कानपुर में एक महिला ने देवर के साथ मिलकर अपने पति की चाकू से गोद कर हत्या कर दी। इसके बाद हाथ-पैर बांधकर लाश को तालाब में फेंक दिया। पति ने महिला को देवर के साथ आपत्तिजनक हालत में देख लिया था। दोनों मर्डर करने के बाद बागेश्वर धाम आश्रम में सेवादार बनकर छिप गए। वहां पर 6 महीने तक रहे। उनको लगा कि अब पुलिस का उन पर ध्यान नहीं है, जबकि पुलिस ने उनका नंबर सर्विलांस पर लगा रखा था। जैसे ही उन्होंने मोबाइल एक्टिव किया, बिधनू पुलिस ने दोनों को अरेस्ट कर लिया। दोनों को जेल भेज दिया गया। आइए जानते हैं पूरा मामला… 24 अप्रैल को रची हत्या की साजिश
DCP साउथ अंकिता शर्मा ने बताया- मूल रूप से लखीमपुर के दिनेश अवस्थी (45) बिधनू के खेरसा गांव में परिवार के साथ रहते थे। घर में पत्नी पूनम उर्फ गुड़िया, दो भाई मनोज और अशनी भी रहते थे। दिनेश ने एक साल पहले ही सीतापुर की पूनम से लव मैरिज की थी। शादी के कुछ दिन बाद ही पूनम के अपने देवर मनोज अवस्थी से अवैध संबंध बन गए। एक दिन पति दिनेश ने दोनों को आपत्तिजनक हालत में देख लिया। इस पर उसने पूनम और मनोज की पिटाई कर दी थी। इससे दोनों दिनेश से नाराज हो गए थे और उसे रास्ते से हटाने की साजिश रचने लगे। 24 अप्रैल, 2024 की रात पूनम ने देवर मनोज के साथ मिलकर पति दिनेश को चाकुओं से गोद दिया। इसके बाद दिनेश के शव के हाथ-पैर बांधकर गांव के एक तालाब में फेंक दिया था। 26 अप्रैल को जब शव तालाब में उतराने लगा, तो मनोज फिर उसे दबाने की कोशिश करने लगा। मनोज को ऐसा करते गांव के कुछ लोगों ने देख लिया और पुलिस काे सूचना दे दी। इसके बाद मनोज और पूनम उर्फ गुड़िया गांव छोड़कर भाग गए। मृतक के छोटे भाई अशनी ने बिधनू थाने में अपनी भाभी पूनम और भाई मनोज पर हत्या का शक जताते हुए FIR दर्ज कराई थी। बागेश्वर धाम से पकड़े गए
पुलिस मनोज और पूनम की तलाश में लगी थी। लखीमपुर खीरी और सीतापुर समेत कई ठिकानों पर दबिश भी दी, लेकिन उनका कोई सुराग नहीं मिला। इस बीच मनोज और गुड़िया का मोबाइल ऑन हुआ। लोकेशन मध्यप्रदेश की निकली। इसके बाद पुलिस तुरंत एक्टिव हो गई। पुलिस ने मध्यप्रदेश के बागेश्वर धाम आश्रम में दबिश देकर शनिवार शाम मनोज और पूनम को अरेस्ट कर लिया। हत्याकांड के बाद दोनों बागेश्वर धाम आश्रम में सेवादार बनकर छिपे हुए थे। बिधनू पुलिस ने दोनों को जेल भेज दिया। ———————————— यह भी पढ़ें:- DM से पार्किंग वाला बोला-चचा अपने काम से काम रखो, टूरिस्ट बनकर ताजमहल पहुंचे, तो लपकों ने घेर लिया आगरा DM उस समय शॉक्ड रह गए, जब ताजमहल पार्किंग कर्मचारी गुटखा चबाते हुए उनसे बोला- अरे चचा अपने काम से काम रखो। तुमसे कोई मतलब नहीं है। यह वाकया शनिवार सुबह का है, जब डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी ताजमहल की व्यवस्थाओं को परखने के लिए वहां पहुंचे थे। पढ़ें पूरी खबर… कानपुर में एक महिला ने