हरियाणा के पलवल जिले में प्रेम विवाह करने के बाद दहेज में गाड़ी व पांच लाख नहीं दिए तो प्रताड़ित करने लगे। बच्चे को जन्म दिया, तो ननद ले गई, कहा दहेज नहीं लाएगी, तो बच्चा भी नहीं मिलेगा। मारपीट कर प्रताड़ित करने लगे, तो विवाहिता ने फांसी का फंदा लगाकर मौत को गले लगा लिया। शहर थाना पुलिस ने मृतका के भाई की शिकायत पर पति सहित तीन के खिलाफ दहेज हत्या का केस दर्ज किया। परिवार की सहमति के बिना किया विवाह शहर थाना प्रभारी रेणू शेखावत के अनुसार मच्छगर गांव निवासी गौतम ने दी शिकायत में कहा कि उसकी बहन श्वेता ने एक जुलाई 2022 को बिना परिवार की सहमति के किशोरपुर गांव निवासी नवीन के साथ प्रेम-विवाह किया था। शादी के बाद उन्होंने अपनी बहन को एक लाख 51 हजार रुपए नकद, दस तोला सोना व घरेलू सामान दहेज के तौर पर दे दिया था। जब तक दहेज नहीं, तब तक बसने नहीं दूंगा इसके बाद नवीन दहेज में कार, ससुर पांच लाख 51 हजार रुपए नकद व सास और ननद सोने के आभूषणों की मांग करने लगे। तईया ससुर करण कहता था कि श्वेता जब तक दहेज नहीं लाएगी, तब तक घर नहीं बसने दूंगा। 15 सितंबर 2022 को वह गांव से पंचायत लेकर अपनी बहन के घर किशोरपुर गया और ससुराल वालों को समझाया कि हम इतने अमीर नहीं है, जो आपकी दहेज की मांग पूरी कर सकें। श्वेता के बच्चे को ससुराल ले गई ननद वे अपनी आदतों से बाज नहीं आए और मारपीट करने लगे। जिसके चलते वर्ष 2023 में दिवाली के आसपास उसकी बहन ने 112 पर फोन कर पुलिस से मदद मांगी थी। इसके बाद जनवरी, मई व अक्टूबर 2023 को लोगों ने उनके गांव जाकर समझाया था, लेकिन वे अपनी आदतों से बाज नहीं आए और उसकी बहन के साथ मारपीट कर प्रताड़ित करते रहे। 30 नवंबर ननद बच्चे को अपनी ससुराल ले गई। कहा कि जब दहेज की मांग पूरी कर देगी, तो बच्चा मिलेगा। दिवाली पर लेने जाने वाला था भाई जिससे उसकी बहन परेशान रहने लगी और उसे प्रताड़ित किया जाता रहा। 10 अक्टूबर 2024 को उसकी बहन श्वेता ने अपनी मां को फोन कर आपबीती सुनाई और रोने लगी, तो उसकी मां ने कहा कि दिवाली पर तुझे लेने तेरे भाई को भेज दूंगी, लेकिन 17 अक्टूबर को उसकी मां के मोबाइल पर पुलिस का फोन आया कि आपकी लड़की ने ससुराल में फांसी लगा ली है। पुलिस ने परिजनों को सौंपा शव परिजन जब लोगों के साथ किशोरपुर गांव पहुंचे, तो उसकी बहन श्वेता पंखे से लटक कर फांसी पर झुलती मिली। पुलिस ने मृतका के भाई की शिकायत पर पति नवीन, ससुर सुंदर व तईया ससुर करण सहित अन्य के खिलाफ दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज कर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए जिला नागरिक अस्पताल भिजवा दिया। पुलिस ने 18 अक्टूबर को शव को पोस्टमॉर्टम के बाद उसके परिजनों के हवाले कर दिया। हरियाणा के पलवल जिले में प्रेम विवाह करने के बाद दहेज में गाड़ी व पांच लाख नहीं दिए तो प्रताड़ित करने लगे। बच्चे को जन्म दिया, तो ननद ले गई, कहा दहेज नहीं लाएगी, तो बच्चा भी नहीं मिलेगा। मारपीट कर प्रताड़ित करने लगे, तो विवाहिता ने फांसी का फंदा लगाकर मौत को गले लगा