फरीदकोट में शिरोमणि अकाली दल के सीनियर नेता व पूर्व महासचिव परमबंस सिंह बंटी रोमाणा ने केंद्र सरकार द्वारा जनसंख्या के आधार परिसीमन करके देशभर में संसदीय क्षेत्रों की संख्या बढ़ाने के प्रस्ताव का विरोध किया है। उन्होंने पंजाब समेत कई राज्यों के साथ भेदभाव करने के आरोप भी लगाए हैं। शिअद नेता बंटी रोमाणा ने आज (रविवार को) कहा कि संसदीय क्षेत्रों की संख्या बढ़ाए जाने की प्रस्ताव के तहत देशभर में लोकसभा क्षेत्रों की संख्या 543 से 848 किए जाने की तैयारी की जा रही है। इसमें कई राज्यों में संसदीय क्षेत्र 80 से 100 तक बढ़ेंगे, जबकि कई राज्यों को क्षेत्र बढ़ने का कोई खास फायदा नहीं होगा। ऐसे में इन राज्यों के लोगों की आवाज संसद में दबकर रह जाएगी। बंटी रोमाणा ने कहा कि पंजाब में संसदीय क्षेत्रों की संख्या 13 है, जिन्हें 18 किए जाने का प्रस्ताव है। वर्तमान 543 क्षेत्रों वाले संसद में पंजाब का हिस्सा मात्र 2.39 प्रतिशत है और 848 क्षेत्रों होने पर पंजाब का हिस्सा 2.11 प्रतिशत रह जाएगा। अपने प्रभाव वाले राज्यों में ज्यादा सीटें बढ़ा रही है भाजपा- बंटी रोमाणा शिअद नेता रोमाणा ने कहा कि एक साजिश के तहत यह प्रस्ताव तैयार किया गया है, ताकि भाजपा के प्रभाव वाले राज्यों में संसदीय क्षेत्रों की संख्या बढ़े और आने वाले लोकसभा चुनाव में उन्हें फायदा मिल सके। नए प्रस्ताव के मुताबिक पंजाब में संसदीय क्षेत्रों की संख्या 13 से बढ़कर 18, हरियाणा के 10 क्षेत्रों को भी बढ़ाकर 18 किया जा रहा है। इसके अलावा यूपी में संसदीय क्षेत्र 80 से 143, बिहार में 40 से 76, राजस्थान में 25 से 50, मध्य प्रदेश में 29 से 52 और दिल्ली में संसदीय क्षेत्र की संख्या 7 से बढ़कर 12 की जा रही है। उन्होंने इस मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरने के लिए विरोधी पार्टियों को एकजुट होने का आह्वान किया। बता दें कि इस मुद्दे को लेकर एक दिन पहले तमिलनाडु में विपक्षी पार्टियों की बैठक में राज्य के मुख्यमंत्री भगवंत मान के अलावा शिअद के कार्यकारी अध्यक्ष बलविंदर सिंह भूंदड़ और पूर्व मंत्री डॉ.दलजीत सिंह चीमा भी शामिल हुए थे। फरीदकोट में शिरोमणि अकाली दल के सीनियर नेता व पूर्व महासचिव परमबंस सिंह बंटी रोमाणा ने केंद्र सरकार द्वारा जनसंख्या के आधार परिसीमन करके देशभर में संसदीय क्षेत्रों की संख्या बढ़ाने के प्रस्ताव का विरोध किया है। उन्होंने पंजाब समेत कई राज्यों के साथ भेदभाव करने के आरोप भी लगाए हैं। शिअद नेता बंटी रोमाणा ने आज (रविवार को) कहा कि संसदीय क्षेत्रों की संख्या बढ़ाए जाने की प्रस्ताव के तहत देशभर में लोकसभा क्षेत्रों की संख्या 543 से 848 किए जाने की तैयारी की जा रही है। इसमें कई राज्यों में संसदीय क्षेत्र 80 से 100 तक बढ़ेंगे, जबकि कई राज्यों को क्षेत्र बढ़ने का कोई खास फायदा नहीं होगा। ऐसे में इन राज्यों के लोगों की आवाज संसद में दबकर रह जाएगी। बंटी रोमाणा ने कहा कि पंजाब में संसदीय क्षेत्रों की संख्या 13 है, जिन्हें 18 किए जाने का प्रस्ताव है। वर्तमान 543 क्षेत्रों वाले संसद में पंजाब का हिस्सा मात्र 2.39 प्रतिशत है और 848 क्षेत्रों होने पर पंजाब का हिस्सा 2.11 प्रतिशत रह जाएगा। अपने प्रभाव वाले राज्यों में ज्यादा सीटें बढ़ा रही है भाजपा- बंटी रोमाणा शिअद नेता रोमाणा ने कहा कि एक साजिश के तहत यह प्रस्ताव तैयार किया गया है, ताकि भाजपा के प्रभाव वाले राज्यों में संसदीय क्षेत्रों की संख्या बढ़े और आने वाले लोकसभा चुनाव में उन्हें फायदा मिल सके। नए प्रस्ताव के मुताबिक पंजाब में संसदीय क्षेत्रों की संख्या 13 से बढ़कर 18, हरियाणा के 10 क्षेत्रों को भी बढ़ाकर 18 किया जा रहा है। इसके अलावा यूपी में संसदीय क्षेत्र 80 से 143, बिहार में 40 से 76, राजस्थान में 25 से 50, मध्य प्रदेश में 29 से 52 और दिल्ली में संसदीय क्षेत्र की संख्या 7 से बढ़कर 12 की जा रही है। उन्होंने इस मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरने के लिए विरोधी पार्टियों को एकजुट होने का आह्वान किया। बता दें कि इस मुद्दे को लेकर एक दिन पहले तमिलनाडु में विपक्षी पार्टियों की बैठक में राज्य के मुख्यमंत्री भगवंत मान के अलावा शिअद के कार्यकारी अध्यक्ष बलविंदर सिंह भूंदड़ और पूर्व मंत्री डॉ.दलजीत सिंह चीमा भी शामिल हुए थे। पंजाब | दैनिक भास्कर
