फरीदकोट में दिए विवादित बयान पर हंसराज की सफाई:बोले- सभी किसान गलत नहीं, गालियां देने वालों पर आया था गुस्सा

फरीदकोट में दिए विवादित बयान पर हंसराज की सफाई:बोले- सभी किसान गलत नहीं, गालियां देने वालों पर आया था गुस्सा

पंजाब की लोकसभा सीट फरीदकोट से चुनाव हारने वाले भाजपा प्रत्याशी पद्मश्री हंसराज हंस ने आज जालंधर में प्रेस वार्ता की। हंस ने कहा कि मैं फरीदकोट के लोगों का सदैव आभारी रहूंगा जिन्होंने मुझे मतदान किया। हंस ने कहा कि भाजपा पंजाब में सभी सीट हार गई है। इस कारण हमें आत्म मंथन करने की जरूरत है। किन जगहों पर कमियां रह गई उसे समझना होगा। हार के पीछे के कारण पर मंथन करना चाहिए। फरीदकोट में शरारती लोगों ने किया था माहौल खराब ‘किसानों को 2 जून के बाद देख लूंगा’ वाले बयान को लेकर हंसराज ने सफाई दी है। उन्होंने कहा कि मुझे कोई पछतावा नहीं है। जब हमारी बेटियों पर हमला किया जा रहा था, तो मैं कैसे सहन कर सकता था। शरारती लोग माहौल खराब कर रहे थे। इस वजह से मुझे इस तरह का बयान देना पड़ा। मोदी और शाह बोले- वॉरियर्स की तरह चुनाव लड़े उन्होंने कहा की मैंने सभी किसानों को नहीं कहा था। जिन्होंने वर्करों और महिलाओं को गालियां दी उन्हें सावधान होने के लिए कहा था। हार के बाद प्रधानमंत्री और अमित शाह से मेरी बात हुई है। उन्होंने कहा कि तुम बहुत अच्छा चुनाव लड़े हो। तुम एक वॉरियर्स की तरह चुनाव लड़े। आने वाले समय में चुनाव लड़ूंगा या नहीं इस बारे में अभी सोचा नहीं है। फरीदकोट से चुनाव इसलिए लड़ा था क्योंकि मुझ पर मेरी पार्टी का एहसान था। पार्टी मुझे दिल्ली लेकर गई और वहां पर बिना पैसा लगवाएं चुनाव जितवा दिया, अब मेरी बारी थी जहां से पार्टी ने मुझे कहा मैं वहां जाकर चुनाव लड़ा। कौन हैं हंसराज हंस और क्या राजनैतिक सफर? गायक हंस राज हंस पंजाब के दोआबा क्षेत्र में अच्छा प्रभाव रखते हैं। पंजाबी गायक हंस का जन्म 30 नवंबर, 1953 को शफीपुर (जालंधर) में हुआ। हंस 1983 से लगातार म्यूजिक इंडस्ट्री में काम कर रहे हैं। उन्होंने ऊपर खुदा आसमां नीचे, टोटे-टोटे हो गया, तेरे बिन नई जीना मर जाना जैसे गानों से अपनी खास पहचान बनाई है। हंस ने 2009 में शिरोमणि अकाली दल के टिकट पर लोकसभा इलेक्शन भी लड़ा था लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इसलिए प्रभावित हुए, क्योंकि वे देश के गरीब लोगों के लिए कल्याणकारी सोच व देश के विकास व प्रगति की सोच रखते हैं। 2014 में कांग्रेस ज्वाइन कर ली। इसके बाद 10 दिसंबर 2016 को उन्होंने भाजपा ज्वाइन की। वह उत्तर-पश्चिम दिल्ली के भाजपा सांसद रह चुके हैं। 1 जून 2024 फरीदकोट लोकसभा चुनाव में हंसराज हंस 5वें नंबर पर रहे। उन्हें यहां किसानों के विरोध का काफी सामना करना पड़ा। हंस को फरीदकोट से कुल 1,23,533 वोट पड़े है। पंजाब की लोकसभा सीट फरीदकोट से चुनाव हारने वाले भाजपा प्रत्याशी पद्मश्री हंसराज हंस ने आज जालंधर में प्रेस वार्ता की। हंस ने कहा कि मैं फरीदकोट के लोगों का सदैव आभारी रहूंगा जिन्होंने मुझे मतदान किया। हंस ने कहा कि भाजपा पंजाब में सभी सीट हार गई है। इस कारण हमें आत्म मंथन करने की जरूरत है। किन जगहों पर कमियां रह गई उसे समझना होगा। हार के पीछे के कारण पर मंथन करना चाहिए। फरीदकोट में शरारती लोगों ने किया था माहौल खराब ‘किसानों को 2 जून के बाद देख लूंगा’ वाले बयान को लेकर हंसराज ने सफाई दी है। उन्होंने कहा कि मुझे कोई पछतावा नहीं है। जब हमारी बेटियों पर हमला किया जा रहा था, तो मैं कैसे सहन कर सकता था। शरारती लोग माहौल खराब कर रहे थे। इस वजह से मुझे इस तरह का बयान देना पड़ा। मोदी और शाह बोले- वॉरियर्स की तरह चुनाव लड़े उन्होंने कहा की मैंने सभी किसानों को नहीं कहा था। जिन्होंने वर्करों और महिलाओं को गालियां दी उन्हें सावधान होने के लिए कहा था। हार के बाद प्रधानमंत्री और अमित शाह से मेरी बात हुई है। उन्होंने कहा कि तुम बहुत अच्छा चुनाव लड़े हो। तुम एक वॉरियर्स की तरह चुनाव लड़े। आने वाले समय में चुनाव लड़ूंगा या नहीं इस बारे में अभी सोचा नहीं है। फरीदकोट से चुनाव इसलिए लड़ा था क्योंकि मुझ पर मेरी पार्टी का एहसान था। पार्टी मुझे दिल्ली लेकर गई और वहां पर बिना पैसा लगवाएं चुनाव जितवा दिया, अब मेरी बारी थी जहां से पार्टी ने मुझे कहा मैं वहां जाकर चुनाव लड़ा। कौन हैं हंसराज हंस और क्या राजनैतिक सफर? गायक हंस राज हंस पंजाब के दोआबा क्षेत्र में अच्छा प्रभाव रखते हैं। पंजाबी गायक हंस का जन्म 30 नवंबर, 1953 को शफीपुर (जालंधर) में हुआ। हंस 1983 से लगातार म्यूजिक इंडस्ट्री में काम कर रहे हैं। उन्होंने ऊपर खुदा आसमां नीचे, टोटे-टोटे हो गया, तेरे बिन नई जीना मर जाना जैसे गानों से अपनी खास पहचान बनाई है। हंस ने 2009 में शिरोमणि अकाली दल के टिकट पर लोकसभा इलेक्शन भी लड़ा था लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इसलिए प्रभावित हुए, क्योंकि वे देश के गरीब लोगों के लिए कल्याणकारी सोच व देश के विकास व प्रगति की सोच रखते हैं। 2014 में कांग्रेस ज्वाइन कर ली। इसके बाद 10 दिसंबर 2016 को उन्होंने भाजपा ज्वाइन की। वह उत्तर-पश्चिम दिल्ली के भाजपा सांसद रह चुके हैं। 1 जून 2024 फरीदकोट लोकसभा चुनाव में हंसराज हंस 5वें नंबर पर रहे। उन्हें यहां किसानों के विरोध का काफी सामना करना पड़ा। हंस को फरीदकोट से कुल 1,23,533 वोट पड़े है।   पंजाब | दैनिक भास्कर