लिया। शहर थाना पुलिस ने मृतका के भाई की शिकायत पर पति सहित तीन के खिलाफ दहेज हत्या का केस दर्ज किया। परिवार की सहमति के बिना किया विवाह शहर थाना प्रभारी रेणू शेखावत के अनुसार मच्छगर गांव निवासी गौतम ने दी शिकायत में कहा कि उसकी बहन श्वेता ने एक जुलाई 2022 को बिना परिवार की सहमति के किशोरपुर गांव निवासी नवीन के साथ प्रेम-विवाह किया था। शादी के बाद उन्होंने अपनी बहन को एक लाख 51 हजार रुपए नकद, दस तोला सोना व घरेलू सामान दहेज के तौर पर दे दिया था। जब तक दहेज नहीं, तब तक बसने नहीं दूंगा इसके बाद नवीन दहेज में कार, ससुर पांच लाख 51 हजार रुपए नकद व सास और ननद सोने के आभूषणों की मांग करने लगे। तईया ससुर करण कहता था कि श्वेता जब तक दहेज नहीं लाएगी, तब तक घर नहीं बसने दूंगा। 15 सितंबर 2022 को वह गांव से पंचायत लेकर अपनी बहन के घर किशोरपुर गया और ससुराल वालों को समझाया कि हम इतने अमीर नहीं है, जो आपकी दहेज की मांग पूरी कर सकें। श्वेता के बच्चे को ससुराल ले गई ननद वे अपनी आदतों से बाज नहीं आए और मारपीट करने लगे। जिसके चलते वर्ष 2023 में दिवाली के आसपास उसकी बहन ने 112 पर फोन कर पुलिस से मदद मांगी थी। इसके बाद जनवरी, मई व अक्टूबर 2023 को लोगों ने उनके गांव जाकर समझाया था, लेकिन वे अपनी आदतों से बाज नहीं आए और उसकी बहन के साथ मारपीट कर प्रताड़ित करते रहे। 30 नवंबर ननद बच्चे को अपनी ससुराल ले गई। कहा कि जब दहेज की मांग पूरी कर देगी, तो बच्चा मिलेगा। दिवाली पर लेने जाने वाला था भाई जिससे उसकी बहन परेशान रहने लगी और उसे प्रताड़ित किया जाता रहा। 10 अक्टूबर 2024 को उसकी बहन श्वेता ने अपनी मां को फोन कर आपबीती सुनाई और रोने लगी, तो उसकी मां ने कहा कि दिवाली पर तुझे लेने तेरे भाई को भेज दूंगी, लेकिन 17 अक्टूबर को उसकी मां के मोबाइल पर पुलिस का फोन आया कि आपकी लड़की ने ससुराल में फांसी लगा ली है। पुलिस ने परिजनों को सौंपा शव परिजन जब लोगों के साथ किशोरपुर गांव पहुंचे, तो उसकी बहन श्वेता पंखे से लटक कर फांसी पर झुलती मिली। पुलिस ने मृतका के भाई की शिकायत पर पति नवीन, ससुर सुंदर व तईया ससुर करण सहित अन्य के खिलाफ दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज कर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए जिला नागरिक अस्पताल भिजवा दिया। पुलिस ने 18 अक्टूबर को शव को पोस्टमॉर्टम के बाद उसके परिजनों के हवाले कर दिया। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में IAS अफसरों में सीनियोरिटी विवाद:2 सबसे सीनियर, लेकिन कैडर के नहीं; चीफ सेक्रेटरी ने 5 अधिकारियों को बुलाया
हरियाणा में IAS अफसरों में सीनियोरिटी विवाद:2 सबसे सीनियर, लेकिन कैडर के नहीं; चीफ सेक्रेटरी ने 5 अधिकारियों को बुलाया हरियाणा में इन दिनों IAS ऑफिसर्स में सीनियोरिटी विवाद चल रहा है। 1988 बैच के IAS अफसर टीवीएसएन प्रसाद के बाद सेकेंड पोजीशन को लेकर यह कॉन्ट्रोवर्सी शुरू हुई है। इस पोजीशन के लिए 1990 बैच के IAS अफसरों की सीनियोरिटी तय की जानी है। इस बैच में कुल 6 अफसर हैं। इनमें से 3 IAS अफसरों ने मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद को रिपोर्ट देकर आग्रह किया है कि उनके बैच में इंटरनल सीनियोरिटी तय करते हुए सीनियोरिटी दें। हालांकि इस बैच में सुधीर राजपाल सबसे वरिष्ठ IAS हैं, जबकि उनके बाद डॉ. सुमिता मिश्रा सीनियर हैं। जबकि इसी बैच के 3 अफसर अंकुर गुप्ता, अनुराग रस्तोगी और डॉ. राजा शेखर वुंडरू ने नोटिस दिया है कि सुधीर राजपाल और डॉ . सुमिता मिश्रा दूसरे कैडर से हरियाणा कैडर में आए हैं, इसलिए उन्हें हरियाणा कैडर में उनसे नीचे सीनियोरिटी दी जाए। मुख्य सचिव TVSN प्रसाद ने इस नोटिस पर 5 अफसरों को व्यक्तिगत सुनवाई पर बुलाया है। हालांकि अभी तक टीवीएसएन प्रसाद ने सीनियोरिटी को लेकर कोई भी लिस्ट फाइनल नहीं की। संभावना है कि जल्द ही मुख्य सचिव इसको लेकर लिस्ट जारी कर सकते हैं। हरियाणा सचिवालय के सूत्रों का कहना है कि यह विवाद CM दरबार भी पहुंच चुका है। ग्रेडेशन लिस्ट में सुधीर राजपाल सबसे सीनियर पिछले 34 साल से हरियाणा कैडर के 1990 बैच के IAS अफसरों की ग्रेडेशन लिस्ट प्रकाशित हो रही है। इस लिस्ट में सुधीर राजपाल की सीनियोरिटी सबसे ऊपर है। उनके बाद डॉ. सुमिता मिश्रा का नाम प्रकाशित होता है। प्रदेश सरकार ने भी जितने आदेश जारी किए, उनमें सीनियोरिटी का क्रम यही रखा गया है। ऐसे में सीनियोरिटी के क्रम में सुधीर राजपाल सबसे सीनियर माने जा रहे हैं। 34 साल से हरियाणा में ये है परंपरा सीनियोरिटी के अनुसार 1988 बैच के IAS टीवीएसएन प्रसाद के बाद दूसरे नंबर पर 1989 बैच के विवेक जोशी हैं। मगर, वे केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर हैं। उनके बाद 1990 बैच के सीनियर मोस्ट आईएएस सुधीर राजपाल हैं। अगर 1990 बैच के 34 साल से चली आ रही ही IAS अफसरों की सीनियोरिटी बरकरार रहती है, तो परंपरा अनुसार सुधीर राजपाल को वित्तायुक्त राजस्व पद पर तैनात किया जाएगा। अगर मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद 1990 बैच की सीनियोरिटी तोड़ने की सिफारिश करते हैं और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी उस सिफारिश को मान लेते हैं तो वरिष्ठतम अंकुर गुप्ता हो जाएंगे। उनके बाद अनुराग रस्तोगी, फिर आनंद मोहन शरण, डॉ. राजा शेखर कुंडरू फिर सुधीर राजपाल और अंत में डॉ. सुमिता मिश्रा का नाम आएगा। सीनियोरिटी बदलने पर कई अफसर बनेंगे मुख्य सचिव अभी 1990 बैच की वरिष्ठता का क्रम सुधीर राजपाल, डॉ. सुमिता मिश्रा, अंकुर गुप्ता, अनुराग रस्तोगी, आनंद मोहन शरण और डॉ. राजा शेखर वुंडरू हैं। सुधीर राजपाल की रिटायरमेंट तिथि 30 नवंबर 2026, डॉ . सुमिता मिश्रा की 31 जनवरी, 2027, अंकुर गुप्ता की 31 दिसंबर, 2024, अनुराग रस्तोगी की 30 जून, 2025, आनंद मोहन शरण की 31 अगस्त, 2025 और डॉ. राजा शेखर कुंडरू की 31 जुलाई, 2026 है। चूंकि टीवीएसएन प्रसाद की रिटायरमेंट 31 अक्तूबर, 2024 को होनी है। उनके बाद मुख्य सचिव सामान्य तौर पर सीनियर मोस्ट को नियुक्त किया जाता है। इसलिए अगर 1990 बैच के अफसरों की वरिष्ठता बदलती है तो थोड़े-थोड़े समय के लिए कई IAS अफसर मुख्य सचिव बन सकते हैं।
कांग्रेस-भाजपा के बागियों पर इनेलो-JJP की नजर:दोनों दलों के पास जिताऊ कैंडिडेट की कमी, निर्दलीय को भी साथ लाने की कोशिश
कांग्रेस-भाजपा के बागियों पर इनेलो-JJP की नजर:दोनों दलों के पास जिताऊ कैंडिडेट की कमी, निर्दलीय को भी साथ लाने की कोशिश हरियाणा में कांग्रेस और भाजपा को छोड़कर किसी भी पार्टी की स्थिति लोकसभा चुनाव में अच्छी नहीं रही। यही वजह है कि इनेलो, जेजेपी और आप 90 विधानसभा क्षेत्रों में जिताऊ चेहरे तलाश रही हैं। भाजपा और कांग्रेस के पास जहां हर विधानसभा क्षेत्र में कई दावेदार हैं, वहीं इनेलो, जेजेपी और आप के पास चेहरों का अभाव है। इन तीनों पार्टियों की नजर अब कांग्रेस और भाजपा के बागियों पर रहेगी। आपको बता दें कि जेजेपी ने पिछले विधानसभा में भी यही चाल चली थी। जेजेपी को हरियाणा से 10 सीटें मिली थीं और उसने हरियाणा में किंगमेकर की भूमिका निभाई थी। जेजेपी ने उन उम्मीदवारों को टिकट दिए, जिन्हें कांग्रेस और भाजपा ने नकार दिया था। लेकिन वे अपने विधानसभा क्षेत्रों में जीतने का दम रखते थे। इस बार इनेलो और आप जेजेपी के फॉर्मूले पर काम करेंगी। अभय चौटाला ने भी इस ओर इशारा किया है। उन्होंने हिसार में उन नेताओं को ऑफर दिए हैं, जो कांग्रेस और भाजपा से असंतुष्ट हैं। दावेदारों ने बढ़ाई कांग्रेस और भाजपा की चिंता कांग्रेस और भाजपा दोनों में ही विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए कई दावेदार हैं। दोनों ही पार्टियां सर्वे के आधार पर टिकट बांटेंगी। लेकिन यह चुनाव लोकसभा चुनाव से बिल्कुल अलग होगा। इसमें स्थानीय मुद्दे और प्रत्याशी का चेहरा दोनों काम आएंगे। भाजपा और कांग्रेस की चिंता यह है कि उनके पास एक सीट के लिए 15 से 20 दावेदार हैं और टिकट सिर्फ एक को मिलेगा। उन जगहों पर स्थिति और भी खराब है, जहां लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और भाजपा आगे थीं। कांग्रेस ने दावेदारों से आवेदन भी लेना शुरू कर दिया है, जो 31 जुलाई तक जमा किए जाएंगे। कांग्रेस को 100 से ज्यादा आवेदन मिल चुके हैं, जबकि अभी 15 दिन बाकी हैं। भाजपा दे रही जिम्मेदारी, कांग्रेस दे रही पेशकश विधानसभा चुनाव में नेताओं को संतुष्ट रखने के लिए भाजपा चुनाव के लिए अलग-अलग जिम्मेदारी देकर अपने कुनबे को एकजुट रखने की कोशिश कर रही है। भाजपा ऐसे नेताओं को अलग-अलग विधानसभाओं का प्रभारी बना रही है। उन्हें संगठन में एडजस्ट करने की कोशिश कर रही है। इसके लिए हरियाणा संगठन के शीर्ष नेताओं की ड्यूटी लगाई गई है कि वे नेताओं पर नजर रखें। दूसरी ओर, कांग्रेस ने अभी से यह पेशकश शुरू कर दी है कि जिन लोगों को टिकट नहीं मिलेगा, कांग्रेस की सरकार आने पर उनका पूरा ख्याल रखा जाएगा। यह बात प्रदेशाध्यक्ष उदयभान ने हिसार में कांग्रेस सम्मेलन में मंच से कही। 2024 लोकसभा चुनाव में पार्टियों का वोट प्रतिशत हरियाणा में भाजपा के खिलाफ वाले वोट लेने की होड़
हरियाणा में सत्ता विरोधी लहर के वोट पाने की जहां कांग्रेस हर संभव कोशिश कर रही है। वहीं विपक्षी दल इनेलो कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा को भाजपा का मोहरा बताने में लगे हैं ताकि सत्ता विरोधी लहर का फायदा उनको भी मिल सके। इस लोकसभा चुनाव में 53.89 % वोट भाजपा के खिलाफ पड़े। सभी दलों की नजर इसी आंकड़े पर है। वहीं भाजपा अपने 46.11% वोटों को बचाए रखने की जुगत में हैं क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर मिला वोट विधानसभा में छिटक सकता है। हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में सत्ता विरोधी लहर इनेलो और जजपा में बंटने के बजाय कांग्रेस को गया। इससे कांग्रेस को लोकसभा में 5 सीटें मिली। वहीं विधानसभा वाईज 42 सीटों पर बढ़त मिली। ऐसे में विपक्षी दल हुड्डा की पोल खोलने में लगे हैं। हुड्डा के चुनाव से पीछे हटने से बैठे बिठाय इनेलो और जजपा के हाथ मुद्दा लग गया है।
कांग्रेस के 71 कैंडिडेट फाइनल, लिस्ट थोड़ी देर में:सैलजा-सुरजेवाला चुनाव लड़े तो दीपेंद्र हुड्डा ने भी दावेदारी ठोकी; कांग्रेसियों ने बाबरिया की गाड़ी घेरी
कांग्रेस के 71 कैंडिडेट फाइनल, लिस्ट थोड़ी देर में:सैलजा-सुरजेवाला चुनाव लड़े तो दीपेंद्र हुड्डा ने भी दावेदारी ठोकी; कांग्रेसियों ने बाबरिया की गाड़ी घेरी हरियाणा में कांग्रेस उम्मीदवारों की लिस्ट थोड़ी देर में आ सकती है। इसके लिए दिल्ली में कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति (CEC) की मीटिंग हो रही है। जिसमें 71 नाम फाइनल हो चुके हैं। भाजपा की 67 उम्मीदवारों की पहली सूची की तरह कांग्रेस भी बड़ी लिस्ट जारी कर सकती है। प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया ने कहा कि विनेश फोगाट जुलाना से चुनाव लड़ेंगी। यहां उनकी ससुराल है। वहीं सिरसा सांसद कुमारी सैलजा और राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला के विधानसभा चुनाव लड़ने की सूरत में रोहतक सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने भी दावेदारी ठोक दी है। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक मधुसूदन मिस्त्री की अगुआई में बनी दूसरी कमेटी में दीपेंद्र ने यह इच्छा जताई। दीपेंद्र हुड्डा पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा के बेटे हैं। कांग्रेस ने पेंडिंग 12 सीटों के लिए एक सब कमेटी बनाई थी। इसमें मधुसूदन मिस्त्री, अजय माकन और दीपक बावरिया को शामिल किया गया था। इसी में सैलजा-सुरजेवाला वाली सीट भी शामिल थी। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया ने कहा कि अभी तक सांसदों को चुनाव लड़ने की इजाजत नहीं दी गई है। वहीं, कांग्रेस की टिकट लिस्ट से पहले ही कांग्रेस में घमासान मच गया है। हिसार की बरवाला सीट पर विधायक रामनिवास घोड़ेला को टिकट देने का विरोध हो रहा है। इसके लिए भारी संख्या में कांग्रेस समर्थक दिल्ली पहुंच गए। वहां उन्होंने कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया की गाड़ी घेर ली। उन्होंने कहा कि जून महीने में हुए लोकसभा चुनाव में घोड़ेला ने कांग्रेस उम्मीदवार जयप्रकाश जेपी का विरोध किया था। घोड़ेला को टिकट का विरोध कर रहे कांग्रेसी
