पानीपत जिले की समालखा तहसील में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की टीम ने 8 हजार की रिश्वत लेते हुए पटवारी को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। आरोपी पटवारी जमीन का खाता अलग करने की एवज में रिश्वत मांग रहा था। जिसकी एवज में उसने 30 हजार रुपए की मांग की थी। दोनों के बीच 25 हजार में सौदा तय हुआ था। आरोपी पहले भी कुछ रुपए ले चुका है। शिकायतकर्ता की शिकायत के आधार पर आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर टीम ने आज मंगलवार को उसे गिरफ्तार किया है पटवारी पर था तीन गांवों का कार्यभार
जानकारी के अनुसार अनिल पटवारी गांव जौरासी का रहने वाला है। जिसके पास गांव करहंस, गढ़ी छाजू और मच्छरौली का कार्यभार है। जिसके पास 22 मई को गांव गढ़ी छाजू का रहने वाला एक व्यक्ति अपने काम के लिए लगातार आ रहा था। पटवारी ने उसी दिन 1100 एडवांस ले लिए थे। इसके बाद लगातार उसके कार्यालय में चक्कर लगवाता रहा। आखिर में उसने 30 हजार रुपए की रिश्वत की मांग की। दोनों के बीच 25 हजार में समझौता हुआ। जिसके चलते अनिल पटवारी ने उससे 13 हजार रुपए ले लिए। इसके बाद उसने 4 हजार रुपए अपने असिस्टेंट को भी दिलवाए। रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा पटवारी बाकी के 8 हजार रुपए लेने का आज मंगलवार को दिन निर्धारित हुआ था, लेकिन शिकायतकर्ता ने इस बारे में एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने शिकायत के आधार पर आरोपी अनिल पटवारी के खिलाफ केस दर्ज किया था। साथ ही एंटी करप्शन ब्यूरो टीम ने ट्रैप लगाकर अनिल पटवारी को समालखा का तहसील में 8 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया। पानीपत जिले की समालखा तहसील में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की टीम ने 8 हजार की रिश्वत लेते हुए पटवारी को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। आरोपी पटवारी जमीन का खाता अलग करने की एवज में रिश्वत मांग रहा था। जिसकी एवज में उसने 30 हजार रुपए की मांग की थी। दोनों के बीच 25 हजार में सौदा तय हुआ था। आरोपी पहले भी कुछ रुपए ले चुका है। शिकायतकर्ता की शिकायत के आधार पर आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर टीम ने आज मंगलवार को उसे गिरफ्तार किया है पटवारी पर था तीन गांवों का कार्यभार
जानकारी के अनुसार अनिल पटवारी गांव जौरासी का रहने वाला है। जिसके पास गांव करहंस, गढ़ी छाजू और मच्छरौली का कार्यभार है। जिसके पास 22 मई को गांव गढ़ी छाजू का रहने वाला एक व्यक्ति अपने काम के लिए लगातार आ रहा था। पटवारी ने उसी दिन 1100 एडवांस ले लिए थे। इसके बाद लगातार उसके कार्यालय में चक्कर लगवाता रहा। आखिर में उसने 30 हजार रुपए की रिश्वत की मांग की। दोनों के बीच 25 हजार में समझौता हुआ। जिसके चलते अनिल पटवारी ने उससे 13 हजार रुपए ले लिए। इसके बाद उसने 4 हजार रुपए अपने असिस्टेंट को भी दिलवाए। रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा पटवारी बाकी के 8 हजार रुपए लेने का आज मंगलवार को दिन निर्धारित हुआ था, लेकिन शिकायतकर्ता ने इस बारे में एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने शिकायत के आधार पर आरोपी अनिल पटवारी के खिलाफ केस दर्ज किया था। साथ ही एंटी करप्शन ब्यूरो टीम ने ट्रैप लगाकर अनिल पटवारी को समालखा का तहसील में 8 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया। हरियाणा | दैनिक भास्कर
