जालंधर उपचुनाव संपन्न होने के बाद पंजाब सरकार सक्रिय मोड में आ गई है। सरकार ने राज्य के 23 जिलों में तैनात 107 जिला अटार्नी का तबादला कर दिया है। गृह विभाग की ओर से इस संबंध में आदेश जारी कर दिए गए हैं। इन्हें तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है। आदेश की कॉपी जालंधर उपचुनाव संपन्न होने के बाद पंजाब सरकार सक्रिय मोड में आ गई है। सरकार ने राज्य के 23 जिलों में तैनात 107 जिला अटार्नी का तबादला कर दिया है। गृह विभाग की ओर से इस संबंध में आदेश जारी कर दिए गए हैं। इन्हें तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है। आदेश की कॉपी पंजाब | दैनिक भास्कर
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कतर पुलिस ने गुरु ग्रंथ साहिब का एक स्वरूप लौटाया:दूसरे को सम्मानपूर्वक रखने का आश्वासन दिया; सिख युवक को गिरफ्तार कर बरामद किए थे
कतर पुलिस ने गुरु ग्रंथ साहिब का एक स्वरूप लौटाया:दूसरे को सम्मानपूर्वक रखने का आश्वासन दिया; सिख युवक को गिरफ्तार कर बरामद किए थे कतर की राजधानी दोहा में पुलिस की तरफ से कब्जे में लिए श्री गुरु ग्रंथ साहिब के दो पवित्र स्वरूपों में से एक को सम्मान सहित लौटा दिया गया है। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी के ऐतराज के बाद भारतीय दूतावास हरकत में आया। इसके बाद कतरी अधिकरियों के साथ संपर्क साधा गया। विदेश मंत्रालय ने प्रेस विज्ञप्ति जारी की है, जिसमें प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा- हमने कतरी अधिकारियों द्वारा जब्त किए गुरु ग्रंथ साहिब और सिख समुदाय द्वारा उनकी रिहाई की मांग के संबंध में रिपोर्ट देखी। सरकार ने पहले ही कतर पक्ष के साथ इस मामले को उठाया था और हमारे दूतावास ने दोहा में सिख समुदाय को घटनाक्रम से अवगत कराया। दूसरा स्वरूप के सम्मान का आश्वासन
प्रवक्ता ने कहा, कतर के अधिकारियों ने 2 व्यक्तियों से गुरु ग्रंथ साहिब के दो स्वरूप ले लिए थे। इन पर कतर सरकार की मंजूरी के बिना धार्मिक प्रतिष्ठान चलाने का आरोप लगाया गया था। हमारे दूतावास ने स्थानीय कानूनों के दायरे में हर संभव सहायता दी। पवित्र पुस्तक का एक स्वरूप कतर के अधिकारियों द्वारा लौटा दिया गया और यह आश्वासन दिया कि दूसरे स्वरूप को भी सम्मान के साथ रखा जाएगा। SGPC ने उठाया था मामला
श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार द्वारा दिए गए आदेश के बाद शिरोमणि कमेटी ने भारत के विदेश मंत्री और कतर के दोहा में भारतीय राजदूत को पत्र लिखा था। एडवोकेट धामी ने कहा कि भाई घन्हैया ह्यूमैनिटेरियन एड के ध्यान में आया था कि एक सिख को दिसंबर 2023 में कतर में दोहा पुलिस ने गिरफ्तार किया और बाद में रिहा कर दिया। लेकिन, उससे मिले स्वरूप पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिए। अल वकराह पुलिस स्टेशन में रखे हैं स्वरूप
SGPC प्रधान ने बताया कि पकड़े गए सिख के पास से श्री गुरु ग्रंथ के 2 पवित्र स्वरूप मिले। उन्हें स्थानीय पुलिस प्रशासन ने थाने में रखा। ये स्वरूप अल वकराह पुलिस स्टेशन में रखे गए। ये गुरु साहिब का बहुत बड़ा अपमान है। उन्होंने कहा कि दोहा में गिरफ्तार किया गया सिख बिरकत अल-अवामेर में अपनी संपत्ति में स्थापित गुरुद्वारा साहिब में निजी तौर पर गुरु साहिब की पूजा करता था। दैनिक मानदंडों के अनुसार स्थानीय सिखों के साथ मेल जोल रखता था, लेकिन कतर सरकार की गैर-जिम्मेदारी के कारण उसे गिरफ्तार कर लिया गया। दूसरा स्वरूप भी जल्द लौटाया जाएगा
वक्ता रणधीर जयसवाल ने बताया कि दूसरा स्वरूप अभी कतर पुलिस स्टेशन में ही है, लेकिन उसे सम्मान के साथ रखा जाएगा। विदेश मंत्रालय उच्च प्राथमिकता के साथ कतर अधिकारियों के साथ मामले पर चर्चा जारी रखेंगे और शीघ्र समाधान की आशा करते हैं।
हरियाणा चुनाव के चलते पंजाब पुलिस ऐक्शन में:ऑपरेशन सील – 8 चलाकर 27 लोग किए गिरफ्तार, नशीले पदार्थ बरामद, 8 घंटे चली कार्रवाई
हरियाणा चुनाव के चलते पंजाब पुलिस ऐक्शन में:ऑपरेशन सील – 8 चलाकर 27 लोग किए गिरफ्तार, नशीले पदार्थ बरामद, 8 घंटे चली कार्रवाई हरियाणा और जम्मू कश्मीर में होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर पंजाब पुलिस ऐक्शन मोड में है। पुलिस की तरफ से सोमवार को ऑपरेशन सील-8 चलाया गया। यह ऑपरेशन 5 राज्यों चंडीगढ़, हरियाणा, हिमाचल, जम्मू और राजस्थान के साथ लगते जिलों में चला। इस दौरान 27 लोगों को गिरफ्तार कर 26 FIR दर्ज की। इन लोगों से नशीले पदार्थ व अन्य सामान बरामद हुआ है। जबकि 401 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। विशेष डीजीपी कानून एवं व्यवस्था अर्पित शुक्ला ने कहा कि 8 घंटे तक तक एक साथ यह ऑपरेशन चला। ऑपरेशन सुबह 6 बजे से दोपहर 2 बजे तक चला। इस ऑपरेशन में पंजाब पुलिस के सीनियर अधिकारी हुए शामिल हुए। इस दौरान 293 वाहनों के चालान किए, जबकि 16 वाहन जब्त किए गए। वाहन एप से वाहनों की हुई पड़ताल पुलिस की तरफ से 10 जिलों में लगभग 92 एंट्री व एग्जिट प्वाइंटों पर करीब एक हजार मुलाजिम तैनात किए गए थे। वहीं, जिन जिलों में यह आपरेशन चला है। उनमें पठानकोट, श्री मुक्तसर साहिब, फाजिल्का, रोपड़, मोहाली, पटियाला, संगरूर, मनसा, होशियारपुर और बठिंडा शामिल हैं। इस दौरान संदिग्ध वाहनों/व्यक्तियों की गहन तलाशी ली गई । पुलिस ने ‘वाहन’ मोबाइल एप का उपयोग करके वाहनों के पंजीकरण नंबरों का भी सत्यापन किया। यह नशीले पदार्थ हुए बरामद यह नशीले पदार्थ बरामद हुएइस ऑपरेशन के दौरान पुलिस टीमों ने 1.1 किलोग्राम अफ़ीम, 29 किलोग्राम पोस्त, 42 किलोग्राम नशीला पाउडर, 1070 नशीले कैप्सूल/गोलियां और भारी मात्रा में वैध और अवैध शराब भी बरामद की है।
अमृतसर में पंथक संगठनों ने सौंपा गुरमता:बोले- वोट राजनीति वाली मुक्त हो श्री अकाल तख्त साहिब, पंजाब स्तर पर बने जत्था
अमृतसर में पंथक संगठनों ने सौंपा गुरमता:बोले- वोट राजनीति वाली मुक्त हो श्री अकाल तख्त साहिब, पंजाब स्तर पर बने जत्था अमृतसर में आज विभिन्न पंथक संगठनों ने श्री अकाल तख्त साहिब सचिवालय में श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार को गुरमता सौंपा। जिसमें मशवरा दिया गया कि श्री अकाल तख्त साहिब को वोट राजनीति से मुक्त होना चाहिए। इस दौरान यह भी कहा गया कि राजनीतिक झगड़े को निपटने के लिए जो 30अगस्त को बैठक बुलाई गई है उसमें गुरुमता पकाकर ही फैसला लिया जाए। यह गुरुमत पंथ सेवक नवांशहर में विभिन्न संगठनों की ‘पंथक सभा’ को बुलाकर बनाया गया था। यह सभा पंथक सेवक जत्था दोआबा के आमंत्रण पर बुलाई गई जहां मौके पर पांच सिंहों को चुना गया और फिर एक गुरुमत तैयार किया गया। यह गुरुमत आज श्री अकाल तख्त साहिब में सौंपा गया। जिसके बारे में जानकारी देते हुए बाबा नागर सिंह और बाबा नैरंग सिंह ने बताया कि अकाली दल और बादल दल के बीच की लड़ाई पहले सिर्फ उनकी लड़ाई थी, लेकिन फिर जब श्री अकाल तख्त साहिब की उसमें शमूलियत हुई तो लोगों को लगा कि श्री अकाल तख्त साहिब सर्वोच्च केंद्र है। इसीलिए वहां फैसले सही ढंग से होने चाहिए। इसीलिए गुरु खासला पंथ वोट लड़ने वालों के लिए नहीं है। 30 अगस्त को बुलाई गई है सभा श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार साहिबों के लिए यह सुझाव है कि राजनीतिक गुटों या भविष्य में किसी संयुक्त सांप्रदायिक चुनाव के चल रहे संकट को हल करने के लिए 30 अगस्त को बुलाई गई सभा में संपूर्ण गुरु खालसा पंथ संगठनों और संस्थानों को समाधान के लिए बुलाया जाए। खालसाई परंपरा के अनुसार गुरमता को पकाने के बाद ही निर्णय लेना चाहिए। तख्त साहिब के मौजूदा जत्थेदार अपनी भूमिका निष्पक्ष रूप से निभा पाने में सक्षम नहीं दिख रहे हैं। इसलिए वर्तमान जत्थेदारों, राजनीतिक नेताओं और सभी पंथ प्रस्ति व्यक्तित्वों और संगठनों को राजनीतिक नेताओं को बदलने या बहाल करने के बजाय मूल पंथक राजनीतिक व्यवस्था को उसकी परंपरा के अनुसार पुनर्जीवित करने का प्रयास करना चाहिए। श्री अकाल तख्त साहिब का प्रबंधन वोट की राजनीति के किसी भी गुट द्वारा नहीं किया जाना चाहिए। श्री अकाल तख्त साहिब के प्रबंधन के लिए दुनिया भर से सिंहों ने योग सिंहों का एक दल बनाया जाए जो स्वतंत्र रूप से अकाल तख्त का प्रबंधन करें। उपरोक्त जत्थे की देखरेख में गुरुद्वारा प्रशासन को चलाने के लिए श्री अकाल तख्त साहिब एक पंजाब स्तर पर अलग मंच/जत्था बनाए। खालसा सिंहों के बीच एक जत्था बनाया जाए जिन्होंने शिरोमणि कमेटी के चुनावों के दौरान या सामान्य परिस्थितियों में भी गुरुसंगति से नेता चुनने में अपनी भूमिका निभाई थी, लेकिन इस समूह के सिंहों को किसी भी प्रकार के राजनीतिक चुनाव या गुरुद्वारा चुनाव में हिस्सा नहीं लेना चाहिए। जत्थे और क्षेत्र के नेताओं को चुनते समय निस्वार्थता, सेवा, त्याग, शिक्षा, संप्रदाय के प्रति निष्ठा जैसे गुणों को ध्यान में रखना चाहिए। उपरोक्त पहल को पूरा करने के लिए, यानी श्री अकाल तख्त साहिब के प्रबंधन के लिए एक विश्व स्तरीय स्वतंत्र जत्था बनाने के लिए, अन्य दल पंथों, संप्रदायों, जत्थों और गुरु के संगठनों के साथ समन्वय करने के लिए खालसा सिंहों के बीच एक जत्था बनाया जाना चाहिए। इन संगठनों के प्रतिनिधि रहे मौजूद इस मौके पर पंथ सेवक जत्था दोआबा, पंथ अकाली तरना दल हरी बेलें, पंथ अकाली गुरु नानक दल तीर्थस्थलों के साथ, श्री गुरु हरगोबिंद साहिब ढाडी सभा, दल खालसा,सेंट्रल श्री गुरु सिंह सभा चंडीगढ़, श्री गुरु ग्रंथ साहिब सम्मान समिति, पंथ सेवक जत्था माझा, आवाज़-ए-कॉम, दोआबा ढाडी सभा, पंजाब का वारिस, पंजाब की सिख युवा शक्ति, संत बाबा गुरबख्श सिंह संगीत अकादमी जब्बोवाल, संत बाबा अजीत सिंह गुरमति विद्यालय मिहोका मनांवाल, कला विरासत और पर्यावरण संरक्षण सोसायटी बंगा, जत्था लक्खी जंगल खालसा, सिख जत्था मालवा, संत सेवक जत्था किशनपुरा आदि अन्य संगठन मौजूद थे।