बनारस के योग गुरु 128 साल कैसे जिंदा रहे?:आजादी के समय औसत 32 साल जीते थे लोग, 100 साल जीने के लिए क्या करना होगा

बनारस के योग गुरु 128 साल कैसे जिंदा रहे?:आजादी के समय औसत 32 साल जीते थे लोग, 100 साल जीने के लिए क्या करना होगा

वाराणसी में योग गुरु स्वामी शिवानंद बाबा का 3 मई को निधन हो गया। वह 128 साल के थे। जिसने भी उनके इतने साल तक जीवित रहने के बारे में सुना, वह हैरान रह गया। क्या योग से इतने साल तक जीवित रहना संभव है। क्या योग का उम्र बढ़ने से संबंध है, योग के क्या फायदे हैं, क्या उम्र और योग का कोई सीधा संबंध अभी तक साबित किया जा सका है, भास्कर एक्सप्लेनर में जानिए- सवाल 1- योग गुरु शिवानंद बाबा कौन थे, जो योग के बल पर 128 साल जिंदा रहे? जवाब- योग गुरु शिवानंद बाबा आज के बांग्लादेश के श्रीहट्ट जिले के हरिपुर गांव में पैदा हुए थे। शिवानंद बाबा के आधार कार्ड पर जन्मतिथि 8 अगस्त, 1896 दर्ज है। उनके माता-पिता भिक्षा मांगकर ही पूरे परिवार का गुजारा करते थे। कुछ वक्त तो जैसे-तैसे पूरे परिवार का गुजारा होता गया, लेकिन मुश्किलें बढ़ने लगी थीं। घर में खाने तक के पैसे नहीं थे, इसलिए मां-बाप को शिवानंद की चिंता सताने लगी। जब वो 4 साल के हुए तो उन्हें नवद्वीप (पश्चिम बंगाल) निवासी बाबा श्री ओंकारनंद गोस्वामी को समर्पित कर दिया गया, ताकि वहां उनकी देखभाल हो सके। बचपन में ही शिवानंद ने गुरु के पास रहकर शिक्षा लेना शुरू कर दिया था। करीब दो साल बीते, तब एक दिन शिवानंद के माता-पिता और बहन भिक्षा मांगने निकले। वो जगह-जगह भटके, लेकिन खाने को कुछ नहीं मिला। थक हारकर वो घर वापस आए। कुछ दिन यही सिलसिला चलता रहा। वो भिक्षा मांगने जाते, पर खाली हाथ वापस लौट आते। पूरे परिवार की तबीयत खराब रहने लगी। आखिरकार एक दिन भूख की वजह से शिवानंद के माता-पिता और बहन की मौत हो गई। शिवानंद के माता-पिता की मौत के बाद उनकी पूरी जिम्मेदारी बाबा श्री ओंकारनंद ने अपने ऊपर ले ली। अब शिवानंद का पूरा भरण पोषण गुरु के आश्रम में होता था। बाबा ने गुरु के साथ रहकर योग सीखा और 6 साल की उम्र से ही योग करना शुरू कर दिया। उनके गुरु ने उन्हें विश्व भ्रमण का आदेश दिया, इसलिए वह करीब 34 साल तक अलग-अलग देशों में गए। आजादी के समय देश के बाहर रहकर विदेशी नागरिकों को योग सिखाकर अपना भरण-पोषण करने लगे। सवाल 2- भारतीयों की औसत आयु कितनी है? जवाब- सैंपल रजिस्ट्रेशन सिस्टम की 2019 की रिपोर्ट के मुताबिक, देश में लोगों की औसत उम्र 69.7 साल है। 1947 में भारत की आजादी से लेकर अब तक इसमें लगातार बढ़ोतरी हुई है। आजादी के समय भारत के लोगों की औसत आयु महज 32 साल थी। यानी उस समय भारतीय औसतन 32 साल ही जी पाते थे। इस हिसाब से देखें तो आजादी के बाद से अब तक भारतीयों की औसत उम्र दोगुनी हो चुकी है। इस रिपोर्ट के मुताबिक महिलाएं पुरुषों के मुकाबले औसतन ढाई साल ज्यादा जीतीं हैं। सवाल 3- उम्र और योग का क्या संबंध है? जवाब- योग के महत्व को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र ने 2014 में 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस घोषित किया। एक्सपर्ट्स बताते हैं कि किसी भी व्यक्ति के जीवन और सेहत पर तीन चीजें सबसे ज्यादा असर डालती हैं। पहला उनकी जीवनशैली, दूसरा खानपान-एक्सरसाइज और तीसरा किसी तरह का इन्फेक्शन या आसपास का माहौल। इसमें साफ-सफाई की व्यवस्था में सुधार, एंटीबायोटिक्स के इस्तेमाल और बेहतर मेडिकल केयर ने भारत में बीमारियों से होने वाली मौतों को कम किया है। मेडिकल उपचार होने से लोगों की औसत आयु में बढ़ोतरी में मदद मिली है। इंडियन कौंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के मुताबिक लंबी उम्र का कोई मैजिकल फॉर्मूला नहीं है। लेकिन जेनेटिक मटेरियल, न्यूट्रिशन, लाइफस्टाइल और फिजिकल एक्टिवनेस लंबी और सेहतमंद जिंदगी के लिए जरूरी है। इन्हीं सब के बीच योग ने कहीं अपनी जगह बनाई है। योग ट्रेनर अंकित पारीक के मुताबिक, योग लाइफस्टाइल में बदलाव लाता है। नेशनल सेंटर फॉर कॉम्पलीमेंट्री एंड इंटिग्रेटिव हेल्थ (NCCIH) के अनुसार, योग 1.3 करोड़ से ज्यादा एडल्ट द्वारा एक कॉम्पलीमेंट्री थेरेपी के रूप में किया जाता है। इसमें 58% एडल्ट का कहना है कि योग स्वास्थ्य को बेहतर रखता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक सिर्फ जिम करने से हमारा शरीर स्वस्थ रहता है। वहीं, योग हमारे शरीर के साथ-साथ दिमाग को भी स्वस्थ रखता है। ऐसे में, योग एक स्वस्थ और सेहतमंद शरीर और दिमाग बनाने में मदद करता है, जो लंबी उम्र की वजह बनती है। सवाल 4- योग कैसे उम्र को लंबी करने में मदद करता है? जवाब- हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, उम्र बढ़ने पर शरीर का ध्यान रखना ज्यादा जरूरी हो जाता है। योग ट्रेनर अंकित पारीक के मुताबिक, यही योग सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। सवाल 5- योग से शरीर को सीधे तौर पर क्या फायदे होते हैं? जवाब- द ग्लोबल योग सर्वे ने 2021 में 10,982 लोगों पर सर्वे किया। उनसे योग के लाभ के बारे में जानकारी इकट्‌ठा की गई। परिणामों से पता चला कि लोगों का मानना ​​था कि योग के विभिन्न लाभों में लचीलापन (85.9%), एनर्जी (79.9%), संतुलन (71.1%), पुराने दर्द से राहत (34.4%) और वजन कम करना (29.4%) शामिल है। साथ ही ये आध्यात्मिक लाभ भी देता है और शरीर के रसायन पर भी काम करता है। आयुष मंत्रालय के नियंत्रित मधुमेह भारत (NMB) प्रोग्राम के तहत एक सर्वे किया गया। इसमें भाग लेने वाले 101,643 लोगों में से 94,135 का मानना ​​था कि योग ने उनकी जीवनशैली में सुधार किया है। सवाल 6– सबसे ज्यादा कहां के लोग जीते हैं? जवाब- वर्ल्ड पॉपुलेशन रिव्यू के मुताबिक, दुनिया में फिलहाल मोनाको के लोगों की औसत आयु सबसे ज्यादा है। यहां औसत उम्र 86.5 साल है। दूसरे नंबर पर सैन मारिनो देश है, जहां के लोग औसतन 85.8 साल जीते हैं। इस लिहाजा से देखें तो यहां की औसत जीने की उम्र भारत से करीब 19 साल ज्यादा है। भारत में लोगों की औसत आयु 69.7 साल है। ————— ये खबर भी पढ़ें… राकेश टिकैत की पगड़ी उछालने वाला उन्हीं का आदमी:पहलगाम हमले पर बयान से विवाद; सपा टिकैत बंधुओं से पश्चिमी यूपी साध रही यूपी के मुजफ्फरनगर में पहलगाम हमले के विरोध में 2 मई को निकली जनाक्रोश रैली में भाकियू नेता राकेश टिकैत के खिलाफ हूटिंग हुई। सिर पर किसी ने एक झंडा मार दिया। धक्का-मुक्की में पगड़ी उछल गई। राकेश और नरेश टिकैत अब इसे इश्यू बना चुके हैं। पगड़ी को पूरे जाट समाज का सम्मान बताते हुए 3 मई को मुजफ्फरनगर के GIC ग्राउंड में किसानों की महापंचायत बुलाई। इस बहाने शक्ति प्रदर्शन करके संदेश दिया कि हमें कम न आंका जाए। हालांकि भीड़ के नाम पर सिर्फ 3-4 हजार किसान ही जुट पाए। पढ़ें पूरी खबर वाराणसी में योग गुरु स्वामी शिवानंद बाबा का 3 मई को निधन हो गया। वह 128 साल के थे। जिसने भी उनके इतने साल तक जीवित रहने के बारे में सुना, वह हैरान रह गया। क्या योग से इतने साल तक जीवित रहना संभव है। क्या योग का उम्र बढ़ने से संबंध है, योग के क्या फायदे हैं, क्या उम्र और योग का कोई सीधा संबंध अभी तक साबित किया जा सका है, भास्कर एक्सप्लेनर में जानिए- सवाल 1- योग गुरु शिवानंद बाबा कौन थे, जो योग के बल पर 128 साल जिंदा रहे? जवाब- योग गुरु शिवानंद बाबा आज के बांग्लादेश के श्रीहट्ट जिले के हरिपुर गांव में पैदा हुए थे। शिवानंद बाबा के आधार कार्ड पर जन्मतिथि 8 अगस्त, 1896 दर्ज है। उनके माता-पिता भिक्षा मांगकर ही पूरे परिवार का गुजारा करते थे। कुछ वक्त तो जैसे-तैसे पूरे परिवार का गुजारा होता गया, लेकिन मुश्किलें बढ़ने लगी थीं। घर में खाने तक के पैसे नहीं थे, इसलिए मां-बाप को शिवानंद की चिंता सताने लगी। जब वो 4 साल के हुए तो उन्हें नवद्वीप (पश्चिम बंगाल) निवासी बाबा श्री ओंकारनंद गोस्वामी को समर्पित कर दिया गया, ताकि वहां उनकी देखभाल हो सके। बचपन में ही शिवानंद ने गुरु के पास रहकर शिक्षा लेना शुरू कर दिया था। करीब दो साल बीते, तब एक दिन शिवानंद के माता-पिता और बहन भिक्षा मांगने निकले। वो जगह-जगह भटके, लेकिन खाने को कुछ नहीं मिला। थक हारकर वो घर वापस आए। कुछ दिन यही सिलसिला चलता रहा। वो भिक्षा मांगने जाते, पर खाली हाथ वापस लौट आते। पूरे परिवार की तबीयत खराब रहने लगी। आखिरकार एक दिन भूख की वजह से शिवानंद के माता-पिता और बहन की मौत हो गई। शिवानंद के माता-पिता की मौत के बाद उनकी पूरी जिम्मेदारी बाबा श्री ओंकारनंद ने अपने ऊपर ले ली। अब शिवानंद का पूरा भरण पोषण गुरु के आश्रम में होता था। बाबा ने गुरु के साथ रहकर योग सीखा और 6 साल की उम्र से ही योग करना शुरू कर दिया। उनके गुरु ने उन्हें विश्व भ्रमण का आदेश दिया, इसलिए वह करीब 34 साल तक अलग-अलग देशों में गए। आजादी के समय देश के बाहर रहकर विदेशी नागरिकों को योग सिखाकर अपना भरण-पोषण करने लगे। सवाल 2- भारतीयों की औसत आयु कितनी है? जवाब- सैंपल रजिस्ट्रेशन सिस्टम की 2019 की रिपोर्ट के मुताबिक, देश में लोगों की औसत उम्र 69.7 साल है। 1947 में भारत की आजादी से लेकर अब तक इसमें लगातार बढ़ोतरी हुई है। आजादी के समय भारत के लोगों की औसत आयु महज 32 साल थी। यानी उस समय भारतीय औसतन 32 साल ही जी पाते थे। इस हिसाब से देखें तो आजादी के बाद से अब तक भारतीयों की औसत उम्र दोगुनी हो चुकी है। इस रिपोर्ट के मुताबिक महिलाएं पुरुषों के मुकाबले औसतन ढाई साल ज्यादा जीतीं हैं। सवाल 3- उम्र और योग का क्या संबंध है? जवाब- योग के महत्व को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र ने 2014 में 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस घोषित किया। एक्सपर्ट्स बताते हैं कि किसी भी व्यक्ति के जीवन और सेहत पर तीन चीजें सबसे ज्यादा असर डालती हैं। पहला उनकी जीवनशैली, दूसरा खानपान-एक्सरसाइज और तीसरा किसी तरह का इन्फेक्शन या आसपास का माहौल। इसमें साफ-सफाई की व्यवस्था में सुधार, एंटीबायोटिक्स के इस्तेमाल और बेहतर मेडिकल केयर ने भारत में बीमारियों से होने वाली मौतों को कम किया है। मेडिकल उपचार होने से लोगों की औसत आयु में बढ़ोतरी में मदद मिली है। इंडियन कौंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के मुताबिक लंबी उम्र का कोई मैजिकल फॉर्मूला नहीं है। लेकिन जेनेटिक मटेरियल, न्यूट्रिशन, लाइफस्टाइल और फिजिकल एक्टिवनेस लंबी और सेहतमंद जिंदगी के लिए जरूरी है। इन्हीं सब के बीच योग ने कहीं अपनी जगह बनाई है। योग ट्रेनर अंकित पारीक के मुताबिक, योग लाइफस्टाइल में बदलाव लाता है। नेशनल सेंटर फॉर कॉम्पलीमेंट्री एंड इंटिग्रेटिव हेल्थ (NCCIH) के अनुसार, योग 1.3 करोड़ से ज्यादा एडल्ट द्वारा एक कॉम्पलीमेंट्री थेरेपी के रूप में किया जाता है। इसमें 58% एडल्ट का कहना है कि योग स्वास्थ्य को बेहतर रखता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक सिर्फ जिम करने से हमारा शरीर स्वस्थ रहता है। वहीं, योग हमारे शरीर के साथ-साथ दिमाग को भी स्वस्थ रखता है। ऐसे में, योग एक स्वस्थ और सेहतमंद शरीर और दिमाग बनाने में मदद करता है, जो लंबी उम्र की वजह बनती है। सवाल 4- योग कैसे उम्र को लंबी करने में मदद करता है? जवाब- हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, उम्र बढ़ने पर शरीर का ध्यान रखना ज्यादा जरूरी हो जाता है। योग ट्रेनर अंकित पारीक के मुताबिक, यही योग सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। सवाल 5- योग से शरीर को सीधे तौर पर क्या फायदे होते हैं? जवाब- द ग्लोबल योग सर्वे ने 2021 में 10,982 लोगों पर सर्वे किया। उनसे योग के लाभ के बारे में जानकारी इकट्‌ठा की गई। परिणामों से पता चला कि लोगों का मानना ​​था कि योग के विभिन्न लाभों में लचीलापन (85.9%), एनर्जी (79.9%), संतुलन (71.1%), पुराने दर्द से राहत (34.4%) और वजन कम करना (29.4%) शामिल है। साथ ही ये आध्यात्मिक लाभ भी देता है और शरीर के रसायन पर भी काम करता है। आयुष मंत्रालय के नियंत्रित मधुमेह भारत (NMB) प्रोग्राम के तहत एक सर्वे किया गया। इसमें भाग लेने वाले 101,643 लोगों में से 94,135 का मानना ​​था कि योग ने उनकी जीवनशैली में सुधार किया है। सवाल 6– सबसे ज्यादा कहां के लोग जीते हैं? जवाब- वर्ल्ड पॉपुलेशन रिव्यू के मुताबिक, दुनिया में फिलहाल मोनाको के लोगों की औसत आयु सबसे ज्यादा है। यहां औसत उम्र 86.5 साल है। दूसरे नंबर पर सैन मारिनो देश है, जहां के लोग औसतन 85.8 साल जीते हैं। इस लिहाजा से देखें तो यहां की औसत जीने की उम्र भारत से करीब 19 साल ज्यादा है। भारत में लोगों की औसत आयु 69.7 साल है। ————— ये खबर भी पढ़ें… राकेश टिकैत की पगड़ी उछालने वाला उन्हीं का आदमी:पहलगाम हमले पर बयान से विवाद; सपा टिकैत बंधुओं से पश्चिमी यूपी साध रही यूपी के मुजफ्फरनगर में पहलगाम हमले के विरोध में 2 मई को निकली जनाक्रोश रैली में भाकियू नेता राकेश टिकैत के खिलाफ हूटिंग हुई। सिर पर किसी ने एक झंडा मार दिया। धक्का-मुक्की में पगड़ी उछल गई। राकेश और नरेश टिकैत अब इसे इश्यू बना चुके हैं। पगड़ी को पूरे जाट समाज का सम्मान बताते हुए 3 मई को मुजफ्फरनगर के GIC ग्राउंड में किसानों की महापंचायत बुलाई। इस बहाने शक्ति प्रदर्शन करके संदेश दिया कि हमें कम न आंका जाए। हालांकि भीड़ के नाम पर सिर्फ 3-4 हजार किसान ही जुट पाए। पढ़ें पूरी खबर   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर