पत्नी ने हाथ पकड़े, मैंने उसे 7 बार हंसिया मारा:बरेली में प्रेमिका की हत्या करने वाला बोला- ब्लैकमेल न करती, तो अफेयर बना रहता

पत्नी ने हाथ पकड़े, मैंने उसे 7 बार हंसिया मारा:बरेली में प्रेमिका की हत्या करने वाला बोला- ब्लैकमेल न करती, तो अफेयर बना रहता

मैं उसे 6 साल से पैसे दे रहा था। अब मेरे पास पैसे नहीं थे। वो मुझे ब्लैकमेल कर रही थी। हमारा अफेयर चलता रहता। लेकिन, मैं पैसे नहीं दे सकता था। यह बात मेरी पत्नी को पता चल गई थी। बस, मेरी पत्नी ने मेरा सपोर्ट किया। हमने उसकी हत्या की प्लानिंग की। उसे बुलाया और मार डाला। ऐसा बरेली में अपनी प्रेमिका की हत्या करने वाले शादीशुदा मोनू गुप्ता ने कहा। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। मोनू ने कहा- मैंने उसे रविवार की रात फोन किया था। वो मेरे बुलाने पर आ गई। इसके बाद मेरी पत्नी ने उसके हाथ पकड़े। मैंने 7 बार हंसिया मारी, इसके बाद चेक किया। वो मर चुकी थी। मोनू गुप्ता की पत्नी फरार है। उसने पुलिस के सामने पूरे क्राइम सीन को बताया, चलिए जानते हैं लक्ष्मी मर्डर केस के बारे में सब कुछ… सबसे पहले एक नजर पूरे मामले पर बरेली के नवाबगंज थाना क्षेत्र में सरदार नगर पड़ता है। यहां रहने वाली लक्ष्मी (23) अपनी फुफेरी बहन के साथ रविवार शाम स्कूटी से बरेली के मॉल में शॉपिंग करने गई थी। शाम 7 बजे दोनों स्कूटी से घर आ रही थीं। सपना के मुताबिक- हाफिजगंज क्षेत्र में पीलीभीत हाईवे पर कार से आए नवाबगंज के किराना व्यापारी मोनू गुप्ता और उसकी पत्नी ने दोनों रोक लिया। मोनू गुप्ता ने स्कूटी से लक्ष्मी को उतारकर अपनी कार में बैठा लिया। उस समय लक्ष्मी ने सपना से कहा कि कुछ देर रुको, अभी आती हूं। इसके बाद सपना वहीं रुकी रही। लेकिन, जब दो-ढाई घंटे बीत गए तब सपना घर आई और उसने परिजनों को पूरी बात बता दी। घर वाले रात में ही हाफिजगंज थाने पहुंची। यहां उन्होंने मोनू और उसकी पत्नी पूजा रस्तोगी के खिलाफ बेटी को फुसलाकर ले जाने की रिपोर्ट दर्ज कराई। रातभर घर वाले परेशान रहे। सोमवार की सुबह घर वालों को सूचना मिली कि फैजलापुर मोड़ के पास एक लड़की की लाश मिली है। मौके पर पहुंचे परिजन लाश देखते ही बिलख पड़े। उन्होंने लाश की शिनाख्त लक्ष्मी के रूप में की। हरकत में आई पुलिस ने मोनू गुप्ता के घर पहुंची। यहां वो और उसकी पत्नी लापता थे। सोमवार की देर रात पुलिस ने मोनू को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने लक्ष्मी की हत्या की बात कबूल कर ली। 7 साल से चल रहा था अफेयर मोनू गुप्ता ने जुर्म कबूल करते हुए कहा- मेरा लक्ष्मी से 7 साल पुराना अफेयर था। वो मेरी दुकान में किराना का सामान लेने आती थी। तभी हमारी बातचीत शुरू हुई। हमारे बीच रिलेशन थे। इसके बाद मेरी शादी हो गई। शादी के बाद भी हमारी बात होती थी। लेकिन, मैं उससे पीछा छुड़ना चाहता था। अब यह बात भी वो जान गई थी। इसलिए उसने मुझसे पैसे लेने शुरू कर दिए। मेरे पास अपना घर चलाने के पैसे नहीं थे, उसको कहां से देता। एक दिन मैंने अपनी पत्नी पूजा को उसके बारे में सब कुछ बता दिया। इसके बाद पूजा ने मेरा सपोर्ट किया। हम दोनों ने मिलकर उसे खत्म करने की प्लानिंग की। शनिवार को वो मॉल गई थी। वहां से उनसे मुझे फोन किया और फिर से पैसे मांगे। बस यही सही समय था। मैंने पत्नी को बताया तो उसने कहा हां ठीक है। उससे पूछो कहां मिलना है। इसके बाद लक्ष्मी ने ही हमें लोकेशन बताई और हम लोग कार से वहां पहुंच गए। लक्ष्मी पहले सोच रही थी कि हम लोग पैसे देने के लिए आए हैं। लेकिन फिर हमने उसे कार में बैठा लिया। इसके बाद उसकी कार में पिटाई की। बाद में फैजलापुर मोड़ के पास पहुंच गए। मोनू गुप्ता ने कहा- मैंने कार में हंसिया रखी थी। उसे निकाला। इस दौरान मेरी पत्नी ने उसके हाथ पकड़े। फिर मैंने उसे तब तक हंसिया मार, जब तक वो मर नहीं गई। पत्नी पूजा रस्तोगी कहां है? इस सवाल के जवाब में मोनू गुप्ता ने कहा- मैं नहीं जानता कि वो कहां है। मैंने उसे पैसे देकर भाग जाने के लिए कहा। इसके बाद खुद भी भागने की फिराक में था। लेकिन, पुलिस ने मुझे पकड़ लिया। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में सामने आई क्रूरता पुलिस ने क्राइम स्पॉट से फोरेंसिक एविडेंस कलेक्ट किए। साथ ही लक्ष्मी का पोस्टमॉर्टम कराया। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक- लक्ष्मी की बॉडी पर 7 जगह गहरे जख्म मिले। सिर, गर्दन पर धारदार हथियार से कटने के निशान हैं। इसके साथ ही अंगुली भी कटी हुई है। चेहरे पर भी चोट है। ज्यादा खून बहने और हार्ट बीट रुकने से लक्ष्मी की मौत हुई है। एसपी देहात मुकेश चंद्र मिश्रा ने मोनू की गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए कहा- आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। उसकी पत्नी की तलाश की जा रही है। जल्द से जल्द उसे भी पकड़ लिया जाएगा। एविडेंस कलेक्ट किए गए हैं। आरोपी का मेडिकल करा, जेल भेजने की कार्रवाई की जा रही है। मैं उसे 6 साल से पैसे दे रहा था। अब मेरे पास पैसे नहीं थे। वो मुझे ब्लैकमेल कर रही थी। हमारा अफेयर चलता रहता। लेकिन, मैं पैसे नहीं दे सकता था। यह बात मेरी पत्नी को पता चल गई थी। बस, मेरी पत्नी ने मेरा सपोर्ट किया। हमने उसकी हत्या की प्लानिंग की। उसे बुलाया और मार डाला। ऐसा बरेली में अपनी प्रेमिका की हत्या करने वाले शादीशुदा मोनू गुप्ता ने कहा। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। मोनू ने कहा- मैंने उसे रविवार की रात फोन किया था। वो मेरे बुलाने पर आ गई। इसके बाद मेरी पत्नी ने उसके हाथ पकड़े। मैंने 7 बार हंसिया मारी, इसके बाद चेक किया। वो मर चुकी थी। मोनू गुप्ता की पत्नी फरार है। उसने पुलिस के सामने पूरे क्राइम सीन को बताया, चलिए जानते हैं लक्ष्मी मर्डर केस के बारे में सब कुछ… सबसे पहले एक नजर पूरे मामले पर बरेली के नवाबगंज थाना क्षेत्र में सरदार नगर पड़ता है। यहां रहने वाली लक्ष्मी (23) अपनी फुफेरी बहन के साथ रविवार शाम स्कूटी से बरेली के मॉल में शॉपिंग करने गई थी। शाम 7 बजे दोनों स्कूटी से घर आ रही थीं। सपना के मुताबिक- हाफिजगंज क्षेत्र में पीलीभीत हाईवे पर कार से आए नवाबगंज के किराना व्यापारी मोनू गुप्ता और उसकी पत्नी ने दोनों रोक लिया। मोनू गुप्ता ने स्कूटी से लक्ष्मी को उतारकर अपनी कार में बैठा लिया। उस समय लक्ष्मी ने सपना से कहा कि कुछ देर रुको, अभी आती हूं। इसके बाद सपना वहीं रुकी रही। लेकिन, जब दो-ढाई घंटे बीत गए तब सपना घर आई और उसने परिजनों को पूरी बात बता दी। घर वाले रात में ही हाफिजगंज थाने पहुंची। यहां उन्होंने मोनू और उसकी पत्नी पूजा रस्तोगी के खिलाफ बेटी को फुसलाकर ले जाने की रिपोर्ट दर्ज कराई। रातभर घर वाले परेशान रहे। सोमवार की सुबह घर वालों को सूचना मिली कि फैजलापुर मोड़ के पास एक लड़की की लाश मिली है। मौके पर पहुंचे परिजन लाश देखते ही बिलख पड़े। उन्होंने लाश की शिनाख्त लक्ष्मी के रूप में की। हरकत में आई पुलिस ने मोनू गुप्ता के घर पहुंची। यहां वो और उसकी पत्नी लापता थे। सोमवार की देर रात पुलिस ने मोनू को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने लक्ष्मी की हत्या की बात कबूल कर ली। 7 साल से चल रहा था अफेयर मोनू गुप्ता ने जुर्म कबूल करते हुए कहा- मेरा लक्ष्मी से 7 साल पुराना अफेयर था। वो मेरी दुकान में किराना का सामान लेने आती थी। तभी हमारी बातचीत शुरू हुई। हमारे बीच रिलेशन थे। इसके बाद मेरी शादी हो गई। शादी के बाद भी हमारी बात होती थी। लेकिन, मैं उससे पीछा छुड़ना चाहता था। अब यह बात भी वो जान गई थी। इसलिए उसने मुझसे पैसे लेने शुरू कर दिए। मेरे पास अपना घर चलाने के पैसे नहीं थे, उसको कहां से देता। एक दिन मैंने अपनी पत्नी पूजा को उसके बारे में सब कुछ बता दिया। इसके बाद पूजा ने मेरा सपोर्ट किया। हम दोनों ने मिलकर उसे खत्म करने की प्लानिंग की। शनिवार को वो मॉल गई थी। वहां से उनसे मुझे फोन किया और फिर से पैसे मांगे। बस यही सही समय था। मैंने पत्नी को बताया तो उसने कहा हां ठीक है। उससे पूछो कहां मिलना है। इसके बाद लक्ष्मी ने ही हमें लोकेशन बताई और हम लोग कार से वहां पहुंच गए। लक्ष्मी पहले सोच रही थी कि हम लोग पैसे देने के लिए आए हैं। लेकिन फिर हमने उसे कार में बैठा लिया। इसके बाद उसकी कार में पिटाई की। बाद में फैजलापुर मोड़ के पास पहुंच गए। मोनू गुप्ता ने कहा- मैंने कार में हंसिया रखी थी। उसे निकाला। इस दौरान मेरी पत्नी ने उसके हाथ पकड़े। फिर मैंने उसे तब तक हंसिया मार, जब तक वो मर नहीं गई। पत्नी पूजा रस्तोगी कहां है? इस सवाल के जवाब में मोनू गुप्ता ने कहा- मैं नहीं जानता कि वो कहां है। मैंने उसे पैसे देकर भाग जाने के लिए कहा। इसके बाद खुद भी भागने की फिराक में था। लेकिन, पुलिस ने मुझे पकड़ लिया। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में सामने आई क्रूरता पुलिस ने क्राइम स्पॉट से फोरेंसिक एविडेंस कलेक्ट किए। साथ ही लक्ष्मी का पोस्टमॉर्टम कराया। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक- लक्ष्मी की बॉडी पर 7 जगह गहरे जख्म मिले। सिर, गर्दन पर धारदार हथियार से कटने के निशान हैं। इसके साथ ही अंगुली भी कटी हुई है। चेहरे पर भी चोट है। ज्यादा खून बहने और हार्ट बीट रुकने से लक्ष्मी की मौत हुई है। एसपी देहात मुकेश चंद्र मिश्रा ने मोनू की गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए कहा- आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। उसकी पत्नी की तलाश की जा रही है। जल्द से जल्द उसे भी पकड़ लिया जाएगा। एविडेंस कलेक्ट किए गए हैं। आरोपी का मेडिकल करा, जेल भेजने की कार्रवाई की जा रही है।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर