मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार गोकुल बुटेल ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मंडी में आयोजित हिमालयन स्टार्टअप ट्रैक-2024 में बतौर मुख्य अतिथि भाग लिया। आईआईटी मंडी कैटालिस्ट की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में विभिन्न स्टार्टअप को बेहतर कार्यों के लिए पुरस्कृत किया गया। बिल्ड फॉर हिमालयाज़ श्रेणी में शूलीनी शेफरन स्टार्टअप के गौरव सभ्रवाल को पहला तथा मंडी शहर की युवा कृतिका शर्मा के पाइनटेस्टिक स्टार्टअप को दूसरा स्थान तथा कैमेटिको ट्केनोलॉजी के विजय वैशम्पायन को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ। मुख्य अतिथि ने प्रत्येक विषयगत क्षेत्र से तीन शीर्ष स्टार्टअप को कार्यक्रम के दौरान कुल 11 लाख रुपये का अनुदान प्रदान किया। कार्यक्रम में 200 से अधिक स्टार्टअप प्रतिनिधि, 50 मेंटर और 30 से अधिक निवेशक शामिल हुए। इस अवसर पर गोकुल बुटेल ने कहा कि आईआईटी मंडी नवोन्मेषी युवाओं को प्रोत्साहित करने के लिए बेहतर कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि हिमालयन स्टार्टअप ट्रैक के इस इन्क्यूबेशन सेंटर के यह प्रयास युवाओं के सपनों को हकीकत में बदलने में मदद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस बार के आयोजन में हिमालयी पारिस्थितिकी व यहां के पर्यावरण को बचाने से संबंधित बेहतरीन विषय रखे गए हैं। आईआईटी जैसे सर्वोच्च संस्थान के यह प्रयास निःसंदेह हिमाचल एवं यहां के युवाओं के लिए लाभकारी एवं दूरगामी सिद्ध होंगे। गोकुल बुटेल ने कहा कि आज के आयोजन में विभिन्न कंपनियों के निवेशक भी हिमाचल आए हैं। उन्होंने आह्वान किया कि ऐसे निवेशक हिमाचल में निवेश के लिए भी आगे आएं। उन्होंने कहा कि नवाचार के लिए हिमाचल से बेहतर और कोई जगह नहीं हो सकती और भविष्य में प्रदेश एक निवेश हब के रूप में विकसित होगा। इसके लिए मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू के नेतृत्व में वर्तमान प्रदेश सरकार अनेक प्रभावी कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि हिमाचल के संदर्भ में इस तरह के आयोजन और भी महत्वपूर्ण हैं। अकसर देखा जाता है कि हिमाचली युवा प्रतिभाएं रोजगार की तलाश में देश के अन्य भागों व विदेशों की ओर रूख करती हैं। आईआईटी मंडी में कैटालिस्ट को प्रोत्साहन से युवाओं को प्रदेश में रहकर ही अपने नवीन विचारों से उद्यम स्थापित करने में मदद मिलेगी। मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार गोकुल बुटेल ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मंडी में आयोजित हिमालयन स्टार्टअप ट्रैक-2024 में बतौर मुख्य अतिथि भाग लिया। आईआईटी मंडी कैटालिस्ट की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में विभिन्न स्टार्टअप को बेहतर कार्यों के लिए पुरस्कृत किया गया। बिल्ड फॉर हिमालयाज़ श्रेणी में शूलीनी शेफरन स्टार्टअप के गौरव सभ्रवाल को पहला तथा मंडी शहर की युवा कृतिका शर्मा के पाइनटेस्टिक स्टार्टअप को दूसरा स्थान तथा कैमेटिको ट्केनोलॉजी के विजय वैशम्पायन को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ। मुख्य अतिथि ने प्रत्येक विषयगत क्षेत्र से तीन शीर्ष स्टार्टअप को कार्यक्रम के दौरान कुल 11 लाख रुपये का अनुदान प्रदान किया। कार्यक्रम में 200 से अधिक स्टार्टअप प्रतिनिधि, 50 मेंटर और 30 से अधिक निवेशक शामिल हुए। इस अवसर पर गोकुल बुटेल ने कहा कि आईआईटी मंडी नवोन्मेषी युवाओं को प्रोत्साहित करने के लिए बेहतर कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि हिमालयन स्टार्टअप ट्रैक के इस इन्क्यूबेशन सेंटर के यह प्रयास युवाओं के सपनों को हकीकत में बदलने में मदद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस बार के आयोजन में हिमालयी पारिस्थितिकी व यहां के पर्यावरण को बचाने से संबंधित बेहतरीन विषय रखे गए हैं। आईआईटी जैसे सर्वोच्च संस्थान के यह प्रयास निःसंदेह हिमाचल एवं यहां के युवाओं के लिए लाभकारी एवं दूरगामी सिद्ध होंगे। गोकुल बुटेल ने कहा कि आज के आयोजन में विभिन्न कंपनियों के निवेशक भी हिमाचल आए हैं। उन्होंने आह्वान किया कि ऐसे निवेशक हिमाचल में निवेश के लिए भी आगे आएं। उन्होंने कहा कि नवाचार के लिए हिमाचल से बेहतर और कोई जगह नहीं हो सकती और भविष्य में प्रदेश एक निवेश हब के रूप में विकसित होगा। इसके लिए मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू के नेतृत्व में वर्तमान प्रदेश सरकार अनेक प्रभावी कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि हिमाचल के संदर्भ में इस तरह के आयोजन और भी महत्वपूर्ण हैं। अकसर देखा जाता है कि हिमाचली युवा प्रतिभाएं रोजगार की तलाश में देश के अन्य भागों व विदेशों की ओर रूख करती हैं। आईआईटी मंडी में कैटालिस्ट को प्रोत्साहन से युवाओं को प्रदेश में रहकर ही अपने नवीन विचारों से उद्यम स्थापित करने में मदद मिलेगी। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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अंबेडकर की पुण्यतिथि पर नहीं पहुंचे हिमाचल के राज्यपाल:नगर निगम के निमंत्रण पत्र पर जताई नाराजगी, कांग्रेस पर कसा तंज देश आज संविधान निर्माता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की 68 वीं पुण्यतिथि मना रहा है। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में भी नगर निगम की तरफ से चौड़ा मैदान में श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया। नगर निगम ने इस कार्यक्रम के लिए राज्यपाल व सरकार को निमंत्रण भेजा। नगर निगम द्वारा आयोजित कार्यक्रम में सीएम सुक्खू शामिल हुए । लेकिन राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने प्रदेश के प्रथम नागरिक को सामान्य निमंत्रण दिए जाने पर नाराजगी जाहिर की है। राज्यपाल ने इस दौरान कांग्रेस व विपक्ष के संसद में संविधान की प्रति लहराने पर तंज कसते हुए कहा कि आज संविधान दिवस तो मना रहे हैं लेकिन कुछ लोग बिना वजह के संविधान को हवा में लहराते रहते हैं उनका क्या? राजभवन में ही दी श्रद्धांजलि
राज्यपाल ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि मेयर या किसी अन्य अधिकारी ने उनसे संपर्क नहीं किया। पिछली बार जयंती पर मैं वहां अपने आप गया, इस बार भी जाना था लेकिन उन्हें सामान्य कार्ड भेजा गया तो ऐसे में कैसे जाता। ऐसी स्थिति उन्होंने डॉ. भीम राव अंबेडकर को राजभवन में ही श्रद्धांजलि दी है। राज्यपाल ने कहा कि केंद्र सरकार ने डॉ. भीम राव अंबेडकर से जुड़े स्थानों को पंच तीर्थ बनाकर खरीदा है, मैं उसी भारत सरकार का प्रतिनिधि हूं। राज्यपाल बोले- राजभवन में नहीं कोई बिल पेंडिंग
वहीं राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि राजभवन में सरकार का कोई बिल पेंडिग नहीं हैं। राज्यपाल ने कहा है कि सरकार को यदि ऐसा लगता है कि बिल कोई राजभवन में पेंडिंग है तो उसे वह स्पष्ट करें। उन्होंने आगे कहा कि जो बिल आए थे उन्हें उन्होंने क्वेरी के साथ भेजा है, जबकि विश्वविद्यालय से जुड़े बिल के संदर्भ में मेरा दायित्व है। क्योंकि राज्यपाल विश्वविद्यालय के कुलाधिपति होते हैं ऐसे में सरकार वहां कुछ जबर्दस्ती कार्य कर रही है, उसे स्वीकार नहीं किया जाएगा। राज्यपाल ने कहा कि सरकार विश्वविद्यालयों को वेतन के अलावा कुछ नहीं देती है। ऐसे में विश्वविद्यालय कैसे खर्चा चला पाता है। राज्यपाल और सरकार में पहले भी कई बार हो चुका है टकराव
बता दें कि राज्यपाल और सरकार के बीच पहले भी कई बार टकराव हो चुका है। हाल ही में चीन का भारत की सीमाओं पर अतिक्रमण को लेकर राज्यपाल शिवप्रताप शुक्ल ने तीखी टिप्पणी की थी। कैबिनेट मंत्री जगत सिंह नेगी ने चीन द्वारा भारत की सीमाओं में अतिक्रमण करने की बात कही थी। उन्होंने कहा कि ऐसा करने का साहस किसी में नहीं है। राज्यपाल ने मीडिया से बातचीत में कहा था कि मंत्री को ऐसे बयान नहीं देने चाहिए। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है यह काम भारत सरकार का है, राज्य सरकार का नहीं। भारत सरकार स्वयं सीमाओं को देखने का काम कर रही है। अगर राज्य सरकार के पास ऐसी सूचना है तो केंद्र सरकार को बताना चाहिए।
मनाली के बच्चे का नाम बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज:5 साल की उम्र में 195 देशों की पूरी जानकारी, 15 महीने में सिखी अल्फाबेट
मनाली के बच्चे का नाम बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज:5 साल की उम्र में 195 देशों की पूरी जानकारी, 15 महीने में सिखी अल्फाबेट मनाली के सक्षम ने एक बार फिर इतिहास रच दिया है। OMG बुक ऑफ रिकॉर्ड मुंबई में सक्षम का तीसरी बार नाम दर्ज हुआ हैं। महज 5 वर्ष की उम्र में सक्षम ने 195 देशों के झंडे, उनकी भाषा, मुद्रा और अधिकांश देशों की राजधानी और सभी देशों के नाम की स्पेलिंग सहित याद कर ली है। इतना ही नहीं इस बच्चे को मानचित्र पर कौन सा देश कहां पर हैं इस बात की भी पूरी जानकारी है। बता दें कि, इससे पहले, सक्षम ने दो नेशनल रिकॉर्ड बनाए है। पहला रिकॉर्ड तब बना था जब इस बच्चे ने महज़ 15 महीने की उम्र में अल्फाबेट सीख लिया था। जिसके लिए इसे मिरेकल बॉय का टाइटल मिला था। दूसरा रिकॉर्ड कार संग्रह का था। 3 साल की उम्र तक सक्षम ने 250 से अधिक कारों के टॉयज का संग्रह कर लिया था और कौन सी कार का मॉडल किस कंपनी का है इस बात की भी उसे पूरी जानकारी थी। इतना ही नहीं इस बच्चे को पूरे देश के आरटीओ नंबर की भी जानकारी है। मिल चुका चमत्कार बालक का खिताब सक्षम की इस असाधारण उपलब्धि ने सभी को चकित कर दिया है और उन्हें ‘चमत्कार बालक’ का खिताब दिया गया है। उनकी प्रतिभा और मेहनत ने उन्हें देश का गौरव बना दिया है। सक्षम अपने माता-पिता के साथ मनाली में रहता है। सक्षम के पिता सागर एक हेल्थ कोच हैं तथा माता स्नेहा ठाकुर एक होटलियर और पेरेंटिंग कोच हैं। सक्षम मात्र यूकेजी कक्षा का छात्र हैं। सक्षम के माता पिता इस उपलब्धि के लिए काफी खुश हैं और इसके लिए उन्होंने परमात्मा का आभार व्यक्त किया। उनका कहना है कि सक्षम को 5 महीने की उम्र से ही किताबें पकड़ना शुरू कर दी थी और 15 महीने की उम्र में तो वो अल्फाबेट सिख चुका था। 3 साल की उम्र में सक्षम को 500 से ज्यादा इंग्लिश के शब्द सिख चुका था। सक्षम का कहना है कि वो एस्ट्रोनॉट बनकर स्पेस में जाना चाहता हैं।
धर्मशाला में ब्रिटिश टूरिस्ट से अश्लील हरकतें:मैक्लोडगंज में दवा लेकर लौटते वक्त पीछा किया; चिल्लाने पर हुआ फरार, आरोपी गिरफ्तार
धर्मशाला में ब्रिटिश टूरिस्ट से अश्लील हरकतें:मैक्लोडगंज में दवा लेकर लौटते वक्त पीछा किया; चिल्लाने पर हुआ फरार, आरोपी गिरफ्तार हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में ब्रिटेन की एक महिला से अश्लील हरकतें करने का मामला सामने आया है। धर्मशाला के मैक्लोडगंज थाना में पुलिस ने महिला की शिकायत पर मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। महिला से अश्लील हरकतें और उसका पीछा करने वाला युवक स्थानीय बताया जा रहा है। छेड़छाड़ का आरोपी अनु कुमार धर्मशाला के नड्डी का रहने वाला है। उसकी उम्र 27 साल और शिकायतकर्ता महिला की 54 साल बताई जा रही है। बताया जा रहा है कि घटना को अंजाम देते वक्त आरोपी शराब के नशे में धुत था। पुलिस के अनुसार, भारतीय मूल की ब्रिटेन की नागरिक महिला बीते 8 जून को धर्मशाला में अपने बेटे से मिलने आईं। उसका बेटा मैक्लोडगंज में संगीत की शिक्षा ले रहा है। बीते 11 जून की रात नौ बजे वह नड्डी बाजार में अर्पणा मेडिकल स्टोर से दवाई लेकर घर लौट रही थीं, इस दौरान एक युवक ने उसका पीछा किया और मारने की कोशिश की। महिला के चिल्लाने पर भागा युवक
महिला के अनुसार, उससे हरकतें करने वाले लड़के ने संतरी रंग की कमीज व सफेद रंग का पायजामा पहन रखा था। महिला ने जब उसे वहां से जाने को कहा तो लड़का एकदम उनके मुंह की तरफ आया तथा अश्लील हरकतें करने लगा। युवक ने उसे खींचने की कोशिश की और कंधे पर भी जोर से हाथ मारा। महिला के हाथ में छतरी थी उन्होंने छतरी से अपने आप को बचने की कोशिश की और सहायता के लिए चिल्लाने लगी। इसके बाद लड़का कच्चे रास्ते से नड्डी बाजार की तरफ भाग गया। पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार: ASP
ASP कांगड़ा बीर बहादुर ने बताया कि पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने मैक्लोडगंज में मामला दर्ज कर दिया है। महिला से छेड़छाड़ के आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर है।