हरियाणा के फरीदाबाद जिले के एक गांव में नाबालिग किशोरी के साथ पड़ोसी द्वारा रेप मामले में पुलिस द्वारा आरोपियों की गिरफ्तारी न होने और आरोपी परिवार द्वारा पिता को देखकर हंसने से परेशान किशोरी के पिता ने घर में फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया। गनीमत रही कि समय रहते उसकी पत्नी ने उसे देख लिया और उसके शोर मचाने पर उसे फांसी से उतार लिया गया। फिलहाल किशोरी के पिता का फरीदाबाद के ईएसआई अस्पताल में इलाज चल रहा है। जहां पर उसकी हालत काफी नाजुक बनी हुई है। पीड़ित पिता लगाई फांसी घटना के बाद पीड़िता के पिता को गली में आता जाता देख आरोपी के परिवार वाले हंसते थे और उल्टी सीधी बातें करते थे। इसके चलते मानसिक रूप से परेशान होकर उनके भाई ने बीते 9 तारीख की रात को घर में जान देने की नीयत से फांसी का फंदा लगा लिया। फिलहाल उनके भाई का फरीदाबाद के 3 नंबर से ईएसआई अस्पताल में इलाज चल रहा है। जहां पर उसका भाई जिंदगी और मौत से जूझ रहा है। पुलिस पर लगाए आरोप वहीं पीड़ित के भाई का आरोप है कि पुलिस ने पूरे मामले में लापरवाही बरती है। यदि समय रहते आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाता तो उनके भाई की मान सम्मान को ठेस नहीं पहुंचती। जिसके चलते उनका भाई आत्महत्या जैसा कदम नहीं उठाता। इस पूरे मामले में पुलिस की लापरवाही साफ नजर आ रही है। वह चाहते हैं कि रेप की वारदात को अंजाम देने वाले आरोपियों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई करते हुए उन्हें जल्द गिरफ्तार करे। महिला थाना प्रभारी ने कही ये बात वहीं इस मामले को लेकर महिला थाना इंस्पेक्टर सुनीता का कहना है की बीते 2 जुलाई को आरोपियों के खिलाफ बीएनएस की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया था। लेकिन आरोपी फरार थे। काफी प्रयासों के बाद 2 आरोपियों को अभी गिरफ्तार कर लिया गया है। अन्य तीसरे आरोपी की भी गिरफ्तारी जल्द हो जाएगी। उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार को न्याय दिलाया जायेगा। ये है पूरा मामला किशोरी के ताऊ ने बताया कि उनके भाई की बेटी जो 10वीं कक्षा में पढ़ती है। बीते 1 जुलाई को उसके पड़ोस में रहने वाले मनोज नाम के युवक ने उसे बहाने से अपने घर बुलाया और उसे अपने घर की बैठक में ले गया जहां पर पहले से नरेश पुत्र महेंद्र और महेंद्र के मामा का लड़का पहले से अंदर बैठे हुए थे। जिन्होंने उनकी बेटी को अंदर ले जाने के बाद बैठक का दरवाजा बंद कर लिया और नरेश के मामा के लड़के ने उनकी बेटी के साथ रेप किया। काफी देर तक जब उनके भाई की बेटी नजर नहीं आई तब उनके बेटों ने उसे खोजने की कोशिश की। उनका सामने रह रहे पड़ोसी मनोज के घर पर शक गया। उन्होंने मनोज के घर का दरवाजा खटखटाया और देखा की बैठक में तीनों लड़के उनके भाई की बेटी के साथ गलत हरकत कर रहे थे। जिसे देखकर तीनों मौके से भाग गए। कोल्ड ड्रिंक लाने के बहाने से बुलाया इसके बाद जब उन्होंने भाई की बेटी से पूछा तो उसने बताया कि मनोज ने पेप्सी लाने के बहाने से बुलाया था और जबरदस्ती बैठक में ले गया। जहां पर आरोपियों ने उसके साथ रेप किया। घटना के बाद जब उन्होंने मनोज के माता-पिता से इस बारे में शिकायत की, तो उन्होंने और उनके बड़े बेटे ने उनसे झगड़ा शुरू कर दिया। साथ ही आरोपियों ने धमकी दी कि जो करना है, वह कर लो। पुलिस उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकती। इसके बाद उन्होंने इसकी शिकायत थाना छन्यासा में की जहां से उनका केस बल्लभगढ़ महिला थाना भेज दिया गया। पीड़ित पिता ने किया जान देने का प्रयास बीते 2 जुलाई को दुष्कर्म के मामले में बीएनएस की धाराओं के तहत उनके भाई की पत्नी की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया। इसके बाद उनकी भाई की बेटी का मेडिकल परीक्षण की पुलिस ने कराया था। लेकिन 2 तारीख के बाद से पुलिस ने किसी को गिरफ्तार नहीं किया और जब उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई। हरियाणा के फरीदाबाद जिले के एक गांव में नाबालिग किशोरी के साथ पड़ोसी द्वारा रेप मामले में पुलिस द्वारा आरोपियों की गिरफ्तारी न होने और आरोपी परिवार द्वारा पिता को देखकर हंसने से परेशान किशोरी के पिता ने घर में फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया। गनीमत रही कि समय रहते उसकी पत्नी ने उसे देख लिया और उसके शोर मचाने पर उसे फांसी से उतार लिया गया। फिलहाल किशोरी के पिता का फरीदाबाद के ईएसआई अस्पताल में इलाज चल रहा है। जहां पर उसकी हालत काफी नाजुक बनी हुई है। पीड़ित पिता लगाई फांसी घटना के बाद पीड़िता के पिता को गली में आता जाता देख आरोपी के परिवार वाले हंसते थे और उल्टी सीधी बातें करते थे। इसके चलते मानसिक रूप से परेशान होकर उनके भाई ने बीते 9 तारीख की रात को घर में जान देने की नीयत से फांसी का फंदा लगा लिया। फिलहाल उनके भाई का फरीदाबाद के 3 नंबर से ईएसआई अस्पताल में इलाज चल रहा है। जहां पर उसका भाई जिंदगी और मौत से जूझ रहा है। पुलिस पर लगाए आरोप वहीं पीड़ित के भाई का आरोप है कि पुलिस ने पूरे मामले में लापरवाही बरती है। यदि समय रहते आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाता तो उनके भाई की मान सम्मान को ठेस नहीं पहुंचती। जिसके चलते उनका भाई आत्महत्या जैसा कदम नहीं उठाता। इस पूरे मामले में पुलिस की लापरवाही साफ नजर आ रही है। वह चाहते हैं कि रेप की वारदात को अंजाम देने वाले आरोपियों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई करते हुए उन्हें जल्द गिरफ्तार करे। महिला थाना प्रभारी ने कही ये बात वहीं इस मामले को लेकर महिला थाना इंस्पेक्टर सुनीता का कहना है की बीते 2 जुलाई को आरोपियों के खिलाफ बीएनएस की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया था। लेकिन आरोपी फरार थे। काफी प्रयासों के बाद 2 आरोपियों को अभी गिरफ्तार कर लिया गया है। अन्य तीसरे आरोपी की भी गिरफ्तारी जल्द हो जाएगी। उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार को न्याय दिलाया जायेगा। ये है पूरा मामला किशोरी के ताऊ ने बताया कि उनके भाई की बेटी जो 10वीं कक्षा में पढ़ती है। बीते 1 जुलाई को उसके पड़ोस में रहने वाले मनोज नाम के युवक ने उसे बहाने से अपने घर बुलाया और उसे अपने घर की बैठक में ले गया जहां पर पहले से नरेश पुत्र महेंद्र और महेंद्र के मामा का लड़का पहले से अंदर बैठे हुए थे। जिन्होंने उनकी बेटी को अंदर ले जाने के बाद बैठक का दरवाजा बंद कर लिया और नरेश के मामा के लड़के ने उनकी बेटी के साथ रेप किया। काफी देर तक जब उनके भाई की बेटी नजर नहीं आई तब उनके बेटों ने उसे खोजने की कोशिश की। उनका सामने रह रहे पड़ोसी मनोज के घर पर शक गया। उन्होंने मनोज के घर का दरवाजा खटखटाया और देखा की बैठक में तीनों लड़के उनके भाई की बेटी के साथ गलत हरकत कर रहे थे। जिसे देखकर तीनों मौके से भाग गए। कोल्ड ड्रिंक लाने के बहाने से बुलाया इसके बाद जब उन्होंने भाई की बेटी से पूछा तो उसने बताया कि मनोज ने पेप्सी लाने के बहाने से बुलाया था और जबरदस्ती बैठक में ले गया। जहां पर आरोपियों ने उसके साथ रेप किया। घटना के बाद जब उन्होंने मनोज के माता-पिता से इस बारे में शिकायत की, तो उन्होंने और उनके बड़े बेटे ने उनसे झगड़ा शुरू कर दिया। साथ ही आरोपियों ने धमकी दी कि जो करना है, वह कर लो। पुलिस उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकती। इसके बाद उन्होंने इसकी शिकायत थाना छन्यासा में की जहां से उनका केस बल्लभगढ़ महिला थाना भेज दिया गया। पीड़ित पिता ने किया जान देने का प्रयास बीते 2 जुलाई को दुष्कर्म के मामले में बीएनएस की धाराओं के तहत उनके भाई की पत्नी की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया। इसके बाद उनकी भाई की बेटी का मेडिकल परीक्षण की पुलिस ने कराया था। लेकिन 2 तारीख के बाद से पुलिस ने किसी को गिरफ्तार नहीं किया और जब उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
अंबाला में बदमाशों ने व्यक्ति से की लूट:विरोध करने पर की मारपीट, नगदी और मोबाइल छीनकर हुए फरार
अंबाला में बदमाशों ने व्यक्ति से की लूट:विरोध करने पर की मारपीट, नगदी और मोबाइल छीनकर हुए फरार हरियाणा के अंबाला जिले में 3 बदमाशों ने एक व्यक्ति के साथ मारपीट और लूट की वारदात को अंजाम दिया। पीड़ित के शोर मचाने के बाद आरोपी फरार हो गए। नग्गल थाने की पुलिस ने केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि आरोपी पंजाब नंबर की बाइक पर आए थे। घर के बाहर बैठा था पीड़ित बाहपुर गांव निवासी जसनदीप सिंह ने बताया कि पिछले 20 साल से बिहार निवासी सालेन्द्र उनके गांव में रहता है। जो पिछले 2 साल से उनके पास काम करता है। बीती रात वह खाना खाकर अपने घर के बाहर घूम रहा था। उनका नौकार सालेन्द्र महतो सीमेंट की कुर्सी पर बैठा था, तभी बाइक पर 3 युवक आए। एक लड़का बाइक पर बैठा रहा, दूसरे युवक उनके नौकर को धमकाने लगे। नौकर को कहा कि जो कुछ तुम्हारे पास है हमें दे दो। मामले की जांच में जुटी पुलिस उनमें से एक लड़के ने तैश में आकर हमारे नौकर के हाथ से मोबाइल छीन लिया और दूसरे लड़के ने उसका गला पकड़कर उसके साथ मारपीट की और उसकी जेब से उसका आधार कार्ड व 200 रुपए निकाल लिए। जब पीड़ित ने शोर मचाया तो उसी समय दोनों लड़के हमारे नौकर को धक्का देकर अपनी बाइक पर भाग गए। शिकायतकर्ता ने बताया कि बाइक का नंबर PB-11BB-6371 था। पुलिस ने लुटेरों के खिलाफ धारा 309(6) BNS के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पानीपत में चलती ट्रेन से मोबाइल छीना:आगरा से पानीपत लौट रहा था युवक, नई दिल्ली स्टेशन पर हुई घटना
पानीपत में चलती ट्रेन से मोबाइल छीना:आगरा से पानीपत लौट रहा था युवक, नई दिल्ली स्टेशन पर हुई घटना हरियाणा के पानीपत शहर की संजय कॉलोनी में रहने वाले एक युवक का मोबाइल फोन चलती ट्रेन में छीन लिया गया। जब स्नैचर का पीछा किया गया तो वह चलती ट्रेन से ट्रैक पर कूद गया। पीड़ित ने पानीपत पहुंचकर मामले की शिकायत जीआरपी से की। पुलिस ने शिकायत के आधार पर जीरो एफआईआर दर्ज कर नई दिल्ली रेलवे पुलिस को भेज दी है। जीआरपी थाने में दी गई शिकायत में सुनील राठी ने बताया कि वह पानीपत के संजय कॉलोनी का रहने वाला है। 14 दिसंबर को वह आगरा से पानीपत जाने वाली ट्रेन में सफर कर रहा था। जब ट्रेन नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से रवाना हुई तो रास्ते में चलती ट्रेन में उसका मोबाइल फोन छीन लिया गया। स्नैचर ट्रेन में उसके पास आया और उसके हाथ से फोन छीन लिया। चलती ट्रेन से कूदकर पटरी पर आ गया जब उसका पीछा किया गया तो वह चलती ट्रेन से कूदकर पटरी पर आ गया। उस समय सुबह के करीब 4 बजे थे। ट्रेन नई दिल्ली और सब्जी मंडी स्टेशन के बीच थी। उसके पास मोटोरोला एज 40 फोन था। उसमें उसका सिम भी लगा हुआ था। पानीपत पुलिस ने यहां से जीरो एफआईआर दर्ज कर नई दिल्ली रेलवे पुलिस को भेज दिया है।
पलवल में लड़कियों से छेड़छाड़:विरोध करने पर आरोपियों ने परिवार को पीटा, घर और दुकान में की तोड़फोड़, केस दर्ज
पलवल में लड़कियों से छेड़छाड़:विरोध करने पर आरोपियों ने परिवार को पीटा, घर और दुकान में की तोड़फोड़, केस दर्ज पलवल जिले में बेटियों के साथ बदतमीजी करने का विरोध करने पर घर में घुसकर परिवार के साथ मारपीट कर तोड़फोड़ करने का मामला प्रकाश में आया है। कैंप थाना पुलिस ने 4 नामजद सहित 20 के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। खबर लिखे जाने तक सभी आरोपी फरार थे। बेटियों के साथ की छेड़छाड़ कैंप थाना प्रभारी दिनेश कुमार के अनुसार, रसूलपुर रोड निवासी पीड़ित ने दी शिकायत में कहा है कि उसके बड़े भाई की मौत हो चुकी है। जिसके चलते उसकी बेटी भी उसके पास रहती है। भाई की बेटी व उसकी बेटी किसी निजी कार्य से बाजार जा रही थी। उसी दौरान रास्ते में पड़ोसी कमल, खुशहाल व रोहित ने उनका रास्ता रोक लिया और बदतमीजी करते हुए उनके साथ झगड़ा करने लगे। विरोध करने पर की मारपीट इसकी जानकारी मिलने पर वह स्वंय वहां पहुंचा और समझाने लगा। लेकिन आरोपी युवक उसके साथ भी बदतमीजी करते हुए गाली-गलौज करने लगे और उसे धमकी देकर वहां से चले गए। आरोप है कि कुछ देर बाद उक्त तीनों युवक अपने साथ राहुल नामक युवक सहित 15-20 अन्य लड़कों को लेकर उसके घर व दुकान पर आ गए। आरोपियों के अपने हाथों में लाठी, डंडा, देसी कट्टा व कुल्हाड़ी लिए हुए थे। जिन्होंने आते ही उस पर व उसके परिवार के लोगों पर हमला बोल दिया। कमरे में बंद करके बचाई जान जब तक परिवार के लोग कुछ समझ पाते आरोपियों ने उन्हें घायल कर दिया। आरोपियों से बचने के लिए पीड़ित ने अपने परिवार के लोगों को कमरे में बंद कर लिया। जिसके बाद आरोपियों ने उनके मकान व दुकान के सामान को बुरी तरह तोड़ दिया और जान से मारने की धमकी देकर फरार हो गए। मामले की जांच में जुटी पुलिस जिसकी सूचना 112 पर पुलिस को दी गई, सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंच गई। झगड़े में परिवार के 4 लोग घायल हो गए है। पुलिस ने घायल की शिकायत पर 4 नामजद सहित 20 के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।