हिसार जिले के बरवाला में सड़क हादसे में घायल हुए युवक ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। हादसा सोमवार शाम को हुआ था। ऑटो कार और बाइक की टक्कर हो गई थी। जिसमें बनभौरी निवासी भूपेंद्र की सोमवार को मौत हो गई थी। जबकि बधावड़ निवासी 27 वर्षीय राहुल की आज मौत हो गई। हादसे में मारने वालों की संख्या अब दो हो गई। बरवाला से गांव जा रहे थे दोनों जानकारी के अनुसार राहुल चिनाई मिस्त्री का काम करता था। सोमवार शाम को राहुल अपने दोस्त बनभौरी निवासी भूपेंद्र के साथ बाइक पर सवार होकर बरवाला से गांव की तरफ जा रहा था। जब वे जींद मार्ग पर पहुंचे तो दो-तीन वाहनों की टक्कर हो गई। जिस कारण बाइक पर सवार भूपेंद्र की मौके पर ही मौत हो गई थी। राहुल गंभीर रूप से घायल हो गया था। परिजन राहुल को उपचार के लिए हिसार के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। जहां उपचार के दौरान राहुल की मौत हो गई। पुलिस ने अज्ञात चालक के खिलाफ लापरवाही का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हिसार जिले के बरवाला में सड़क हादसे में घायल हुए युवक ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। हादसा सोमवार शाम को हुआ था। ऑटो कार और बाइक की टक्कर हो गई थी। जिसमें बनभौरी निवासी भूपेंद्र की सोमवार को मौत हो गई थी। जबकि बधावड़ निवासी 27 वर्षीय राहुल की आज मौत हो गई। हादसे में मारने वालों की संख्या अब दो हो गई। बरवाला से गांव जा रहे थे दोनों जानकारी के अनुसार राहुल चिनाई मिस्त्री का काम करता था। सोमवार शाम को राहुल अपने दोस्त बनभौरी निवासी भूपेंद्र के साथ बाइक पर सवार होकर बरवाला से गांव की तरफ जा रहा था। जब वे जींद मार्ग पर पहुंचे तो दो-तीन वाहनों की टक्कर हो गई। जिस कारण बाइक पर सवार भूपेंद्र की मौके पर ही मौत हो गई थी। राहुल गंभीर रूप से घायल हो गया था। परिजन राहुल को उपचार के लिए हिसार के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। जहां उपचार के दौरान राहुल की मौत हो गई। पुलिस ने अज्ञात चालक के खिलाफ लापरवाही का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
चंडीगढ़ के 2 होटल बम से उड़ाने की धमकी:एसएसपी बोली- होटलों की सुरक्षा बढ़ा दी है, ईमेल की कराई जा रही जांच
चंडीगढ़ के 2 होटल बम से उड़ाने की धमकी:एसएसपी बोली- होटलों की सुरक्षा बढ़ा दी है, ईमेल की कराई जा रही जांच चंडीगढ़ के दो बड़े होटल को ईमेल के जरिए बम से उड़ाने की धमकी मिली है। होटल को धमकी की सूचना मिलने के पुलिस और बम स्क्वायड की टीम ने मौके पर पहुंचकर सर्च अभियान शुरू कर दिया। सुरक्षा टीम के जरिए होटल के लगे कैमरों को चेक किया, साथ ही होटल परिसर में भी जांच की गई। इस मामले को लेकर एसएसपी कंवरदीप कौर ने बताया कि इंडस्ट्रियल एरिया स्थित हयात होटल और ललित होटल को बम से उड़ाने की धमकी दी गई है। उन्होंने कहा कि होटल को बम से उड़ाने की धमकी आई है। पुलिस ने होटलों की सुरक्षा बढ़ा दी है। एसएसपी का कहना है कि ईमेल की जांच की जा रही है कि ये मेल कहां से भेजी गई है। पहले हयात होटल को एक ईमेल आई और उसके बाद ललित होटल को मेल भेजी गई। सूचना के बाद मौके पर बम स्क्वायड, डॉग स्क्वायड और ऑपरेशन सेल की टीम क्राइम ब्रांच संबंधित थाना पुलिस की टीमें मौके पर पहुंची। इस दौरान पुलिस ने पूरे होटल के सीसीटीवी कैमरे चेक किया। इसके अलावा पुलिसकर्मियों को होटल पर नजर रखने के लिए तैनात कर दिया गया।
हरियाणा की 2 यूनिवर्सिटी के VC का इस्तीफा:राज्यपाल ने रिलीव भी किया; एक को डिप्टी CM रहते दुष्यंत चौटाला ने जॉइन कराया था
