बापौली में राजकीय महाविद्यालय बापौली के पास निंबरी रोड पर तेज रफ्तार ट्रक की टक्कर से बाइक सवार मजदूर की मौत हो गई। गांव बापौली निवासी अंकित पुत्र राज सिंह उम्र 19 साल बहरामपुर गेट फैक्ट्री से गांव बापौली की ओर बाइक पर देर रात घर की ओर जा रहा था। जब वह राजकीय कॉलेज के पास पहुंचा तो सामने से आ रहे तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक सवार अंकित को टक्कर दे मारी, जिससे अंकित गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे पानीपत के निजी अस्पताल में इलाज के लिए लाया गया, जहां देर रात डॉक्टरों ने अंकित को मृत घोषित कर दिया। अंकित की दो बहने हैं। वह बहमपुर गेट फैक्ट्री में काम करके घर का गुजारा कर रहा था। बापौली में राजकीय महाविद्यालय बापौली के पास निंबरी रोड पर तेज रफ्तार ट्रक की टक्कर से बाइक सवार मजदूर की मौत हो गई। गांव बापौली निवासी अंकित पुत्र राज सिंह उम्र 19 साल बहरामपुर गेट फैक्ट्री से गांव बापौली की ओर बाइक पर देर रात घर की ओर जा रहा था। जब वह राजकीय कॉलेज के पास पहुंचा तो सामने से आ रहे तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक सवार अंकित को टक्कर दे मारी, जिससे अंकित गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे पानीपत के निजी अस्पताल में इलाज के लिए लाया गया, जहां देर रात डॉक्टरों ने अंकित को मृत घोषित कर दिया। अंकित की दो बहने हैं। वह बहमपुर गेट फैक्ट्री में काम करके घर का गुजारा कर रहा था। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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रोहतक में भाजपा जिला कार्यकारिणी की बैठक आज:हरियाणा प्रभारी सतीश पूनिया और सचिव धनखड़ होंगे शामिल, विधानसभा चुनाव पर होगा मंथन
रोहतक में भाजपा जिला कार्यकारिणी की बैठक आज:हरियाणा प्रभारी सतीश पूनिया और सचिव धनखड़ होंगे शामिल, विधानसभा चुनाव पर होगा मंथन भारतीय जनता पार्टी की जिला कार्यकारिणी की बैठक बुधवार को रोहतक में होगी। जिसमें विधानसभा चुनावों को लेकर चर्चा की जाएगी। बैठक में हरियाणा भाजपा प्रभारी डॉ. सतीश पूनिया, राष्ट्रीय सचिव ओम प्रकाश धनखड़, राज्यसभा सांसद कृष्ण लाल पंवार सहित अन्य कार्यकर्ता व पदाधिकारी भाग लेंगे। भाजपा की रोहतक जिला विस्तारित कार्यकारिणी की बैठक तिलियार झील के पीछे सिंहासन बैंक्वेट हॉल में जिला अध्यक्ष रणवीर सिंह ढाका एडवोकेट की अध्यक्षता में होगी। बैठक में हरियाणा प्रभारी डॉ. सतीश पूनिया, राष्ट्रीय सचिव ओम प्रकाश धनखड़, राज्यसभा सांसद कृष्ण लाल पंवार कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन करेंगे। जिला कार्यकारिणी की बैठक से पहले प्रदेश कार्यालय मंगल कमल में प्रदेश पदाधिकारियों की संगठनात्मक बैठक होगी। जिसमें पदाधिकारियों को विधानसभा चुनाव से संबंधित दिशा-निर्देश दिए जाएंगे। चुनाव की तैयारियों का रोडमैप तैयार किया जाएगा। विधानसभा चुनाव जीतने पर होगा मंथन भाजपा प्रदेश मीडिया सह प्रमुख शमशेर सिंह खरक ने बताया कि कार्यकारिणी बैठक की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। इसमें संगठनात्मक मुद्दों के साथ-साथ विधानसभा चुनाव जीतने की रणनीति पर मंथन होगा। विस्तारित जिला कार्यकारिणी बैठक में मुख्य रूप से आगामी कार्यक्रमों और विधानसभा चुनाव जीतने को लेकर मार्गदर्शन मिलेगा। उन्होंने कहा कि भाजपा चुनाव के लिए हमेशा तैयार रहती है और कार्यकर्ता चुनाव को लेकर काफी उत्साहित हैं। कार्यकारिणी बैठक के बाद उत्साहित कार्यकर्ता जमीनी स्तर पर उतरेंगे और जीत के लक्ष्य को लेकर आगे बढ़ेंगे।
कुरूक्षेत्र की धरती से हरियाणा जीतने का मंत्र देंगे शाह:29 जून को आएंगे गृहमंत्री, प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक लेंगे
कुरूक्षेत्र की धरती से हरियाणा जीतने का मंत्र देंगे शाह:29 जून को आएंगे गृहमंत्री, प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक लेंगे हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी (BJP) तीसरी बार सत्ता तक पहुंचना चाहती है। हरियाणा में विधानसभा चुनाव को 3 महीने का समय बचा है। ऐसे में भाजपा जल्द ही चुनावी शंखनाद फूंकने वाली है। अबकी बार हरियाणा में चुनाव जीतने की रणनीति गृहमंत्री अमित शाह ने अपने हाथों में ले ली है। वह 29 जून को हरियाणा के कुरूक्षेत्र आ रहे हैं। कुरूक्षेत्र में वह भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक लेंगे। इस बैठक में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, पूर्व मुख्यमंत्री एवं केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर सहित प्रदेश भाजपा की कोर टीम के सदस्य ओपी धनखड़, सुधा यादव, कैप्टन अभिमन्यु, सुभाष बराला और रामबिलास शर्मा मौजूद रहेंगे। इसके साथ-साथ हरियाणा के सभी मंत्री, विधायक और सांसद बैठक में भाग लेंगे। इतना ही नहीं करीब 2500 से ज्यादा भाजपा कार्यकर्ता इस बैठक में हिस्सा लेंगे। हरियाणा में तीसरी बाद सत्ता तक पहुंचना चाहती है भाजपा हरियाणा में 2014 से ही भाजपा की सरकार है। केंद्र में 2014 को नरेंद्र मोदी के सामान्तर ही हरियाणा में खट्टर सरकार बनी थी। 2019 में भी हरियाणा में मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व में चुनाव लड़ा गया और भाजपा जजपा के सहयोग से सत्ता तक पहुंची। मगर अबकी बार खट्टर सांसद का चुनाव जीतकर केंद्र में मंत्री बन गए हैं और उनकी जगह नायब सिंह सैनी मुख्यमंत्री बन गए। ऐसे में यह चुनाव भाजपा के लिए आसान नहीं है। खट्टर के जाने के बाद भाजपा के पास प्रदेश में कोई बड़ा चेहरा नहीं है। इसलिए चुनाव के रण में उतरने से पहले अमित शाह कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र देंगे। भाजपा की राह आसान नहीं 2019 में जहां भाजपा ने लोकसभा में हरियाणा की 10 में से 10 सीटें जीती थीं वहीं बार इस बार लोकसभा में भाजपा 5 सीटें कांग्रेस से हार गई। कांग्रेस लोकसभा चुनावों में मजबूत बनकर उभरी है और हरियाणा की 90 विधानसभा में से कांग्रेस ने गठबंधन में रहते हुए 46 विधानसभा सीटों पर बढ़त बनाकर उभरी वहीं भाजपा 42 विधानसभा सीटों पर आगे रही। ऐसे में भाजपा के सामने इस बार मुकाबला टफ है। इन कारणों से भाजपा के सामने कड़ी चुनौती 1. सत्ता विरोधी लहर : भाजपा हरियाणा में सत्ता विरोधी लहर का सामना कर रही है। हरियाणा में 10 साल से भाजपा की सरकार है। हरियाणा की जनता प्रदेश में बदलाव की ओर देख रही है। हालांकि भाजपा ने मुख्यमंत्री का चेहरा बदला मगर इसका फायदा लोकसभा चुनाव में नहीं मिला। लोकसभा चुनाव में भाजपा को जरूर मोदी के नाम के वोट मिले मगर अबकी बार विधानसभा चुनाव की राह कठिन है। 2. जाट और एससी समाज की नाराजगी : भाजपा के सामने सबसे बड़ी चुनौती जाट और एससी समाज को साधने की है। लोकसभा चुनाव में दोनों समाज ने भाजपा के खिलाफ होकर एकजुट होकर वोट किया। इसका परिणाम था कि जिन विधानसभा में जाट समाज या एससी समाज का प्रभाव है उन विधानसभा में भाजपा की हार हुई है। भाजपा के सामने सबसे बड़ी चुनौती दोनों वर्गों को साधने की है। 3. किसान आंदोलन और अग्निवीर योजना : भाजपा के सामने केंद्र सरकार की योजनाओं को लेकर लोगों में नाराजगी है। केंद्र सरकार की ओर से बनाए तीन कृषि कानून को लेकर काफी लंबा आंदोलन हुआ। इसमें हरियाणा के किसानों ने अग्रणी भूमिका निभाई। हरियाणा सरकार ने किसानों के साथ कई मोर्चों पर जबरदस्ती की और साथ नहीं दिया। इस कारण किसान हरियाणा सरकार से नाराज हो गए। वहीं केंद्र की अग्निवीर योजना से हरियाणा के युवा खासकर ग्रामीण इलाकों से आने वाले युवा नाराज हैं। हरियाणा में बड़े स्तर पर युवा आर्मी भर्ती की तैयारी करते हैं। अब यहां पढ़िए लोकसभा चुनाव में पार्टी का प्रदर्शन 11.06% वोट शेयर घटा हरियाणा में इस लोकसभा चुनाव में भाजपा को 46.06 वोट प्रतिशत मिले हैं। जबकि 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा का 58 प्रतिशत वोट शेयर था। 5 सालों में पार्टी का प्रदेश में 11.06 वोट प्रतिशत घटा है। वहीं, कांग्रेस का वोट शेयर देखें तो इस चुनाव में 43.73% वोट शेयर लेकर भाजपा को कड़ी टक्कर दी है। 2019 में कांग्रेस को सिर्फ 28.42% वोट शेयर मिला था। 5 साल में कांग्रेस के वोट शेयर में 15.31% वोट शेयर की बढ़ोतरी हुई है। रिजर्व सीटों पर BJP का बुरा हाल हरियाणा में कुल 17 विधानसभा सीटें अनुसूचित जाति (SC) के लिए आरक्षित हैं। इनमें से मात्र 4 सीटों पर ही BJP को जीत मिली है। वहीं, कांग्रेस को 11, आम आदमी पार्टी (AAP) के लिए भी बेहतर नतीजे आए हैं। AAP ने 2 सीटों पर लीड ली है। ये दोनों आरक्षित सीटें कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट में आती हैं। अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित 17 सीटों में से कांग्रेस ने मुलाना, सढौरा, खरखौदा, कलानौर, झज्जर, बवानीखेड़ा, उकलाना, कालांवाली, रतिया, नरवाना और होडल सीटें जीती हैं। AAP ने शाहाबाद और गुहला चीका, जबकि BJP ने नीलोखेड़ी, इसराना, पटौदी और बावल सीटें जीती हैं। इन मंत्रियों के गढ़ में पिछड़ी पार्टी भाजपा विधायकों के अंबाला शहर से असीम गोयल (परिवहन मंत्री), जगाधरी से कंवरपाल गुर्जर (कृषि मंत्री), पिहोवा से संदीप सिंह (पूर्व खेल मंत्री), कलायत से कमलेश ढांडा (पूर्व मंत्री), आदमपुर से भव्य बिश्नोई, नलवा से रणबीर सिंह गंगवा, बवानीखेड़ा से बिशंबर वाल्मीकि (राज्य मंत्री), फतेहाबाद से दूडाराम, रतिया से लक्ष्मण नापा, लोहारू से जेपी दलाल (कृषि मंत्री), कोसली से लक्ष्मण यादव, हथीन से प्रवीण डागर, होडल से जगदीश नागर के विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा उम्मीदवार की हार हुई। विधानसभा चुनाव में पुराने फॉर्मूले पर लौटेगी BJP… माइक्रो मैनेजमेंट पर करेगी फोकस विधानसभा चुनाव में हरियाणा भाजपा ‘माइक्रो मैनेजमेंट’ के फॉर्मूले पर चलेगी और बूथ स्तर तक के कार्यकर्ता के घर तक पहुंचेगी। यानी इस बार भाजपा हरियाणा जीतने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती। विपक्ष के लिए ऐसा चक्रव्यूह तैयार किया जाएगा, जिसे भेदना आसान नहीं होगा। भाजपा ने अपने पहले कार्यक्रम में ही संकेत दिए हैं कि इस बार किसी भी दूसरे दल के लिए भाजपा को टक्कर देना इतना आसान नहीं होगा। जिस तरह केंद्रीय नेताओं ने हर कार्यकर्ता को मुख्यमंत्री कहा है, उससे साफ है कि इस बार विधानसभा चुनाव में हर कार्यकर्ता को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी जाएगी। कार्यकर्ताओं को मिलेगी तवज्जो रविवार को हरियाणा दौरे के दौरान केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने स्पष्ट संकेत दिए हैं कि नेता में जो भी कमी हो, वह कमी कार्यकर्ता बताएंगे। कार्यकर्ता के कहने पर फीडबैक लेने के बाद उस कमी को ठीक किया जाएगा और जरूरत पड़ने पर बड़ा बदलाव करने से भी भाजपा पीछे नही हटेगी। इसका सीधा-सीधा मतलब ये है कि इस बार विधानसभा चुनाव में भाजपा लंगर-लंगोट कसकर मैदान में उतर चुकी है। सियासी जानकारों का कहना है कि लोकसभा चुनाव में मिले फीडबैक के बाद हरियाणा भाजपा में बड़े बदलाव होने तय माने जा रहे हैं।
पलवल में अज्ञात वाहन ने किसान को कुचला, मौत:पैदल खेत में जा रहा था, टक्कर मारने के बाद ड्राइवर फरार
पलवल में अज्ञात वाहन ने किसान को कुचला, मौत:पैदल खेत में जा रहा था, टक्कर मारने के बाद ड्राइवर फरार हरियाणा के पलवल में सीहा-पालडी मार्ग पर पैदल अपने खेतों पर जा रहे एक किसान की अज्ञात वाहन की टक्कर से मौत हो गई। दुर्घटना के बाद चालक वाहन को लेकर मौके से फरार हो गया। पुलिस ने मृतक के चचेरे भाई की शिकायत पर अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर शव को पोस्टमॉर्टम के बाद उसके परिजनों को सौंप दिया। मुंडकटी थाना प्रभारी सुंदरपाल के अनुसार, सीहा गांव निवासी सचिन ने दी शिकायत में कहा कि उसके ताऊ का बेटा धर्मेंद्र (34) मंगलवार देर शाम अपने खेतों को देखने के लिए पैदल-पैदल सीहा से पालडी गांव के रोड पर जा रहा था। उसी दौरान पीछे से तेज रफ्तार से आए किसी अज्ञात वाहन ने धर्मेंद्र में टक्कर मार दी। धर्मेंद्र सड़क पर गिर पड़ा और चोटें लगने से वह बेहोश हो गया, जिसका फायदा उठाकर वाहन चालक मौके से अपने वाहन को लेकर फरार हो गया। सूचना मिलने पर परिजन मौके पर पहुंचे और धर्मेंद्र को उपचार के लिए जिला नागरिक अस्पताल पलवल लेकर पहुंचे। अस्पताल में डॉक्टरों धर्मेंद्र को मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलने पर मुंडकटी थाना पुलिस भी जिला नागरिक अस्पताल पहुंच गई और शव को कब्जे में ले लिया।