हरियाणा के जिले फरीदाबाद के आईएमटी में स्थित एक न्यू टेक एंसिलरिस (NUTECH ANCILLARIES) प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में भीषण आग लग गई। आग लगने के कारणों के बारे में अभी कुछ भी स्पष्ट नहीं हो पाया है, लेकिन आग लगने के चलते कंपनी में भीषण नुकसान हुआ है। हालांकि मामले में जब मौके पर पहुंची पुलिस से आग लगने के कारण के बारे में पूछा गया तो पुलिस ने कुछ भी बोलने से मना कर दिया। मौके पर पहुंची दमकल की 6-7 गाड़ियां वहीं एक कर्मचारी ने बताया कि आज लगभग 7.40 के आसपास कंपनी में लगी थी। इसके बाद इसकी जानकारी पुलिस और दमकल विभाग को दी गई। दमकल की टीम और पुलिस की टीम ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया। इसमें लगभग 6 से 7 दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंची थी, जिनकी मदद से आग पर काबू पाया जा सका। कंपनी संचालक बोलने को नहीं तैयार गौरतलब है कि मामले में कंपनी संचालक भी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं थे, कंपनी संचालक और पुलिस का बयान आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा। आग किन कारणों से लगी और कंपनी में आग लगने के चलते कितना नुकसान हुआ है। हरियाणा के जिले फरीदाबाद के आईएमटी में स्थित एक न्यू टेक एंसिलरिस (NUTECH ANCILLARIES) प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में भीषण आग लग गई। आग लगने के कारणों के बारे में अभी कुछ भी स्पष्ट नहीं हो पाया है, लेकिन आग लगने के चलते कंपनी में भीषण नुकसान हुआ है। हालांकि मामले में जब मौके पर पहुंची पुलिस से आग लगने के कारण के बारे में पूछा गया तो पुलिस ने कुछ भी बोलने से मना कर दिया। मौके पर पहुंची दमकल की 6-7 गाड़ियां वहीं एक कर्मचारी ने बताया कि आज लगभग 7.40 के आसपास कंपनी में लगी थी। इसके बाद इसकी जानकारी पुलिस और दमकल विभाग को दी गई। दमकल की टीम और पुलिस की टीम ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया। इसमें लगभग 6 से 7 दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंची थी, जिनकी मदद से आग पर काबू पाया जा सका। कंपनी संचालक बोलने को नहीं तैयार गौरतलब है कि मामले में कंपनी संचालक भी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं थे, कंपनी संचालक और पुलिस का बयान आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा। आग किन कारणों से लगी और कंपनी में आग लगने के चलते कितना नुकसान हुआ है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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रेवाड़ी में 2 भाइयों पर हुए हमले से व्यापारी नाराज:बजाजा बाजार बंद रहा, एसपी से मिले, 5 हमलावरों की पहचान हरियाणा के रेवाड़ी शहर में एक दिन पहले 2 सगे भाइयों पर दुकान में घुसकर हमला करने के मामले में मंगलवार सुबह व्यापारियों ने बजाजा बाजार बंद रखा। इतना ही नहीं पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए व्यापारी जिला सचिवालय पहुंचे। एसपी शशांक कुमार सावन से मुलाकात करते हुए हमलावरों को तुरंत गिरफ्तार करने और इस केस में अन्य धाराएं जोड़ने की मांग की। एसपी ने व्यापारियों की मांग पर तुरंत सिटी एसएचओ को कार्रवाई का निर्देश दिया है। बता दें कि सोमवार को शहर के बजाजा बाजार स्थित कपड़ा की दुकान चलाने वाले मोहनदास की मार्केट में पीने के पानी के कैंपर की सप्लाई देने वाले युवकों से मामूली बात पर कहासुनी हो गई थी। आरोपियों ने अपने साथियों को कॉल कर मौके पर बुला लिया। 8 से 10 बदमाशों ने मौके पर पहुंचकर मोहनदास के बेटे यशपाल और दूसरे बेटे को बुरी तरह पीटना शुरू कर दिया था। इतना ही नहीं आरोपी दुकान के भीतर भी घुस गए और जमकर तोड़फोड़ करते हुए दोनों भाइयों को बुरी तरह घायल कर दिया। व्यापारियों ने मार्केट बंद की घटना का एक सीसीटीवी वीडियो भी सामने आया था, जिसमें हमलावर दोनों भाइयों पर हमला करते हुए साफ दिखाई दिए। इतना ही नहीं आरोपियों ने दुकान के भीतर घुसकर भी जमकर तोड़फोड़ की। लेकिन मामले में सिटी पुलिस की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में रही। पुलिस ने सिर्फ धारा 323, 506, 34 आईपीसी के तहत एफआईआर दर्ज की। जबकि व्यापारी ने गल्ले से पैसे छीनने का भी आरोप लगाया था। इसके विरोध में मंगलवार को बजाजा बाजार को बंद रखा। साथ ही तमाम व्यापारी एकत्रित होकर एसपी से मिलने पहुंचे। एसपी ने अन्य धाराएं जोड़ने का दिया निर्देश व्यापारियों ने एसपी शशांक कुमार को बताया कि पुलिस ने मामले में उचित धाराएं नहीं जोड़ी। जबकि हमलावर अभी भी खुलेआम घूम रहे है। एसपी शशांक कुमार ने तुरंत सिटी थाना प्रभारी से बात की और मामले में धारा 452, 147, 148 जोड़ने के साथ ही आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार करने का निर्देश दिया। एसएचओ ने एसपी को बताया कि इस केस में पांच आरोपियों की पहचान की जा चुकी है। अन्य आरोपियों की भी पहचान की जा रही है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया जाएगा।
बहादुरगढ़ में 4 बदमाश गिरफ्तार:MP से लाए थे अवैध हथियार, पहले से एक आरोपी पर 9 मामले दर्ज
बहादुरगढ़ में 4 बदमाश गिरफ्तार:MP से लाए थे अवैध हथियार, पहले से एक आरोपी पर 9 मामले दर्ज झज्जर के बहादुरगढ़ में पुलिस की CIA-2 टीम ने 4 बदमाशों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। साथ ही आरोपियों से अवैध हथियार भी बरामद किए गए हैं। जिले में आपराधिक गतिविधियों की रोकथाम और अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए पुलिस कमिश्नर बी सतीश बालन ने कड़े निर्देश दिए हैं। जिसका पालन करते हुए बहादुरगढ़ पुलिस उपायुक्त मयंक मिश्रा के नेतृत्व में पुलिस टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर तत्परता से कार्रवाई करते हुए आरोपियों को हथियार सहित गिरफ्तार कर लिया। आरोपी कर रहे थे किसी का इंतजार
मामले में जानकारी देते हुए डीसीपी मयंक मिश्रा ने बताया कि एसीपी क्राइम प्रदीप कुमार के नेतृत्व में इंस्पेक्टर रवींद्र कुमार की अगुआई वाली CIA-2 ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया है। दरअसल, टीम को सूचना मिली थी कि अपराधी किस्म के कुछ युवक हथियारों के साथ ड्रेन रोड पर दुर्गा कॉलोनी के पास मौजूद हैं और किसी का इंतजार कर रहे हैं। मामले को गंभीरता से लेते हुए टीम मौके पर पहुंची और वहां एक स्कोडा गाड़ी नजर आई। गाड़ी में चार युवक सवार थे। टीम ने उनको काबू कर लिया। 4 पिस्तौल व 15 कारतूस बरामद
