हरियाणा के पानीपत के समालखा में बारिश के बाद मौसम काफी सुहाना बना हुआ है। बारिश के बाद कई स्थानों पर जल भराव हो जाता है, इससे लोगों को समस्या भी झेलनी पड़ती है। समालखा के लघु सचिवालय में बनी पार्किंग में बारिश के चलते जलभराव हो गया है। पानी से उठ रही बदबू से आसपास के लोग परेशान हैं। प्रशासन का इस तरफ कोई ध्यान नहीं है। समालखा के लघु सचिवालय परिसर में बारिश का पानी भरा है। वकील, टाइपिस्ट, नक्शानवीसों के स्थान पर भी जलभराव के कारण लोगों को काफी परेशानियों का समाना करना पड़ रहा है। वहीं पार्किंग परिसर में गंदगी के लगे ढेर लगे हैं। सरकार व प्रशासन जहां आए दिन लोगों को जागरूकता के नाम पर स्वच्छता का पाठ पढ़ा रहा है, खुद उनके परिसर में बुरा हाल देख अधिकारियों की हंसी उड़ा रहे हैं। एडवोकेट गुलाब ने कहा कि इसी से अंदाजा लगाया जा सकता हैं कि जब लघु सचिवालय का यह हाल है, तो बाकी शहर का हश्र क्या होगा। उन्होंने कहा कि पार्किंग में पानी के निकासी का कोई स्थायी समाधान नहीं किया गया है।जल भराव के कारण बीमारियों के फैलने का अंदेशा बना हुआ है। यहां पर बरसात का पानी कई दिनों तक जमा रहता है। हरियाणा के पानीपत के समालखा में बारिश के बाद मौसम काफी सुहाना बना हुआ है। बारिश के बाद कई स्थानों पर जल भराव हो जाता है, इससे लोगों को समस्या भी झेलनी पड़ती है। समालखा के लघु सचिवालय में बनी पार्किंग में बारिश के चलते जलभराव हो गया है। पानी से उठ रही बदबू से आसपास के लोग परेशान हैं। प्रशासन का इस तरफ कोई ध्यान नहीं है। समालखा के लघु सचिवालय परिसर में बारिश का पानी भरा है। वकील, टाइपिस्ट, नक्शानवीसों के स्थान पर भी जलभराव के कारण लोगों को काफी परेशानियों का समाना करना पड़ रहा है। वहीं पार्किंग परिसर में गंदगी के लगे ढेर लगे हैं। सरकार व प्रशासन जहां आए दिन लोगों को जागरूकता के नाम पर स्वच्छता का पाठ पढ़ा रहा है, खुद उनके परिसर में बुरा हाल देख अधिकारियों की हंसी उड़ा रहे हैं। एडवोकेट गुलाब ने कहा कि इसी से अंदाजा लगाया जा सकता हैं कि जब लघु सचिवालय का यह हाल है, तो बाकी शहर का हश्र क्या होगा। उन्होंने कहा कि पार्किंग में पानी के निकासी का कोई स्थायी समाधान नहीं किया गया है।जल भराव के कारण बीमारियों के फैलने का अंदेशा बना हुआ है। यहां पर बरसात का पानी कई दिनों तक जमा रहता है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
कैबिनेट मंत्री डा. बनवारी ने रेवाड़ी में ली मीटिंग:बोले-खिलाफ काम करने वाले अधिकारियों की पहचान की जा रही; विकास कार्यों में तेजी लाने के निर्देश
कैबिनेट मंत्री डा. बनवारी ने रेवाड़ी में ली मीटिंग:बोले-खिलाफ काम करने वाले अधिकारियों की पहचान की जा रही; विकास कार्यों में तेजी लाने के निर्देश हरियाणा के लोक निर्माण मंत्री डा. बनवारी लाल ने गुरुवार को रेवाड़ी जिला सचिवालय स्थित सभागार में तमाम अधिकारियों की जिला स्तरीय मीटिंग ली। साथ ही अधिकारियों को अगले 3 महीनों के भीतर विकास कार्यों में तेजी लाने के भी निर्देश दिए। डा. बनवारी लाल ने माना कि कुछ खामियां रह गई, जिसे अभी चुनाव से पहले दुरुस्त कर दिया जाएगा। साथ ही कहा कि अब अधिकारियों की ढिलाई किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मीटिंग के बाद पत्रकारों से बात करते हुए डा. बनवारी लाल ने, दिल्ली जल संकट पर कहा-हरियाणा पर आरोप लगाने की बजाए दिल्ली सरकार जल प्रबंधन करें। हरियाणा पहले से ही दिल्ली को उसके हिस्से का पानी दे रहा है। दिल्ली सरकार बेबुनियाद आरोप लगाने का काम कर रही है। डा. बनवारी लाल ने कहा कि पिछले 3 महीनें लोकसभा चुनाव आचार संहिता की वजह से निकल गए, जिसकी वजह से कोई काम नहीं हो सके। हालांकि अभी हमारे पास 3 महीनें का वक्त बचा है। ऐसे में अधिकारियों को विकास कार्यों में तेजी लाने के आदेश दिए गए हैं। खासकर बिजली, पंचायती राज, लोक निर्माण विभाग और पब्लिक हेल्थ डिपार्टमेंट काफी अहम हैं। ऐसे में इन चारों डिपार्टमेंट के अधिकारियों को साफ कहा गया है कि विकास के कामों में ढिलाई किसी भी सूरत में सहन नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में मानसून का सीजन हैं। हमारे पास अभी डेढ़ महीने का वक्त बचा है। ऐसे में हमने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे सड़कों के काम में तेजी लाए, जिससे मानसून के समय में किसी तरह की दिक्कत ना आएं। खिलाफ काम करने वालों पर होगी कार्रवाई डा. बनवारी लाल ने कहा कि लोकसभा चुनाव में सरकार के खिलाफ कार्य करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों की पहचान की जा रही है। जल्द ही उनके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। ये पहले ही सीएम भी कह चुके हैं। ऐसे अधिकारी और कर्मचारियों को बख्शा नहीं जाएगा। डा. बनवारी लाल ने ये भी कहा कि सरकार का फोकस मूलभूत सुविधाओं से जुड़े महकमों पर है। जिससे आम लोगों को सहूलियत मिल सकें। डा. बनवारी ने ये भी कहा कि प्रॉपर्टी आईडी, फैमिली आईडी, बीपीएल कार्ड से संबंधित शिकायतें तेजी से दूर की जा रही है।
हरियाणा में 5 बार MLA के नाती कांग्रेस में शामिल:2019 में निर्दलीय लड़े, गोपाल कांडा से सिर्फ 603 वोटों से हारे थे
हरियाणा में 5 बार MLA के नाती कांग्रेस में शामिल:2019 में निर्दलीय लड़े, गोपाल कांडा से सिर्फ 603 वोटों से हारे थे हरियाणा के सिरसा में पूर्व विधायक लक्ष्मण दास अरोड़ा के नाती गोकुल सेतिया ने आज कांग्रेस जॉइन कर ली है। गोकुल सेतिया के कई दिनों से कांग्रेस में शामिल होने के कयास लगाए जा रहे थे। वह कई दिनों से दिल्ली के चक्कर लगा रहे थे। उनकी जॉइनिंग से साफ है कि कांग्रेस सिरसा से उनको विधानसभा से उम्मीदवार बना सकती है। गोकुल सेतिया 2019 में आजाद लड़कर गोपाल कांडा को कड़ी टक्कर दे चुके हैं और मात्र 602 वोट से हार गए थे। गोकुल सेतिया को उम्मीद थी अगर वह कांग्रेस से टिकट ले आएंगे तो कांडा को टक्कर देने में आसानी होगी। बता दें कि गोकुल सेतिया का परिवार पुराना कांग्रेसी है और उनके नाना लक्ष्मण दास अरोड़ा कांग्रेस में थे और 5 बार विधायक रहे रहे हैं। गोकुल सेतिया की मां सुनीता सेतिया 2014 में भाजपा की टिकट पर सिरसा से चुनाव लड़ चुकी हैं, मगर वह हार गई थी। इसके बाद भाजपा से उनके व परिवार के रिश्ते बिगड़ गए और सेतिया परिवार ने भाजपा छोड़ दी थी। गोकुल सेतिया ने कहा-कांग्रेस की सरकार बनना तय
कांग्रेस जॉइन करने के बाद गोकुल सेतिया ने कहा कि हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बन रही है। हम चाहते हैं कि हमारे इलाके की भागीदारी सरकार के अंदर हो। ताकि 10-15 साल से हमारे इलाके को इग्नोर किया जा रहा है हमारे इलाके का विकास हो सके। मैं बीजेपी में था और सरकार में होते हुए मैंने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किए थे। मगर उनको यह चीजें हजम नहीं हुई। उन्होंने मेरा टिकट काट दिया। मैंने निर्दलीय चुनाव लड़ा। सिरसा के लोगों को भरपूर आशीर्वाद दिया। 600 वोट से मैं हार गया था। कांग्रेस सांसद राजा वडिंग के जरिये मिली एंट्री
गोकुल सेतिया ने प्रदेश नेतृत्व को छोड़कर वाया पंजाब से नई दिल्ली का रास्ता चुनते हुए टिकट की मांग की थी। सूत्र बताते हैं कि गोकुल सेतिया पंजाब के युवा कांग्रेस नेता एवं सांसद राजा वडिंग के जरिए कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के संपर्क में थे। आज दिल्ली में नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा, हरियाणा कांग्रेस प्रभारी दीपक बावरिया, हरियाणा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष उदयभान और स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष अजय माकन के नेतृत्व में सेतिया कांग्रेस में शामिल हुए। गोपाल कांडा से फिर मुकाबला तय
गोकुल सेतिया का इस बार भी गोपाल कांडा से मुकाबला तय माना जा रहा है। वहीं लोकसभा चुनाव में सिरसा विधानसभा क्षेत्र से 13 हजार 350 वोटों से लीड हासिल करने वाली कांग्रेस नेता भी उत्साहित हैं। उल्लेखनीय है कि सिरसा विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत 31 वार्ड व 31 गांव आते हैं। ज्यादातर चुनाव वैश्य व पंजाबी समुदाय के बीच ही हुए हैं। दोनों समुदायों की हार जीत में निर्णायक भूमिका रहती है। गोपाल कांडा इस बार भाजपा के समर्थन से मैदान में आ सकते हैं। ऐसे में दोनों उम्मीदवारों के भिड़ने से सिरसा में मुकाबला रोचक रहने वाला है। कांग्रेस में गोकुल की राह आसान नहीं, अपनों से मिल सकती है चुनौती
कांग्रेस में गोकुल सेतिया की राह आसान नहीं है। यहां पिछला विधानसभा चुनाव लड़ने वाले स्व. होशियारी लाल शर्मा के पुत्र राजकुमार शर्मा व पौत्र मोहित शर्मा भी टिकट के लिए जोर आजमाइश कर रहे हैं। वहीं इनेलो व जजपा छोड़कर कांग्रेस में आए अमीर चावला भी भूपेंद्र हुड्डा के सहारे टिकट के लिए दौड़-धूप कर रहे हैं। नवीन केडिया, वीरभान मेहता व स्व. होशियारीलाल शर्मा पिछले चुनावों में जमानत बचाने में कामयाब नहीं हो पाए। एक बार फिर कांग्रेस के यही नेता चुनाव मैदान में उतरने के लिए अपने-अपने आकाओं की हाजिरी लगा रहे हैं। ऐसे में गोकुल को अपनों से ही कड़ी चुनौती मिल सकती है।
हरियाणा में विधानसभा चुनाव लड़ेगी संयुक्त संघर्ष पार्टी:रोहतक से गुरनाम सिंह चढूनी ठोका दावा; कांग्रेस-इनेलो के साथ गठबंधन तैयार
हरियाणा में विधानसभा चुनाव लड़ेगी संयुक्त संघर्ष पार्टी:रोहतक से गुरनाम सिंह चढूनी ठोका दावा; कांग्रेस-इनेलो के साथ गठबंधन तैयार हरियाणा के किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी चुनावी मैदान में उतर गए हैं। भाकियू चढ़ूनी ग्रुप के नेता गुरनाम चढूनी ने संयुक्त संघर्ष पार्टी नाम से राजनीतिक दल बनाया है। उन्होंने रोहतक में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान इसकी घोषणा की। चढूनी ने प्रदेश की सभी 90 सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में किसी भी पार्टी से गठबंधन के सवाल पर चढूनी ने कहा कि उनका इनेलो और कांग्रेस के प्रति नरम रुख है। इससे साफ है कि सत्तारूढ़ भाजपा और हाल ही में सरकार से बाहर आई जेजेपी के प्रति उनका रुख सख्त रहेगा। इसके साथ ही चढूनी ने कहा कि किसी भी हालत में उनका भाजपा और जेजेपी से गठबंधन नहीं होगा। उनका कहना है कि फिलहाल इस विषय पर किसी भी पार्टी से कोई चर्चा नहीं हुई है। इसलिए वह प्रदेश की सभी 90 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही हैं। राजनीतिक दल चौधर या पैसा कमाने को चुनाव लड़ रहे: चढूनी
चढूनी ने कहा कि आज राजनीतिक दल या तो चौधर के लिए चुनाव लड़ रहे हैं या फिर पैसा कमाने के लिए और राजनीतिक दल कॉर्पोरेट जगत की हाथों की कठपुतलियां बन चुके हैं। इसलिए ही उन्होंने इस राजनीतिक दल का गठन किया है। जो आम जनता की लड़ाई सड़क के साथ-साथ सदन में लड़ने का काम करेगी। उन्होंने कहा कि अभी फिलहाल विधानसभा के लिए वह तैयारी कर रहे हैं और आगे राष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पार्टी को लेकर जाएंगे। वह जनता की लड़ाई लड़ने वाले लोगों से आह्वान करते हैं कि संयुक्त संघर्ष पार्टी के साथ जुड़ कर देश हित की लड़ाई में योगदान करें। जेजेपी या बीजेपी से नहीं होगा गठबंधन
गठबंधन को लेकर गुरनाम सिंह चढूनी का कहना है कि जननायक जनता पार्टी या बीजेपी से उनकी पार्टी का कोई भी गठबंधन नहीं होगा। लेकिन इंडियन नेशनल लोकदल और कांग्रेस से उन्हें कोई परहेज नहीं है और जैसी भी पार्टी की स्थिति होगी उसी हिसाब से फैसला लिया जाएगा। फिलहाल में 90 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पहले भारतीय जनता पार्टी उन पर आरोप लगाती थी कि वह कांग्रेस के उकसाने पर ही आंदोलन करते हैं। लेकिन अब कांग्रेस पार्टी आरोप लगा रही है कि भाजपा के कहने पर उन्होंने राजनीतिक दल बनाया है, ताकि कांग्रेस को नुकसान हो सके।