फतेहाबाद की रतिया विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी सुनीता दुग्गल का नामांकन भरवाने के लिए आज सीएम नायब सिंह सैनी रतिया पहुंचे और यहां पर एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान सीएम सैनी और सुनीता दुग्गल ने रतिया से भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए विधायक लक्ष्मण नापा पर जमकर कटाक्ष किया। दुग्गल ने यहां तक कह दिया कि कल को कोई भी यह नहीं कहेगा कि उनका विधायक जुआ खेलता हैं और दारू पीता है। लगातार धोखा देने का काम कर रही कांग्रेस सीएम नायब सिंह सैनी ने कहा कि कांग्रेस लगातार झूठ बोल के धोखा देने का काम कर रही है, वो आज हिसाब मांग रहें हैं, वो अपने काम का हिसाब देने का काम करें। उन्होंने कहा कि सुनीता दुग्गल ने बहुत कुर्बानी दी थी, अब विधायक कांग्रेस कि दल दल में जा फंसे हैं, जहां से निकलना अब मुश्किल है। गांवों में पैसे भेजने में सरकार ने कोई कोर कसर नहीं छोडी है। रतिया पंचायतों को 37 करोड़ से ज्यादा रूपए भेजे हैं। रतिया से राजनीतिक शुरूआत हुड्डा सरकार ने लारे देने के काम किया, 100 गज का प्लाट देने का काम हमने क़िया। 1.80 लाख की इनकम तक वाले परिवारों को 2 केवी तक सोलर पावर पैनल देने का काम किया है। रतिया से कमल फूल खिलने पर काम की झड़ी लगाई जाएगी। सीएम ने सरकार की तमाम योजनाएं गिनाईं। सुनीता दुग्गल ने कहा कि रतिया से मेरी राजनीतिक शुरुआत हुई थी। उन्होंने कहा कि आज कोई चुनावी भाषण नहीं देंगी, बल्कि दिल की आवाज रखेंगी। जीतने के बाद भूलने वाले विधायकों से लोग त्रस्त 2014 में रतिया कि जनता ने मात्र 15 दिन में उन्हें अपार वोट दिए थे, क्योंकि लोग ऐसे विधायकों से त्रस्त थे, जो जीतने के बाद भूल जाते थे। विधायक लक्ष्मण नापा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वो लगातार पलटी मारते आए हैं. वो स्वार्थ की राजनीति कर रहें हैं और अब पलटी मार के कांग्रेस में चले गए। वो सरपंच का चुनाव तक हार गए, रतिया को उनसे जो चाहिए था वो नहीं दिया, भाजपा उनके लिए अच्छा सोचे हुए थी, लेकिन वो पहले ही कांग्रेस में चले गए। आपके विधायक कहीं दारू पी रहे थे उन्होंने किसानों का जिक्र करते हुए कहा कि किसान उनके भाई हैं, जिनकी मांग वो सरकार तक पहुंचाती आई हैं। इसके बाद सरकार ने किसानों कि मांग मानते हुए कानून वापस ले लिए। सरपंचों के लिए भी सरकार ने गौर किया। विधायक बनने के बाद बाकी समस्याओं को विधानसभा में उठाएंगी। मुझे विधायक चुना तो ये सुनने को नहीं मिलेगा कि आपका विधायक कहीं दारु पी रहे थे, जुआ सत्ता खेल रहे थे। इस अवसर पर राज्यसभा सांसद सुभाष बराला, जिला अध्यक्ष बलदेव अग्रोहा, वेद फुल्ला, सुरेंद्र आर्य, पूर्व सांसद स्वामी सुमेधा नंद सहित तमाम नेता मौजूद रहे। फतेहाबाद की रतिया विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी सुनीता दुग्गल का नामांकन भरवाने के लिए आज सीएम नायब सिंह सैनी रतिया पहुंचे और यहां पर एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान सीएम सैनी और सुनीता दुग्गल ने रतिया से भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए विधायक लक्ष्मण नापा पर जमकर कटाक्ष किया। दुग्गल ने यहां तक कह दिया कि कल को कोई भी यह नहीं कहेगा कि उनका विधायक जुआ खेलता हैं और दारू पीता है। लगातार धोखा देने का काम कर रही कांग्रेस सीएम नायब सिंह सैनी ने कहा कि कांग्रेस लगातार झूठ बोल के धोखा देने का काम कर रही है, वो आज हिसाब मांग रहें हैं, वो अपने काम का हिसाब देने का काम करें। उन्होंने कहा कि सुनीता दुग्गल ने बहुत कुर्बानी दी थी, अब विधायक कांग्रेस कि दल दल में जा फंसे हैं, जहां से निकलना अब मुश्किल है। गांवों में पैसे भेजने में सरकार ने कोई कोर कसर नहीं छोडी है। रतिया पंचायतों को 37 करोड़ से ज्यादा रूपए भेजे हैं। रतिया से राजनीतिक शुरूआत हुड्डा सरकार ने लारे देने के काम किया, 100 गज का प्लाट देने का काम हमने क़िया। 