फतेहाबाद में दोस्त ने गोली मारकर युवक की हत्या कर दी। जिसका सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। घटना के वक्त दोनों साथ में बैठकर हंसी- मजाक करते रहे थे। इसी दौरान गोली चल गई। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया है। मामला में बीती शाम सिरसा रोड पर धर्म कांटे का है। मृतक की पहचान 45 वर्षीय मनोज बंसल निवासी शिव नगर सिरसा के नाम से हुई है। पुरानी तहसील निवासी संदीप गोयल ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसके मामा मनोज बंसल सिरसा रोड पर सिंगला धर्मकांटा चलाते थे। संदीप ने कहा कि शाम को जब वह अपनी दुकान पर मौजूद था, तो शिवनगर निवासी निशांत सिंगला उसके पास आया और बताया कि पलविंदर उर्फ पम्मा ने उसके मामा को गोली मार दी है। वह निशांत को लेकर तुरंत नागरिक अस्पताल पहुंचा। जहां पता चला कि उसके मामा को मृत घोषित कर दिया गया है। घटना सीसीटीवी में कैद इसके बाद वह दोनों सिरसा रोड स्थित धर्म कांटा पर गए, वहां पर कमरे पर खून बिखरा हुआ था। संदीप ने बताया कि इसके बाद उन्होंने वहां की सीसीटीवी फुटेज चेक की, तो उसमें देखने को मिला कि उसके मामा और तीन चार लोग खड़े हैं। संदीप ने कहा कि इसी दौरान हंसी मजाक चल रही थी और पलविंदर की पिस्टल से गोली चल गई, जो मनोज के सिर में जा लगी। हालांकि यह पता नहीं चल पाया कि गोली किन हालातों में चली। फतेहाबाद में दोस्त ने गोली मारकर युवक की हत्या कर दी। जिसका सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। घटना के वक्त दोनों साथ में बैठकर हंसी- मजाक करते रहे थे। इसी दौरान गोली चल गई। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया है। मामला में बीती शाम सिरसा रोड पर धर्म कांटे का है। मृतक की पहचान 45 वर्षीय मनोज बंसल निवासी शिव नगर सिरसा के नाम से हुई है। पुरानी तहसील निवासी संदीप गोयल ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसके मामा मनोज बंसल सिरसा रोड पर सिंगला धर्मकांटा चलाते थे। संदीप ने कहा कि शाम को जब वह अपनी दुकान पर मौजूद था, तो शिवनगर निवासी निशांत सिंगला उसके पास आया और बताया कि पलविंदर उर्फ पम्मा ने उसके मामा को गोली मार दी है। वह निशांत को लेकर तुरंत नागरिक अस्पताल पहुंचा। जहां पता चला कि उसके मामा को मृत घोषित कर दिया गया है। घटना सीसीटीवी में कैद इसके बाद वह दोनों सिरसा रोड स्थित धर्म कांटा पर गए, वहां पर कमरे पर खून बिखरा हुआ था। संदीप ने बताया कि इसके बाद उन्होंने वहां की सीसीटीवी फुटेज चेक की, तो उसमें देखने को मिला कि उसके मामा और तीन चार लोग खड़े हैं। संदीप ने कहा कि इसी दौरान हंसी मजाक चल रही थी और पलविंदर की पिस्टल से गोली चल गई, जो मनोज के सिर में जा लगी। हालांकि यह पता नहीं चल पाया कि गोली किन हालातों में चली। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
अंबाला में व्यक्ति से 23.50 लाख की ठगी:ऑनलाइन ट्रेडिंग में अच्छा मुनाफा कमाने का दिया लालच, फेसबुक से मिला था लिंक
अंबाला में व्यक्ति से 23.50 लाख की ठगी:ऑनलाइन ट्रेडिंग में अच्छा मुनाफा कमाने का दिया लालच, फेसबुक से मिला था लिंक हरियाणा में ऑनलाइन ट्रेडिंग कराने के नाम पर व्यक्ति से 23.50 लाख रुपए हड़प लिए। पीड़ित ने फेसबुक के जरिए लिंक पर क्लिक किया था। उसके बाद वॉट्सऐप ग्रुप में जुड़ा था। यहां, अच्छे पैसे कमाने का लालच देकर धोखाधड़ी की गई। साइबर थाने की पुलिस ने अज्ञात ठगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। अंबाला कैंट के गणेश विहार निवासी हरप्रीत सिंह ने साइबर थाने पुलिस को शिकायत सौंपी है। हरप्रीत ने बताया कि 10 मई को उसके पास फेसबुक पर एक लिंक मिला। उसने लिंक ओपन किया तो एक वॉट्सऐप ग्रुप से जुड़ गया। इस ग्रुपएमडी एक सी सिक्योटिज-23 के नाम से था। ग्रुप में एक धीरज रेली नाम का व्यक्ति जो खुद को HDFC सिक्योरिटिज का इंटर्नल विभाग का मुखिया बता रहा था। IPO के माध्यम से दिया पैसे कमाने का लालच शातिर ठग ने मैसेज के जरिए लोगों को अपयर सर्किट ट्रेडिंग, ब्लॉक ट्रेडिंग व IPO के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा पैसे कमाने का लालच दिया। उस ग्रुप में 180 लोग जुड़े हुए थे। इसमें शिवानी राजपूत नाम की एक लड़की ट्रेडिंग के बारे में पूरी जानकारी देती थी। आरोपी HDFC सिक्योरटिज की ऐप डाउनलोड करा उसके माध्यम उसे ट्रेडिंग कराते थे। उसने 12 जून के बाद से अंकित नाम के युवक के अलग-अलग खातों में 25 हजार, 1 लाख, 1.75 लाख, 7 लाख, 25 हजार, 2.50 लाख, 3.50 लाख, 4.45 लाख व 3.95 लाख और 1.15 लाख रुपए ट्रांसफर किए। उसने कुल 23.50 लाख रुपए ट्रांसफर किए। उसकी ऐप में 1.40 करोड़ रुपए दिखाई दिए। जब उसने 8 लाख रुपए निकालने की कोशिश की तो उसे फ्रॉड का पता चला। पुलिस ने अब शिकायत के आधार पर अज्ञात के खिलाफ धारा 406,419 व 420 के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
हरियाणा में जाट चेहरों के टिकट काटेगी कांग्रेस:जमानत जब्त, 2 बार हारे नेता बाहर होंगे; ब्राह्मण-पंजाबी समेत 4 जातियों का कोटा बढ़ेगा
हरियाणा में जाट चेहरों के टिकट काटेगी कांग्रेस:जमानत जब्त, 2 बार हारे नेता बाहर होंगे; ब्राह्मण-पंजाबी समेत 4 जातियों का कोटा बढ़ेगा हरियाणा कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में टिकटों पर मंथन के बीच विधानसभा सीटों का गुणा-गणित तैयार कर लिया है। इस बार कांग्रेस बीजेपी को सत्ता से बाहर करने के लिए गैर जाट वोट बैंक पर ज्यादा फोकस करेगी। यही वजह है कि कांग्रेस इस बार टिकट आवंटन में जाट कोटे के चेहरों की टिकट भी काटेगी। इसके अलावा 2019 के विधानसभा चुनाव जमानत नहीं बचा पाने वाले उम्मीदवार भी पैनल से बाहर किए जाएंगे। साथ ही ब्राह्मण, पंजाबी, वैश्य और राजपूत के टिकट कोटे में इजाफा करेगी। कांग्रेस ने 2019 के विधानसभा चुनाव में 27 हलकों में अपनी जमानत जब्त करवाई थी। इसके अलावा 15 प्रत्याशी ऐसे भी रहे हैं, जिन्होंने लगातार 2 हार अपने खाते में दर्ज करवा ली हैं। इनमें कई के नाम ये दोनों ही रिकाॅर्ड दर्ज हैं। इस कारण से कट सकते हैं जाट चेहरों की टिकट
कांग्रेस नेतृत्व लोकसभा चुनावों की तर्ज पर इस बार विधानसभा में भी सोशल इंजीनियरिंग के तहत टिकट देने के पक्ष में है। अगर इस तरह का निर्णय कांग्रेस ने लिया तो फिर प्रदेश में 2019 के मुकाबले इस बार जाट उम्मीदवारों की संख्या कम हो सकती है। आमतौर पर कांग्रेस 28 से 30 जाट नेताओं को टिकट देती रही है। लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस चार जाट उम्मीदवार उतारती रही है लेकिन इस बार के चुनावों में दो ही जाट नेताओं को टिकट मिली। रोहतक से दीपेंद्र हुड्डा और हिसार से जयप्रकाश ‘जेपी’ को टिकट मिली। दोनों ही चुनाव जीतने में भी कामयाब रहे। प्रदेश में विधानसभा की नब्बे सीटों में से 17 अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं। सिटिंग-गैटिंग फॉर्मूला नहीं चलेगा
हरियाणा कांग्रेस में आमतौर पर मौजूदा विधायकों को लेकर ‘सिटिंग-गैटिंग’ का फार्मूला लागू होता रहा है। इसके तहत मौजूदा विधायकों और बड़े चेहरों के नेताओं के प्रिय नेताओं को टिकट मिल जाती थी। इस फार्मूले से हमेशा से ही पार्टी को नुकसान हुआ है, दस सालों से इस कारण से पार्टी प्रदेश की सत्ता से बाहर है। इस कारण से इस फार्मूले से भी पार्टी तौबा करेगी। अगर ऐसा होता है तो पार्टी के मौजूदा 28 विधायकों में से 8 से 10 की टिकट कट भी सकती है। 73 सीटों पर कर रही फोकस
कांग्रेस 73 सीटों को लेकर अपना गणित सैट करने में जुटी है। अभी तक के मंथन में ये बात सामने आई है कि पिछड़ा वर्ग-बी के अलावा बीसी-ए के अंतर्गत आने वाली जातियों को इस बार टिकट आवंटन में पहले से अधिक तवज्जो मिल सकती है। इसके लिए ब्राह्मण, पंजाबी, वैश्य और राजूपत कोटे में इजाफा संभव है। रोड़ के अलावा सिख कोटे में भी इस बार बढ़ोतरी संभव है। कांग्रेस पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने इस बात की पुष्टि की है कि पार्टी नेतृत्व व हरियाणा इकाई सोशल इंजीनियरिंग के फार्मूले पर काफी गंभीरता से मंथन कर रही है। सैलजा-सुरजेवाला गुट भी एक्टिव
कांग्रेस में अभी दो गुट एक्टिव हैं। एक गुट भूपेंद्र हुड्डा तो दूसरा कुमारी सैलजा व रणदीप सिंह सुरजेवाला का है। ये दोनों नेता अपने साथ जुड़े उनके समर्थक भी टिकट के लिए लॉबिंग कर रहे हैं। उन्हें अपने नेताओं पर ‘विश्वास’ है कि वे टिकट के लिए उनकी पूरी मदद करेंगे। 2019 के लोकसभा चुनावों में भी कांग्रेस के टिकट आवंटन में कोटा सिस्टम चला था। उस समय प्रदेशाध्यक्ष रहे अशोक तंवर के समर्थकों को टिकट नहीं मिलने के चलते तंवर ने पार्टी छोड़ दी थी। हालांकि सैलजा व रणदीप अपने समर्थकों को टिकट दिलवाने में सफल रहे थे। हालांकि इस बार कोटा सिस्टम की बजाय मैरिट पर टिकट देने की बात नेतृत्व की ओर से की जा रही है। लोकसभा चुनाव में हुड्डा का रहा पलड़ा भारी
लोकसभा चुनावों में टिकट आवंटन में पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा का पलड़ा भारी था। पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा की सिरसा सीट को छोड़कर बाकी संसदीय सीटों पर हुड्डा की पसंद से ही टिकट मिली थी। रोहतक से दीपेंद्र हुड्डा की टिकट तय थी। वहीं फरीदाबाद में महेंद्र प्रताप सिंह, गुरुग्राम में राज बब्बर, भिवानी-महेंद्रगढ़ में राव दान सिंह, हिसार में जयप्रकाश ‘जेपी’, सोनीपत में सतपाल ब्रह्मचारी, करनाल में दिव्यांशु बुद्धिराजा और अंबाला में वरुण चौधरी को टिकट दिलवाने में हुड्डा कामयाब रहे थे। टिकट आवंटन अपने हाथ में ले चुका हाईकमान
कांग्रेस में टिकट आवंटन को लेकर पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा और सांसद कुमारी सैलजा के बीच खींचतान जारी है। यह नजारा कांग्रेस की दिल्ली में हुई स्क्रीनिंग कमेटी में भी दिखा। इसकी वजह से कांग्रेस हाईकमान ने टिकट आवंटन का काम अपने हाथ में ले लिया। स्क्रीनिंग कमेटी चेयरमैन अजय माकन को कहा गया कि हरियाणा की सभी 90 सीटों पर अपनी अलग कमेटी बनाकर दावेदारों के बारे में पड़ताल करे। इसकी रिपोर्ट स्क्रीनिंग कमेटी से सीधे राहुल गांधी और राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को सौंपी जाएगी। हाईकमान की चेतावनी के बाद हुड्डा-सैलजा की सहमति की चर्चा
हरियाणा कांग्रेस के सूत्रों के मुताबिक हाईकमान ने भूपेंद्र हुड्डा और कुमारी सैलजा को यह भी कह दिया कि अगर वे राजी नहीं होते तो फिर हाईकमान अपने स्तर पर टिकट बांटेगा। इसे देखते हुए दोनों के बीच सहमति की चर्चा है। जिसमें हुड्डा कुछ सीटें सैलजा के लिए छोड़ने पर राजी हो गए हैं। कांग्रेस से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… कुमारी सैलजा बोलीं-हरियाणा में दलित CM क्यों नहीं: कहा- विधानसभा चुनाव लड़ना चाहती हूं हरियाणा चुनाव के बीच सिरसा से सांसद कुमारी सैलजा ने कांग्रेस सरकार बनने पर CM कुर्सी पर दावा ठोक दिया है। कुमारी सैलजा ने एक समाचार एजेंसी को दिए इंटरव्यू में कहा- ”लोगों की व्यक्तिगत और जातीय आधार पर महत्वकांक्षा होती है, मेरी भी है। मैं राज्य में काम करना चाहती हूं। विधानसभा चुनाव लड़ना चाहती हूं। हालांकि अंतिम फैसला हाईकमान करेगा (पूरी खबर पढ़ें)
हरियाणा में स्कूल वैन पलटी, बच्चे घायल:ट्रक के अचानक आने से ड्राइवर ने संतुलन खोया; 10 की परमिशन थी पर 15 बच्चे ले जा रही थी
हरियाणा में स्कूल वैन पलटी, बच्चे घायल:ट्रक के अचानक आने से ड्राइवर ने संतुलन खोया; 10 की परमिशन थी पर 15 बच्चे ले जा रही थी हरियाणा के जींद के नरवाना क्षेत्र के सुंदरपुरा रोड पर शनिवार सुबह किड्स मेलोडी प्राइवेट स्कूल की वैन अनियंत्रित होकर पलट गई। वैन में बच्चे सवार थे और उसके पलटते ही बच्चों में चीख पुकार मच गई। आसपास के लोग दौड़कर पहुंचे और वैन में फंसे बच्चों को बाहर निकाला। स्थानीय लोगों के मुताबिक वैन में करीब 14 से 15 बच्चे थे, जिसमें से एक दो बच्चे घायल हो गए। जानकारी के मुताबिक नरवाना के किड्स मेलोडी स्कूल की वैन बच्चों को लेकर स्कूल की तरफ आ रही थी। जैसे ही बस सुंदरपुरा रोड पर पहुंची तो अचानक एक ट्रक वैन के सामने आ गया। ट्रक से बचने के चक्कर में ड्राइवर वैन से संतुलन खो बैठा। इसके बाद वैन सड़क किनारे गड्ढों में पलट गई। इससे बच्चे डर गए और उनमें चीख पुकार मच गई। कुछ बच्चे तो डर के मारे बुरी तरह से रोने लगे। पुलिस मामले की जांच कर रही है। तस्वीरों में देखिए हादसा… पास में ही ग्रामीण काम कर थे इसलिए बच्चों को जल्दी बचाया गया
स्थानीय लोगों ने बताया कि वे पास में ही काम कर रहे थे तभी ये हादसा हो गया। हम लोगों ने दौड़ कर बच्चों को पलटी वैन से बाहर निकाला। वैन में मौजूद बच्चों को कुछ देर में ही बाहर निकाल लिया गया। ग्रामीणों के मुताबिक हादसे से बच्चे बुरी तरह से सहम गए थे। गनीमत यह रही की बच्चों को ज्यादा चोट नहीं आई। वैन में केवल 10 बच्चों को ले जाने की परमिशन थी। लेकिन स्कूल प्रबंधन ने वैन में 14 से 15 बच्चे बैठाए थे।