हरियाणा के फरीदाबाद जिले के नीमका गांव इलाके में बीते 25/ 26 की रात को शराब के नशे में एक दोस्त ने दूसरे दोस्त पर बियर की खाली बोतल से हमला कर दिया। जिसके चलते पेट में लगी बियर के कारण इलाज के दौरान घायल जितेंद्र उर्फ जीतू की मौत हो गई। फिलहाल मृतक के शव को बादशाह खान से अस्पताल की मोर्चरी में पोस्टमार्टम के लिए रखवाया गया है। शराब पीते वक्त हुआ था विवाद मृतक के जीजा सुरजीत ने इस मामले में जानकारी देते हुए बताया कि उनका साला जितेंद्र उर्फ जीतू (23) मूल रूप से उत्तर प्रदेश के जट्टारी इलाके का रहने वाला था। जीतू घर का खर्च चलाने के लिए ऑटो चलाता था और इसी के चलते हुए फरीदाबाद के नीमजा गांव इलाके में किराए के मकान में अकेले रहता था। सुरजीत ने बताया की अभी जितेंद्र की शादी नहीं हुई थी। बीते 25 / 26 तारीख की रात को उसके पड़ोस में रहने वाले उसी के पड़ोसी दोस्त सोनू के साथ पहले उसने शराब पी फिर किसी बात को लेकर दोनों में विवाद हो गया। बाद में दोनों अपने-अपने कमरे में सोने के लिए चले गए। आरोपी ने बोतल से किया हमला लेकिन कुछ दिन बाद उसका पड़ोसी बियर की बोतल लेकर आया और जितेंद्र के साथ गाली गलौज करने लगा। जितेंद्र गाली गलौज सुनने के बाद जब अपने कमरे से बाहर निकाला तो पड़ोसी दोस्त ने उस पर बियर की बोतल से ताबड़तोड़ हमला कर दिया। इसमें जितेंद्र के सिर से लेकर शरीर तक बियर की बोतल के चार निशान मिले हैं। आरोपी ने जितेंद्र के पेट में बियर की बोतल घोंप दी। जिसके चलते उसका पेट बुरी तरह फट गया। घटना के बाद जितेंद्र को पहले फरीदाबाद के बादशाह खान सिविल अस्पताल लाया गया। दिल्ली ले जाते वक्त हुई मौत लेकिन यहां उसकी नाजुक हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। लेकिन दिल्ली जाने के बाद भी जितेंद्र को अस्पताल में भर्ती नहीं किया गया। फिर उसके परिजन उसे फरीदाबाद की एक निजी अस्पताल में लेकर आए। जहां उसे भर्ती कराया जाए, लेकिन पैसों के अभाव में उसका सही से इलाज नहीं हुआ। इसके बाद फिर उसे दिल्ली के लिए रेफर कर दिया गया। बीते कल देर शाम को दिल्ली जाते समय जितेंद्र ने दम तोड़ दिया। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा इसके बाद उसके शव को फरीदाबाद के बादशाह खान की मोर्चरी में पोस्टमार्टम के लिए रखवाया गया है । मृतक के जीजा सुरजीत ने मांग की है कि जितेंद्र अपने घर में केवल इकलौता कमाने वाला था जिसकी अभी छोटी बहनों की शादी होनी है। माता-पिता बुजुर्ग है जिसके चलते उन्हें न केवल आर्थिक सहायता प्रदान की जाए बल्कि आरोपी को जल्द गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजा जाए। हरियाणा के फरीदाबाद जिले के नीमका गांव इलाके में बीते 25/ 26 की रात को शराब के नशे में एक दोस्त ने दूसरे दोस्त पर बियर की खाली बोतल से हमला कर दिया। जिसके चलते पेट में लगी बियर के कारण इलाज के दौरान घायल जितेंद्र उर्फ जीतू की मौत हो गई। फिलहाल मृतक के शव को बादशाह खान से अस्पताल की मोर्चरी में पोस्टमार्टम के लिए रखवाया गया है। शराब पीते वक्त हुआ था विवाद मृतक के जीजा सुरजीत ने इस मामले में जानकारी देते हुए बताया कि उनका साला जितेंद्र उर्फ जीतू (23) मूल रूप से उत्तर प्रदेश के जट्टारी इलाके का रहने वाला था। जीतू घर का खर्च चलाने के लिए ऑटो चलाता था और इसी के चलते हुए फरीदाबाद के नीमजा गांव इलाके में किराए के मकान में अकेले रहता था। सुरजीत ने बताया की अभी जितेंद्र की शादी नहीं हुई थी। बीते 25 / 26 तारीख की रात को उसके पड़ोस में रहने वाले उसी के पड़ोसी दोस्त सोनू के साथ पहले उसने शराब पी फिर किसी बात को लेकर दोनों में विवाद हो गया। बाद में दोनों अपने-अपने कमरे में सोने के लिए चले गए। आरोपी ने बोतल से किया हमला लेकिन कुछ दिन बाद उसका पड़ोसी बियर की बोतल लेकर आया और जितेंद्र के साथ गाली गलौज करने लगा। जितेंद्र गाली गलौज सुनने के बाद जब अपने कमरे से बाहर निकाला तो पड़ोसी दोस्त ने उस पर बियर की बोतल से ताबड़तोड़ हमला कर दिया। इसमें जितेंद्र के सिर से लेकर शरीर तक बियर की बोतल के चार निशान मिले हैं। आरोपी ने जितेंद्र के पेट में बियर की बोतल घोंप दी। जिसके चलते उसका पेट बुरी तरह फट गया। घटना के बाद जितेंद्र को पहले फरीदाबाद के बादशाह खान सिविल अस्पताल लाया गया। दिल्ली ले जाते वक्त हुई मौत लेकिन यहां उसकी नाजुक हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। लेकिन दिल्ली जाने के बाद भी जितेंद्र को अस्पताल में भर्ती नहीं किया गया। फिर उसके परिजन उसे फरीदाबाद की एक निजी अस्पताल में लेकर आए। जहां उसे भर्ती कराया जाए, लेकिन पैसों के अभाव में उसका सही से इलाज नहीं हुआ। इसके बाद फिर उसे दिल्ली के लिए रेफर कर दिया गया। बीते कल देर शाम को दिल्ली जाते समय जितेंद्र ने दम तोड़ दिया। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा इसके बाद उसके शव को फरीदाबाद के बादशाह खान की मोर्चरी में पोस्टमार्टम के लिए रखवाया गया है । मृतक के जीजा सुरजीत ने मांग की है कि जितेंद्र अपने घर में केवल इकलौता कमाने वाला था जिसकी अभी छोटी बहनों की शादी होनी है। माता-पिता बुजुर्ग है जिसके चलते उन्हें न केवल आर्थिक सहायता प्रदान की जाए बल्कि आरोपी को जल्द गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजा जाए। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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जालंधर में CM मान पत्नी सहित डेरा बल्लां पहुंचे:संत निरंजन दास से लिया आशीर्वाद, हरियाणा CM नयाब सैनी बाबा मोहनदास आश्रम में हुए नतमस्तक पंजाब के जालंधर में उप चुनाव को लेकर हर पार्टी के स्टार प्रचारक लोगों के बीच जाकर अपनी अपनी सरकार की उपलब्धियां गिना कर वोट मांग रहे हैं। कल यानी गुरुवार को शहर में आम आदमी पार्टी के कई वरिष्ठ नेता और सीएम मान का परिवार खुद फिल्ड में था। सभी ने मिलकर वेस्ट हलके में अपने उम्मीदवार मोहिंदर भगत के लिए प्रचार किया था। आज सीएम भगवंत सिंह मान अपनी पत्नी डॉक्टर गुरप्रीत कौर के साथ डेरा सचखंड बल्लां में नतमस्तक हुईं। साथ ही उन्होंने संत निरंजन दास जी का आशीर्वाद प्राप्त किया। सीएम सैनी भी देर शाम जालंधर पहुंचे बता दें कि बीजेपी के उम्मीदवार शीतल अंगुराल के लिए वोटरों को लुभाने के लिए हरियाणा के मुख्यमंत्री नयाब सिंह सैनी भी आज देर शाम जालंधर आए थे। सीएम सैनी ने बाबा मोहनदास आश्रम में पहुंचकर और आशीर्वाद प्राप्त किया। साथ की आश्रम की गद्दीनशीन गुरु मां सोमी देवी से भी मिले और आशीर्वाद प्राप्त किया। इससी पहले सीएम नयाब सिंह सैनी अमृतसर के ब्यास डेरे पहुंचे थे। जिसके बाद अमृतसर में श्री दरबार साहिब (गोल्डन टैंपल) और श्री रामतीरथ मंदिर में माथा टेका और आशीर्वाद प्राप्त किया। जालंधर वेस्ट चुनाव का डेरा कनेक्शन बता दें कि जालंधर वेस्ट एससी सीट है, जहां पर ज्यादातर लोग एससी और एसटी समुदाय से संबंध रखते हैं। ऐसे में डेरा सचखंड बल्लां उक्त सीट के लिए अहम महत्व रखता है, क्योंकि एससी और एसटी समुदाय के लोगों में डेरा बल्लां और संत श्री निरंजन दास का अहम महत्व है। ऐसे में सभी पार्टियों के नेता डेरा सचखंड बल्लां के चक्कर लगा रहे हैं। चुनाव के मद्दे नजर कई अन्य पार्टियों के नेता भी डेरा बल्लां पहुंचकर नतमस्तक हो चुके हैं। उप चुनाव को लेकर सीएम मान ने जालंधर में घर किराए पर लिया पंजाब के जालंधर वेस्ट विधानसभा क्षेत्र में होने वाले उपचुनाव के लिए सीएम भगवंत मान ने जालंधर कैंट इलाके में एक मकान किराए पर लिया है। बुधवार को सीएम मान ने अपनी पत्नी डॉ. गुरप्रीत कौर और बेटी के साथ गृह प्रवेश किया था। सीएम भगवंत मान पूरी सुरक्षा के बीच परिवार सहित उक्त मकान में पहुंचे और गृह प्रवेश किया था। आपको बता दें कि सीएम मान का उक्त मकान करीब 131 मरले में बना हुआ है, जिसमें पिछले 1 महीने से डेंटिंग पेंटिंग का काम चल रहा था। पहले चर्चा थी कि सीएम मान सोमवार को गृह प्रवेश करेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। बुधवार शाम को सीएम मान दीप नगर पहुंचे और गृह प्रवेश किया था।
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सिरसा में सीने में चाकू घोंपकर की हत्या:चचेरे भाई ने ही दिया घटना को अंजाम, बचाव करने आए लोगों पर भी किया हमला हरियाणा के सिरसा शहर की रानियां चुंगी में दो चचेरे भाइयों के बीच झगड़ा हो गया। झगड़ा इतना बढ़ गया कि एक ने दूसरे को चाकू मारकर उसकी हत्या कर दी। घटना की सूचना मिलने पर शहर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। शनिवार को पुलिस ने मृतक के परिजनों का बयान दर्ज करके आरोपी के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया। चचेरे भाई ने चाकू से किया हमला जानकारी के अनुसार रानियां चुंगी निवासी हरप्रीत उर्फ टोनी पेंटर का काम करता था। शुक्रवार रात को हरप्रीत अपने घर पर बैठा था। इसके बाद वह अपने चाचा के बेटे अर्शदीप उर्फ आशु के साथ बाहर चला गया। कुछ देर बाद घरवालों को बाहर से शोर शराबे की आवाजें सुनाई दी। इसके बाद घरवाले दौड़कर बाहर गए तो अर्शदीप हाथ में चाकू लेकर हरप्रीत पर वार कर रहा था। डॉक्टर ने किया मृत घोषित हरप्रीत के छोटे भाई गुरप्रीत सिंह का कहना है कि उसने अर्शदीप को रोकने की काफी कोशिश की, लेकिन वह हरप्रीत के सीने में चाकू से वार करता रहा। इतना ही नहीं अर्शदीप ने उस पर व बीच बचाव कर रहे अन्य लोगों पर भी चाकू से वार कर दिया। गुरप्रीत सिंह का कहना है कि वह गंभीर रूप से घायल हरप्रीत को सिविल हॉस्पिटल लेकर गए। जहां डॉक्टर ने उसकी जांच कर उसे मृत घोषित कर दिया। मामले की जांच में जुटी पुलिस वहीं, घटना की सूचना मिलते ही शहर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस का कहना है कि मृतक हरप्रीत के घरवालों का बयान दर्ज कर आरोपी अर्शदीप के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। आरोपी की गिरफ्तारी के बाद ही हत्या का मुख्य कारण पता चल पाएगा। शनिवार को शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया गया। बताया जा रहा है कि अर्शदीप ने चाकू से हरप्रीत के सीने पर 10 वार किए जिससे उसकी मौत हो गई।
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हरियाणा में कॉलेज से निकालने पर छात्रा ने फंदा लगाया:पेपर देने से भी रोका, फीस नहीं भर सकी थी; संचालक-प्रिंसिपल पर FIR हरियाणा के भिवानी में BA फाइनल ईयर की छात्रा ने फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। उसके पिता आर्थिक स्थिति खराब होने की वजह से उसकी 35 हजार फीस नहीं भर पाए थे। जिसके बाद कॉलेज ने उसे कॉलेज से निकाल दिया। वह पेपर देने कॉलेज गई तो उससे भी रोक दिया गया। जिससे छात्रा मानसिक रूप से परेशान रहने लगी। इसके बाद उसने 24 दिसंबर को फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। पुलिस ने इस मामले में मृतका छात्रा के पिता के बयान पर कॉलेज संचालक, उसके बेटा-बेटी और प्रिंसिपल पर खुदकुशी के लिए मजबूर करने का केस दर्ज कर लिया है। सिलसिलेवार ढंग से पढ़ें पूरा मामला… 1. फीस नहीं चुका पाए, कॉलेज ने पेपर नहीं देने दिया
मृतका छात्रा के पिता जगदीश ने बताया कि उनकी बेटी दीक्षा शारदा कॉलेज में पढ़ रही थी। वह बीए फाइनल ईयर में थी। उनकी आर्थिक स्थिति कमजोर हो गई थी। इस वजह से वह साल 2024-25 की 35 हजार फीस नहीं दे पाए। हालांकि उन्होंने इस बारे में कॉलेज प्रबंधन से भी रिक्वेस्ट की थी। मगर, उनकी कोई बात नहीं सुनी गई। 6 दिसंबर को उनकी बेटी दीक्षा कॉलेज में 5वें सैमेस्टर के पेपर देने के लिए गई थी, परंतु उसे पेपर नहीं देने दिया गया। उनकी बेटी पढ़ाई में होशियार थी। वह पढ़ लिखकर कुछ बड़ा करना चाहती थी। 2. रात कमरे में गई, फंदा लगाया
पिता ने आगे बताया कि पेपर देने से रोके जाने को लेकर वह काफी परेशान रहने लगी। 24 दिसंबर की रात उनकी बेटी कमरे में चली गई। रात करीब 9 बजे उसने कमरे में ही पंखे से फंदा लगा लिया। जब वह काफी देर तक कमरे से बाहर नहीं आई तो परिवार को पता चला। इसके बाद पुलिस की डायल-112 को सूचना भी दी गई थी। 25 दिसंबर की सुबह उप नागरिक अस्पताल में पुलिस की मौजूदगी में बेटी का पोस्टमॉर्टम कराया गया। जिसके बाद उसका गांव फरटिया भीमा में अंतिम संस्कार कर दिया गया। 3. पुलिस ने पहले सामान्य कार्रवाई की, फिर बयान दिए तो FIR की
पिता ने बताया कि होनहार बेटी की खुदकुशी के बाद उनकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। इसलिए पुलिस ने 25 दिसंबर को इसे खुदकुशी का मामला मानकर कार्रवाई कर दी। जबकि उन्होंने पुलिस को इस बारे में सारी बातें बताई थीं कि उसे कॉलेज से निकालने और पेपर देने से रोकने की वजह से उसने सुसाइड की। पहले पुलिस कार्रवाई में आनाकानी करती रही। हालांकि 27 दिसंबर को उन्होंने फिर लोहारू पुलिस को बयान दर्ज कराए। जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों पर केस दर्ज किया है। 4. मेरी बेटी से गलत काम करने का दबाव बनाया
पिता ने बताया कि श्याम कलां का रहने वाला हनुमान यह शारदा कॉलेज चलाता है। उन्होंने पुलिस को दी शिकायत में कहा कि हनुमान का बेटा राहुल, उसकी बेटी और कॉलेज की प्रिंसिपल ने बेटी दीक्षा पर कॉलेज से न निकालने और पेपर देने के बदले गलत काम करने का दबाव बनाया। हनुमान का बेटा बार-बार मेरी बेटी को फोन कर परेशान करने लगा। इससे उनकी बेटी ज्यादा परेशान रहने लगी। कॉलेज संचालक बोले- मेरा कोई लेना-देना नहीं
शारदा कॉलेज के संचालक हनुमान सिंह ने कहा कि लड़की के लगाए गए आरोप गलत हैं। मेरा इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है। वह मेरी बेटी संजू के साथ एक ही क्लास में पढ़ती थी। मैने आज तक दीक्षा से फोन पर कोई बात नहीं की है। मेरी लड़की संजू से जरूर बात करती थी। हम हर प्रकार की जांच में सहयोग के लिए तैयार हैं। पुलिस बोली- 4 के खिलाफ केस दर्ज किया, जांच कर रहे
लोहारू थाना प्रभारी जितेंद्र सिंह ने बताया कि स्टूडेंट सुसाइड मामले में मृतका छात्रा के पिता जगदीश की शिकायत के आधार पर कॉलेज की प्रिंसिपल, हनुमान, उसके बेटे राहुल और बेटी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। इस मामले में हर पहलू से जांच की जा रही है। तफ्तीश में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कानून के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी।