हरियाणा के पानीपत जिले के बराना गांव में बेटे ने मां को लकड़ी काटने वाली इंजन मशीन से काट डाला। जिससे मां गंभीर रूप से घायल हो गई। मां को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उसकी हालत स्थिर बनी हुई है। आरोपी बेटा पिछले कई दिनों से मकान के बंटवारे को लेकर विवाद और मारपीट कर रहा था। इसकी शिकायत पुलिस में की गई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है। आरोपी को गिरफ्तार भी कर लिया गया है। बेटे के साथ घर में घुसकर वारदात को अंजाम दिया सेक्टर 13-17 थाने में दी शिकायत में सलीम ने बताया कि वह बराना गांव का रहने वाला है। उसका छोटा भाई मौसमी है। वह अक्सर उससे बिना किसी बात के झगड़ा करता रहता है। वह उससे कहता है कि उसे अपनी मां राजकली को 30 लाख रुपये देने हैं। 23 जुलाई की रात करीब साढ़े नौ बजे मौसमी ने फिर झगड़ा किया। इस झगड़े में मौसमी और उसका बेटा असलम उर्फ मित्ता घर में घुस आए। यहां उन्होंने उसे जान से मारने की नीयत से लकड़ी काटने वाली इंजन मशीन से हमला कर दिया। मशीन से उसकी मां की कमर कट गई। आरोपियों ने उसे जान से मारने की धमकी दी। चीख-पुकार सुनकर पड़ोसी मौके पर पहुंचे। जिसके बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। सलीम ने बताया कि उसका भाई हमेशा घर के बंटवारे को लेकर उससे झगड़ा करता रहता था। हरियाणा के पानीपत जिले के बराना गांव में बेटे ने मां को लकड़ी काटने वाली इंजन मशीन से काट डाला। जिससे मां गंभीर रूप से घायल हो गई। मां को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उसकी हालत स्थिर बनी हुई है। आरोपी बेटा पिछले कई दिनों से मकान के बंटवारे को लेकर विवाद और मारपीट कर रहा था। इसकी शिकायत पुलिस में की गई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है। आरोपी को गिरफ्तार भी कर लिया गया है। बेटे के साथ घर में घुसकर वारदात को अंजाम दिया सेक्टर 13-17 थाने में दी शिकायत में सलीम ने बताया कि वह बराना गांव का रहने वाला है। उसका छोटा भाई मौसमी है। वह अक्सर उससे बिना किसी बात के झगड़ा करता रहता है। वह उससे कहता है कि उसे अपनी मां राजकली को 30 लाख रुपये देने हैं। 23 जुलाई की रात करीब साढ़े नौ बजे मौसमी ने फिर झगड़ा किया। इस झगड़े में मौसमी और उसका बेटा असलम उर्फ मित्ता घर में घुस आए। यहां उन्होंने उसे जान से मारने की नीयत से लकड़ी काटने वाली इंजन मशीन से हमला कर दिया। मशीन से उसकी मां की कमर कट गई। आरोपियों ने उसे जान से मारने की धमकी दी। चीख-पुकार सुनकर पड़ोसी मौके पर पहुंचे। जिसके बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। सलीम ने बताया कि उसका भाई हमेशा घर के बंटवारे को लेकर उससे झगड़ा करता रहता था। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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भूपेंद्र हुड्डा बोले- EVM गड़बड़ी पर कोर्ट जाएंगे:इलेक्शन कमीशन के जवाब का इंतजार कर रहे, कहीं मानव पर मशीन भारी न पड़ जाए
भूपेंद्र हुड्डा बोले- EVM गड़बड़ी पर कोर्ट जाएंगे:इलेक्शन कमीशन के जवाब का इंतजार कर रहे, कहीं मानव पर मशीन भारी न पड़ जाए हरियाणा चुनाव में कांग्रेस की हार पर भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि कहीं मानव पर मशीन भारी न पड़ जाए। जरूरत पड़ी तो हम कोर्ट भी जाएंगे। हुड्डा बिहार के पटना में मीडिया से बात कर रहे थे। पूर्व CM भूपेंद्र हुड्डा ने कहा- “हमने इलेक्शन कमीशन से शिकायत की है और उनके जवाब का इंतजार कर रहे हैं। जरूरत पड़ी तो पार्टी कोर्ट भी जाएगी। ऐसे न हो जाए कि मानव पर मशीन भरी पड़ जाए…”। प्रदेश में हुए चुनाव में कांग्रेस के माहौल के बावजूद वह 37 सीटों पर सिमटकर रह गई। वहीं भाजपा ने 48 सीटें जीतकर बहुमत पा लिया। जिसके बाद कांग्रेस EVM में गड़बड़ी का आरोप लगा रही है। इसको लेकर कांग्रेस दिल्ली में चुनाव आयोग से मिल चुकी है। जिसमें 20 सीटों पर रिजल्ट में गड़बड़ी की शिकायत की गई है। EVM की बैटरी चार्जिंग का तर्क दे रही कांग्रेस
कांग्रेस का दावा है कि मतगणना के दिन जिन EVM की बैटरी 99% चार्ज थी, उनसे भाजपा को बड़ी लीड मिली। वहीं जिन EVM की बैटरी 70-75% चार्ज थी, उनसे कांग्रेस को बढ़त मिली। कांग्रेस का कहना है कि दिन भर वोटिंग होने के बावजूद EVM 99% चार्ज कैसे रह सकती है। इसलिए वह गड़बड़ी की शिकायत कर रहे हैं। उन्होंने जिन सीटों पर शक जताया, उनकी लिस्ट भी चुनाव आयोग को सौंपी थी। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा था- EVM में कोई गड़बड़ी नहीं
इससे पहले मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार झारखंड और महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा के लिए आयोजित की प्रेस कॉन्फ्रेंस में कह चुके हैं कि EVM में कोई गड़बड़ी नहीं है। उन्होंने कहा कि EVM की बैटरी कैलकुलेटर बैटरी की तरह सिंगल यूज बैटरी होती है। यह मोबाइल बैटरी की तरह नहीं है। आयुक्त ने ये भी कहा था कि EVM में एक प्रावधान है कि मशीनों को कम वोल्टेज की आवश्यकता होती है। कमिशनिंग के बाद जब मॉक पोल होता है तो शुरू में 99% बैटरी दिखती है। इसके साथ ही जब यह 7.4% से कम वोल्टेज होता है तो यह कम बैटरी दिखाता है। सुप्रीम कोर्ट खारिज कर चुका याचिका
इस मामले में कांग्रेस सुप्रीम कोर्ट भी गई थी। कांग्रेस की तरफ से प्रिया मिश्रा और विकास बंसल ने 20 सीटों पर वोटिंग-काउंटिंग में गड़बड़ी के आरोप लगाए थे। याचिका की जल्द सुनवाई की मांग की गई थी। इस सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाकर्ता को फटकार लगाई। कोर्ट ने कहा, ‘ऐसी याचिका दायर करने पर आप पर जुर्माना भी लगाया जा सकता है। आप कागजात सौंपिए, हम देखेंगे।’ चीफ जस्टिस डी. वाई. चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा और न्यायमूर्ति जे. बी. पारदीवाला की पीठ ने याचिका खारिज करते हुए पूछा, ‘क्या आप चाहते हैं कि हम चुनी हुई नई सरकार का शपथग्रहण रोक दें?’ कांग्रेस में हार पर अलग-अलग बातें राहुल गांधी ने नेताओं पर फोड़ा ठीकरा
हार के बाद दिल्ली में कांग्रेस ने समीक्षा बैठक बुलाई थी। राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर हुई मीटिंग में राहुल गांधी ने हार की वजह बताते हुए कहा कि हमारे नेताओं के इंटरेस्ट पार्टी के इंटरेस्ट से ऊपर हो गए थे। इसके बाद राहुल गांधी वहां से चले गए। अध्यक्ष खड़गे का कहना था कि कमेटी बनाई है, उसकी रिपोर्ट के बाद इसके बारे में पता चलेगा। फैक्ट फाइंडिंग कमेटी में गुटबाजी-भीतरघात सामने आई
कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल और राजस्थान कांग्रेस विधायक हरीश चौधरी की अगुआई में फैक्ट फाइंडिंग कमेटी बनाई है। जिसने प्रदेश के 52 हारे उम्मीदवारों से बात की। जिसमें उम्मीदवारों ने हार के लिए गुटबाजी और भीतरघात को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि जिसे टिकट नहीं मिली, उसने विरोधी को वोट डलवाए। कांग्रेस नेताओं ने ही हमें वोट देने से इनकार किया। यही नहीं, इशारों में भूपेंद्र हुड्डा को ही अगुआई पर सवाल खड़े करते हुए कहा गया कि जाट विरोधी वोटरों का भाजपा के पक्ष में ध्रुवीकरण हो गया। हालांकि कुछ उम्मीदवारों ने ईवीएम पर भी शक जाहिर किया। सैलजा ने कहा- संगठन की कमी खली
सिरसा सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि चुनाव में कांग्रेस को संगठन की कमी खली। वह खुद भी प्रधान रहीं लेकिन संगठन नहीं बना पाईं, इसका उन्हें मलाल है। उन्होंने हार के कारण पर कहा कि पार्टी इसकी समीक्षा कर रही है। भूपेंद्र हुड्डा पर कार्रवाई के मामले में उन्होंने कहा था कि इसका फैसला हाईकमान ने करना है। कांग्रेस में विपक्षी दल नेता का पद लटका
कांग्रेस में हार के बाद मचे घमासान के बीच हरियाणा विधानसभा में विपक्षी दल नेता का पद लटका हुआ है। इसको लेकर 4 ऑब्जर्वरों ने चंडीगढ़ में विधायकों से मीटिंग की लेकिन नेता विपक्ष का चुनाव नहीं हो पाया। यहां हाईकमान को अधिकार दिए गए। हालांकि इसमें पेंच यह फंस गया कि ज्यादातर विधायकों ने भूपेंद्र हुड्डा की पैरवी की लेकिन सैलजा ग्रुप इसका विरोध कर रहा है।
हरियाणा के बॉक्सर दिल्ली में चुनाव लड़ सकते हैं:लोकसभा इलेक्शन से पहले भाजपा में शामिल हुए; कांग्रेस के टिकट पर हार चुके
हरियाणा के बॉक्सर दिल्ली में चुनाव लड़ सकते हैं:लोकसभा इलेक्शन से पहले भाजपा में शामिल हुए; कांग्रेस के टिकट पर हार चुके लोकसभा चुनाव 2024 से पहले कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए हरियाणा के बॉक्सर विजेंदर सिंह दिल्ली में विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं। इसकी चर्चा तब शुरू हुई जब विजेंदर सिंह ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर BJP के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े के साथ एक फोटो शेयर की। इस फोटो में विजेंदर पंच दिखाते नजर आ रहे हैं। बता दें कि विजेंदर सिंह इससे पहले दक्षिण दिल्ली लोकसभा से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं। हालांकि, उस चुनाव में उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा था। अब वह BJP से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। इन चर्चाओं पर विजेंदर सिंह के भाई मनोज बेनीवाल का कहना है कि अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। पार्टी जो जिम्मेदारी विजेंदर को देगी, वह अच्छे से निभाएगा। 2019 में राजनीति में आए विजेंदर सिंह
बॉक्सर विजेंदर सिंह ने 2019 में कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण की थी। पहले ही चुनाव में पार्टी ने उन्हें दक्षिण दिल्ली से मैदान में उतारा। इस चुनाव में उन्हें भाजपा नेता रमेश बिधूड़ी से हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद विजेंदर सिंह राजनीति में उतने एक्टिव नहीं रहे। इसके बाद 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले वह भाजपा में शामिल हो गए। विजेंदर सिंह जाट समुदाय से आते हैं। इस समुदाय का हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राजस्थान में कई सीटों पर राजनीतिक प्रभाव है। 2024 में मथुरा से लड़ने की चर्चाएं थीं
भिवानी के रहने वाले ओलिंपियन बॉक्सर विजेंदर सिंह को लेकर 2024 के लोकसभा चुनाव में भी चर्चाएं थीं कि वह कांग्रेस के टिकट पर मथुरा से चुनाव लड़ सकते हैं। उन्हें मथुरा से भाजपा सांसद हेमा मालिनी का का कॉम्पिटीटर माना जा रहा था। हालांकि, अंतरराष्ट्रीय बॉक्सर की तरफ से इसे लेकर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। इसके बाद उन्होंने भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया था। विजेंदर सिंह लोकसभा चुनाव से ठीक पहले BJP में शामिल हुए थे। विजेंदर के जरिए जाटों को साधने की कोशिश
भाजपा पिछले कुछ वर्षों से जाट बिरादरी पर अधिक ध्यान नहीं दे रही थी, लेकिन अब इस समुदाय में अपनी पैठ बनाने की कोशिश की जा रही है। दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) के जाट नेता कैलाश गहलोत पहले ही भाजपा में आ चुके हैं। अब भाजपा विजेंदर सिंह को आगे कर रही है। कॉलेज के दिनों से था मुक्केबाजी का शौक
29 अक्टूबर, 1985 को जन्मे विजेंदर के पिता महिपाल सिंह बेनीवाल हरियाणा रोडवेज में बस ड्राइवर थे। उनकी मां गृहिणी हैं। विजेंदर को कॉलेज के दिनों से ही मुक्केबाजी और कुश्ती का शौक था। वह इसकी प्रैक्टिस भिवानी बॉक्सिंग क्लब में करते थे। उन्होंने प्रशिक्षण भारतीय बॉक्सिंग कोच गुरबख्श सिंह संधू से लिया है। 17 मई, 2011 को विजेंदर ने अर्चना सिंह को हमसफर बनाया। अर्चना दिल्ली की रहने वाली हैं और सॉफ्टवेयर प्रोफेशनल हैं। बॉलीवुड में भी रहे एक्टिव
विजेंदर सिंह ने फिल्मों में भी हाथ आजमाया है। उन्होंने एक्टर के रूप में बॉलीवुड में अपनी शुरुआत 13 जून 2014 को रिलीज हुई फिल्म फगली से की थी। हालांकि, उनकी इस फिल्म को औसत रिव्यू मिले थे। इससे पहले 2011 में दक्षिण भारतीय डायरेक्टर आनंद की एक फिल्म को लेकर भी चर्चा शुरू हुई थी, लेकिन बाद में विजेंदर सिंह ने ही इसकी पुष्टि नहीं की। ॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰ विजेंदर सिंह से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें… ओलिंपियन बॉक्सर विजेंदर सिंह कांग्रेस छोड़ BJP में शामिल:बोले- लोगों की भलाई के लिए जुड़ा; 2019 में लोकसभा चुनाव हार गए थे हरियाणा के भिवानी में रहने वाले ओलिंपियन बॉक्सर विजेंदर सिंह बुधवार को कांग्रेस को छोड़ BJP में शामिल हो गए। उन्होंने नई दिल्ली में भाजपा मुख्यालय में पार्टी की सदस्यता ली। विजेंदर 2019 में कांग्रेस में शामिल हुए थे। पार्टी ने उन्हें साउथ दिल्ली से लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार बनाया था, लेकिन वे हार गए थे। पूरी खबर पढ़ें…
करनाल में ASI के घर पहुंचे क्राइम ब्रांच के IG:परिवार को 5 लाख की आर्थिक सहायता दी; जीजा ने गोलियां मरवाकर हत्या कराई
करनाल में ASI के घर पहुंचे क्राइम ब्रांच के IG:परिवार को 5 लाख की आर्थिक सहायता दी; जीजा ने गोलियां मरवाकर हत्या कराई हरियाणा के करनाल में बुधवार को स्टेट क्राइम ब्रांच के IG अशोक कुमार व करनाल SP पूजा डाबला कुटेल गांव में मृतक ASI संजीव कुमार के घर 5 लाख रुपए की आर्थिक सहायता राशि देने के लिए पहुंचे। इन्होंने मृतक की पत्नी व बेटे से बातचीत की और सांत्वना दी। ASI संजीव कुमार की घर के बाहर सड़क पर 2 बाइक सवार बदमाशों ने सिर में गोली मारकर हत्या कर दी थी। जिसका मास्टरमाइंड मृतक का जीजा निकला था। पुलिस 3 हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर जेल में भेज चुकी है, लेकिन मास्टरमाइंड अभी पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा है। जिसके लिए रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया हुआ है। IG बोले- ऐसे अटैक होंगे तो जनता को क्या सुरक्षा देंगे IG अशोक कुमार ने बताया कि संजीव कुमार हमारे पुलिस परिवार का एक हिस्सा थे। उसकी हत्या से पूरे परिवार को बड़ा दुख पहुंचा है। अगर पुलिस पर इस तरह से अटैक होने लगे तो हम आम जनता को क्या सुरक्षा देंगे?। आज क्राइम ब्रांच ने वेलफेयर फंड से कुछ पैसे एकत्रित करके भेजे हैं। डीजीपी ऑफिस और हरियाणा सरकार की तरफ से अलग से सहायता भी भेजी जाएगी। इसके अलावा जिसने भी यह हत्याकांड किया है, उसको लुकआउट नोटिस के जरिए जल्द से जल्द गिरफ्तार कर भारत लाने की कोशिश की जाएगी। SP पूजा डाबला ने कहा कि कोई संदिग्ध या बाहरी व्यक्ति होटल या धर्मशाला में आकर रह रहा है तो होटल प्रबंधन की भी जिम्मेदारी बनती है कि वह भी जांच करे और पुलिस को भी सूचित करे। इसके अलावा हमारे एसएचओ को समय-समय पर एक चेकिंग अभियान चलाने की जरूरत है। 2 गोलियां लगी थीं दरअसल, 2 जुलाई की रात करीब 8:30 बजे करनाल में कुटेल-ऊंचा समाना रोड पर टहलने गए क्राइम ब्रांच के ASI संजीव पर बाइक सवार 2 बदमाशों ने फायरिंग कर दी। परिजनों के मुताबिक एक गोली उनके सिर में लगी, जो आर-पार हो गई, दूसरी गोली कमर में लगी। अस्पताल में इलाज के दौरान संजीव की मौत हो गई थी। यूपी से आरोपी गिरफ्तार किए 3 जुलाई को पोस्टमॉर्टम हुआ और 4 जुलाई की रात को एसटीएफ ने 3 आरोपियों को यूपी के अलीगढ़ से गिरफ्तार भी कर लिया। 6 दिन के रिमांड के बाद आरोपियों को जेल भेज दिया था। जब आरोपियों यूपी से लेकर आ रहे थे तो उस दौरान एक आरोपी ने भागने का प्रयास भी किया था, लेकिन पुलिस ने उसकी टांग में गोली मारकर उसे पकड़ लिया था। आरोपियों ने खुलासा किया था कि मृतक के जीजा ने संजीव की सुपारी दी थी।