हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के संजौली मस्जिद का विवाद गहरता जा रहा है। संजौली में विवादित मस्जिद को लेकर बीते एक सप्ताह से दो समुदायों के बीच चल रहा तनाव खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। हिंदू संगठनों ने एक बार फिर संजौली में कथित अवैध मस्जिद को गिराने की मांग को लेकर विशाल उग्र प्रदर्शन का ऐलान कर दिया है। स्थानीय तीन व्यक्तियों ( के सी चौहान , विजय शर्मा और विकास थापटा) ने कहा कि 11/11 यानी 11 सितम्बर को 11 बजे संजौली शिमला में ऐतिहासिक आंदोलन होगा । उन्होंने कहा कि यह किसी संगठन विशेष का आंदोलन नही है इसमे विभिन्न मंडल , NGO , सामाजिक व धार्मिक संगठन शामिल होंगे और प्रदेश का पूरा सनातन समाज 11 सितम्बर को संजौली में एकीकृत होगा और प्रदेश सरकार से मामले में जल्द से जल्द सुनवाई की मांग करेगा। आंदोलन में आरपार की लड़ाई विजय शर्मा ने कहा कि यह आंदोलन किसी संगठन विशेष का नहीं है । इस आंदोलन में महिला मंडल ,युवक मंडल व असंख्य सामाजिक और धार्मिक शामिल है। 11/11 ( ग्यारह सितंबर ,ग्यारह बजे) आंदोलन आर पार की लड़ाई होगी। उन्होंने कहा कि सरकार व प्रशासन को किसी भी कीमत पर झुकना होगा। अवैध निर्माण को गिराने से कम किसी भी बात पर समझौता नही होगा । शर्मा ने कहा कि संजौली में अवैध निर्माण कैसे हुआ सरकार को इसकी जांच करवानी चाइए। उन्होंने कहा कि एक प्लान के तहत बाहरी लोगों को यहां बसाया जा रहा है उन्हें यहां रेडी फड़ी दी जा रही है। और बाहर से आए लोग यहां का डेमोक्रेटिक व कानून व्यवस्था का माहौल खराब कर रहे है। वहीं एक अन्य स्थानीय व्यक्ति के सी चौहान ने कहा कि एक साजिश के तहत शिमला का डेमोक्रेटिक सेटअप खराब करने की कोशिश की जा रही है बाहर से आ रहे लोगों को फर्जी नाम रखकर यहां बसाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 11/ 11 को विभिन्न संगठन मिलकर संजौली में एक विशाल आंदोलन करेंगे । उन्होंने दावा किया कि वह इसकी आधिकारिक घोषणा करते है । संजौली में धारा 144 की तैयारी में पुलिस उधर पुलिस के सूत्रों से मिली जानकारी मुताबिक संजौली में मस्जिद विवाद का गतिरोध खत्म न होने के कारण पुलिस क्षेत्र में धारा144 लगाने की तैयारी में है । दरअसल बीते रविवार को मस्जिद विवाद को लेकर हुए पहले प्रदर्शन के बाद पुलिस ने संजौली में बिना पुलिस की अनुमति के धरना – प्रदर्शन करने पर रोक लगा दी थी। परंतु पुलिस की रोक के बावजूद वीरवार को कथित अवैध मस्जिद निर्माण के खिलाफ भीड़ सड़को पर उतर आई थी। ऐसे में पुलिस क्षेत्र में कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए सख्ती की तैयारी में और अगर गतिरोध जल्द समाप्त नही हुआ था क्षेत्र में धारा 144 लगा सख्ती है। फिलहाल पुलिस ने मौके पर क़ानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए 24 घण्टे चप्पे चप्पे पर पुलिस के जवान तैनात किए है। क्या है पूरा मामला? बता दें कि शिमला के संजौली में बनी मस्जिद को लेकर कथित अवैध निर्माण के आरोपों के साथ काफी लोगो में रोष पनप रहा था , इसको लेकर हिन्दू समुदाय के लोग सोशल मीडिया में लिख रहे थे लेकिन बीते दिनों शिमला के मल्याणा में समुदाय विशेष के लोगो ने एक स्थानीय युवक के साथ मारपीट की । जिसने अंदर ही अंदर सुलग रही आग में तेल छिड़कने का काम किया और गत 1 सितंबर को रविवार के दिन लोगो का आक्रोश भड़क गया और समुदाय विशेष के खिलाफ लोग सड़क पर आ गए । इस दौरान लोगो ने मस्जिद का घेराव किया और बाहर से आने वाले समुदाय विशेष के लोगो पर शिमला का माहौल खराब करने व कथित अवेध मस्जिद को गिराने की मांग की। एक तारिख से शुरू हुआ विवाद अब रुकने का नाम नही ले रहा है । हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के संजौली मस्जिद का विवाद गहरता जा रहा है। संजौली में विवादित मस्जिद को लेकर बीते एक सप्ताह से दो समुदायों के बीच चल रहा तनाव खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। हिंदू संगठनों ने एक बार फिर संजौली में कथित अवैध मस्जिद को गिराने की मांग को लेकर विशाल उग्र प्रदर्शन का ऐलान कर दिया है। स्थानीय तीन व्यक्तियों ( के सी चौहान , विजय शर्मा और विकास थापटा) ने कहा कि 11/11 यानी 11 सितम्बर को 11 बजे संजौली शिमला में ऐतिहासिक आंदोलन होगा । उन्होंने कहा कि यह किसी संगठन विशेष का आंदोलन नही है इसमे विभिन्न मंडल , NGO , सामाजिक व धार्मिक संगठन शामिल होंगे और प्रदेश का पूरा सनातन समाज 11 सितम्बर को संजौली में एकीकृत होगा और प्रदेश सरकार से मामले में जल्द से जल्द सुनवाई की मांग करेगा। आंदोलन में आरपार की लड़ाई विजय शर्मा ने कहा कि यह आंदोलन किसी संगठन विशेष का नहीं है । इस आंदोलन में महिला मंडल ,युवक मंडल व असंख्य सामाजिक और धार्मिक शामिल है। 11/11 ( ग्यारह सितंबर ,ग्यारह बजे) आंदोलन आर पार की लड़ाई होगी। उन्होंने कहा कि सरकार व प्रशासन को किसी भी कीमत पर झुकना होगा। अवैध निर्माण को गिराने से कम किसी भी बात पर समझौता नही होगा । शर्मा ने कहा कि संजौली में अवैध निर्माण कैसे हुआ सरकार को इसकी जांच करवानी चाइए। उन्होंने कहा कि एक प्लान के तहत बाहरी लोगों को यहां बसाया जा रहा है उन्हें यहां रेडी फड़ी दी जा रही है। और बाहर से आए लोग यहां का डेमोक्रेटिक व कानून व्यवस्था का माहौल खराब कर रहे है। वहीं एक अन्य स्थानीय व्यक्ति के सी चौहान ने कहा कि एक साजिश के तहत शिमला का डेमोक्रेटिक सेटअप खराब करने की कोशिश की जा रही है बाहर से आ रहे लोगों को फर्जी नाम रखकर यहां बसाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 11/ 11 को विभिन्न संगठन मिलकर संजौली में एक विशाल आंदोलन करेंगे । उन्होंने दावा किया कि वह इसकी आधिकारिक घोषणा करते है । संजौली में धारा 144 की तैयारी में पुलिस उधर पुलिस के सूत्रों से मिली जानकारी मुताबिक संजौली में मस्जिद विवाद का गतिरोध खत्म न होने के कारण पुलिस क्षेत्र में धारा144 लगाने की तैयारी में है । दरअसल बीते रविवार को मस्जिद विवाद को लेकर हुए पहले प्रदर्शन के बाद पुलिस ने संजौली में बिना पुलिस की अनुमति के धरना – प्रदर्शन करने पर रोक लगा दी थी। परंतु पुलिस की रोक के बावजूद वीरवार को कथित अवैध मस्जिद निर्माण के खिलाफ भीड़ सड़को पर उतर आई थी। ऐसे में पुलिस क्षेत्र में कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए सख्ती की तैयारी में और अगर गतिरोध जल्द समाप्त नही हुआ था क्षेत्र में धारा 144 लगा सख्ती है। फिलहाल पुलिस ने मौके पर क़ानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए 24 घण्टे चप्पे चप्पे पर पुलिस के जवान तैनात किए है। क्या है पूरा मामला? बता दें कि शिमला के संजौली में बनी मस्जिद को लेकर कथित अवैध निर्माण के आरोपों के साथ काफी लोगो में रोष पनप रहा था , इसको लेकर हिन्दू समुदाय के लोग सोशल मीडिया में लिख रहे थे लेकिन बीते दिनों शिमला के मल्याणा में समुदाय विशेष के लोगो ने एक स्थानीय युवक के साथ मारपीट की । जिसने अंदर ही अंदर सुलग रही आग में तेल छिड़कने का काम किया और गत 1 सितंबर को रविवार के दिन लोगो का आक्रोश भड़क गया और समुदाय विशेष के खिलाफ लोग सड़क पर आ गए । इस दौरान लोगो ने मस्जिद का घेराव किया और बाहर से आने वाले समुदाय विशेष के लोगो पर शिमला का माहौल खराब करने व कथित अवेध मस्जिद को गिराने की मांग की। एक तारिख से शुरू हुआ विवाद अब रुकने का नाम नही ले रहा है । हिमाचल | दैनिक भास्कर
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