1.80 लाख की इनकम तक वाले परिवारों को 2 केवी तक सोलर पावर पैनल देने का काम किया है। रतिया से कमल फूल खिलने पर काम की झड़ी लगाई जाएगी। सीएम ने सरकार की तमाम योजनाएं गिनाईं। सुनीता दुग्गल ने कहा कि रतिया से मेरी राजनीतिक शुरुआत हुई थी। उन्होंने कहा कि आज कोई चुनावी भाषण नहीं देंगी, बल्कि दिल की आवाज रखेंगी। जीतने के बाद भूलने वाले विधायकों से लोग त्रस्त 2014 में रतिया कि जनता ने मात्र 15 दिन में उन्हें अपार वोट दिए थे, क्योंकि लोग ऐसे विधायकों से त्रस्त थे, जो जीतने के बाद भूल जाते थे। विधायक लक्ष्मण नापा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वो लगातार पलटी मारते आए हैं. वो स्वार्थ की राजनीति कर रहें हैं और अब पलटी मार के कांग्रेस में चले गए। वो सरपंच का चुनाव तक हार गए, रतिया को उनसे जो चाहिए था वो नहीं दिया, भाजपा उनके लिए अच्छा सोचे हुए थी, लेकिन वो पहले ही कांग्रेस में चले गए। आपके विधायक कहीं दारू पी रहे थे उन्होंने किसानों का जिक्र करते हुए कहा कि किसान उनके भाई हैं, जिनकी मांग वो सरकार तक पहुंचाती आई हैं। इसके बाद सरकार ने किसानों कि मांग मानते हुए कानून वापस ले लिए। सरपंचों के लिए भी सरकार ने गौर किया। विधायक बनने के बाद बाकी समस्याओं को विधानसभा में उठाएंगी। मुझे विधायक चुना तो ये सुनने को नहीं मिलेगा कि आपका विधायक कहीं दारु पी रहे थे, जुआ सत्ता खेल रहे थे। इस अवसर पर राज्यसभा सांसद सुभाष बराला, जिला अध्यक्ष बलदेव अग्रोहा, वेद फुल्ला, सुरेंद्र आर्य, पूर्व सांसद स्वामी सुमेधा नंद सहित तमाम नेता मौजूद रहे। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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चरखी दादरी में झाड़ियों में मिला युवक का शव:डीएसपी ने जताई हत्या की आशंका, मृतक की नहीं हुई शिनाख्त
चरखी दादरी में झाड़ियों में मिला युवक का शव:डीएसपी ने जताई हत्या की आशंका, मृतक की नहीं हुई शिनाख्त चरखी दादरी शहर में चिड़िया मोड़ व महेंद्रगढ़ चौक के बीच मंगलवार शाम को झाड़ियों में एक युवक का शव मिलने से सनसनी फैल गई। सूचना मिलने पर चरखी दादरी पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर सिविल अस्पताल के शव गृह में रखवाया है। फिलहाल मृतक की पहचान नहीं हो पाई है। झाड़ियों में पड़ा मिला शव जानकारी के अनुसार, पुलिस को सूचना मिली थी कि शहर के चिड़िया मोड़ व महेंद्रगढ़ चौक के बीच सड़क के समीप झाड़ियों में एक शव पड़ा हुआ है। सूचना मिलने पर डीएसपी विनोद शंकर पुलिस टीम सहित मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शव को कब्जे में लिया और पहचान के लिए चरखी दादरी सिविल अस्पताल के शवगृह में रखवाया है। शव पर चोटों के निशान दिखाई दिए हैं । मामले की जांच में जुटी पुलिस मौके पर पहुंचे डीएसपी विनोद शंकर ने बताया कि प्रथम दृष्टि में मर्डर का मामला लग रहा है। डीएसपी ने कहा कि मृतक की पहचान नहीं हो पाई है और शव को शिनाख्त के लिए सिविल रखवाया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
हरियाणा चुनाव से जुड़ी याचिका SC में खारिज:कांग्रेस ने जल्दी सुनवाई की मांग की थी; CJI बोले– क्या नई सरकार का शपथग्रहण रोकना चाहते हैं
हरियाणा चुनाव से जुड़ी याचिका SC में खारिज:कांग्रेस ने जल्दी सुनवाई की मांग की थी; CJI बोले– क्या नई सरकार का शपथग्रहण रोकना चाहते हैं हरियाणा विधानसभा चुनाव से जुड़ी याचिका पर आज (17अक्टूबर) सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। यह याचिका कांग्रेस की ओर से दायर की गई थी। जिसमें वोटिंग-काउंटिंग के दौरान EVM में गड़बड़ी का आरोप लगाकर 20 विधानसभा सीटों पर दोबारा चुनाव कराने की मांग की गई थी। कांग्रेस ने इस याचिका पर जल्द से जल्द सुनवाई करने की गुहार लगाई थी। इस पर आज सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई करते हुए याचिकाकर्ता को फटकार लगाई। कोर्ट ने कहा, ‘ऐसी याचिका दायर करने पर आप पर जुर्माना भी लगाया जा सकता है। आप कागजात सौंपिए, हम देखेंगे।’ मुख्य न्यायाधीश डी. वाई. चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा और न्यायमूर्ति जे. बी. पारदीवाला की पीठ ने याचिका खारिज करते हुए पूछा, ‘क्या आप चाहते हैं कि हम चुनी हुई नई सरकार का शपथग्रहण रोक दें?’ बता दें कि हरियाणा में लगातार तीसरी बार भाजपा सरकार बनने पर आज नई सरकार के मुख्यमंत्री और 13 मंत्रियों ने शपथ ले ली है। 16 अक्टूबर को दी गई याचिका
गौरतलब है कि 16 अक्टूबर को कांग्रेस की ओर से प्रिया मिश्रा और विकास बंसल ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के दौरान 20 सीटों पर वोटिंग-काउंटिंग में गड़बड़ी के आरोप लगाकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। एडवोकेट नरेंद्र मिश्रा के माध्यम से दी गई याचिका में कहा गया था कि चुनाव आयोग ने EVM से हरियाणा में चुनाव कराए हैं। उसी के आधार पर रिजल्ट भी घोषित किए हैं। मगर, कुछ EVM 99 प्रतिशत बैटरी क्षमता पर काम कर रही थीं, जबकि कुछ 60-70 और 80 प्रतिशत से कम बैटरी क्षमता पर काम कर रही थीं। याचिकाकर्ताओं ने कहा कि कुछ EVM में काउंटिंग वाले दिन भी 99 प्रतिशत बैटरी थी। वोटिंग के दौरान ही पकड़ी थी EVM की गड़बड़ी
याचिका में कहा गया कि कुछ पोलिंग स्टेशन पर वोटिंग और काउंटिंग के दौरान ही EVM की गड़बड़ी पकड़ ली गई थी। मौके पर मौजूद कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने EVM की गड़बड़ी को वहां मौजूद चुनाव अधिकारी को बताया भी था, लेकिन कांग्रेस के लोग ज्यादा नहीं थे, इसलिए उनकी सुनवाई नहीं हुई। याचिकाकर्ता ने मांग की थी कि हरियाणा की 20 सीटों पर EVM में गड़बड़ी की संभावना है। उन पर दोबारा चुनाव कराए जाएं। चुनाव आयोग ने वोटिंग के बाद काउंटिंग के एक दिन पहले तक वोटिंग प्रतिशत को लगातार अपडेट किया था। इसकी जांच की जाए। याचिका में कहा गया कि मामले में सुनवाई जल्द की जाए। इसी पर आज कोर्ट में सुनवाई हुई है। मुख्य चुनाव आयुक्त कह चुके- EVM में कोई गड़बड़ी नहीं
इससे पहले मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार झारखंड और महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा के लिए आयोजित की प्रेस कॉन्फ्रेंस में कह चुके हैं कि EVM में कोई गड़बड़ी नहीं है। उन्होंने कहा कि EVM की बैटरी कैलकुलेटर बैटरी की तरह सिंगल यूज बैटरी होती है। यह मोबाइल बैटरी की तरह नहीं है। आयुक्त ने ये भी कहा था कि EVM में एक प्रावधान है कि मशीनों को कम वोल्टेज की आवश्यकता होती है। कमिशनिंग के बाद जब मॉक पोल होता है तो शुरू में 99% बैटरी दिखती है। इसके साथ ही जब यह 7.4% से कम वोल्टेज होता है तो यह कम बैटरी दिखाता है। चुनाव आयोग को शिकायत कर कांग्रेस नेताओं ने लगाए थे आरोप… प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा था- खास EVM , जिनकी बैटरी 99% चार्ज थी
हरियाणा चुनाव रिजल्ट के बाद कांग्रेस शिकायत करने दिल्ली में चुनाव आयोग के दफ्तर में पहुंची थी। जिसके बाद हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने कहा था कि हमारे पास 20 शिकायतें आईं। जिनमें 7 लिखित हैं। मतगणना के दिन कुछ खास EVM थीं, जिनकी बैटरी 99% चार्ज दिखा रही थी। इनसे BJP को ज्यादा वोट मिले। मतगणना के बाद बैटरी इतनी चार्ज नहीं रह सकती। हमारे संदेह का यह सबसे बड़ा कारण है। उन्होंने कहा था कि बाकी जो सामान्य EVM थी, उनकी बैटरी 60 से 70% थी। उसमें BJP नहीं जीत रही थी। इस बारे में हमने आयोग को बता दिया है। उन्होंने जांच पूरी होने तक EVM सील करने की मांग की थी। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा- 20 सीटों पर गड़बड़ी हुई
दिल्ली में चुनाव आयोग से शिकायत के दौरान कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा भी शामिल थे। इस दौरान उन्होंने कहा था कि हमारे उम्मीदवारों ने EVM की बैटरी की शिकायत की। हमने चुनाव आयोग से मांग की है कि इसकी जांच करके बताइए। इस बारे में कैंडिडेट्स ने रिटर्निंग अफसर को काउंटिंग सेंटर में ही लिखित शिकायत भी दी है।
हरियाणा में बहन की ससुराल में ताबड़तोड़ फायरिंग:दिल्ली पुलिस का जवान टैक्सी लूटकर पहुंचा; दादा ससुर की हत्या, गोली लगने से 3 घायल
हरियाणा में बहन की ससुराल में ताबड़तोड़ फायरिंग:दिल्ली पुलिस का जवान टैक्सी लूटकर पहुंचा; दादा ससुर की हत्या, गोली लगने से 3 घायल हरियाणा के चरखी दादरी में दिल्ली पुलिस के एक जवान ने अपनी ही बहन के घर पर अंधाधुंध फायरिंग की। शुक्रवार अल सुबह हुई इस घटना में गोली लगने से एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि एक महिला सहित 3 लोग घायल हुए हैं। घायलों को रोहतक PGI पहुंचाया गया है। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। यहां से गोलियों के कई खोल, वारदात में इस्तेमाल की गई कार और कार के अंदर से दिल्ली पुलिस की वर्दी बरामद हुई है। फायरिंग के बाद मौके पर कार्रवाई के PHOTOS… बहन की ससुराल वालों से नाराज था आरोपी
डिप्टी SP सुभाष चंद्र ने घटना के बारे में बताया है कि चरखी दादरी के गांव घसौला के रजत पुत्र सुरेंद्र की शादी आरोपी दिल्ली पुलिस के जवान साकेत निवासी गोपालवास की बहन ऊषा के साथ हुई थी। यह शादी दिसंबर 2023 में हुई। तब लड़की के घरवालों को बताया गया था कि रजत गृह मंत्रालय में नौकरी करता है। लेकिन, बाद में लड़की के घरवालों को पता चला कि रजत के पास नौकरी नहीं है। इससे साकेत नाराज था। इसके अलावा रुपए के लेनदेन की बात भी सामने आई है। घटना के समय आरोपी की बहन अपने ससुराल में नहीं थी। वह मायके गई हुई थी। आज तड़के आरोपी दिल्ली से सरकारी असलहा और एक टैक्सी बुक कर चरखी दादरी आया। घायलों को रोहतक PGI रेफर किया
वहां उसने टैक्सी ड्राइवर से गाड़ी छीन ली और बहन की ससुराल पहुंचा। आरोपी ने वहां फायरिंग की। इस घटना में 55 वर्षीय छोटेलाल की मौत हो गई। वहीं, सुरेद्र, शकुंतला और शिवम घायल हैं। उन्हें चरखी दादरी के निजी अस्पताल में लाया गया था। वहां से उन्हें रोहतक PGI रेफर किया गया है। जानकारी मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। वहां से पुलिस और FSL टीम ने गोलियों के करीब 20 खोल, एक मैगजीन, 2 कारतूस और वारदात में इस्तेमाल हुई गाड़ी बरामद की। इसके अलावा गाड़ी के अंदर से दिल्ली पुलिस की वर्दी भी मिली है। आरोपी के जीजा ने खिड़की से कूदकर जान बचाई
वहीं, इस मामले में आरोपी साकेत के जीजा रजत ने बताया है कि साकेत आज तड़के उनके घर पर पहुंचा। उसने वहां आवाज लगाईं तो मैं बाहर निकलकर आया। उसने मुझ पर गोलियां चलाईं। हालांकि, मैंने खिड़की से कूदकर अपनी जान बचा ली। रजत का कहना है कि गोलियों की आवाज सुनकर उनके घरवाले बाहर निकले तो साकेत ने उन पर भी गोली चला दी। इसमें उनके दादा छोटेलाल की मौत हुई। जबकि, दादी शकुंतला, पिता सुरेंद्र और भाई शिवम घायल है। रजन ने साकेत पर सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की है। रजत ने बताया है कि साकेत उनका सगा साला है। करीब डेढ़ साल पहले ही वह दिल्ली पुलिस में भर्ती हुआ था।