पंजाब में पशुओं की दो बीमारियों को लेकर सरकार अलर्ट मोड में आ गई है। इन बीमारियों से पशुओं को बचाने के लिए मेगा वैक्सीनेशन प्लान तैयार किया गया है। वैक्सीनेशन ड्राइव कल यानी सोमवार से सभी जिलों में एक साथ चलेगी।
इसके लिए टीमों का गठन कर दिया है। वहीं, पशु मालिकों की मदद के लिए सरकार ने कंट्रोल रूम गठित किया है। एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। ड्राइव पर मंत्री खुद भी नजर रखेंगे। 0172-5086064 पर मिलेगी हर मदद सरकार खुरपका-मुंहपका रोग (एफएमडी) को गंभीरता से ले रही है। पशुपालक गुरमीत सिंह ने बताया कि कल से मेगा टीकाकरण अभियान चलेगा। इसके लिए 65,47,800 डोज उपलब्ध करवाए गए हैं। नवंबर के अंत तक राज्य के सभी जिलों में टीकाकरण चलाया जाएगा। इसमें सभी पशुओं को टीका लगाया जाएगा। विभाग के प्रमुख सचिव राहुल भंडारी ने बताया कि पशुपालन विभाग की ओर से सभी जिलों में वैक्सीन वितरित कर दी गई है। एनआरडीडीएल जालंधर के प्रमुख निदेशक को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। उन्होंने बताया कि पंजाब पशुपालन विभाग ने राज्य स्तर पर कंट्रोल रूम स्थापित किया है। जिला स्तर पर विभाग के उपनिदेशकों के कार्यालयों में भी कंट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं। पशुपालकों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर 0172-5086064 भी जारी किया गया है। ये हैं बीमारी के लक्षण खुरपका-मुंहपका रोग (एफएमडी) पशुओं को होने वाली जानलेवा बीमारी है। एफएमडी खुर वाले पशुओं को प्रभावित करता है। दुनिया के कई देश इस पशु रोग से चिंतित हैं। एफएमडी वायरस से होने वाली बीमारी है। यह कब सक्रिय होगी और कब फैलेगी, इसका समय तय नहीं है। एफएमडी से पीड़ित पशु को 104 से 106 डिग्री फारेनहाइट का तेज बुखार होता है और उसकी भूख कम हो जाती है। इसके साथ ही पशु सुस्त हो जाता है और मुंह से बहुत अधिक लार टपकती है। मुंहपका रोग के कारण अंदर और बाहर छाले बन जाते हैं। ये पशु की जीभ और मसूड़ों पर देखे जा सकते हैं। इसके अलावा खुरों के बीच के हिस्से में घाव बन जाते हैं। इसमें पशु का गर्भपात भी हो सकता है और थन में सूजन के कारण दूध देने में दिक्कत होती है। पंजाब में पशुओं की दो बीमारियों को लेकर सरकार अलर्ट मोड में आ गई है। इन बीमारियों से पशुओं को बचाने के लिए मेगा वैक्सीनेशन प्लान तैयार किया गया है। वैक्सीनेशन ड्राइव कल यानी सोमवार से सभी जिलों में एक साथ चलेगी।
इसके लिए टीमों का गठन कर दिया है। वहीं, पशु मालिकों की मदद के लिए सरकार ने कंट्रोल रूम गठित किया है। एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। ड्राइव पर मंत्री खुद भी नजर रखेंगे। 0172-5086064 पर मिलेगी हर मदद सरकार खुरपका-मुंहपका रोग (एफएमडी) को गंभीरता से ले रही है। पशुपालक गुरमीत सिंह ने बताया कि कल से मेगा टीकाकरण अभियान चलेगा। इसके लिए 65,47,800 डोज उपलब्ध करवाए गए हैं। नवंबर के अंत तक राज्य के सभी जिलों में टीकाकरण चलाया जाएगा। इसमें सभी पशुओं को टीका लगाया जाएगा। विभाग के प्रमुख सचिव राहुल भंडारी ने बताया कि पशुपालन विभाग की ओर से सभी जिलों में वैक्सीन वितरित कर दी गई है। एनआरडीडीएल जालंधर के प्रमुख निदेशक को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। उन्होंने बताया कि पंजाब पशुपालन विभाग ने राज्य स्तर पर कंट्रोल रूम स्थापित किया है। जिला स्तर पर विभाग के उपनिदेशकों के कार्यालयों में भी कंट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं। पशुपालकों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर 0172-5086064 भी जारी किया गया है। ये हैं बीमारी के लक्षण खुरपका-मुंहपका रोग (एफएमडी) पशुओं को होने वाली जानलेवा बीमारी है। एफएमडी खुर वाले पशुओं को प्रभावित करता है। दुनिया के कई देश इस पशु रोग से चिंतित हैं। एफएमडी वायरस से होने वाली बीमारी है। यह कब सक्रिय होगी और कब फैलेगी, इसका समय तय नहीं है। एफएमडी से पीड़ित पशु को 104 से 106 डिग्री फारेनहाइट का तेज बुखार होता है और उसकी भूख कम हो जाती है। इसके साथ ही पशु सुस्त हो जाता है और मुंह से बहुत अधिक लार टपकती है। मुंहपका रोग के कारण अंदर और बाहर छाले बन जाते हैं। ये पशु की जीभ और मसूड़ों पर देखे जा सकते हैं। इसके अलावा खुरों के बीच के हिस्से में घाव बन जाते हैं। इसमें पशु का गर्भपात भी हो सकता है और थन में सूजन के कारण दूध देने में दिक्कत होती है। पंजाब | दैनिक भास्कर