तलाशी लेने पर उनके पास चार अवैध पिस्तौल और 15 कारतूस बरामद हुए। इसके बाद उन्हें हिरासत में ले लिया गया। आरोपियों के खिलाफ लाइनपार में आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज हुआ है। पकड़े गए आरोपियों की पहचान सन्नी, रवींद्र निवासी टिटौली (रोहतक), अमन निवासी नौनंद (रोहतक) तथा दिनेश उर्फ गोगा निवासी निजामपुर माजरा सोनीपत के रूप में हुई है। आरोपियों की गांव में ही एक दूसरे से रंजिश चल रही है। अब सन्नी और उसके तीन साथियों को बहादुरगढ़ पुलिस ने काबू किया है। सन्नी पर सात आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। जबकि रवींद्र उसके साथ लगभग सभी वारदातों में शामिल रहा है। पूछताछ में होंगे खुलासे
रवींद्र पर 9 आपराधिक मामले दर्ज हैं। जबकि दिनेश पर भी हत्या व हत्या के प्रयास सहित अन्य केस हैं। पुलिस ने सन्नी को चार दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है। ये सभी बदमाश बहादुरगढ़ इलाके में भारी मात्रा में हथियार लेकर किससे और किस मकसद से मिलने आए थे, इसका खुलासा पूछताछ के दौरान हो पाएगा। पूछताछ में वारदातों और हथियारों के बारे में भी अहम सुराग लगने की उम्मीद है। प्रारंभिक तौर पर सामने आया है कि सन्नी और उसके साथियों द्वारा कुछ समय पहले एमपी से हथियारों की खेप लाई गई थी। इनमें से काफी हथियार रोहतक और झज्जर की पुलिस बरामद कर चुकी है।
नफे सिंह मर्डर केस में CBI चार्जशीट में बड़े खुलासे:ब्रिटेन के गैंगस्टर का नाम; हत्यारों ने गाड़ी में लगाई GPS डिवाइस
नफे सिंह मर्डर केस में CBI चार्जशीट में बड़े खुलासे:ब्रिटेन के गैंगस्टर का नाम; हत्यारों ने गाड़ी में लगाई GPS डिवाइस हरियाणा के चर्चित INLD के पूर्व MLA नफे सिंह मर्डर केस में केंद्रीय जांच एजेंसी केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने पहली चार्जशीट कोर्ट में पेश कर दी है। इस चार्जशीट में बड़े-बड़े खुलासे किए गए हैं। हालांकि इस चार्जशीट में सीबीआई ने नफे सिंह राठी के मर्डर का मोटिव क्लीयर नहीं किया है। जिसके बाद इनेलो नेता के मर्डर का रहस्य और गहरा गया है। चार्जशीट में ब्रिटेन के एक गैंगस्टर का नाम शामिल किया गया है। सबसे अहम बात यह है कि हत्यारों ने नफे सिंह के मर्डर से पहले उनकी गाड़ी की लोकेशन जानने के लिए एक GPS सिस्टम भी लगाया था। 25 फरवरी को बहादुरगढ़ में बराही रेलवे क्रासिंग पर नफे सिंह की 10 गोलियां लगने से मौत हो गई थी। इस दौरान उनके सहयोगी जयकिशन दलाल की 4 गोलियां लगने से मौत हो गई थी। उन पर I-20 कार में सवार हमलावरों ने हमला किया था, जिन्होंने उनका पीछा किया और उनकी एसयूवी पर अंधाधुंध गोलियां चलाईं थी। क्यों आया गैंगस्टर नंदू का नाम सीबीआई की जांच में यह बात भी सामने आई है कि 4 शूटर और ब्रिटेन में रहने वाले एक गैंगस्टर कपिल सांगवान उर्फ नंदू ने सिग्नल ऐप के जरिए बातचीत की थी। इसके साथ ही मर्डर के बाद ब्रिटेन स्थित ‘वांटेड’ गैंगस्टर कपिल सांगवान उर्फ नंदू ने आईएनएलडी प्रदेश अध्यक्ष नफे सिंह राठी की हत्या की जिम्मेदारी ली थी। कपिल सांगवान दिल्ली पुलिस की अपराधियों की सूची में वह मोस्ट वांटड अपराधी है। जीजा की हत्या का लिया बदला मर्डर के बाद कपिल गैंगस्टर के द्वारा की गई पोस्ट में लिखा था कि उसने ये मर्डर अपने जीजा और दोस्त की हत्या का बदला लेने के लिए किया है। हरियाणा पुलिस ने भी इस मामले में कोई सक्रियता नहीं दिखाई थी, तो उसे मजबूर होकर उनका मर्डर करना पड़ा। यहां पढ़िए मर्डर केस की जांच में अब तक क्या क्या हुआ… फॉर्च्यूनर से मिली 8 गोलियां हत्या के दो दिन बाद पुलिस फॉर्च्यूनर को सत्यम टोयोटा शोरूम ले गई, जहां जांच के दौरान उन्हें 8 गोलियां और 13 गोलियों के टुकड़े मिले। नई दिल्ली के द्वारका में ‘म्यूजिक कार’ शॉप से खरीदा गया एक जीपीएस ट्रैकर भी वाहन के पिछले हिस्से से जुड़ा हुआ पाया गया। हालांकि डिवाइस का खरीदार अज्ञात है, लेकिन CBI जांच से पता चला है कि कपिल सांगवान ने एसयूवी की लाइव लोकेशन को ट्रैक करने के लिए 8 फरवरी से 3 मार्च के बीच यूके से लॉगिन क्रेडेंशियल संचालित किए थे। सांगवान की चैट सामने आई फरवरी में धर्मेंद्र ने सांगवान के निर्देशानुसार शूटरों के लिए एक आई-20 कार का इंतजाम किया। शूटरों में से एक सचिन, जो तिहाड़ जेल में रहने के दौरान गुलिया से परिचित था, को गुलिया ने 17 फरवरी को फेसबुक मैसेंजर के जरिए सिग्नल ऐप इन्स्टॉल करने का निर्देश दिया था। इसके बाद सांगवान ने 18 फरवरी को सचिन से संपर्क किया और कहा, ‘अमित गुलिया ने तेरा नंबर दिया था। भई एक दुश्मन मारना है। 307 करनी है, बहादुरगढ़ में। चले जइयो।” मर्डर से पहले सांगवान को सेल्फी भेजी सचिन ने इस काम में मदद के लिए आशीष उर्फ बाबा को चुना। 23 फरवरी को वे नांगलोई से बहादुरगढ़ मेट्रो स्टेशन गए, जहां सचिन ने निर्देशानुसार सेल्फी ली और सांगवान को भेज दी। शूटरों के दूसरे समूह नकुल और अतुल को रोहतक से बहादुरगढ़ के लिए कैब लेते समय पकड़ा गया। वे i-20 कार लेकर सचिन और आशीष के साथ हो लिए।अतुल 4 पिस्तौल, 100 राउंड गोलियां और 2 लाख रुपए नकद लेकर आया था। उसने सचिन और आशीष को नफे सिंह की पहचान नहीं बताई। उसने उनके फोन जब्त कर लिए और उन्हें बंद कर दिया। नफे सिंह हत्यारों से कुछ कहना चाहते थे सीबीआई का चार्जशीट में कहना है कि नफे सिंह ने कुछ कहने की कोशिश की, लेकिन लगातार गोलियों की आवाज के कारण वह कुछ नहीं कह पाया। संजीत बचाव में गोली नहीं चला सका। ड्राइवर राकेश ने गुस्से में संजीत से कहा, “चला ले ना। जब मार जाएंगे, तो क्या फायदा?” लेकिन वह इतना डरा हुआ था कि गोली नहीं चला सका और उसके हाथ कांपने लगे। चार्जशीट में सीबीआई का ये कहना है। यहां पढ़िए मर्डर से पहले की STORY मर्डर वाले दिन, हत्यारे नफे सिंह के कार्यालय के बाहर इंतजार कर रहे थे, तभी उन्हें पता चला कि वह करोर गांव में है। उन्होंने वहां उसका पीछा किया, लेकिन हमला करने का मौका नहीं मिला। अगले दिन, उन्होंने बहादुरगढ़ के आरआर फार्म तक उसका पीछा किया और फिर जटवाड़ा मोहल्ला में उसके घर के पास, क्योंकि उन्हें सांगवान से लाइव लोकेशन मिल रही थी। 25 फरवरी को उन्होंने नफे सिंह का बहादुरगढ़ के सेक्टर 7 से लेकर सराय गांव और फिर अशोधा गांव तक पीछा किया। अशोधा में एक कार्यक्रम में भाग लेने के बाद नफे सिंह अपने भतीजे राकेश, गनमैन संजीत और जयकिशन दलाल के साथ बराही के रास्ते बहादुरगढ़ के लिए रवाना हुए। शूटरों ने उनकी गाड़ी का पीछा किया। जैसे ही बराही रेलवे क्रॉसिंग बंद हुई, चारों शूटर अपनी गाड़ी से निकले और नफे सिंह की एसयूवी पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी।