथी दलजीत सिंह कलसी व कुलवंत सिंह राउके ने चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। अन्य साथी प्रधानमंत्री बाजेके इस बारे में पहले ही घोषणा कर चुका है। अमृतपाल सिंह के साथी व पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े रहे दलजीत सिंह कलसी ने सुखजिंदर सिंह रंधावा के सांसद बनने के बाद खाली हुई सीट से चुनाव लड़ने की घोषणा की है। जबकि कुलवंत सिंह राउके पूर्व कैबिनेट मिनिस्टर रहे गुरमीत सिंह मीत हेयर के सांसद बनने के बाद खाली हुई बरनाला सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं। अमृतपाल की जीत के बाद बड़े हौसले अमृतपाल सिंह ने डिब्रूगढ़ जेल में रहते हुए खडूर साहिब सीट से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। उसकी जीत का अंतर पंजाब में सबसे अधिक रहा। अमृतपाल सिंह की ये जीत 1.97 लाख वोटों से थी। बिना किसी पार्टी के सपोर्ट और सभी राष्ट्रीय व क्षेत्रीय पार्टियों को पीछे करते हुए अमृतपाल सिंह पहले नंबर पर रहे। इस जीत के बाद अब अमृतपाल सिंह के साथियों के भी हौसले बुलंद हो चुके हैं। यही कारण है कि अब एक-एक कर अमृतपाल सिंह के साथी पंजाब विधानसभा में आजाद खड़ा होना चाहते हैं। बाजेके भी विधायक बनने का चाहवान अमृतपाल के हक में वीडियो डालने व राज्य सरकार को निशाना बनाने के लिए रील बनाने वाले भगवंत सिंह उर्फ प्रधानमंत्री बाजेके पहले से ही चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुके हैं। कांग्रेस के पंजाब प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग के लुधियाना से सांसद चुने जाने के बाद से उनकी गिद्दड़बाहा सीट खाली हो चुकी है। बाजेके पहला इंसान था, जिसने अमृतपाल की लोकसभा सीट खडूर साहिब से जीत के बाद विधानसभा उप-चुनाव के लिए चुनाव लड़ने की घोषणा की थी। पंजाब | दैनिक भास्कर
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जगराओं में जमानत लेकर खुद थाने पहुंचे आरोपी:प्रेमी संग भागने पर पिता ने किया था सुसाइड, आरोपियों को तलाश रही थी पुलिस
जगराओं में जमानत लेकर खुद थाने पहुंचे आरोपी:प्रेमी संग भागने पर पिता ने किया था सुसाइड, आरोपियों को तलाश रही थी पुलिस जगराओं में एक व्यक्ति द्वारा आत्महत्या किए जाने के मामले में नामजद आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए जहां पुलिस द्वारा उनकी तलाश की जा रही थी, वहीं दूसरी ओर आरोपी कोर्ट से जमानत लेकर सीधे थाने पहुंच गए। कोर्ट से जमानत लेकर थाने पहुंचने वाले आरोपियों की पहचान मनोहर सिंह, जश्नप्रीत सिंह, सुमनप्रीत कौर उर्फ सिम्मी के रूप में हुई है। जानकारी देते हुए थाना सदर के एएसआई रणधीर सिंह ने बताया कि करीब तीन महीने पहले गांव बरसाल के रहने वाले एक व्यक्ति ने अपने घर पर फंदा लगा कर आत्महत्या कर ली थी। इस मामले में पुलिस ने मृतक की पत्नी दविंदर कौर के बयान के आधार पर जश्नप्रीत सिंह, ऊषा रानी निवासी बरसाल, सुमनप्रीत कौर उर्फ सिम्मी तथा मनोहर सिंह के खिलाफ थाना सदर में मामला दर्ज किया था। इसी मामले में अब तीनों आरोपी अदालत से जमानत लेकर मामले की जांच में शामिल हुए हैं। पुलिस पर भी लगाए थे गंभीर आरोप बता दें कि, कुछ दिन पहले आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर मृतक की पत्नी ने एसएसपी जगराओं के दफ्तर के बाहर धरना दिया था। इतना ही नहीं पीड़िता ने पुलिस पर आरोपियों का साथ देने जैसे गंभीर आरोप लगाते हुए साफ कहा था यदि पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया तो वह भी पति की तरह आत्महत्या कर लेगी। जिसके बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। इस दवाब के चलते पुलिस आरोपियों को पकड़ने के लिए ढूंढती रही, लेकिन आरोपी जमानत लेकर सीधे जांच में शामिल होने के लिये थाने पहुंच गए, जहां पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी डालकर मामले की जांच में शामिल कर लिया। यह था पूरा मामला गांव बरसाल में घर के सामने रहने वाली लड़की के साथ प्रेम संबंधों के चलते युवक शादी का झांसा देकर लड़की को घर से भगा कर ले गया था। इसका पता चलते ही लड़की के पिता ने लोकलाज के चलते घर पर फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी। इस मामले में मृतक की पत्नी ने दविंदर कौर ने बताया था कि उसका पति ड्राइवर था और बाहरी राज्यों में ट्रक लेकर जाता था, जबकि वह खुद बुटिक पर काम करती है। उनकी बेटी यूनिवर्सिटी में कॉल सेंटर में नौकरी करती है, यूनिवर्सिटी में ही आरोपी युवक सुरक्षा गार्ड की नौकरी करता है। उन्होंने बताया उनकी बेटी काम पर गई। लेकिन शाम को काम से घर वापस नहीं आई। काम से छुट्टी लेकर गायब हुई थी लड़की जब उन्होंने लड़की की तलाश शुरू की तो पता चला कि उनकी बेटी तीन बजे काम से छुट्टी लेकर चली गई थी। लेकिन घर वापस नहीं आई थी। लडकी द्वारा अपने प्रेमी संग चले जाने के बाद उसके पिता नें शर्म के मारे फंदा लगाकर अपनी जीवन लीला खत्म कर ली। मरने से पहले लड़की के मृतक ने रिश्तेदारी में गई अपनी पत्नी को फोन करके उसको साफ तौर पर कहा था कि अब वो गांव में सिर उठाकर चलने के लायक नहीं रहा। वो लोगों के ताने नहीं सुन सकता, क्योंकि उसकी बेटी को भगाने वालो ने उसको बेइज्जत करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। जिसके चलते ही वो दुनिया को अलविदा कहकर इस दुनिया से जा रहा है। पति के फोन के बाद महिला अपने देवर संग घर लौटी तो उसका पति फंदा लगाकर इस दुनिया से जाने की तैयारी कर चुका था। हालांकि पत्नी के घर पहुंचने पर पति की हल्की हल्की सांसे चलते देख उसे सरकारी अस्पताल पहुंची, लेकिन इस दौरान पत्नी के हाथों में पति ने दम तोड़ दिया। पुलिस नें इस मामले में प्रेमी संग भागी लड़की की मां के बयानों पर लड़की को भगाने वाले लड़के उसकी मां, बहन व जीजा के खिलाफ थाना सदर में मामला दर्ज कर लिया था।
लुधियाना देश के 100 प्रदूषित शहरों में शामिल:CREA रिपोर्ट में हुआ खुलासा, प्रदेश में दूसरे नंबर पर, मंडी गोबिंदगढ़ पहले स्थान पर
लुधियाना देश के 100 प्रदूषित शहरों में शामिल:CREA रिपोर्ट में हुआ खुलासा, प्रदेश में दूसरे नंबर पर, मंडी गोबिंदगढ़ पहले स्थान पर देश के 100 प्रदूषित शहरों में लुधियाना 51वें नंबर पर है। पंजाब प्रदेश के प्रदूषित शहरों में मंडी गोबिंदगढ़ पहले नंबर है तो लुधियाना दूसरे नंबर है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, 6 जुलाई को लुधियाना में AQI 40 दर्ज किया गया था, जो स्वास्थ्य पर न्यूनतम प्रभाव के साथ अच्छी वायु गुणवत्ता श्रेणी में आता है। सेंटर फॉर रिसर्च ऑन एनर्जी एंड क्लीन एयर (CREA) द्वारा किए गए एक अध्ययन ने लुधियाना को 2024 की पहली छमाही में देश के शीर्ष 100 सबसे प्रदूषित शहरों में रखा। लुधियाना की वायु गुणवत्ता का आंकलन PM 2.5 मान के आधार पर किया गया, जो माइक्रोन (हवा के प्रति घन मीटर माइक्रोग्राम) का एक माप है। CREA अध्ययन में सीपीसीबी (केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड) से पीएम 2.5 मान का इस्तेमाल किया गया। देश के 256 शहरों में लुधियाना का 51वां नंबर CREA के अनुसार, 1 जनवरी से 30 जून 2024 तक लुधियाना में पीएम 2.5 का औसत मान 61 माइक्रोन था, जिसने देश के 256 शहरों में लुधियाना को 51वें स्थान पर रखा। रिपोर्ट में कहा गया है कि देश के शीर्ष पांच सबसे प्रदूषित शहर बर्नीहाट (मेघालय), फरीदाबाद, दिल्ली, गुड़गांव और भागलपुर (बिहार) हैं। CREA रिपोर्ट प्रदूषण के मामले में शहर की एक बेहत चिंताजन तस्वीर पेश करती है। यह रिपोर्ट दर्शाती है कि लुधियाना ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के दैनिक पीएम 2.5 दिशा निर्देश 15 माइक्रोन को पार कर लिया है। लुधियाना में पीएम 2.5 का मान 82 दिनों के लिए राष्ट्रीय परिवेश वायु गुणवत्ता मानकों (एनएएक्यूएस) के तहत 60 माइक्रोन की दैनिक सीमा से भी अधिक हो गया। पंजाब में दूसरे नंबर पर लुधियाना वायु प्रदूषण के मामले में पंजाब में मंडी गोबिंदगढ़ पहले और मंडी गोबिंदगढ़ दूसरे नंबर पर है। बठिंडा प्रदेश में आठवें स्थान पर रहा। 2018 के बाद से जनवरी से जून तक पीएम 2.5 के औसत पर CREA डेटा के अनुसार, लुधियाना में 2018 में 64 माइक्रोन का उच्चतम मूल्य था, जबकि 2023 और 2024 में मान 61 माइक्रोन था। 35 माइक्रोन का न्यूनतम मूल्य जनवरी और जून, 2020 के बीच दर्ज किया गया था। औद्योगिक प्रदूषण, परिवहन और बायोमास को ठहराया जिम्मेवार लुधियाना के छह महीने में 182 दिनों में से प्रत्येक पर दैनिक पीएम 2.5 का मूल्य डब्ल्यूएचओ के दिशानिर्देशों से अधिक था, जबकि 40% से अधिक दिनों में, ऐसा मूल्य एनएएक्यूएस सीमा से अधिक था।
उन्होंने इसके लिए औद्योगिक प्रदूषण, परिवहन और बायोमास (सर्दियों में गांवों में इसका उपयोग खाना पकाने और अपशिष्ट जलाने के लिए किया जाता है) को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि उच्च पीएम 2.5 मान का मानव स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है और इसके परिणामस्वरूप उच्च रक्तचाप, हृदय रोग और सांस रोग आदि होते हैं।
जालंधर में ट्रैवल एजेंसी कर्मचारी ने किया सुसाइड:AGI बिल्डिंग के चौथे फ्लोर से लगाई छलांग, मौके पर हुई मौत
जालंधर में ट्रैवल एजेंसी कर्मचारी ने किया सुसाइड:AGI बिल्डिंग के चौथे फ्लोर से लगाई छलांग, मौके पर हुई मौत पंजाब के जालंधर में बस स्टैंड के पास एक मशहूर ट्रैवल एजेंसी ओम वीजा के ऑफिस में काम करने वाले लड़के ने चौथे फ्लोर से कूद कर आत्महत्या कर ली। मृतक की पहचान गौरव के रूप में हुई है। जिसके शव को पुलिस ने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। फिलहाल मामले में पुलिस सुसाइड के एंगल पर जांच कर रही है। मौके पर पहुंची बस स्टैंड की पुलिस ने घटना स्थल को सील कर दिया है। कुछ दिनों से चल रहा था परेशान जानकारी के अनुसार मरने वाले युवक के परिवार को घटनाक्रम की जानकारी दे दी गई है। गौरव पिछले काफी समय से परेशान चल रहा था। जिसके चलते उसने ये कदम उठाया। घटना के बाद तुरंत मामले की जानकारी पुलिस और परिवार को दे दी गई थी। बस स्टैंड के एजीआई बिल्डिंग में स्थित उक्त एजेंट के ऑफिस के चौथे फ्लोर से गौरव ने छलांग लगाई थी। जिसमें उसकी ज्यादा खून बहने और गंभीर चोट लगने से मौत हो गई। इंचार्ज मेजर सिंह बोले- जांच के बाद अगली कार्रवाई होगी घटना की सूचना मिलते ही थाना डिवीजन नंबर-6 की चौकी बस स्टैंड की पुलिस जांच के लिए घटना स्थल पर पहुंच गई। पुलिस ने तुरंत पहले शव को कब्जे में लिया। घटना स्थल से पुलिस ने सबूत इकट्ठा किए हैं। वहीं, मृतक गौरव के परिजनों के बयान पर पुलिस अगली कार्रवाई करेगी। फिलहाल ये स्पष्ट नहीं है कि गौरव ने आत्महत्या क्यों की है और कोई सुसाइड नोट भी फिलहाल बरामद नहीं किया गया है।