हरियाणा विधानसभा चुनावों के लिए बीजेपी ने बुधवार शाम बाद 67 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की। इस लिस्ट के जारी होते ही हरियाणा भाजपा में भगदड़ मच गई है। इस सूची के जारी होते ही कुछ ही मिनटों में सोशल मीडिया पर एक के बाद एक पार्टी पदाधिकारियों के इस्तीफे गिरने शुरू हो गए। गोहाना विधानसभा क्षेत्र से टिकट मांग रहे पहलवान और बीजेपी नेता योगेश्वर दत्त ने एक्स हैंडल पर गाने के साथ पोस्ट शेयर की। जिसमें उन्होंने लिखा कि चरित्र जब पवित्र है तो क्यों है ये दशा तेरी, ये पापियों को हक नहीं कि लें ये परीक्षा तेरी, तू ख़ुद की खोज में निकल, तू किस लिए हताश, तू चल तेरे वजूद को समय की भी तलाश है। इसके बाद उनके समर्थक फैसला लेने के लिए कह रहे थे। उन्हें निर्दलीय मैदान में आने के लिए कहा जा रहा था। जिस पर योगेश्वर दत्त ने निर्दलीय चुनाव लड़ने से साफ इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि आप सभी को राम राम। मैं शांति से अपनी एकेडमी में हूं। किसी बात की मैं टेंशन नहीं लेता, भाई जी इसलिए खुश हूं, नहीं तो शुगर हो जाती अब तक। गोहाना सीट से जताई थी चुनाव लड़ने की इच्छा
योगेश्वर दत्त गोहाना विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ना चाहते थे और उन्होंने नेतृत्व को भी यह बात बताई थी। रेसलर ने कहा था कि अब चुनाव का समय आ गया है, इसलिए मुझे गोहाना से चुनाव लड़ने का मौका मिलना चाहिए। मैं भविष्य के बारे में निश्चित नहीं हूं, लेकिन मैंने अपनी इच्छा जाहिर की है और नेतृत्व को बताया है कि मैं चुनाव लड़ना चाहता हूं। 2020 में बरोदा से लड़ा था चुनाव
साल 2012 ओलिंपिक में पदक जीतने वाले योगेश्वर दत्त को 2020 में बरोदा विधानसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार इंदूराज नरवाल ने हराया था। दत्त साल 2019 में भी कांग्रेस के तीन बार के विजेता कृष्ण हुड्डा से सीट हार गए थे। हरियाणा विधानसभा चुनावों के लिए बीजेपी ने बुधवार शाम बाद 67 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की। इस लिस्ट के जारी होते ही हरियाणा भाजपा में भगदड़ मच गई है। इस सूची के जारी होते ही कुछ ही मिनटों में सोशल मीडिया पर एक के बाद एक पार्टी पदाधिकारियों के इस्तीफे गिरने शुरू हो गए। गोहाना विधानसभा क्षेत्र से टिकट मांग रहे पहलवान और बीजेपी नेता योगेश्वर दत्त ने एक्स हैंडल पर गाने के साथ पोस्ट शेयर की। जिसमें उन्होंने लिखा कि चरित्र जब पवित्र है तो क्यों है ये दशा तेरी, ये पापियों को हक नहीं कि लें ये परीक्षा तेरी, तू ख़ुद की खोज में निकल, तू किस लिए हताश, तू चल तेरे वजूद को समय की भी तलाश है। इसके बाद उनके समर्थक फैसला लेने के लिए कह रहे थे। उन्हें निर्दलीय मैदान में आने के लिए कहा जा रहा था। जिस पर योगेश्वर दत्त ने निर्दलीय चुनाव लड़ने से साफ इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि आप सभी को राम राम। मैं शांति से अपनी एकेडमी में हूं। किसी बात की मैं टेंशन नहीं लेता, भाई जी इसलिए खुश हूं, नहीं तो शुगर हो जाती अब तक। गोहाना सीट से जताई थी चुनाव लड़ने की इच्छा
योगेश्वर दत्त गोहाना विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ना चाहते थे और उन्होंने नेतृत्व को भी यह बात बताई थी। रेसलर ने कहा था कि अब चुनाव का समय आ गया है, इसलिए मुझे गोहाना से चुनाव लड़ने का मौका मिलना चाहिए। मैं भविष्य के बारे में निश्चित नहीं हूं, लेकिन मैंने अपनी इच्छा जाहिर की है और नेतृत्व को बताया है कि मैं चुनाव लड़ना चाहता हूं। 2020 में बरोदा से लड़ा था चुनाव
साल 2012 ओलिंपिक में पदक जीतने वाले योगेश्वर दत्त को 2020 में बरोदा विधानसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार इंदूराज नरवाल ने हराया था। दत्त साल 2019 में भी कांग्रेस के तीन बार के विजेता कृष्ण हुड्डा से सीट हार गए थे। हरियाणा | दैनिक भास्कर