हरियाणा के पानीपत जिले के बापौली में 9 माह की गर्भवती महिला की संदिग्ध मौत हो गई। ससुराल वालों ने छुपके से उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया। जिसकी भनक पुलिस को लगी। पुलिस ने जांच-पड़ताल करते हुए पूछताछ के बाद मायके वालों को इस बारे में सूचित किया। पुलिस ने मायके वालों को बताया कि उनकी लड़की ने फांसी लगा ली और ससुराल वालों ने बिना बताए संस्कार कर दिया है। मायके वाले तुरंत पानीपत पहुंचे। यहां पहुंच कर उन्होंने पुलिस को हत्या की शिकायत दी है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर पति मोहित, ससुर महिपाल, सास कृष्णा के अलावा सोहित और सोमबीर के खिलाफ धारा 80, 238-B, 3(5) के तहत केस दर्ज कर लिया है। पहले की कोर्ट मैरिज, फिर परिजनों ने रजामंदी से कराई शादी बापौली थाना पुलिस को दी शिकायत में मृतका के पिता नरेश ने बताया कि वह गांव बाय, गन्नौर जिला सोनीपत का रहने वाला है। वह 7 बेटियों और एक बेटे का पिता है। उसकी सबसे छोटी बेटी अंजली (21) थी। जिसने दिसंबर 2023 में मोहित निवासी गांव खोजकीपुर के साथ कोर्ट मैरिज की थी। इसके बाद दोनों परिवारों ने आपसी सहमति से 16 दिसंबर को दान दहेज के साथ दोनों की शादी की थी। लेकिन शादी के कुछ दिन बाद मोहित और उसके परिवार वालों ने अंजली के साथ मारपीट करनी शुरू कर दी थी। वे अक्सर उससे दहेज की मांग करते थे। कई बार आपसी तौर पर पंचायत भी हुई। लेकिन आरोपी अपनी हरकतों से बाज नहीं आए। डिलवरी में 10 दिन थे बाकी पिता ने बताया कि अंजली 9 माह की गर्भवती थी। जिसकी डिलवरी में महज 10 ही दिन बाकी थे। 6 सितंबर की शाम करीब साढ़े 7 बजे हमारे पास बापौली थाना पुलिस का फोन गया। पुलिस ने बताया कि अंजली ने फांसी का फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया है। जिसका ससुराल वालों ने आप लोगों को बिना बताए दाह संस्कार भी कर दिया है। सूचना मिलने पर मायका वाले रात करीब 10 बजे उसकी ससुराल पहुंचे। जहां उन्होंने पूछताछ और जांच-पड़ताल की। जिसमें उन्हें पता लगा कि 6 सितंबर को पति मोहित, ससुर महिपाल, सास कृष्णा के अलावा सोहित और ओमबीर लोगों ने अंजली को मार डाला। इसके बाद इसे हादसा दिखाने के लिए सुसाइड का रूप दिया और छुपके से अंतिम संस्कार भी कर दिया। हरियाणा के पानीपत जिले के बापौली में 9 माह की गर्भवती महिला की संदिग्ध मौत हो गई। ससुराल वालों ने छुपके से उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया। जिसकी भनक पुलिस को लगी। पुलिस ने जांच-पड़ताल करते हुए पूछताछ के बाद मायके वालों को इस बारे में सूचित किया। पुलिस ने मायके वालों को बताया कि उनकी लड़की ने फांसी लगा ली और ससुराल वालों ने बिना बताए संस्कार कर दिया है। मायके वाले तुरंत पानीपत पहुंचे। यहां पहुंच कर उन्होंने पुलिस को हत्या की शिकायत दी है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर पति मोहित, ससुर महिपाल, सास कृष्णा के अलावा सोहित और सोमबीर के खिलाफ धारा 80, 238-B, 3(5) के तहत केस दर्ज कर लिया है। पहले की कोर्ट मैरिज, फिर परिजनों ने रजामंदी से कराई शादी बापौली थाना पुलिस को दी शिकायत में मृतका के पिता नरेश ने बताया कि वह गांव बाय, गन्नौर जिला सोनीपत का रहने वाला है। वह 7 बेटियों और एक बेटे का पिता है। उसकी सबसे छोटी बेटी अंजली (21) थी। जिसने दिसंबर 2023 में मोहित निवासी गांव खोजकीपुर के साथ कोर्ट मैरिज की थी। इसके बाद दोनों परिवारों ने आपसी सहमति से 16 दिसंबर को दान दहेज के साथ दोनों की शादी की थी। लेकिन शादी के कुछ दिन बाद मोहित और उसके परिवार वालों ने अंजली के साथ मारपीट करनी शुरू कर दी थी। वे अक्सर उससे दहेज की मांग करते थे। कई बार आपसी तौर पर पंचायत भी हुई। लेकिन आरोपी अपनी हरकतों से बाज नहीं आए। डिलवरी में 10 दिन थे बाकी पिता ने बताया कि अंजली 9 माह की गर्भवती थी। जिसकी डिलवरी में महज 10 ही दिन बाकी थे। 6 सितंबर की शाम करीब साढ़े 7 बजे हमारे पास बापौली थाना पुलिस का फोन गया। पुलिस ने बताया कि अंजली ने फांसी का फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया है। जिसका ससुराल वालों ने आप लोगों को बिना बताए दाह संस्कार भी कर दिया है। सूचना मिलने पर मायका वाले रात करीब 10 बजे उसकी ससुराल पहुंचे। जहां उन्होंने पूछताछ और जांच-पड़ताल की। जिसमें उन्हें पता लगा कि 6 सितंबर को पति मोहित, ससुर महिपाल, सास कृष्णा के अलावा सोहित और ओमबीर लोगों ने अंजली को मार डाला। इसके बाद इसे हादसा दिखाने के लिए सुसाइड का रूप दिया और छुपके से अंतिम संस्कार भी कर दिया। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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करनाल की पूर्व विधायक का BJP पर आरोप:चुनाव में धांधली हुई, कई जगह पैसे बांटे गए, बूथ पर कार्यकर्ताओं को परेशान किया
करनाल की पूर्व विधायक का BJP पर आरोप:चुनाव में धांधली हुई, कई जगह पैसे बांटे गए, बूथ पर कार्यकर्ताओं को परेशान किया करनाल की पूर्व विधायक सुमिता सिंह ने कांग्रेस की हार के लिए बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। सुमिता सिंह ने आरोप लगाया है कि बीजेपी ने चुनाव से दो-तीन दिन पहले कुछ गड़बड़ियां कीं, यहां तक कि कुछ जगहों पर पैसे भी बांटे। इतना ही नहीं, बीजेपी के लोगों ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को उन बूथों पर परेशान किया, जहां उन्हें बैठना था। हालांकि, इन बातों का कोई सबूत नहीं मिला। कांग्रेस उम्मीदवारों का कांग्रेस के कुछ नेताओं द्वारा बड़े स्तर पर समर्थन न करने के सवाल पर सुमिता सिंह ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि नेताओं ने लोकसभा और विधानसभा उम्मीदवारों का समर्थन नहीं किया, क्योंकि हर नेता का अपना तरीका होता है और उन नेताओं ने उसी तरीके से काम किया है। अब जरूरी नहीं है कि नेता 24 घंटे उम्मीदवार के साथ घूमे। सुमिता सिंह ने कहा कि हमारे कार्यकर्ता भी साथ लगे हुए थे, और उन्होंने मिलकर काम किया है। जिस नेता की जहां पर जरूरत थी, वह वहां पर जा रहा था। बड़े नेता को एक-दो रैली में आ जाते है, लेकिन असलियत में काम तो खुद ही करना पड़ता है, मैंने दो बार विधायक का चुनाव लड़ा है और किस तरह से मेहनत करनी पड़ती है। अति आत्मविश्वास से होता है नुकसान सुमिता सिंह ने कहा कि लोकसभा में जिस तरह का रिजल्ट सामने आया है। उससे विधानसभा का रास्ता क्लियर होता नजर आता है, हालांकि विधानसभा में सरकार बनाने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी। कई बार अति आत्मविश्वास हो जाता है, लेकिन वह नुकसान का कारण बनता है। इसके अलावा संगठन होना भी जरूरी है, क्योंकि संगठन की अपनी अलग जिम्मेदारी होती है। लोकसभा चुनाव के दौरान संगठन की कमी खली है। हालांकि संगठन का निर्माण बड़े नेताओं का कार्य है। हाईकमान से बात की जाएगी कि अगर विधानसभा चुनाव से पहले संगठन बन जाए तो बहुत अच्छा रहेगा। मुख्यमंत्री को शुभकामनाएं, लेकिन वो भी गायब हो जाएंगे सुमिता सिंह ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को बधाई दी लेकिन तंज कस दिया, उन्होंने कहा कि नायब सैनी भी अब गायब हो जाएंगे, क्योंकि मनोहर लाल खट्टर भी गायब हो चुके है। नायब सिंह सैनी शपथ ले रहे है, लेकिन इनको शपथ न लेकर रिजाइन कर देना चाहिए था। BJP के पास पूरे विधायक ही नहीं है। मनोहर लाल पर ली चुटकी सुमिता सिंह ने मनोहर लाल खट्टर द्वारा सेक्टर 6 में मकान लिए जाने के सवाल पर चुटकी ली। उन्होंने कहा कि मनोहर लाल ने CM रहते हुए प्रेम नगर में भी मकान लिया था, क्या वे कभी एक दिन भी उस घर में गए, लेकिन मनोहर लाल ने सेक्टर-6 में मकान किराये पर लिया है और जब अपना मकान लेंगे तब देखेगें।
हरियाणा में BJP उम्मीदवारों की पहली लिस्ट तैयार:इसी हफ्ते ऐलान संभव, कई मंत्री-विधायकों के टिकट कटेंगे; कांग्रेस सबसे अंत में करेगी घोषणा
हरियाणा में BJP उम्मीदवारों की पहली लिस्ट तैयार:इसी हफ्ते ऐलान संभव, कई मंत्री-विधायकों के टिकट कटेंगे; कांग्रेस सबसे अंत में करेगी घोषणा हरियाणा में विधानसभा चुनाव की घोषणा होते ही पार्टियों ने उम्मीदवारों को लेकर मंथन शुरू कर दिया है। चुनाव के शेड्यूल के मुताबिक 5 सितंबर से नामांकन शुरू होंगे और 12 सितंबर को इसकी अंतिम तिथि है। इससे पहले पार्टियों को प्रत्याशियों की सूची जारी करनी होगी। भाजपा सूत्रों के मुताबिक उनके उम्मीदवारों की पहली लिस्ट का काम लास्ट फेज में है। भाजपा पहले उन क्षेत्रों की लिस्ट जारी करेगी जिन सीटों पर उन्हें जीत पक्की लग रही है। इसके अलावा दूसरी सूची के अगस्त के अंतिम सप्ताह में जारी कर सकती है। भाजपा पहली सूची में 20 से 25 विधानसभा के उम्मीदवार घोषित कर सकती है। रोहतक में इसको लेकर पार्टी नेताओं की बैठक हो चुकी है। नाम लगभग फाइनल हो चुके हैं। इन नामों पर भाजपा केंद्रीय समिति की बैठक में फाइनल मुहर लगना बाकी है। कांग्रेस पिछली विधानसभा और लोकसभा की तरह सबसे अंत में प्रत्याशियों की घोषणा कर सकती है। इसकी बड़ी वजह यह है कि कांग्रेस में सबसे ज्यादा दावेदार हैं। अगर उन्हें टिकट ना मिली तो वे बागी हो सकते हैं। बाकी पार्टियों से उम्मीदवार घोषित हो चुके होंगे, इसलिए ऐसे में ये बागी उनमें शामिल होकर टिकट नहीं पा सकेंगे। वहीं आम आदमी पार्टी ने पहले ही अगस्त में उम्मीदवारों के ऐलान की घोषणा कर रखी है। BJP में कई विधायकों के टिकट कटने तय
भाजपा की सूची में कई विधायकों के टिकट कट सकती है। इसमें शहरी सीट के विधायक और मंत्री भी शामिल हैं। इनके नाम कटने के पीछे लोगों व कार्यकर्ताओं की नाराजगी को देखा जा रहा है। इन विधायकों और मंत्रियों की स्थिति आंतरिक सर्वे में बेहद खराब है। इनका जनता से कनेक्ट नहीं रहा। इसके अलावा भाजपा सोशल इंजीनियर के फार्मूला को लेकर ही आगे बढ़ेगी। स्थानीय चेहरों पर ही दाव खेला जाएगा। कांग्रेस दिल्ली में जल्द करेगी बैठक
विधानसभा चुनावों की रणनीति बनाने और प्रत्याशियों की सूची को लेकर कांग्रेस भी इसी सप्ताह दिल्ली में बैठक करेगी। हालांकि यह बैठक पहले होनी थी, मगर राजीव गांधी की जयंती समारोह को लेकर नेताओं के कार्यक्रमों की वजह से बैठक नहीं हो सकी। अब यह बैठक 20 अगस्त के बाद कभी भी हो सकती है। हरियाणा के बड़े नेताओं ने इसी कारण 20 के बाद बड़े कार्यक्रम अभी तक तय नहीं किए हैं। इसी बैठक के बाद ही हुड्डा, सैलजा और सुरजेवाला कार्यक्रम तय करेंगे। कांग्रेस 2 बाद हार चुके नेताओं को बाहर बैठाएगी
कांग्रेस इस बार 2 बार हार चुके नेताओं को बाहर बैठा सकती है। ऐसे में कांग्रेस के 15 से 20 चेहरे टिकट की दौड़ में बाहर हो सकते हैं, इन नेताओं ने अपने बेटों को भी चुनाव में आगे किया हुआ है। इसके अलावा पार्टी बगावत कर निर्दलीय खड़े होने वालों के भी टिकट काट सकती है। हुड्डा और सैलजा कांग्रेस के सर्वे के समान्तर एक अलग सूची बनाने में जुटे हैं। इन सूची के हिसाब से भी वह सर्वे से इतर नामों फाइनल सूची में शामिल करने का प्रयास कर सकते हैं। दोनों नेताओं का प्रयास है कि उनके करीबियों को ही टिकट मिले ताकि मुख्यमंत्री की दौड़ आसानी से पूरी हो सके। AAP-जजपा और इनेलो-बसपा भी जल्द करेंगे घोषणा
आम आदमी पार्टी से जुड़े सूत्रों के मुताबिक 31 अगस्त से पहले पार्टी सभी उम्मीदवारों के नामों का ऐलान करेगी। आम आदमी पार्टी प्रदेश में किंग मेकर की भूमिका में खुद को देख रही है। पहली बार आप सभी 90 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। 2019 में आप ने 47 सीटों पर ही चुनाव लड़ा था, हालांकि उन्हें एक भी सीट पर जीत नहीं मिली थी। वहीं इनेलो-बसपा गठबंधन प्रदेश में 37:53 के फार्मूले पर चुनाव लड़ेगी। बसपा 37 सीटों पर और इनेलो 53 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इनेलो सितंबर के पहले सप्ताह में अपनी सूची जारी कर सकती है। पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला की अगुआई वाली जननायक जनता पार्टी(JJP) अपनी दूसरी सूची जल्द जारी कर सकती है। जजपा इससे पहले एक सूची जारी कर चुकी है।
पानीपत जिला परिषद को आज मिलेगा चेयरपर्सन:काजल देशवाल का चुना जाना तय; भाजपा की ज्योति शर्मा को 3 महीने पहले हटाया गया
पानीपत जिला परिषद को आज मिलेगा चेयरपर्सन:काजल देशवाल का चुना जाना तय; भाजपा की ज्योति शर्मा को 3 महीने पहले हटाया गया हरियाणा में पानीपत जिला परिषद को तीन महीने बाद आज चेयरपर्सन मिल जाएगा। अब यह लगभग तय हो गया है कि वार्ड-13 की जिला पार्षद कुराड़ निवासी काजल देसवाल चेयरपर्सन बनेंगी। 6 मार्च को 17 में से 13 पार्षदों ने भाजपा की ज्योति शर्मा को चेयरपर्सन पद से हटा दिया था। उसके बाद लोकसभा चुनाव के बीच भाजपा की एक और हार से बचने के लिए चेयरपर्सन का चुनाव नहीं करवाया गया। चेयरपर्सन को पद से हटाने के लिए पार्षदों को हाईकोर्ट भी जाना पड़ा। हाईकोर्ट के आदेश के बाद अविश्वास प्रस्ताव पर 6 मार्च को बैठक बुलाई गई। इसके बाद जब प्रशासन ने चेयरपर्सन चुनाव की तिथि तय नहीं की तो पार्षद एक बार फिर हाईकोर्ट चले गए। हाईकोर्ट ने जवाब मांगा तो 7 जून की तिथि तय हुई। 27 दिसंबर 2022 को ज्योति शर्मा चेयरपर्सन बनीं। तब उन्होंने जेजेपी समर्थित वार्ड-13 कुराड़ की जिला पार्षद काजल देसवाल को 9-7 मतों से हराया था। चूंकि एक साल से पहले अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाया जा सकता। इसलिए एक साल पूरा होने के बाद 25 जनवरी 2024 को 12 पार्षद अविश्वास प्रस्ताव लेकर आए। 17 जिला पार्षद, 9 का समर्थन चाहिए, लेकिन 12 पार्षदों की उपस्थिति जरूरी
17 जिला पार्षदों में 9 के समर्थन से ही नए चेयरपर्सन का चुनाव हो जाएगा, लेकिन बैठक का कोरम पूरा करने के लिए 12 पार्षदों की उपस्थिति जरूरी होगी। हालांकि, संदीप देशवाल ने कहा कि अविश्वास लाने वाले 12 पार्षदों के साथ ही वाइस चेयरमैन सुरेश आर्य मलिक का बैठक में भाग लेना तय है। जिस दिन पद से हटाया उस दिन भी शाबाशी देने पहुंचे थे हुड्डा
इधर, रोहतक से सांसद दीपेंद्र हुड्डा भी आज पानीपत पहुंच रहे हैं। कांग्रेस आज काजल देशवाल के साथ विजय उत्सव मनाने की तैयारी कर रही है। जिला परिषद के वाइस चेयरमैन आर्य सुरेश मलिक के इस कार्यक्रम में हुड्डा के मंच पर काजल देशवाल के पति संदीप देशवाल के भी पहुंचने की पूरी संभावना है। 6 मार्च को ज्योति शर्मा को पद से हटाने के बाद रात को सांसद दीपेंद्र हुड्डा वाइस चेयरमैन आर्य सुरेश मलिक के कार्यालय आए थे। आज, सुरेश मलिक ने सेक्टर-29 द रॉयल मेंशन गार्डन में विजय उत्सव रखा है। कहा तो यह जा रहा कि सांसद के जीतने पर कार्यक्रम रखा है, लेकिन इसे चेयरपर्सन चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। क्योंकि, हुड्डा के मंच पर काजल देशवाल के पति संदीप देशवाल भी हो सकते हैं। इस बारे में संदीप देशवाल ने कहा कि सुरेश मलिक उनके भाई हैं, उनके कार्यक्रम में जरूर जाएंगे।