देवर के साथ मिलकर अपने पति की चाकू से गोद कर हत्या कर दी। इसके बाद हाथ-पैर बांधकर लाश को तालाब में फेंक दिया। पति ने महिला को देवर के साथ आपत्तिजनक हालत में देख लिया था। दोनों मर्डर करने के बाद बागेश्वर धाम आश्रम में सेवादार बनकर छिप गए। वहां पर 6 महीने तक रहे। उनको लगा कि अब पुलिस का उन पर ध्यान नहीं है, जबकि पुलिस ने उनका नंबर सर्विलांस पर लगा रखा था। जैसे ही उन्होंने मोबाइल एक्टिव किया, बिधनू पुलिस ने दोनों को अरेस्ट कर लिया। दोनों को जेल भेज दिया गया। आइए जानते हैं पूरा मामला… 24 अप्रैल को रची हत्या की साजिश
DCP साउथ अंकिता शर्मा ने बताया- मूल रूप से लखीमपुर के दिनेश अवस्थी (45) बिधनू के खेरसा गांव में परिवार के साथ रहते थे। घर में पत्नी पूनम उर्फ गुड़िया, दो भाई मनोज और अशनी भी रहते थे। दिनेश ने एक साल पहले ही सीतापुर की पूनम से लव मैरिज की थी। शादी के कुछ दिन बाद ही पूनम के अपने देवर मनोज अवस्थी से अवैध संबंध बन गए। एक दिन पति दिनेश ने दोनों को आपत्तिजनक हालत में देख लिया। इस पर उसने पूनम और मनोज की पिटाई कर दी थी। इससे दोनों दिनेश से नाराज हो गए थे और उसे रास्ते से हटाने की साजिश रचने लगे। 24 अप्रैल, 2024 की रात पूनम ने देवर मनोज के साथ मिलकर पति दिनेश को चाकुओं से गोद दिया। इसके बाद दिनेश के शव के हाथ-पैर बांधकर गांव के एक तालाब में फेंक दिया था। 26 अप्रैल को जब शव तालाब में उतराने लगा, तो मनोज फिर उसे दबाने की कोशिश करने लगा। मनोज को ऐसा करते गांव के कुछ लोगों ने देख लिया और पुलिस काे सूचना दे दी। इसके बाद मनोज और पूनम उर्फ गुड़िया गांव छोड़कर भाग गए। मृतक के छोटे भाई अशनी ने बिधनू थाने में अपनी भाभी पूनम और भाई मनोज पर हत्या का शक जताते हुए FIR दर्ज कराई थी। बागेश्वर धाम से पकड़े गए
पुलिस मनोज और पूनम की तलाश में लगी थी। लखीमपुर खीरी और सीतापुर समेत कई ठिकानों पर दबिश भी दी, लेकिन उनका कोई सुराग नहीं मिला। इस बीच मनोज और गुड़िया का मोबाइल ऑन हुआ। लोकेशन मध्यप्रदेश की निकली। इसके बाद पुलिस तुरंत एक्टिव हो गई। पुलिस ने मध्यप्रदेश के बागेश्वर धाम आश्रम में दबिश देकर शनिवार शाम मनोज और पूनम को अरेस्ट कर लिया। हत्याकांड के बाद दोनों बागेश्वर धाम आश्रम में सेवादार बनकर छिपे हुए थे। बिधनू पुलिस ने दोनों को जेल भेज दिया। ———————————— यह भी पढ़ें:- DM से पार्किंग वाला बोला-चचा अपने काम से काम रखो, टूरिस्ट बनकर ताजमहल पहुंचे, तो लपकों ने घेर लिया आगरा DM उस समय शॉक्ड रह गए, जब ताजमहल पार्किंग कर्मचारी गुटखा चबाते हुए उनसे बोला- अरे चचा अपने काम से काम रखो। तुमसे कोई मतलब नहीं है। यह वाकया शनिवार सुबह का है, जब डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी ताजमहल की व्यवस्थाओं को परखने के लिए वहां पहुंचे थे। पढ़ें पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर