परिजनों को यकीन मुख्तार की हत्या की गई:गाजीपुर में अफजाल ने कहा- पहलगाम घटना के बाद पीएम रैली कर रहे थे, ये सरकार का बड़ा फेल्योर

परिजनों को यकीन मुख्तार की हत्या की गई:गाजीपुर में अफजाल ने कहा- पहलगाम घटना के बाद पीएम रैली कर रहे थे, ये सरकार का बड़ा फेल्योर

गाजीपुर से सपा सांसद अफजाल अंसारी ने जातीय जनगणना के सरकारी फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को सबसे पहले अखिलेश यादव ने उठाया था। उनका कहना है कि जनसंख्या के अनुपात में कल्याणकारी योजनाएं बननी चाहिए। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव, राहुल गांधी समेत तमाम विपक्षी नेता इसकी मांग लगातार कर रहे थे। उन्होंने कहा- परिजनों को यकीन है कि मुख्तार की जहर देकर हत्या की गई है। हमारी लीगल टीम इसका अध्ययन करेगी, जरूरत पड़ने पर हम हाईकोर्ट जाएंगे। अंसारी ने पहलगाम आतंकी हमले पर गंभीर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि विदेशी आतंकवादियों ने धर्म के आधार पर पर्यटकों की हत्या की। एक स्थानीय कश्मीरी ने पर्यटकों को बचाने में अपनी जान दे दी। स्थानीय लोगों ने पर्यटकों की सुरक्षा में मदद की। 2000 पर्यटकों की मौजूदगी में एक भी सुरक्षाकर्मी नहीं
सांसद ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा- पहलगाम आतंकी हमले पर कहा कि पहलगाम में विदेशी आतंकवादियों ने मासूम पर्यटकों की जघन्य हत्या की। आतंकवादियों ने अपनी घातक योजना के तहत नाम और धर्म पूछ कर हत्या की। काश्मीर का एक स्थानीय नागरिक आतंकवादियों और पर्यटकों के बीच ढाल बन कर खड़ा हुआ और जान गवांयी। स्थानीय कश्मीरियों ने पर्यटकों को सुरक्षित बचने में मदद की। बड़ा सवाल ये है कि सरकार ने बार-बार कहा था कि कश्मीर में परिंदा पर नहीं मार सकता। ये इंटेलिजेंस और सरकार का बड़ा फेल्योर है कि आतंकवादियों ने इतनी बड़ी घटना की। जहां 2 हजार पर्यटक थे, वहां एक भी सुरक्षा कर्मी नहीं था। इस सवाल को लेकर पूरे देश मे व्याकुलता है। पुलवामा की घटना अभी रहस्य
पुलवामा की घटना में भी ऐसा ही हुआ था। पुलवामा की घटना अभी भी रहस्य है, उसका सच सामने नहीं आया। ये बहुत बड़ी जवाबदेही है, हमारे सुरक्षा तंत्र की,गृह मंत्रालय की। पहलगाम की घटना के बाद पीएम पटना में चुनाव रैली कर रहे थे। ऐसी स्थिति में देश मे बहुत गुस्सा और चिंता है। लोग कह रहे है कि जातीय जनगणना के फैसला शिगूफा तो नहीं। पहलगाम की खबर को पटल से हटाने के लिए ये फैसला बस शिगूफा न हो। जातीय जनगणना पूरी पारदर्शिता और निष्पक्षता से होनी चाहिए। जातीय जनगणना का किया समर्थन
उन्होंने जातीय जनगणना पूरी तरह पारदर्शी और निष्पक्ष कराए जाने की मांग भी की। उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना से उन लोगों को हक़ और हिस्सेदारी मिलेगी, जिनके हक पर चंद लोग कब्जा जमाए बैठे है। परिवार को विश्वास है कि मुख्तार की हत्या हुई, हम हाईकोर्ट जाएंगे
मुख्तार की मौत को लेकर परिजनों की सुप्रीम कोर्ट से याचिका खारिज होने के सवाल पर बोले कि हमने अभी कोर्ट के आदेश को पढा नहीं है। हमारे वकीलों के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि इस मामले की जांच के लिए आप हाई कोर्ट जा सकते हैं। परिजनों को यकीन है कि मुख्तार की जहर देकर हत्या की गई है। हमारी लीगल टीम इसका अध्ययन करेगी, जरूरत पड़ने पर हम हाईकोर्ट जाएंगे। ———————— ये खबर भी पढ़ेंः- अफजाल अंसारी के खिलाफ पुलिस ने खुद दर्ज की FIR:कहा था-मठों में साधु-संत भकाभक पीते हैं गांजा, लखनऊ में भी पी रहे हैं गाजीपुर के सपा सांसद अफजाल अंसारी के खिलाफ FIR दर्ज की है। उन्होंने 3 दिन पहले मठ, मंदिर और कुंभ को लेकर बयान दिया था। कहा था- मठों में साधु-संत भकाभक गांजा पीते हैं। लखनऊ में पी रहे थे। कुंभ में एक मालगाड़ी गांजा भेजा जाए तो खप जाएगा। गाजीपुर पुलिस ने उनके इस बयान पर खुद एफआईआर दर्ज की है। पढ़ें पूरी खबर… गाजीपुर से सपा सांसद अफजाल अंसारी ने जातीय जनगणना के सरकारी फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को सबसे पहले अखिलेश यादव ने उठाया था। उनका कहना है कि जनसंख्या के अनुपात में कल्याणकारी योजनाएं बननी चाहिए। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव, राहुल गांधी समेत तमाम विपक्षी नेता इसकी मांग लगातार कर रहे थे। उन्होंने कहा- परिजनों को यकीन है कि मुख्तार की जहर देकर हत्या की गई है। हमारी लीगल टीम इसका अध्ययन करेगी, जरूरत पड़ने पर हम हाईकोर्ट जाएंगे। अंसारी ने पहलगाम आतंकी हमले पर गंभीर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि विदेशी आतंकवादियों ने धर्म के आधार पर पर्यटकों की हत्या की। एक स्थानीय कश्मीरी ने पर्यटकों को बचाने में अपनी जान दे दी। स्थानीय लोगों ने पर्यटकों की सुरक्षा में मदद की। 2000 पर्यटकों की मौजूदगी में एक भी सुरक्षाकर्मी नहीं
सांसद ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा- पहलगाम आतंकी हमले पर कहा कि पहलगाम में विदेशी आतंकवादियों ने मासूम पर्यटकों की जघन्य हत्या की। आतंकवादियों ने अपनी घातक योजना के तहत नाम और धर्म पूछ कर हत्या की। काश्मीर का एक स्थानीय नागरिक आतंकवादियों और पर्यटकों के बीच ढाल बन कर खड़ा हुआ और जान गवांयी। स्थानीय कश्मीरियों ने पर्यटकों को सुरक्षित बचने में मदद की। बड़ा सवाल ये है कि सरकार ने बार-बार कहा था कि कश्मीर में परिंदा पर नहीं मार सकता। ये इंटेलिजेंस और सरकार का बड़ा फेल्योर है कि आतंकवादियों ने इतनी बड़ी घटना की। जहां 2 हजार पर्यटक थे, वहां एक भी सुरक्षा कर्मी नहीं था। इस सवाल को लेकर पूरे देश मे व्याकुलता है। पुलवामा की घटना अभी रहस्य
पुलवामा की घटना में भी ऐसा ही हुआ था। पुलवामा की घटना अभी भी रहस्य है, उसका सच सामने नहीं आया। ये बहुत बड़ी जवाबदेही है, हमारे सुरक्षा तंत्र की,गृह मंत्रालय की। पहलगाम की घटना के बाद पीएम पटना में चुनाव रैली कर रहे थे। ऐसी स्थिति में देश मे बहुत गुस्सा और चिंता है। लोग कह रहे है कि जातीय जनगणना के फैसला शिगूफा तो नहीं। पहलगाम की खबर को पटल से हटाने के लिए ये फैसला बस शिगूफा न हो। जातीय जनगणना पूरी पारदर्शिता और निष्पक्षता से होनी चाहिए। जातीय जनगणना का किया समर्थन
उन्होंने जातीय जनगणना पूरी तरह पारदर्शी और निष्पक्ष कराए जाने की मांग भी की। उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना से उन लोगों को हक़ और हिस्सेदारी मिलेगी, जिनके हक पर चंद लोग कब्जा जमाए बैठे है। परिवार को विश्वास है कि मुख्तार की हत्या हुई, हम हाईकोर्ट जाएंगे
मुख्तार की मौत को लेकर परिजनों की सुप्रीम कोर्ट से याचिका खारिज होने के सवाल पर बोले कि हमने अभी कोर्ट के आदेश को पढा नहीं है। हमारे वकीलों के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि इस मामले की जांच के लिए आप हाई कोर्ट जा सकते हैं। परिजनों को यकीन है कि मुख्तार की जहर देकर हत्या की गई है। हमारी लीगल टीम इसका अध्ययन करेगी, जरूरत पड़ने पर हम हाईकोर्ट जाएंगे। ———————— ये खबर भी पढ़ेंः- अफजाल अंसारी के खिलाफ पुलिस ने खुद दर्ज की FIR:कहा था-मठों में साधु-संत भकाभक पीते हैं गांजा, लखनऊ में भी पी रहे हैं गाजीपुर के सपा सांसद अफजाल अंसारी के खिलाफ FIR दर्ज की है। उन्होंने 3 दिन पहले मठ, मंदिर और कुंभ को लेकर बयान दिया था। कहा था- मठों में साधु-संत भकाभक गांजा पीते हैं। लखनऊ में पी रहे थे। कुंभ में एक मालगाड़ी गांजा भेजा जाए तो खप जाएगा। गाजीपुर पुलिस ने उनके इस बयान पर खुद एफआईआर दर्ज की है। पढ़ें पूरी खबर…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर