हरियाणा के पानीपत जिले के समालखा कस्बे में एक युवक को कनाडा भेजकर वहां नौकरी लगवाने का झांसा देकर ठगी कर ली गई। घर पर आने-जाने वाले तीन युवकों ने इस वारदात को अंजाम दिया है। आरोपियों ने 9 लाख रुपये ऐंठ लिए और न तो उसे विदेश भेजा और न ही पैसे लौटाए। अब उन्होंने पीड़ित को जवाब देना भी बंद कर दिया है। जिसके बाद पीड़ित ने मामले की शिकायत पुलिस को दी है। शिकायत के आधार पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है। समालखा थाना पुलिस को दी शिकायत में नवनीत ने बताया कि वह गांव जौरासी खालसा का रहने वाला है। उसका काफी समय से गांव अट्टा निवासी सुरेंद्र और कुलवंत के घर आना-जाना था। 15 अगस्त 2022 को दोनों ने उसे बताया कि उनका भतीजा बच्चों को विदेश भेजने का काम करता है। तुम्हारे भाई सचिन को हम कनाडा भेज सकते हैं। इसके लिए तुम्हें 24 लाख रुपए देने होंगे। कनाडा भेजकर वहां काम भी दिलवा देंगे। उनकी बातों पर विश्वास कर 20 सितंबर को तीनों आरोपी उसके घर पहुंचे, और उन्होंने 4 लाख रुपए का चेक ले लिया। आरोपियों ने उसे विश्वास दिलवाया कि वीजा के लिए अप्लाई कर दिया है। उसमें कुछ समय लगता है, काम मार्च 2023 तक हो जाएगा। बायोमेट्रिक के नाम पर हड़पे 5 लाख 11 अप्रैल 2023 को आरोपी फिर से उसके घर गए और कहा कि तुम्हारे भाई के बायोमेट्रिक फिंगर होने हैं और 5 लाख रुपए ले गए। इसके बाद उनसे कई बार बात की, तो वे हर बार अलग-अलग बात कहकर टालते रहे। कुछ दिन बाद उन्होंने उसके फोन का जवाब देना बंद कर दिया। जब आरोपियों के घर गए, तो उन्होंने कहा कि काम पक्का होगा, नहीं हुआ तो वे पैसे वापस कर देंगे। अब एक साल से ज्यादा का समय हो गया, आरोपियों ने न ही कनाडा भेजा और न ही रुपए लौटाए। जांच-पड़ताल के दौरान पता लगा कि आरोपियों के खिलाफ इसी तरह कबूतरबाजी के पहले भी कई मामले समालखा थाना में दर्ज हैं। हरियाणा के पानीपत जिले के समालखा कस्बे में एक युवक को कनाडा भेजकर वहां नौकरी लगवाने का झांसा देकर ठगी कर ली गई। घर पर आने-जाने वाले तीन युवकों ने इस वारदात को अंजाम दिया है। आरोपियों ने 9 लाख रुपये ऐंठ लिए और न तो उसे विदेश भेजा और न ही पैसे लौटाए। अब उन्होंने पीड़ित को जवाब देना भी बंद कर दिया है। जिसके बाद पीड़ित ने मामले की शिकायत पुलिस को दी है। शिकायत के आधार पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है। समालखा थाना पुलिस को दी शिकायत में नवनीत ने बताया कि वह गांव जौरासी खालसा का रहने वाला है। उसका काफी समय से गांव अट्टा निवासी सुरेंद्र और कुलवंत के घर आना-जाना था। 15 अगस्त 2022 को दोनों ने उसे बताया कि उनका भतीजा बच्चों को विदेश भेजने का काम करता है। तुम्हारे भाई सचिन को हम कनाडा भेज सकते हैं। इसके लिए तुम्हें 24 लाख रुपए देने होंगे। कनाडा भेजकर वहां काम भी दिलवा देंगे। उनकी बातों पर विश्वास कर 20 सितंबर को तीनों आरोपी उसके घर पहुंचे, और उन्होंने 4 लाख रुपए का चेक ले लिया। आरोपियों ने उसे विश्वास दिलवाया कि वीजा के लिए अप्लाई कर दिया है। उसमें कुछ समय लगता है, काम मार्च 2023 तक हो जाएगा। बायोमेट्रिक के नाम पर हड़पे 5 लाख 11 अप्रैल 2023 को आरोपी फिर से उसके घर गए और कहा कि तुम्हारे भाई के बायोमेट्रिक फिंगर होने हैं और 5 लाख रुपए ले गए। इसके बाद उनसे कई बार बात की, तो वे हर बार अलग-अलग बात कहकर टालते रहे। कुछ दिन बाद उन्होंने उसके फोन का जवाब देना बंद कर दिया। जब आरोपियों के घर गए, तो उन्होंने कहा कि काम पक्का होगा, नहीं हुआ तो वे पैसे वापस कर देंगे। अब एक साल से ज्यादा का समय हो गया, आरोपियों ने न ही कनाडा भेजा और न ही रुपए लौटाए। जांच-पड़ताल के दौरान पता लगा कि आरोपियों के खिलाफ इसी तरह कबूतरबाजी के पहले भी कई मामले समालखा थाना में दर्ज हैं। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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