पंजाब में रोड नेटवर्क के लिए नेशनल हाईवे अथॉरिटी (NHAI) को राज्य में 15 प्रोजेक्ट को पूरा करने लिए 103 किलोमीटर जमीन की जरूरत है। इतना ही नहीं किसानों के विरोध के चलते अमृतसर कटरा एक्सप्रेस-वे तीन छोटे हिस्सों का काम भी रुका हुआ है। इसके लिए NHAI की तरफ से पंजाब सरकार को पत्र लिखा गया है। उम्मीद है कि जल्दी ही यह प्रोजेक्ट पूरे होंगे। 1344 किलोमीटर लंबे प्रोजेक्टों पर चल रहा काम राज्य में मौजूदा समय में 1,344 किलोमीटर लंबे 37 प्रोजेक्टों का काम चल रहा है। इनमें से कई प्रोजेक्ट जमीन की कमी और किसानों के विरोध के चलते रुके हुए हैं। हालांकि इससे पहले केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी साफ कर चुके हैं कि जो राज्य सरकार हाईवे प्रोजेक्ट के लिए जमीन मुहैया नहीं करवाएगी। ऐसे राज्यों से प्रोजेक्ट वापस ले लिए जाएंगे। इसके बाद पंजाब सीएम भगवंत मान ने तत्कालीन मुख्य सचिव अनुराग वर्मा और डीजीपी अनुराग वर्मा को किसानों बातचीत के लिए कहा था। इसके बाद प्रशासन ने किसानों से बातचीत कर 94 फीसदी जमीन NHAI को मुहैया कराई थी। इन प्रोजेक्टों के लिए जमीन की जरूरत NHAI को अपने प्रोजेक्ट के लिए जमीन की जरूरत है। उनमें दिल्ली अमृतसर कटड़ा एक्सप्रेस वे, ब्यास डेरा बाबा नानक, अमृतसर, अबोहर, फाजिल्का, अमृतसर बाइपास, मोगा, बाजखाना, अमृतसर बठिंडा, दक्षिणी लुधियाना बाइपास, लुधियाना बठिंडा, लुधियाना रोपड़ मार्ग के लिए जमीन की जरूरत है। हालांकि सीएम भगवंत मान का कहना है कि पंजाब में अन्य जगह की अपेक्षा जमीन काफी उपजाऊ है। ऐसे में पंजाब की जमीन का अन्य राज्य की जमीन से तुलना न की जाए। साथ ही जमीन के उचित रेट दिए जाए। पंजाब में रोड नेटवर्क के लिए नेशनल हाईवे अथॉरिटी (NHAI) को राज्य में 15 प्रोजेक्ट को पूरा करने लिए 103 किलोमीटर जमीन की जरूरत है। इतना ही नहीं किसानों के विरोध के चलते अमृतसर कटरा एक्सप्रेस-वे तीन छोटे हिस्सों का काम भी रुका हुआ है। इसके लिए NHAI की तरफ से पंजाब सरकार को पत्र लिखा गया है। उम्मीद है कि जल्दी ही यह प्रोजेक्ट पूरे होंगे। 1344 किलोमीटर लंबे प्रोजेक्टों पर चल रहा काम राज्य में मौजूदा समय में 1,344 किलोमीटर लंबे 37 प्रोजेक्टों का काम चल रहा है। इनमें से कई प्रोजेक्ट जमीन की कमी और किसानों के विरोध के चलते रुके हुए हैं। हालांकि इससे पहले केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी साफ कर चुके हैं कि जो राज्य सरकार हाईवे प्रोजेक्ट के लिए जमीन मुहैया नहीं करवाएगी। ऐसे राज्यों से प्रोजेक्ट वापस ले लिए जाएंगे। इसके बाद पंजाब सीएम भगवंत मान ने तत्कालीन मुख्य सचिव अनुराग वर्मा और डीजीपी अनुराग वर्मा को किसानों बातचीत के लिए कहा था। इसके बाद प्रशासन ने किसानों से बातचीत कर 94 फीसदी जमीन NHAI को मुहैया कराई थी। इन प्रोजेक्टों के लिए जमीन की जरूरत NHAI को अपने प्रोजेक्ट के लिए जमीन की जरूरत है। उनमें दिल्ली अमृतसर कटड़ा एक्सप्रेस वे, ब्यास डेरा बाबा नानक, अमृतसर, अबोहर, फाजिल्का, अमृतसर बाइपास, मोगा, बाजखाना, अमृतसर बठिंडा, दक्षिणी लुधियाना बाइपास, लुधियाना बठिंडा, लुधियाना रोपड़ मार्ग के लिए जमीन की जरूरत है। हालांकि सीएम भगवंत मान का कहना है कि पंजाब में अन्य जगह की अपेक्षा जमीन काफी उपजाऊ है। ऐसे में पंजाब की जमीन का अन्य राज्य की जमीन से तुलना न की जाए। साथ ही जमीन के उचित रेट दिए जाए। पंजाब | दैनिक भास्कर
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