हरियाणा की 2 यूनिवर्सिटी के VC का इस्तीफा:राज्यपाल ने रिलीव भी किया; एक को डिप्टी CM रहते दुष्यंत चौटाला ने जॉइन कराया था हरियाणा में BJP की तीसरी बार सरकार बनने के बाद जींद में चौधरी रणबीर सिंह यूनिवर्सिटी (CRSU) और सिरसा में चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय (CDLU) के कुलपतियों ने अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है। उनका कार्यकाल अभी शेष था। माना जा रहा है कि दोनों से सरकार की ओर से इस्तीफा मांगा गया था। हालांकि कुलपतियों ने इस्तीफे के पीछे निजी कारण का हवाला दिया है। राज्यपाल की ओर से उनके इस्तीफे तुरंत प्रभाव से स्वीकार कर उनको कार्यभार से मुक्त कर दिया गया है। जानकारी अनुसार चौधरी रणबीर सिंह यूनिवर्सिटी में डॉ. रणपाल सिंह ने 10 जून 2022 को कुलपति के तौर पर जॉइन किया था। उनका कार्यकाल जून 2025 में समाप्त होना था, लेकिन इससे पहले ही उन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया। डॉ. रणपाल सिंह का कहना है कि उन्होंने अपने निजी कारणों से इस्तीफा दिया है। डॉ. रणपाल इससे पहले डीएवी कॉलेज यमुनानगर के प्राचार्य भी रह चुके हैं। दुष्यंत चौटाला समर्थक थे डॉ. रणपाल से पहले प्रो. आरबी सोलंकी चौधरी रणबीर सिंह यूनिवर्सिटी के वीसी थे। उनका कार्यकाल 22 जनवरी 2022 को समाप्त हो गया था। इसके बाद नई नियुक्ति तक कुरूक्षेत्र यूनिवर्सिटी के वीसी को अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया था। चौधरी रणबीर सिंह यूनिवर्सिटी 2014 में अस्तित्व में आई थी। सूत्रों की मानें तो दुष्यंत चौटाला ने डिप्टी सीएम रहते डॉ. रणपाल को वीसी लगवाया था। उनको दुष्यंत समर्थक माना जा रहा था। अजमेर सिंह मलिक को मिला था एक्सटेंशन
दूसरी तरफ सिरसा में चौधरी देवीलाल यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. अजमेर सिंह मलिक ने भी अपने पद से त्यागपत्र दे दिया है। उनका कार्यकाल 24 दिसंबर को पूर्ण होना था। 3 वर्ष का कार्यकाल पूर्ण करने के बाद सरकार ने उनको एक साल का एक्सटेंशन दिया था। नियमानुसार नये कुलपति को लेकर प्रक्रिया शुरू होने के साथ ही प्रो. अजमेर सिंह मलिक ने अपना त्याग पत्र दे दिया है। राज्यपाल ने इस्तीफा किया स्वीकार
इस बीच हरियाणा के राज्यपाल एवं विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति बंडारू दत्तात्रेय ने सिरसा यूनिवर्सिटी के वीसी अजमेर सिंह का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। उन्होंने 28 नवंबर को राज्यपाल को इस्तीफा भेजा था। राज्यपाल की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि हरियाणा सरकार की सिफारिश के परिणामस्वरूप, चौधरी देवी लाल विश्वविद्यालय सिरसा अधिनियम, 2003 की धारा 11 की उपधारा (4) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते उनका इस्तीफा स्वीकार करते हैं। पत्र में लिखा गया है कि प्रोफेसर अजमेर सिंह मलिक को चौधरी देवी लाल विश्वविद्यालय, सिरसा के कुलपति के पद से तत्काल प्रभाव से मुक्त कर दिया गया है। उच्चतर शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव, नए पदाधिकारी के कार्यभार ग्रहण करने तक अपने वर्तमान कर्तव्यों के अलावा, तुरंत प्रभाव से चौधरी देवी लाल विश्वविद्यालय, सिरसा के कुलपति के कर्तव्यों का निर्वहन करेंगे।
हरियाणा में 2 नए जिले बनाने की तैयारी:CM सैनी ने कैबिनेट सब कमेटी बनाई, 3 शहर रेवेन्यू डिस्ट्रिक्ट बनेंगे, अभी पुलिस जिले
हरियाणा में 2 नए जिले बनाने की तैयारी:CM सैनी ने कैबिनेट सब कमेटी बनाई, 3 शहर रेवेन्यू डिस्ट्रिक्ट बनेंगे, अभी पुलिस जिले हरियाणा की नायब सैनी सरकार इलेक्शन मोड में आ गई है। यही वजह है कि पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर के कार्यकाल की मांगों को पूरा करने में सीएम सैनी खुद जुट गए हैं। सूबे में नए जिलों के गठन की मांग को सीएम सैनी ने अमलीजामा पहनाने के लिए पहला काम शुरू कर दिया है। उन्होंने इस काम के लिए एक नई सब कमेटी का गठन किया है। इस कमेटी में 2 कैबिनेट मंत्री और 2 राज्यमंत्री को शामिल किया गया है। कमेटी का अध्यक्ष कृषि मंत्री कंवरपाल गुर्जर को बनाया गया है। इसके अलावा वित्त मंत्री जयप्रकाश दलाल, राज्यमंत्री महीपाल ढांडा और सुभाष सुधा को मेंबर बनाया गया है। इसके अलावा, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के ACS और विकास एवं पंचायत विभाग के ACS व प्रधान सचिव भी कमेटी का सहयोग करेंगे। कमेटी को 3 महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपनी होगी। यह कमेटी गोहाना और हांसी को जिला बनाने की दिशा में संभावनाओं की तलाश करेगी। इसके अलावा सूबे के 3 पुलिस जिले हांसी, डबवाली और मानेसर को रेवेन्यू डिस्ट्रिक्ट बनाया जाएगा। सरकार के सूत्रों का कहना है कि उम्मीद है कि विधानसभा चुनाव से पहले सरकार इन्हें राजस्व जिलों के रूप में मान्यता दे देगी। इसी हफ्ते होगी कमेटी की मीटिंग
सरकार के सूत्रों ने संभावना जताई है कि इसी हफ्ते कमेटी की पहली मीटिंग बुलाई जा सकती है। मीटिंग में कमेटी के निर्देश पर सभी जिलों के DC से रिपोर्ट मांगी जाएगी। जिलों से मिलने वाली रिपोर्ट के आधार पर कमेटी नए जिलों के अलावा सब डिवीजन, तहसील व ग्राम पंचायत बनाने पर विचार करेगी। कमेटी अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री नायब सैनी को सौंपेगी और वह कैबिनेट में इस पर चर्चा कर अंतिम फैसला लेंगे। इसलिए बढ़ सकते हैं 2 जिले
इससे पहले प्रदेश के 10 साल मुख्यमंत्री रहे और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर के कार्यकाल में पूर्व कृषि मंत्री ओम प्रकाश धनखड़ की अध्यक्षता वाली सब कमेटी की सिफारिश पर चरखी दादरी को हरियाणा का 22वां जिला बनाया था। हालांकि ओम प्रकाश धनखड़ की अध्यक्षता वाली कैबिनेट सब कमेटी ने गोहाना और हांसी को भी जिला बनाने की सिफारिश की थी, लेकिन उस समय इसे माना नहीं गया था। मौजूदा समय में भी हांसी, गोहाना, असंध, डबवाली और मानेसर को जिला बनाने की मांग पिछले लंबे समय से उठ रही है। भाजपा ने 15 उपमंडल बनाए
हरियाणा में 80 सब-डिवीजन, 94 तहसील, 49 सब तहसील, 140 ब्लॉक, 154 शहर और 6841 गांव हैं। बीजेपी सरकार के शासन काल में मानेसर, नीलोखेड़ी, इसराना, छछरौली, नांगल-चौधरी, जुलाना, अंबाला कैंट, बाढड़ा, बड़खल, नारनौंद, बादली, उचाना, घरौंडा, पुन्हाना और रादौर को उपमंडल बनाया गया। इनके अलावा, तावडू और लाडवा को भी उपमंडल बनाया गया। इसके साथ ही 10 नई तहसीलें और तीन नई उप-तहसीलें भी बनाई गईं। 126 हो जाएगी विधानसभा की संख्या
हरियाणा में 2029 में होने वाले विधानसभा चुनाव में कम से कम 126 विधायक अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करेंगे। फिलहाल राज्य में विधानसभा सीटों की संख्या 90 है। 2026 में प्रस्तावित परिसीमन के दौरान राज्य में विधानसभा सीटों की संख्या बढ़कर 126 होने का अनुमान है। इसी तरह लोकसभा सीटों की संख्या 10 से बढ़कर 14 हो सकती है। विधानसभा की 36 और लोकसभा की 4 सीटों की बढ़ोतरी के साथ हरियाणा राजनीतिक रूप से काफी ताकतवर राज्य के रूप में उभरकर सामने आएगा। हालांकि 2024 के चुनाव के बाद 2029 में नया परिसीमन लागू होगा, लेकिन तब प्रदेश के राजनीतिक समीकरण कुछ अलग ही तरह के होंगे।