भारतीय किसान यूनियन एकता डकौंदा ने बरनाला विधानसभा उप चुनाव में आम आदमी पार्टी का विरोध करने का ऐलान किया है। यह ऐलान किसान जत्थेबंदी के अध्यक्ष मंजीत सिंह धनेर ने बरनाला में राज्य कमेटी की बैठक के बाद किया। मनजीत धनेर ने कहा कि भू-माफिया आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बुद्धराम के प्रभाव में आकर मानसा जिले के गांव कुलरियां के किसानों की जमीन हड़पना चाहते हैं। उनका संगठन पिछले डेढ़ साल से इस गुंडई के खिलाफ लोकतांत्रिक तरीके से संगठित होकर संघर्ष कर रहा है। भूमाफिया का साथ दे रहे नेता पंजाब सरकार के कई मंत्रियों, विधायकों और प्रशासनिक अधिकारियों ने बातचीत के जरिए माना है कि कुल्लारियां के किसानों को जमीन का मालिकाना हक है। लेकिन भू-माफिया इस मालिकाना हक को छीनने पर अड़ा हुआ है और पंजाब सरकार कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि, मानसा का जिला प्रशासन बार-बार संगठन से समय ले रहा है, लेकिन हर बार वह अपने वादे पूरे करने में विफल रहता है। इसलिए, राज्य कमेटी ने निर्णय लिया है कि आगामी उप चुनावों में आम आदमी पार्टी के विरोध को में 3 नवंबर को बरनाला में और 4 नवंबर को गिद्दड़बाहा में बड़ी रैलियां की जाएंगी। इसके बाद संगठन इन दोनों विधानसभा क्षेत्रों के गांवों में आम आदमी पार्टी की किसान विरोधी नीति का पर्दाफाश करेगा। भारतीय किसान यूनियन एकता डकौंदा ने बरनाला विधानसभा उप चुनाव में आम आदमी पार्टी का विरोध करने का ऐलान किया है। यह ऐलान किसान जत्थेबंदी के अध्यक्ष मंजीत सिंह धनेर ने बरनाला में राज्य कमेटी की बैठक के बाद किया। मनजीत धनेर ने कहा कि भू-माफिया आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बुद्धराम के प्रभाव में आकर मानसा जिले के गांव कुलरियां के किसानों की जमीन हड़पना चाहते हैं। उनका संगठन पिछले डेढ़ साल से इस गुंडई के खिलाफ लोकतांत्रिक तरीके से संगठित होकर संघर्ष कर रहा है। भूमाफिया का साथ दे रहे नेता पंजाब सरकार के कई मंत्रियों, विधायकों और प्रशासनिक अधिकारियों ने बातचीत के जरिए माना है कि कुल्लारियां के किसानों को जमीन का मालिकाना हक है। लेकिन भू-माफिया इस मालिकाना हक को छीनने पर अड़ा हुआ है और पंजाब सरकार कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि, मानसा का जिला प्रशासन बार-बार संगठन से समय ले रहा है, लेकिन हर बार वह अपने वादे पूरे करने में विफल रहता है। इसलिए, राज्य कमेटी ने निर्णय लिया है कि आगामी उप चुनावों में आम आदमी पार्टी के विरोध को में 3 नवंबर को बरनाला में और 4 नवंबर को गिद्दड़बाहा में बड़ी रैलियां की जाएंगी। इसके बाद संगठन इन दोनों विधानसभा क्षेत्रों के गांवों में आम आदमी पार्टी की किसान विरोधी नीति का पर्दाफाश करेगा। पंजाब | दैनिक भास्कर
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मोगा में ट्रक की टक्कर से युवक की मौत:बाइक पर सवार होकर जा रहे थे , ट्रैक्टर को ओवरटेक करते हुए हादसा मोगा के कस्बा बाघा पुराना में एक तेज रफ्तार ट्रक की चपेट में आने से मोटर साइकिल सवार एक व्यक्ति की हो गई, जबकि दूसरा गंभीर रुप से घायल हाे गया। घायल को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जानकारी देते हुए जांच अधिकारी जसविंदर सिंह ने बताया कि देर रात करीब 12 बजे कोटकपूरा से मोगा की ओर जा रहे ट्रक ने बाइक सवार दो व्यक्तियों को पनी चपेट में ले लिया। जिससे एक व्यक्ति की मौत हो गई और दूसरा घायल हो गया। ट्रक चालक ट्रैक्टर को ओवरटेक कर रहा था, इसी दौरान सामने से आए मोटर साइकिल आ गई। ट्रक की टक्कर से 31 वर्षीय संदीप कुमार नामक युवक निवासी बाघा पुराना की मौत हो गाई और उसके साथ गांव कोटला राय का रहने वाला सुखविंदर सिंह जख्मी हो गया। ट्रक चालक मौके पर ट्रक छोड़कर भाग गया। थाना बाघा पुराना में मामला दर्ज़ कर आगे कारवाई शुरू कर दी गई है।
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होशियारपुर में किसान प्रशिक्षण शिविर का आयोजन:कैबिनेट मंत्री ने किया उद्घाटन, नई कृषि तकनीकों की दी जानकारी होशियारपुर में कृषि विभाग की ओर से डायरेक्टर कृषि एवं किसान कल्याण विभाग, पंजाब के दिशा निर्देशों के तहत होशियारपुर सिटी सेंटर में जिला स्तरीय किसान प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में पंजाब कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के कृषि विशेषज्ञों और कृषि विज्ञान केंद्र की टीम ने किसानों को नवीनतम कृषि तकनीकों के बारे में जानकारी दी गई। कैबिनेट मंत्री ने किया उद्घाटन इस शिविर का उद्घाटन कैबिनेट मंत्री ब्रह्म शंकर शर्मा जिम्पा ने किया और मेले में मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत की। मेले में हलका विधायक टांडा जसवीर सिंह राजा गिल, मेयर सुरिंदर कुमार शिंदा, अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर राहुल चाबा भी विशेष तौर पर शामिल हुए। मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री ब्रह्म कर जिम्पा ने अपने संबोधन में किसानों से अपील करते हुए कहा कि वे आगामी धान के सीजन के दौरान पराली और फसल के अवशेष न जलाएं, ताकि पर्यावरण प्रदूषण से बचा जा सके। उन्होंने प्राकृतिक संसाधनों को बचाने का भी आह्वान किया। किसानों से की योजनाओं का लाभ लेने की अपील कैबिनेट मंत्री ने मेले में उपस्थित विभिन्न विभागों से किसानों एवं जनता की समस्याओं का प्राथमिकता के आधार पर समाधान करने को कहा। उन्होंने विभागों को सरकार द्वारा चलाई जा रही किसान कल्याण योजनाओं को किसानों तक पहुंचाने के लिए अधिकतम प्रयास करने पर जोर दिया और किसानों से अपील की है कि वे विभागों के साथ समन्वय बनाकर सरकार द्वारा चलाई जा रही इन योजनाओं का भरपूर लाभ उठाएं। उन्होंने किसानों के हितों और कल्याण के प्रति पंजाब सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। शिविर में दी गई नई तकनीकों की जानकारी इस अवसर पर हलका विधायक टांडा जसवीर सिंह राजा गिल ने किसानों से विशेषज्ञों द्वारा सुझाई गई तकनीकों को अपनाकर पर्यावरण को बचाने और प्राकृतिक संसाधनों को बनाए रखने की अपील की। जिला प्रशासन से अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (सामान्य) राहुल चाबा ने किसान मेलों को कृषि के संबंध में समृद्ध जानकारी का स्रोत बताते हुए कहा कि इन मेलों में जहां किसानों को नई तकनीकों की जानकारी मिलती है, वहीं किसानों के अनुभवों से कृषि क्षेत्र में नए शोध करने संबंधी प्रेरणा मिलती है। उन्होंने जिले के सभी किसानों से फसल अवशेषों के कुशल प्रबंधन की अपील की।
गुरमीत के राम रहीम बनने की पूरी कहानी:17 की उम्र में शादी, 23 में संन्यासी बना; एक पोशाक से हिंसा फैली, रेप-मर्डर में सजा
गुरमीत के राम रहीम बनने की पूरी कहानी:17 की उम्र में शादी, 23 में संन्यासी बना; एक पोशाक से हिंसा फैली, रेप-मर्डर में सजा डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम को 22 साल पुराने रणजीत सिंह मर्डर केस में हाईकोर्ट ने बरी कर दिया है। राम रहीम अभी रोहतक की सुनारिया जेल में बंद है। वह जेल से बाहर नहीं आएगा। एक सामान्य इंसान से डेरा सच्चा का प्रमुख बनने तक राम रहीम की कहानी दिलचस्प है। राम रहीम का जन्म 15 अगस्त 1967 को राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले की गुरुसर मोडिया गांव में जट सिख परिवार में हुआ। वह माता-पिता का इकलौता बेटा था। उसके पिता मघर सिंह गांव के जमींदार थे। माता का नाम नसीब कौर है। राम रहीम ने जन्म को लेकर ये किया था वादा
राम रहीम ने खुद दावा किया था कि उसका जन्म संतों के आशीर्वाद की वजह से हुआ। उसने बताया था कि शादी के काफी साल बीतने के बावजूद उसके माता-पिता को बच्चे नहीं हो रहे थे। परिवार डेरा से जुड़ा था। माता-पिता ने संतान न होने की बात संत त्रिवेणी दास के सामने रखी। तब संत ने कहा बच्चे होंगे, पर इसकी एक शर्त है। बच्चा उनके पास सिर्फ 23 साल तक रहेगा। इसके बाद वह जिस काम के लिए आया है वह करेगा। राम रहीम ने दावा किया था कि माता-पिता के राजी होने के 9 महीने बाद उसका जन्म हुआ। इसलिए 17 की उम्र में हो गई शादी
राम रहीम ने बताया कि पिता को मालूम था मैं 23 साल की उम्र के बाद संन्यास ले लूंगा। इसी वजह से पिता ने महज 17 साल की उम्र में हरजीत कौर के साथ शादी करवा दी। इसके बाद पत्नी ने 1 बेटा और 2 बेटियों को जन्म दिया। 23 साल की उम्र पूरी होने पर डेरा के आदेश के बाद घर छोड़ दिया और संन्यास ले लिया। राम रहीम का दावा है कि संन्यास लेने के बाद उसने ब्रह्मचर्य का पालन किया है। परिवार में ये लोग
राम रहीम की बड़ी बेटी का नाम चरणप्रीत और छोटी का नाम अमरप्रीत है। इसके साथ उसने हनीप्रीत को गोद ले रखा है। राम रहीम की बड़ी बेटी चरणप्रीत का पति भी डेरा अनुयायी है। उसका नाम डॉक्टर शान-ए-मीत इंसा है। छोटी बेटी का पति रूह-ए-मीत इंसा है। बेटे का नाम जसमीत है। उसकी शादी बठिंडा के पूर्व विधायक हरमिंदर सिंह जस्सी की बेटी हुस्नमीत इंसा से हुई है। 34 साल पहले बना था डेरा प्रमुख
राम रहीम ने 1990 में तीसरे प्रमुख के रूप में डेरा सच्चा सौदा को संभाला। यह डेरा 1948 में शाह मस्ताना ने स्थापित किया था। डेरे का दावा है कि दुनियाभर में उनके 5 करोड़ अनुयायी हैं। पूरे देश में डेरे के 50 से भी ज्यादा आश्रम हैं। राम रहीम को डेरा सच्चा सौदा को आधुनिक बनाने का श्रेय दिया जाता है। पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में डेरा के सबसे ज्यादा समर्थक हैं। हरियाणा के सिरसा में डेरे का मुख्यालय है। यह कई सौ एकड़ में फैला हुआ है। उसमें स्टेडियम, स्कूल, सिनेमा हॉल, सभास्थल आदि हैं। फिल्मों की वजह से बदला हुलिया
राम रहीम ने युवाओं को लेकर रॉक स्टार का रूप धारण किया। उसने कई रॉक स्टार की तरह कॉन्सर्ट किए। बाद में उसने कई फिल्में भी की, इनमें मैसेंजर ऑफ गॉड प्रमुख है। उसने फिल्म में खुद कहानी लिखी, डायरेक्शन किया और गाने गाए। राम रहीम ने सबसे पहली फिल्म ‘एमएसजी-द मैसेंजर’ फरवरी 2015 में रिलीज की थी। इसके बाद ‘एसएजी-2’, ‘एसएजी-ऑनलाइन गुरुकुल’, ‘एसएजी-द वारियर लायन हार्ट’, ‘हिन्द का नापाक को जवाब’ आईं। गुरु की ड्रेस को लेकर विवाद
2007 में राम रहीम विवाद में फंसा था। वह एक एड में सिखों के 10वें गुरु गोविंद सिंह जी के लिबास जैसा परिधान पहने नजर आया था। राम रहीम के इस गेटअप के बाद पंजाब और हरियाणा में हिंसा फैल गई थी। इससे जान-माल का काफी नुकसान हुआ। पंजाब के बठिंडा में मामला भी दर्ज किया गया। हालांकि बाद में पंजाब सरकार ने ये मामला वापस ले लिया। 2017 से जेल में राम रहीम
25 अगस्त 2017 को 2 साध्वियों के यौन शोषण केस में राम रहीम को 20 साल कैद हुई। इसके बाद 17 जनवरी 2019 को पत्रकार रामचंद्र छत्रपति हत्याकांड में उम्र कैद हुई। वहीं डेरा मैनेजर रणजीत सिंह के हत्या मामले में अक्टूबर 2021 में CBI कोर्ट ने उसे उम्र कैद की सजा सुनाई। सजा मिलने के तीन साल बाद राम रहीम को इस मामले में हाईकोर्ट ने बरी कर दिया। अभी राम रहीम रोहतक की सुनारिया जेल में बंद है। ये खबरें भी पढ़ें… राम रहीम डेरा मैनेजर की हत्या के केस में बरी:हाईकोर्ट ने CBI कोर्ट का फैसला रद्द किया; पत्रकार हत्याकांड और साध्वी रेप केस में जेल में रहेगा पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने डेरा सच्चा सौदा चीफ राम रहीम समेत 5 लोगों को डेरा मैनेजर रणजीत सिंह हत्याकांड में बरी कर दिया है। राम रहीम समेत 5 आरोपियों को CBI कोर्ट ने उम्रकैद की सजा दी थी। राम रहीम इस वक्त रोहतक की सुनारिया जेल में बंद है। उसे 3 मामलों में सजा हुई थी। इनमें रणजीत हत्याकांड के अलावा पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या और साध्वियों के यौन शोषण का केस भी शामिल है। पत्रकार की हत्या में उसे उम्रकैद और यौन शोषण के 2 केसों में 10-10 साल की कैद हुई थी। इस केस में बरी होने के बावजूद राम रहीम को अभी जेल में ही रहना होगा। (पूरी खबर पढ़ें) वह गुमनाम चिट्ठी, जिसके बाद रणजीत का मर्डर हुआ:इसी केस में राम रहीम बरी हरियाणा के सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा के चीफ राम रहीम के साम्राज्य को एक गुमनाम चिट्ठी ने तबाह किया था। यह चिट्ठी डेरे में साध्वियों के यौन शोषणा से जुड़ी हुई थी। यह चिट्ठी 13 मई 2002 को तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को संबोधित कर लिखी गई थी।इस चिट्ठी के सामने आने के बाद पहले डेरे के मैनेजर रणजीत सिंह का मर्डर हुआ (पूरी खबर पढ़ें) रणजीत का परिवार जाएगा सुप्रीम कोर्ट:राम रहीम को बरी किए जाने से परिवार मायूस, बेटा और जीजा बोले-मरते दम तक लड़ेंगे लड़ाई हरियाणा के डेरा सच्चा सौदा के मैनेजर रणजीत सिंह के मर्डर केस में हाईकोर्ट ने डेरा प्रमुख को बरी कर दिया है। इस फैसले से रणजीत सिंह का परिवार मायूस है। परिवार का कहना है कि वह कानूनी लड़ाई जारी रखेंगे। इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देंगे। इसके लिए वकीलों से राय ली जा रही है। जल्द ही इसके लिए कानूनी प्रक्रिया के तहत कार्रवाई शुरू करेंगे। (पूरी खबर पढ़ें)