डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा है कि कुंभ के दौरान प्रयागराज की सीमा से जुड़े जिलों से लेकर अंतर्राष्ट्रीय सीमा तक की सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता की जाए। डीजीपी ने कहा कि महाकुम्भ मेला-2025 में सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए श्रद्धालुओ के आवागमन, रेल, सड़क, जल तथा वायुमार्ग के प्रवास स्थालो तथा प्रदेश की सीमाओं पर प्रभावी सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। शुक्रवार को डीजीपी फील्ड में तैनात पुलिस अफसरों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय बार्डर पर सुरक्षा व्यवस्था एसएसबी के साथ समन्वय स्थापित कर कार्य योजना बनाकर बैरियर लगाकर आने जाने वाले व्यक्तियों की 24X7 सघन चेकिंग कराई जाए। प्रयागराज व सीमावर्ती जिलों के सभी चेक पोस्टो पर मेला अवधि के दौरान बैरियर लगाकर लगातार चेकिंग की जाये। प्रदेश के सभी जोन, रेंज और जिले व इकाइयों के प्रभारियों से कहा गया है कि जो अधिकारी अब मेला ड्यूटी पर नहीं गए हैं, वे तत्काल जॉइन करें नहीं तो ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। महाकुम्भ मेला का अवधि में प्रयागराज तथा सीमावर्ती जिलों के होटल, ढाबा, सराय, रेस्टोरेंट, रेलवे स्टेशन, बस अड्डा, तथा भीड़-भाड़ वाले स्थलों की निरन्तर स्निफर डॉग एवं बम डिस्पोजल स्कवाड द्वारा लगातार चेंकिग कराई जाये तथा प्रयागराज व उससे सटे जिलों के वेंडरो का वेरिफिकेशन आवश्य कराया जाये। रेलवे के ट्रैक की सुरक्षा की भी फिक्र रेलवे ट्रैक की सुरक्षा के लिए सभी कमिश्नरेट व जिले स्तर पर ब्लैक स्पॉट चिन्हित कर प्राथमिकता के आधार पर सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाय तथा राजकीय रेलवे पुलिस एवं रेलवे सुरक्षा बल द्वारा और अधिक समन्वय बनाये रखते हुये रेलवे ट्रैक की सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। आपरेशन त्रिनेत्र के अभियान के तहत अधिक से अधिक सीसीटीवी कैमरों को कण्ट्रोल रूम से लिंक करवाया जाए और जनप्रतिनिधियों, सम्भ्रान्त व्यक्तियों एवं स्थानीय लोगो को सीसीटीवी कैमरे लगवाये जाने व उनके पुलिस कंट्रोल रूम से लिंक कराये जाने से होने वाले लाभ के बारे में बताया जाए। अपराध नियन्त्रण एवं घटनाओं के अनावरण में सीसीटीवी कैमरो की उपयोगिता के दृष्टिगत स्थानीय संभ्रान्त एवं सक्षम व्यक्तियों, जनप्रतिनिधियों, व्यापारी वर्ग से सम्पर्क कर सीसीटीवी कैमरे लगाये जाने से सम्बन्धित अभियान में उनकी सहभागिता के लिए मदद ली जाए। आपरेशन त्रिनेत्र अभियान के तहत प्रभावी कार्रवाई के लिए सभी को भली-भांति ब्रीफ करते हुए सीसीटीवी कैमरों के व्यवस्थापन के लिए प्रत्येक बीट कान्सटेबिल का योगदान लिया जाये। गोवध के मास्टरमाइंड तक पहुंचकर की जाए कड़ी कार्रवाई गोवध, गो-तस्करी की रोकथाम के लिए कार्य योजना बनाकर प्रभावी कार्यवाही कराई जाये तथा उक्त घटना में संलिप्त अपराधियों के विरूद्ध निरोधात्मक कार्यवाही की जाये। गोवध, गो-तस्करी के प्रकरणो में मास्टर माइंड, अर्गानाइज्ड टीम के बारे में जानकारी प्राप्त कर मुख्य व्यक्तियों तक पहुँच कर उनके विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जाये। फेक न्यूज के खण्डन, साइबर अपराध के प्रति जागरूकत्ता एवं पुलिस के सराहनीय कार्यो को सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेट फार्मो पर व्यापक रूप से प्रसारित किये जाने के लिए युवा पीढ़ी के सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स एवं कॉलेज, विश्वविद्यालय के छात्रो को अधिक से अधिक डिजिटल वॉरियर बनाकर सम्बन्धित कॉलेजो, स्कूलों अथवा पुलिस लाइन्स में कार्यशालाएं आयोजित कर प्रशिक्षित कराया जाये। डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा है कि कुंभ के दौरान प्रयागराज की सीमा से जुड़े जिलों से लेकर अंतर्राष्ट्रीय सीमा तक की सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता की जाए। डीजीपी ने कहा कि महाकुम्भ मेला-2025 में सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए श्रद्धालुओ के आवागमन, रेल, सड़क, जल तथा वायुमार्ग के प्रवास स्थालो तथा प्रदेश की सीमाओं पर प्रभावी सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। शुक्रवार को डीजीपी फील्ड में तैनात पुलिस अफसरों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय बार्डर पर सुरक्षा व्यवस्था एसएसबी के साथ समन्वय स्थापित कर कार्य योजना बनाकर बैरियर लगाकर आने जाने वाले व्यक्तियों की 24X7 सघन चेकिंग कराई जाए। प्रयागराज व सीमावर्ती जिलों के सभी चेक पोस्टो पर मेला अवधि के दौरान बैरियर लगाकर लगातार चेकिंग की जाये। प्रदेश के सभी जोन, रेंज और जिले व इकाइयों के प्रभारियों से कहा गया है कि जो अधिकारी अब मेला ड्यूटी पर नहीं गए हैं, वे तत्काल जॉइन करें नहीं तो ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। महाकुम्भ मेला का अवधि में प्रयागराज तथा सीमावर्ती जिलों के होटल, ढाबा, सराय, रेस्टोरेंट, रेलवे स्टेशन, बस अड्डा, तथा भीड़-भाड़ वाले स्थलों की निरन्तर स्निफर डॉग एवं बम डिस्पोजल स्कवाड द्वारा लगातार चेंकिग कराई जाये तथा प्रयागराज व उससे सटे जिलों के वेंडरो का वेरिफिकेशन आवश्य कराया जाये। रेलवे के ट्रैक की सुरक्षा की भी फिक्र रेलवे ट्रैक की सुरक्षा के लिए सभी कमिश्नरेट व जिले स्तर पर ब्लैक स्पॉट चिन्हित कर प्राथमिकता के आधार पर सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाय तथा राजकीय रेलवे पुलिस एवं रेलवे सुरक्षा बल द्वारा और अधिक समन्वय बनाये रखते हुये रेलवे ट्रैक की सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। आपरेशन त्रिनेत्र के अभियान के तहत अधिक से अधिक सीसीटीवी कैमरों को कण्ट्रोल रूम से लिंक करवाया जाए और जनप्रतिनिधियों, सम्भ्रान्त व्यक्तियों एवं स्थानीय लोगो को सीसीटीवी कैमरे लगवाये जाने व उनके पुलिस कंट्रोल रूम से लिंक कराये जाने से होने वाले लाभ के बारे में बताया जाए। अपराध नियन्त्रण एवं घटनाओं के अनावरण में सीसीटीवी कैमरो की उपयोगिता के दृष्टिगत स्थानीय संभ्रान्त एवं सक्षम व्यक्तियों, जनप्रतिनिधियों, व्यापारी वर्ग से सम्पर्क कर सीसीटीवी कैमरे लगाये जाने से सम्बन्धित अभियान में उनकी सहभागिता के लिए मदद ली जाए। आपरेशन त्रिनेत्र अभियान के तहत प्रभावी कार्रवाई के लिए सभी को भली-भांति ब्रीफ करते हुए सीसीटीवी कैमरों के व्यवस्थापन के लिए प्रत्येक बीट कान्सटेबिल का योगदान लिया जाये। गोवध के मास्टरमाइंड तक पहुंचकर की जाए कड़ी कार्रवाई गोवध, गो-तस्करी की रोकथाम के लिए कार्य योजना बनाकर प्रभावी कार्यवाही कराई जाये तथा उक्त घटना में संलिप्त अपराधियों के विरूद्ध निरोधात्मक कार्यवाही की जाये। गोवध, गो-तस्करी के प्रकरणो में मास्टर माइंड, अर्गानाइज्ड टीम के बारे में जानकारी प्राप्त कर मुख्य व्यक्तियों तक पहुँच कर उनके विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जाये। फेक न्यूज के खण्डन, साइबर अपराध के प्रति जागरूकत्ता एवं पुलिस के सराहनीय कार्यो को सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेट फार्मो पर व्यापक रूप से प्रसारित किये जाने के लिए युवा पीढ़ी के सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स एवं कॉलेज, विश्वविद्यालय के छात्रो को अधिक से अधिक डिजिटल वॉरियर बनाकर सम्बन्धित कॉलेजो, स्कूलों अथवा पुलिस लाइन्स में कार्यशालाएं आयोजित कर प्रशिक्षित कराया जाये। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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लुधियाना पहुंचेंगे अमृतपाल के पिता तरसेम सिंह:सिख जत्थेबंदियों के साथ करेंगे बैठक, SGPC चुनाव को लेकर होगी चर्चा खडूर साहिब से सांसद अमृतपाल सिंह के पिता तरसेम सिंह आज लुधियाना में जालंधर बाईपास के नजदीक पहुंच रहे हैं। वे एक निजी पैलेस में सिख जत्थेबंदियों के साथ बैठक करेंगे। जेल से चुनाव जीतने के बाद अमृतपाल की नजर अब SGPC में एंट्री करने पर है। जानकारी के मुताबिक शहर में आज होने वाली बैठक SGPC चुनाव को लेकर होगी। तरसेम सिंह ने चुनाव की तैयारियां भी शुरू कर दी हैं। SGPC चुनाव 2011 से लंबित हैं। इस बार 2024 में SGPC का बजट 1 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा रखा गया है। इससे पहले अमृतपाल सिंह के पिता तरसेम सिंह ने पंजाब सरकार पर आरोप लगाया है। उनका कहना है कि पंजाब के मंत्री हार से बौखला गए हैं। इसलिए अमृतपाल के समर्थकों को झूठे मामलों में फंसा रहे हैं। SGPC कमेटी क्या है? एसजीपीसी (शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी) भारत में सिखों का एक संगठन है जो गुरुद्वारों के रख-रखाव के लिए जिम्मेदार है। इसका अधिकार क्षेत्र देश के कई राज्यों तक फैला हुआ है। SGPC के चुनावों में 18 वर्ष से अधिक आयु के सिख पुरुष और महिलाएं मतदाता होते हैं जो सिख गुरुद्वारा अधिनियम, 1925 के प्रावधानों के तहत मतदाता के रूप में पंजीकृत होते हैं। SGPC का संचालन एसजीपीसी के अध्यक्ष द्वारा किया जाता है। एसजीपीसी गुरुद्वारों की सुरक्षा, वित्त, सुविधा रखरखाव और धार्मिक पहलुओं का प्रबंधन करती है और सिख गुरुओं के हथियार, कपड़े, किताबें और लेखन सहित पुरातात्विक रूप से दुर्लभ और पवित्र कलाकृतियों को भी संभालती है। SGPC का गठन 16 नवंबर 1920 को हुआ था 15 नवंबर 1920 को अमृतसर में श्री अकाल तख्त साहिब के पास सभी विचारधाराओं के सिखों की एक आम बैठक बुलाई गई थी। सिखों ने अपनी तय बैठक की और 16 नवंबर को 175 सदस्यों की एक बड़ी समिति का चुनाव किया और इसे शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति ( SGPC) का नाम दिया। इस कमेटी की जरूरत क्यों पड़ी? इस कमेटी के गठन का उद्देश्य गुरुद्वारों की व्यवस्था में सुधार लाना था। बहुत कम लोग जानते हैं कि एसजीपीसी ने जातिवाद और छुआछूत के खिलाफ भी लंबी लड़ाई लड़ी है। आजादी से पहले जाति व्यवस्था अपने चरम पर थी और गुरुद्वारों में भी दलितों के साथ भेदभाव होता था। एसजीपीसी की पहली बैठक 12 दिसंबर 1920 को अकाल तख्त पर हुई थी। जातिवाद और छुआछूत के खिलाफ एसजीपीसी एसजीपीसी के गठन के 2 साल बाद 14 मार्च 1927 को जनरल हाउस में एक बड़ा प्रस्ताव पारित करके दलितों और अन्य सिखों के बीच की खाई को कम करने की कोशिश की गई थी। इस प्रस्ताव के तहत सिख धर्म अपनाने वाले दलित समुदाय के लोगों को भी बराबरी का दर्जा दिया जाएगा। अगर कोई सिख के साथ जाति के आधार पर भेदभाव करता है तो पूरा सिख समुदाय उसके लिए लड़ेगा। इसके अलावा साल 1953 में गुरुद्वारा एक्ट में संशोधन किया गया और एसजीपीसी की 20 सीटें दलित सिखों के लिए आरक्षित कर दी गईं। अभी तक एसजीपीसी के ज्यादातर सदस्य वो हैं जो राजनीति में सक्रिय हैं और अकाली दल से जुड़े हैं। बीबी जागीर कौर SGPC की पहली महिला अध्यक्ष बनीं
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<p style=”text-align: justify;”><strong>लोगों ने मौके पर पहुंचकर किया हंगामा</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>मृतक की पहचान बिहार थाना इलाके के इमादपुर मोहल्ला निवासी 21 वर्षीय शाहबाज ओर दूसरा 23 वर्षीय सुजाऊल इस्लाम के रूप में हुई है, दोनों एक ही मोहल्ले के रहने वाले हैं. बताया जाता है कि दोनों एक ही बाइक पर बैठकर बाजार किसी काम से निकले के थे, मगर रस्ते में ही यह घटना घट गई. मृतक के परिजनों को जैसे ही यह सूचना मिली तो आनन फानन में सैकड़ों लोग मौके पर पहुंच गए उसके बाद जमकर हंगामा करने लगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इतना ही नहीं हॉस्पिटल मोड़ के पास बिजली विभाग के कार्यालय में घुस कर तोड़फोड़ करने लगे. तब जान बचाकर बिजली कर्मी भागे. एक घंटे से बिहार शरीफ के हॉस्पिटल मोड़ जाम है. वहीं हंगामे की सूचना मिलने के बाद मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल को बुलाया जा रहा है, ताकि स्थिति नियंत्रण मे हो, घंटों बीत के बाद भी शव को पुलिस अपने कब्जे में नहीं लिया क्यों की लोग विरोध कर रहे थे. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>परिवार वालों को दिया जाएगा मुआवजा </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>एडीएम अभिषेक पलासिया ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंचे हैं, घटना घटी है मृतक के परिवार वालों को मुआवजा देने की प्रक्रिया की जाएगी. उन्होंने बताया कि सड़क किनारे ताड़ का पेड़ था, जो बाइक सवार पर गिरा है. जिससे दो युवक की मौत हो गई है. लगातार हो रही बारिश के कारण पेड़ गिरा है. बाकी सब पेड़ को काटने के लिए वन विभाग को सूचना दी जाएगी. लोगों के शांत होने पर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जाएगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ेंः <a href=”https://www.abplive.com/states/bihar/bihar-patna-youth-shot-dead-in-bihta-nh-30-set-on-fire-in-protest-against-the-shooting-ann-2751735″>Bihar Crime: पटना में युवक की गोली मारकर हत्या, विरोध में NH-30 को जामकर आक्रोशितों ने की आगजनी</a></strong></p>