शुक्रवार को बरवाला हलके के किसान संगठनों के लोग बसों में सवार होकर कांग्रेस के दिल्ली मुख्यालय पहुंचे। किसान संगठनों से जुड़े लोगों ने इस दौरान कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया की गाड़ी का घेराव किया। किसानों ने कहा कि चर्चा है कि पूर्व विधायक रामनिवास घोड़ेला को कांग्रेस बरवाला से टिकट दे सकती है। किसान इसका विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस हाईकमान से मिलेंगे और एक ही मांग रखेंगे कि रामनिवास घोड़ेला को टिकट न दे। अगर कांग्रेस ने रामनिवास घोड़ेला को अपना प्रत्याशी बनाकर बरवाला भेजा हैं तो वे एकजुट होकर इसका विरोध करेंगे। किसान नेताओं का कहना था कि पूर्व विधायक रामनिवास घोड़ेला पर सीडी कांड सहित अनेक आरोप लगे हुए हैं। 3 बार केंद्रीय चुनाव समिति की मीटिंग हुई
हरियाणा में उम्मीदवारों के सिलेक्शन के लिए कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की 3 बार मीटिंग हो चुकी है। पहली मीटिंग 2 सितंबर को हुई थी। जिसमें 49 सीटों पर चर्चा हुई। जिसमें 34 उम्मीदवारों के नाम फाइनल हुए। 15 नाम स्क्रीनिंग कमेटी को लौटा दिए हैं। जो 34 नाम फाइनल हुए हैं, उनमें 22 विधायक शामिल थे। इसके बाद 3 सितंबर को दूसरी मीटिंग हुई। जिसमें 34 सीटों पर चर्चा हुई। जिनमें 32 सीटें फाइनल कर ली गई। इसके बाद 24 सीटें बची हुई थीं। जिन पर फाइनल चर्चा से पहले स्क्रीनिंग कमेटी को जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इसके बाद आज यानी 6 सितंबर को तीसरी मीटिंग हुई। कांग्रेस को 90 सीटों पर मिले थे 2,556 आवेदन
कांग्रेस ने हरियाणा में 90 सीटों के लिए दावेदारों से आवेदन मांगे गए थे। जिसमें 2,556 नेताओं ने टिकट का आवेदन किया था। इसमें से कई सीटों पर 40 से ज्यादा नेताओं ने तक आवेदन कर रखे थे। हरियाणा कांग्रेस में चल रही CM चेहरे की लड़ाई
हरियाणा कांग्रेस में चुनाव से पहले सीएम के चेहरे को लेकर लड़ाई चल रही है। फिलहाल पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा इसके सबसे बड़े दावेदार हैं। हालांकि सिरसा सांसद कुमारी सैलजा भी कह चुकी हैं कि वह सीएम क्यों नहीं बन सकतीं। इसके लिए उन्होंने अनुसूचित जाति का सीएम बनाने की पैरवी की है। वहीं राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला ने भी शुक्रवार को बयान दिया कि मैं मुख्यमंत्री बनना चाहता हूं। ये भी पढ़ें… टिकट से पहले हरियाणा कांग्रेस में घमासान:बरवाला से रामनिवास को कांग्रेस प्रत्याशी न बनाने की मांग हरियाणा के हिसार में टिकट की घोषणा होने से पहले ही घमासान शुरू हो गया है। आज हिसार जिला के बरवाला हलके के विभिन्न किसान संगठनों के लोग सैकड़ों की संख्या में बसों में सवार होकर कांग्रेस पार्टी के दिल्ली मुख्यालय में पहुंचे। किसान संगठनों से जुड़े लोगों ने इस दौरान कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया की गाड़ी का घेराव किया। पूरी खबर पढ़ें…