पंजाब भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज चंडीगढ़ में पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने साहनेवाल विधानसभा क्षेत्र के 11 इलाकों में अवैध खनन का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले लोगों के समर्थन में वहां गई एक महिला एडवोकेट सिमरनजीत कौर के साथ मारपीट की गई, जबकि एक व्यक्ति का कान काट दिया गया। नेताओं ने आरोप लगाया कि यह सब सत्ताधारी पार्टी के इशारे पर हो रहा है और पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। इसलिए उन्हें राज्यपाल के घर जाना पड़ा। 11 गांवों के लोग परेशान भाजपा नेताओं ने कहा कि इन 11 गांवों के लोग नहीं चाहते कि उनके इलाके में खनन हो। उन्होंने मांग की कि इस पूरे मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित की जाए और गहन जांच की जाए। इस दौरान उन्होंने मीडिया को कुछ फोटो भी दिखाए। नेताओं ने चेतावनी दी कि वे अपने गांव लौट रहे हैं, लेकिन अगर कोई कार्रवाई नहीं हुई तो वे अनिश्चितकालीन धरने पर बैठने को मजबूर होंगे। सरपंचों ने कहा कि यह गंभीर मुद्दा है। उन्होंने गांव की पूरी कहानी राज्यपाल को बताई है। उन्होंने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की भी मांग की है। सड़कें टूटी, लोग परेशान गांव के सरपंचों और नेताओं ने कहा कि यह अवैध खनन पूरी रणनीति के तहत किया जा रहा है। ग्रामीणों की ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। इलाके की सड़कें टूटी हुई हैं। पर्यावरण पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। कोई सुनने वाला नहीं है। उन्होंने पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठाए हैं। पंजाब भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज चंडीगढ़ में पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने साहनेवाल विधानसभा क्षेत्र के 11 इलाकों में अवैध खनन का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले लोगों के समर्थन में वहां गई एक महिला एडवोकेट सिमरनजीत कौर के साथ मारपीट की गई, जबकि एक व्यक्ति का कान काट दिया गया। नेताओं ने आरोप लगाया कि यह सब सत्ताधारी पार्टी के इशारे पर हो रहा है और पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। इसलिए उन्हें राज्यपाल के घर जाना पड़ा। 11 गांवों के लोग परेशान भाजपा नेताओं ने कहा कि इन 11 गांवों के लोग नहीं चाहते कि उनके इलाके में खनन हो। उन्होंने मांग की कि इस पूरे मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित की जाए और गहन जांच की जाए। इस दौरान उन्होंने मीडिया को कुछ फोटो भी दिखाए। नेताओं ने चेतावनी दी कि वे अपने गांव लौट रहे हैं, लेकिन अगर कोई कार्रवाई नहीं हुई तो वे अनिश्चितकालीन धरने पर बैठने को मजबूर होंगे। सरपंचों ने कहा कि यह गंभीर मुद्दा है। उन्होंने गांव की पूरी कहानी राज्यपाल को बताई है। उन्होंने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की भी मांग की है। सड़कें टूटी, लोग परेशान गांव के सरपंचों और नेताओं ने कहा कि यह अवैध खनन पूरी रणनीति के तहत किया जा रहा है। ग्रामीणों की ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। इलाके की सड़कें टूटी हुई हैं। पर्यावरण पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। कोई सुनने वाला नहीं है। उन्होंने पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठाए हैं। पंजाब | दैनिक भास्कर
