जिला कुरूक्षेत्र के पिहोवा उप मंडल में बीते दिनों एक गांव में रहने वाले नाबालिग युवक के साथ गलत काम करने के मामले में पुलिस ने कार्यवाही की है। पुलिस ने नाबालिग युवक से गलत काम करने के दो नाबालिग युवकों को काबू कर बाल सुधार गृह भेज दिया है। पुलिस ने मामले में की जांच पिहोवा के एक गांव में रहने वाली एक महिला ने 7 सितंबर को थाना सदर पिहोवा में पुलिस में अपनी शिकायत दर्ज करवाई थी। पीड़ित ने बताया कि कुछ दिन पहले जब उसका नाबालिग बेटा स्कूल जा रहा था। तभी गांव के ही दो नाबालिग युवकों ने उससे गलत काम किया था। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए दोनों नाबालिग आरोपी बच्चों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। पुलिस द्वारा मामले की जांच शुरू की गई। दोनों युवकों को भेजा बाल सुधार गृह इंचार्ज सब इंस्पेक्टर नरेश कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए दोनों नाबालिग आरोपी युवकों को काबू कर लिया है। दोनों युवकों को कोर्ट में पेश कर कोर्ट के आदेश के अनुसार बाल सुधार गृह अंबाला भेज दिया गया है। जिला कुरूक्षेत्र के पिहोवा उप मंडल में बीते दिनों एक गांव में रहने वाले नाबालिग युवक के साथ गलत काम करने के मामले में पुलिस ने कार्यवाही की है। पुलिस ने नाबालिग युवक से गलत काम करने के दो नाबालिग युवकों को काबू कर बाल सुधार गृह भेज दिया है। पुलिस ने मामले में की जांच पिहोवा के एक गांव में रहने वाली एक महिला ने 7 सितंबर को थाना सदर पिहोवा में पुलिस में अपनी शिकायत दर्ज करवाई थी। पीड़ित ने बताया कि कुछ दिन पहले जब उसका नाबालिग बेटा स्कूल जा रहा था। तभी गांव के ही दो नाबालिग युवकों ने उससे गलत काम किया था। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए दोनों नाबालिग आरोपी बच्चों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। पुलिस द्वारा मामले की जांच शुरू की गई। दोनों युवकों को भेजा बाल सुधार गृह इंचार्ज सब इंस्पेक्टर नरेश कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए दोनों नाबालिग आरोपी युवकों को काबू कर लिया है। दोनों युवकों को कोर्ट में पेश कर कोर्ट के आदेश के अनुसार बाल सुधार गृह अंबाला भेज दिया गया है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
करनाल में करंट लगने से युवक की मौत:कंबल फैक्ट्री में करता युवक काम, परिजनों ने मालिक पर लगाए लापरवाही के आरोप
करनाल में करंट लगने से युवक की मौत:कंबल फैक्ट्री में करता युवक काम, परिजनों ने मालिक पर लगाए लापरवाही के आरोप हरियाणा में करनाल के असंध रोड मूनक स्थित स्टार इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कम्बल फैक्ट्री में एक बड़ा हादसा हुआ। जिसमें 23 वर्षीय राहुल की करंट लगने से मौत हो गई। फैक्ट्री में ही काम करने वाले मृतक के भाई का आरोप है कि फैक्टरी मालिक की लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ है, क्योंकि मशीनों में बार बार करंट आ रहा था और मौखिक रूप से कहने के बावजूद भी मशीनों को ठीक नहीं करवाया और लापरवाही बरती गई। जिसकी वजह से राहुल की जान चली गई। 10 अगस्त को लगे थे फैक्ट्री में गांव रेरकलां निवासी राहुल और सतपाल, दोनों भाईयों ने बीती 10 अगस्त से मुनक स्थित स्टार इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कम्बल फैक्ट्री में काम शुरू किया था। उनकी सैलरी 25,000 रुपए तय की गई थी। घटना से कुछ दिन पहले ही फैक्ट्री में शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगी थी। जिसके बारे में फैक्ट्री के मालिक और कर्मचारियों को चेतावनी दी गई थी कि मशीनों में बार-बार करंट आता है। इसके बावजूद, फैक्टरी प्रशासन ने इस समस्या को गंभीरता से नहीं लिया और मशीनों की मरम्मत नहीं करवाई। कल आया करंट और हुई मौत मृतक के भाई सतपाल के अनुसार कल रात को लगभग 3 बजे, फैक्ट्री में काम करते हुए राहुल को एक मशीन पर करंट लग गया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। सतपाल ने बताया कि मैने तुरंत फैक्ट्री के मालिक और कर्मचारियों को फोन किया, लेकिन किसी ने भी रात में मौके पर आने या मदद के लिए गाड़ी भेजने से इंकार कर दिया। मजबूरन, सतपाल और उनके सहयोगी हरज्ञान ने राहुल को मोटरसाइकिल पर रखकर पानीपत के एक अस्पताल में ले गए, जहां डॉक्टरों ने राहुल को मृत घोषित कर दिया। परिवार की पीड़ा और आरोप सतपाल ने अपने छोटे भाई की मौत के लिए सीधे तौर पर फैक्ट्री के मालिक और कर्मचारियों को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने पुलिस को दी गई शिकायत में कहा है कि फैक्ट्री प्रशासन ने बार-बार चेतावनी के बावजूद मशीनों की मरम्मत नहीं करवाई, जिससे यह हादसा हुआ। सतपाल ने मांग की है कि फैक्ट्री में लगे CCTV कैमरों की फुटेज को जांच के लिए लिया जाए और मालिकों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। सतपाल का कहना है कि उनके भाई की मौत केवल फैक्ट्री प्रशासन की लापरवाही का परिणाम है, और फैक्ट्री प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। पुलिस ने किया मामला दर्ज सतपाल की शिकायत मिलने पर मूनक थाना के SHO ने तुरंत संज्ञान लिया और मामले की जांच शुरू कर दी। इस संबंध में पुलिस अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि सतपाल की शिकायत के आधार पर स्टार इंडिया कम्बल फैक्ट्री के मालिक और कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
हरियाणा कांग्रेस के लिए 40% वोट शेयर क्यों जरूरी:इससे ज्यादा वोटिंग पर एक बार पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई, कम पर सीटें घटती हैं
हरियाणा कांग्रेस के लिए 40% वोट शेयर क्यों जरूरी:इससे ज्यादा वोटिंग पर एक बार पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई, कम पर सीटें घटती हैं हरियाणा के एग्जिट पोल में कांग्रेस को भले ही बहुमत मिल रहा हो लेकिन बहुमत के लिए जरूरी 46 से ज्यादा सीटें जीतने के लिए पार्टी को 40% वोट शेयर भी लेना होगा। ऐसा इसलिए क्योंकि कांग्रेस ने जब 2005 में पूरी बहुमत की सरकार बनाई तो उसे 46 सीटें जीतने के बावजूद 42.46% ही वोट शेयर मिला था। 2009 में जब कांग्रेस को 35.08% वोट शेयर मिला तो वह बहुमत से चूक गई और 40 सीटों पर सिमट गई। जिसके बाद निर्दलीयों के समर्थन से सरकार बनानी पड़ी। पिछले 4 चुनाव का ट्रेंड देखें तो कांग्रेस की सीटें तभी बढ़ी हैं, जब उनका वोट शेयर बढ़ा है। एक्सिस माय इंडिया के चेयरमैन प्रदीप गुप्ता के मुताबिक कांग्रेस का वोट शेयर इस साल तकरीबन 15 फीसदी बढ़ने का अनुमान है, जो 43 फीसदी तक पहुंच सकता है। वहीं, भाजपा का वोट शेयर 35 फीसदी के करीब रहने का अनुमान है। भाजपा ने 2014 में बनाई पूर्ण बहुमत की सरकार
2019 में भाजपा का वोट शेयर 36.49 फीसदी रहा था। पार्टी पूर्ण बहुमत पाने में असफल रही थी। जेजेपी के सहयोग से सरकार बनानी पड़ी थी। 2014 में भाजपा का वोट शेयर इससे भी कम था। 33.20 फीसदी वोट मिले थे, लेकिन 47 जीतकर पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई थी। जजपा के वोटर कांग्रेस और इनेलो में बंटे
2019 में जजपा किंग मेकर रही, लेकिन इस बार के एग्जिट पोल में उसका सफाया होता दिख रहा है। एग्जिट पोल में जजपा 1 सीट पर मजबूत दिख रही है, लेकिन जीत वहां भी पक्की नहीं है। 2019 के चुनाव में जजपा को करीब 14.9 फीसदी वोट मिले थे। चर्चा है कि इस बार ये वोट कांग्रेस और इनेलो में शिफ्ट हुआ है। जजपा के कमजोर होने का फायदा इनेलो को होता दिख रहा है। इनेलो पिछले विधानसभा चुनाव में 1 सीट पर सिमटी थी, इस बार उसे 1 से 5 सीटें मिलती दिख रही हैं। 2019 में इनेलो को 2.5 और बसपा को 4.2 फीसदी वोट मिले थे। लेकिन इस बार इनेलो-बसपा गठबंधन को इससे अधिक वोट शेयर मिलने का अनुमान है।
विनेश फोगाट को कांग्रेस की वेव का सबसे बड़ा सहारा:जाट वोट बंटे तो मुश्किल में फंसेगी रेसलर; OBC-ब्राह्मण एकतरफा होने पर ही BJP को फायदा
विनेश फोगाट को कांग्रेस की वेव का सबसे बड़ा सहारा:जाट वोट बंटे तो मुश्किल में फंसेगी रेसलर; OBC-ब्राह्मण एकतरफा होने पर ही BJP को फायदा हरियाणा में जींद की जुलाना सीट इस विधानसभा चुनाव में सुर्खियों में है। इसकी वजह रेसलर विनेश फोगाट हैं। विनेश पहले पहलवान आंदोलन और फिर ओलिंपिक डिसक्वालिफिकेशन से चर्चा में आई। अब वे कांग्रेस की टिकट पर जुलाना सीट से चुनाव लड़ रही हैं। वहीं यहां भाजपा से कैप्टन योगेश बैरागी, इनेलो-बसपा से डॉ. सुरेंद्र लाठर, आम आदमी पार्टी से WWE में जाने वाली पहली महिला रेसलर कविता दलाल और JJP से अमरजीत ढांडा चुनाव लड़ रहे हैं। सोशल मीडिया में विनेश फोगाट को लेकर खूब माहौल है, लेकिन ग्राउंड लेवल पर यह पूरी तरह खरा नहीं उतरता। लोग विनेश को मजबूत तो मानते हैं, लेकिन उसकी बड़ी वजह यहां की दोहरी एंटी इनकंबेंसी है। भाजपा की 10 साल की सरकार और पिछले 5 साल JJP के विधायक से लोग नाराज हैं। लोगों को इसका बेहतर विकल्प कांग्रेस नजर आ रही है। हालांकि जातीय गणित यहां कांग्रेस-विनेश, दोनों के लिए पेंच फंसा सकता है। जुलाना में 1.87 लाख वोटर हैं। सबसे ज्यादा 70 प्रतिशत जाट समाज के वोट हैं। मगर, 5 पार्टियों में से 4 ने उम्मीदवार जाट समाज से उतारे हैं। जिसमें विनेश, लाठर, ढांडा और कविता दलाल शामिल है। ऐसे में जाट वोट बंटे तो विनेश का कड़े मुकाबले में फंसना तय है। जाट वोट एकतरफा हुए तो भाजपा के कैप्टन बैरागी मुकाबले से बाहर नजर आते हैं। मगर, जाट वोट बैंक बंटा और 30% ओबीसी और ब्राह्मण वोट भाजपा के खाते आए तो वह चौंका भी सकते हैं। जुलाना के लोगों का कहना है कि विनेश फोगाट को सहानुभूति, सत्ता विरोधी लहर, भाजपा-जजपा से नाराजगी और सेलिब्रिटी चेहरे का फायदा मिलेगा। लोगों की जुबान पर डॉ. सुरेंद्र लाठर का भी नाम है। वहीं भाजपा के कैप्टन योगेश बैरागी को लेकर लोगों ने कहा कि उन्हें ओबीसी और ब्राह्मण समाज का साथ मिलेगा। 4 पॉइंट में समझिए जुलाना का समीकरण विनेश बहू के नाम पर वोट मांग रहीं
बेशक जुलाना विनेश फोगाट का ससुराल हो, लेकिन वह यहां कम ही आती थीं। उनके पति सोमवीर राठी और ससुराल वाले सोनीपत के खरखौदा में बनाए हुए घर में रह रहे हैं। विनेश का अपना परिवार चरखी दादरी जिले के बलाली गांव में रहता है। कुछ लोग उन्हें भी बाहरी उम्मीदवार कह रहे हैं। इसलिए वह खुद को जुलाना की बहू के रूप में पेश कर वोट मांग रही हैं। पारंपरिक भावनाओं को ध्यान में रखते हुए वह अपना सिर चुन्नी से ढंक रही हैं। अपनी जनसभाओं में क्षेत्र के साथ अपने संबंधों पर जोर दे रही हैं। सभाओं में अक्सर उन्हें यह कहते हुए सुना जाता है कि मैं इस धरती की बहू हूं और इसे कभी नहीं छोडूंगी। विनेश क्षेत्र के किसानों की दुर्दशा पर भी ध्यान केंद्रित कर रही हैं। इसके अलावा, किसानों और कर्मचारियों के खिलाफ बल प्रयोग के लिए भाजपा सरकार को आड़े हाथों ले रही हैं। वह अपने भाषणों में कहती हैं कि अब बदला लेने और वोट की चोट करने का समय आ गया है। कैप्टन बैरागी को बाहरी का टैग झेलना पड़ रहा
योगेश बैरागी भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) के प्रदेश उपाध्यक्ष और भाजपा खेल प्रकोष्ठ के सह-संयोजक हैं। वह विस्तारा एयरलाइंस में पायलट रहे हैं। उनके पिता नरेंद्र कुमार बैरागी भी राजनीति से जुड़े हुए हैं। प्रदेश बैरागी सभा के अध्यक्ष भी रहे हैं, लेकिन फिलहाल चुनाव के कारण कार्यकारिणी भंग की गई है। पिछले विधानसभा में उन्होंने भी भाजपा से टिकट मांगा था, लेकिन नहीं मिला। कैप्टन योगेश पिछले 7 सालों से राजनीति से जुड़े हुए हैं। सफीदों का होने की वजह से लोग उन्हें बाहरी कह रहे हैं। कविता दलाल खुद को जुलाना की बेटी बता रहीं
AAP की कविता दलाल खुद को जुलाना की बेटी बताकर मैदान में उतर चुकी हैं। वह WWE में हिस्सा लेने वाली पहली भारतीय महिला रेसलर हैं। 2016 के दक्षिण एशियाई खेलों में 75 किग्रा वर्ग में उन्होंने गोल्ड मेडल जीता था। साल 2023 में उन्होंने भारतीय भारोत्तोलन महासंघ के तत्कालीन अध्यक्ष IPS अफसर हरभजन सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। क्या कहते हैं जुलाना के वोटर… मुकेश बोले- सत्ता परिवर्तन और विनेश से सहानुभूति
छपरा गांव के रहने वाले डेयरी संचालक मुकेश ने कहा कि इस बार हम सत्ता परिवर्तन चाहते हैं, इसलिए हमारा वोट कांग्रेस को है। कांग्रेस ने विनेश फोगाट को दावेदार बनाया है। विनेश के साथ सहानुभूति भी है। हमारा हलके के मुद्दो को लेकर कोई वोट नहीं है। बस यहां से कांग्रेस को जिताना है, इसके लिए वोट करेंगे। ये सीट बहुत समय तक इनेलो के वर्चस्व वाली रही है। हमारी संतुष्टि इस बार कांग्रेस सरकार को लाने में है। वजीर सिंह ने कहा- त्रिकोणीय मुकाबला शादीपुर गांव के रहने वाले वजीर सिंह दलाल ने कहा कि जुलाना में इस बार त्रिकोणीय मुकाबला है। यहां मुकाबला कांग्रेस, भाजपा और इनेलो में है। इसका कारण यह है कि डॉ. सुरेंद्र लाठर भाजपा से टिकट मांग रहे थे, लेकिन भाजपा ने उन्हें नहीं दी। इसके बाद वह इनेलो के साथ चले गए। जुलाना में लाठर का बहुत प्रभाव है। विनेश फोगाट के लिए यहां मुश्किलें रहने वाली है, क्योंकि कविता दलाल, सुरेंद्र लाठर, विनेश फोगाट और अमरजीत ढांडा में जाट वोट बंटेगा। अधिकतर ब्राह्मण वोट भाजपा को जाएंगे। इसका सीधे तौर पर कांग्रेस को नुकसान होगा। विनेश के ससुरालवालों का यहां कोई ज्यादा सरोकार नहीं है। वे क्षेत्र में मिलनसार भी नहीं है। गूगल राम ने कहा- भूपेंद्र हुड्डा को चाह रहे लोग बुआना गांव के रहने वाले गूगल राम ने बताया कि इस बार कांग्रेस का माहौल है। लोग बदलाव चाहते हैं। यहां विनेश का माहौल इसलिए भी है, क्योंकि एक तो वह खिलाड़ी रही है। दूसरा भूपेंद्र सिंह हुड्डा यहां आया था, तो वह कह गया था विनेश को खेल मंत्री बनाया जाएगा। अगर, ऐसा होगा तो इस क्षेत्र का विकास होगा। युवा पीढ़ी नशे से दूर होगी ओर खेलों की ओर अग्रसर होगी। जुलाना को कोई नहीं जानता था, लेकिन आज विनेश की वजह से जुलाना को लोग पूरे देश में जान गए हैं। सुरेंद्र बोले- विनेश का खुद का जनाधार नहीं
हथवाला गांव के रहने वाले दुकानदार सुरेंद्र ने कहा कि इस बार यहां बदलाव का माहौल है। यहां न पब्लिक के काम हो रहे हैं और न ही नौकरियां हैं। छोटे दुकानदारों को बहुत पीछे धकेल दिया है। बदलाव का कांग्रेस ही दूसरा विकल्प है। विनेश फोगाट का खुद का जनाधार नहीं है। इनके साथ लोग सहानुभूति के लिए जुड़े हुए हैं।