पंजाब के फाजिल्का में पारिवारिक विवाद के चलते अपने ससुराल अपनी पत्नी को लेने गए सरकारी अध्यापक को जिंदा जलाने के मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए घायल अध्यापक के बयान पर उसके ससुराल पक्ष के 5 लोगों के खिलाफ नए कानून BNS के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है l 5 लोगों के खिलाफ केस दर्ज जानकारी देते हुए फाजिल्का के डीएसपी शुभेग सिंह ने बताया कि विश्वदीप कुमार जो जिंदा जलाने के मामले में थाना खूईखेड़ा पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उक्त सरकारी अध्यापक के बयान दर्ज किए हैं l जिसके बाद उन्होंने कार्रवाई करते हुए इस मामले में 5 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है l मामले की जांच में जुटी पुलिस डीएसपी ने बताया कि नए कानून BNS के तहत अस्पताल में भर्ती पीड़ित के बयानों के आधार पर पुलिस ने उसके ससुराल पक्ष में उसकी पत्नी, साला, सास और दो मामाओं पर पर्चा दर्ज किया है l डीएसपी का कहना है कि उक्त सरकारी अध्यापक की हालत नाजुक बताई जा रही हैं l 90% वह जल चुका है l लेकिन इस मामले की तफ्तीश की जा रही है कि यह आग उसने खुद लगाई है या उसको जलाने का प्रयास किया गया है l पत्नी को लेने गया था ससुराल आपको बता दें कि कल फाजिल्का के हीरावाली गांव में उक्त अध्यापक पिछले डेढ़ महीने से रूठ कर मायके गई अपनी पत्नी को लेने के लिए अपने ससुराल गया था l जहां विवाद हो गया और अध्यापक जिंदा जल गया l जिसे इलाज के लिए फाजिल्का के सरकारी अस्पताल लाया गया। जहां से उसकी हालत गंभीर देखते हुए फरीदकोट मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया था l जहां उसका इलाज किया जा रहा है। पंजाब के फाजिल्का में पारिवारिक विवाद के चलते अपने ससुराल अपनी पत्नी को लेने गए सरकारी अध्यापक को जिंदा जलाने के मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए घायल अध्यापक के बयान पर उसके ससुराल पक्ष के 5 लोगों के खिलाफ नए कानून BNS के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है l 5 लोगों के खिलाफ केस दर्ज जानकारी देते हुए फाजिल्का के डीएसपी शुभेग सिंह ने बताया कि विश्वदीप कुमार जो जिंदा जलाने के मामले में थाना खूईखेड़ा पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उक्त सरकारी अध्यापक के बयान दर्ज किए हैं l जिसके बाद उन्होंने कार्रवाई करते हुए इस मामले में 5 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है l मामले की जांच में जुटी पुलिस डीएसपी ने बताया कि नए कानून BNS के तहत अस्पताल में भर्ती पीड़ित के बयानों के आधार पर पुलिस ने उसके ससुराल पक्ष में उसकी पत्नी, साला, सास और दो मामाओं पर पर्चा दर्ज किया है l डीएसपी का कहना है कि उक्त सरकारी अध्यापक की हालत नाजुक बताई जा रही हैं l 90% वह जल चुका है l लेकिन इस मामले की तफ्तीश की जा रही है कि यह आग उसने खुद लगाई है या उसको जलाने का प्रयास किया गया है l पत्नी को लेने गया था ससुराल आपको बता दें कि कल फाजिल्का के हीरावाली गांव में उक्त अध्यापक पिछले डेढ़ महीने से रूठ कर मायके गई अपनी पत्नी को लेने के लिए अपने ससुराल गया था l जहां विवाद हो गया और अध्यापक जिंदा जल गया l जिसे इलाज के लिए फाजिल्का के सरकारी अस्पताल लाया गया। जहां से उसकी हालत गंभीर देखते हुए फरीदकोट मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया था l जहां उसका इलाज किया जा रहा है। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
जालंधर कैंट में मिली कीड़े पड़ी हुई लाश:नहीं हुई मृतक की पहचान, आर्मी के अधिकारिक क्षेत्र से बरामद हुआ शव
जालंधर कैंट में मिली कीड़े पड़ी हुई लाश:नहीं हुई मृतक की पहचान, आर्मी के अधिकारिक क्षेत्र से बरामद हुआ शव पंजाब के जालंधर कैंट से आर्मी गोल्फ ग्राउंड से सटे इलाके से एक अज्ञात व्यक्ति की लाश मिलने से सनसनी का माहौल बन गया। फिलहाल मृतक की पहचान नहीं हो पाई है। लाश आर्मी के अधिकारिक क्षेत्र से मिली है तो इस पर आर्मी जांच करवा रही है। इतना जरूर पता चला है कि बरामद की गई लाश करीब 4 से 5 दिन पुरानी व्यतीत हो रही है। ऐसे में पुलिस ने शव को कब्जें में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। सुनसान एरिया से मिली लाश थाना जालंधर कैंट में तैनात एएसआई चैन सिंह ने कहा- बीते दिन शाम को सूचना मिली थी कि उक्त इलाके में एक व्यक्ति का शव पड़ा हुआ है। जब उन्होंने मौके पर जाकर शव को देखा तो उसमें कीड़े पड़ गए थे। जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह शव 4 से 5 दिन पुराना है। यह इलाका सेना के अधिकार क्षेत्र में आता है और सुनसान इलाका होने के कारण लोग यहां कम ही आते हैं। इस कारण वहां पड़े शव के बारे में किसी को पता नहीं चल सका। हुलिये से प्रवासी व्यतीत हो रहा मृतक मिली जानकारी के अनुसार सूचना के मिलते ही टीम जांच के लिए मौके पर पहुंच गई थी। मृतक व्यक्ति कोई प्रवासी श्रमिक प्रतीत हो रहा था। उसके पास से कोई पहचान पत्र नहीं मिलने से उसकी पहचान नहीं हो सकी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पहचान के लिए 72 घंटे के लिए सिविल अस्पताल जालंधर के शवगृह में रखवा दिया है। अगर 72 घंट तक उसकी पहचान नहीं हुई तो पुलिस खुद संस्कार करवाएगी।
लुधियाना में मनाया शहीद सराभा का बलिदान दिवस:मंत्री सोंध बोले-एयरपोर्ट का नाम उनके नाम पर रखेंगे सीएम, शहीदी का जज्बा गुरुओं से मिला
लुधियाना में मनाया शहीद सराभा का बलिदान दिवस:मंत्री सोंध बोले-एयरपोर्ट का नाम उनके नाम पर रखेंगे सीएम, शहीदी का जज्बा गुरुओं से मिला पंजाब के लुधियाना में आज राज्य स्तरीय शहीद करतार सिंह सराभा का शहीदी दिवस आयोजित किया गया। इस मौके कैबिनेट मंत्री तरूणप्रीत सिंह सोंध उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंचे। मंत्री सोंध ने कहा कि हमें शहीदों को रास्ते पर चलना चाहिए। आज यदि हमारे में शहीदी का जज्जबा है तो वह गुरुओं के कारण है। सोंध ने कहा कि शहीद कौम का और देश का गर्व है। आने वाली पीढ़ी को शहीदों के बारे में बताना जरूरी है। गदर लहर सरदार सोहन जी की अगुआई में चली थी, लेकिन उसमें सबसे युवा इंसान जुड़े था तो वह करतार सिंह सराभा थे। जो महज 19 साल की आयु में शहीद हो गए। पंजाब के इतिहास में यदि नजर दौड़ाई जाए तो देश की आजादी के लिए अधिकतर पंजाबियों ने शहादत दी है। शहीद सराभा के साथ 6 अन्य गदरी भी शहीद हुए थे। आज उन्हें भी श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए। आने वाले समय में मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान हलवारा एयरपोर्ट का नाम शहीद करतार सिंह सराभा के नाम से रख सकते है। जानिए कौन थे ‘करतार सिंह’ सराभा
करतार सिंह का जन्म पंजाब के लुधियाना जिले के सराभा गांव में 24 मई 1896 को हुआ था। करतार ने बचपन में ही अपने पिता को खो दिया था। उसके बाद उनका पालन पोषण दादा ने किया था। उनकी प्रारंभिक शिक्षा लुधियाना से ही हुई थी। वे पढ़ने में होशियार थे। यही कारण था कि उन्हें पढ़ने के लिए अमेरिका भेजा गया था। 1912 में जब वे अमेरिका पहुंचे तब वे 15 साल के हो गए थे। जब वे पढ़ाई कर रहे थे, तब वे अपने गांव के एक युवक के साथ ही रहे। हालांकि वे अमेरिका पढ़ने आए थे, लेकिन भारत में चल रहे स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने की चाह करतार में पनपता रहा। इसका परिणाम यह रहा कि उनका अमेरिका में बसे भारतीयों के बीच दब-दबा बढ़ता रहा। 1915 में गदर पार्टी स्थापना हुई। जिसमें यह निर्णय लिया गया कि कनाडा और अमेरिका में रहने वाले भारतीयों को अपनी सुख सुविधाएं छोड़कर भारत की आजादी में अपना सहयोग देने के लिए भारत जाएंगे। इस आह्वान के बाद करीब 8 हजार भारतीय समुद्री जहाजों से भारत पहुंचे। जब करतार सिंह भारत आए तो उन्हें सलाह दी गई कि वे भारत छोड़कर कहीं और चले जाएं नहीं तो उन्हें पकड़ लिया जाएगा। लेकिन उन्होंने अपना विद्रोह जारी रखा और उन्हें मात्र 19 वर्ष की आयु में पकड़ लिया गया और फांसी दे दी गई।
चंडीगढ़ में हनुमान मंदिर से चोरी:चोरों ने गायब किये 4 किलो चांदी, जांच में जुटी पुलिस
चंडीगढ़ में हनुमान मंदिर से चोरी:चोरों ने गायब किये 4 किलो चांदी, जांच में जुटी पुलिस चंडीगढ़ के सेक्टर 19 स्थित ऐतिहासिक हनुमान मंदिर से चोरों ने 3/4 किलो चांदी चुरा ली, जिससे श्रद्धालुओं की भावनाओं को गहरा आघात पहुंचा है। यह घटना 8 नवंबर की रात को हुई, जब चोरों ने मंदिर की सुरक्षा को धता बताते हुए वहां से चांदी का कीमती सामान चुराया। हनुमान मंदिर अपने धार्मिक महत्व के कारण श्रद्धालुओं के बीच अत्यधिक पूजनीय है। रोजाना यहां सैकड़ों श्रद्धालु अपनी आस्था के साथ आते हैं। चोरी की इस घटना ने भक्तों में गहरी चिंता पैदा कर दी है। इस घटना की जानकारी मिलते ही स्वास्तिक एन्क्लेव, नयागांव, मोहाली के निवासी हेमंत शास्त्री ने इसकी शिकायत पुलिस स्टेशन सेक्टर 19 में दर्ज कराई। पुलिस ने एफआईआर नंबर 86 के तहत मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, चोरों की पहचान करने के लिए मंदिर और उसके आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगाला जा रहा है। पुलिस उम्मीद कर रही है कि जल्द ही चोरों को पकड़ा जाएगा और इस मामले का खुलासा किया जाएगा। मंदिर प्रबंधन और भक्तों में चोरी की इस घटना के बाद भय का माहौल है। मंदिर प्रबंधन का कहना है कि इस घटना ने सुरक्षा व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं।