<p style=”text-align: justify;”><strong>MP News:</strong> मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल को रातापानी टाइगर रिजर्व के लोकार्पण से नई पहचान मिल गई है. अब भोपाल को टाइगर राजधानी के तौर पर पहचाना जाएगा. मुख्यमंत्री मोहन यादव ने टाइगर रिजर्व का लोकार्पण कर बाइक रैली को हरी झंडी दिखाई. कार्यक्रम में फिल्म अभिनेता रणदीप हुड्डा भी शामिल हुए. </p>
<p style=”text-align: justify;”>कोलार रोड के गोल जोड़ पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री यादव ने टाइगर रिजर्व को गौरव बताया. उन्होंने कहा कि देश की सभी राजधानियों में सिर्फ भोपाल ही ऐसी राजधानी है जिसके आंगन में टाइगर रिजर्व है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>रातापानी टाइगर रिजर्व की जागरूकता के लिए विरासत से विकास की अनोखी दौड़ बाइक रैली का आयोजन किया गया. रैली को मुख्यमंत्री यादव और फिल्म अभिनेता रणदीप हुड्डा ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. दोनों ने बाइक भी चलाई. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>भोपाल को टाइगर राजधानी के तौर पर मिली पहचान</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>गौरतलब है कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव की पहल पर दो दिसम्बर, 2024 को रातापानी को प्रदेश का आठवां टाइगर रिजर्व घोषित किया गया और राज्य शासन की तरफ से अधिसूचना जारी की गई. रातापानी टाइगर रिजर्व के कोर एरिया का रकबा 763 वर्ग किलोमीटर और बफर एरिया का रकबा 507 वर्ग किलोमीटर है. इस प्रकार टाइगर रिजर्व का कुल रकबा 1271 वर्ग किलोमीटर होगा. </p>
<p style=”text-align: justify;”>रातापानी टाइगर रिजर्व बनने से टाइगर रिजर्व का सम्पूर्ण कोर क्षेत्र रातापानी टाइगर अभयारण्य का इसकी सीमा के भीतर आ जाएगा. इससे ग्रामीणों के वर्तमान अधिकार में कोई परिवर्तन नहीं होगा. स्थानीय ग्रामीणों को पर्यटन से नये रोजगार सृजित होंगे, जिससे आर्थिक लाभ होगा. टाइगर रिजर्व गठित होने से भारत सरकार के राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण से बजट प्राप्त होने से वन्य-प्राणियों का और बेहतर ढंग से प्रबंधन किया जा सकेगा. इसके साथ ही स्थानीय ग्रामीणों को पर्यटन बढ़ने से लाभ प्राप्त होगा. </p>
<p style=”text-align: justify;”>राज्य को यह आठवां टाइगर रिजर्व मिला है. अब तक राज्य में सात टाइगर रिजर्व थे. इनमें कान्हा टाइगर रिजर्व, बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व, पेंच टाइगर रिजर्व ,पन्ना टाइगर रिजर्व, सतपुड़ा टाइगर रिजर्व, संजय टाइगर रिजर्व और नौरादेही टाइगर रिजर्व शामिल हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें-</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”एमपी के अलीराजपुुर में घूस लेते माध्यमिक शिक्षक पकड़ा गया, नौकरी से निकलवाने की दी थी धमकी” href=”https://www.abplive.com/states/madhya-pradesh/madhya-pradesh-secondary-school-teacher-caught-accepting-bribe-in-ali-raj-pur-2841695″ target=”_self”>एमपी के अलीराजपुुर में घूस लेते माध्यमिक शिक्षक पकड़ा गया, नौकरी से निकलवाने की दी थी धमकी</a></strong></p>
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<p style=”text-align: justify;”>कोलार रोड के गोल जोड़ पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री यादव ने टाइगर रिजर्व को गौरव बताया. उन्होंने कहा कि देश की सभी राजधानियों में सिर्फ भोपाल ही ऐसी राजधानी है जिसके आंगन में टाइगर रिजर्व है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>रातापानी टाइगर रिजर्व की जागरूकता के लिए विरासत से विकास की अनोखी दौड़ बाइक रैली का आयोजन किया गया. रैली को मुख्यमंत्री यादव और फिल्म अभिनेता रणदीप हुड्डा ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. दोनों ने बाइक भी चलाई. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>भोपाल को टाइगर राजधानी के तौर पर मिली पहचान</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>गौरतलब है कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव की पहल पर दो दिसम्बर, 2024 को रातापानी को प्रदेश का आठवां टाइगर रिजर्व घोषित किया गया और राज्य शासन की तरफ से अधिसूचना जारी की गई. रातापानी टाइगर रिजर्व के कोर एरिया का रकबा 763 वर्ग किलोमीटर और बफर एरिया का रकबा 507 वर्ग किलोमीटर है. इस प्रकार टाइगर रिजर्व का कुल रकबा 1271 वर्ग किलोमीटर होगा. </p>
<p style=”text-align: justify;”>रातापानी टाइगर रिजर्व बनने से टाइगर रिजर्व का सम्पूर्ण कोर क्षेत्र रातापानी टाइगर अभयारण्य का इसकी सीमा के भीतर आ जाएगा. इससे ग्रामीणों के वर्तमान अधिकार में कोई परिवर्तन नहीं होगा. स्थानीय ग्रामीणों को पर्यटन से नये रोजगार सृजित होंगे, जिससे आर्थिक लाभ होगा. टाइगर रिजर्व गठित होने से भारत सरकार के राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण से बजट प्राप्त होने से वन्य-प्राणियों का और बेहतर ढंग से प्रबंधन किया जा सकेगा. इसके साथ ही स्थानीय ग्रामीणों को पर्यटन बढ़ने से लाभ प्राप्त होगा. </p>
<p style=”text-align: justify;”>राज्य को यह आठवां टाइगर रिजर्व मिला है. अब तक राज्य में सात टाइगर रिजर्व थे. इनमें कान्हा टाइगर रिजर्व, बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व, पेंच टाइगर रिजर्व ,पन्ना टाइगर रिजर्व, सतपुड़ा टाइगर रिजर्व, संजय टाइगर रिजर्व और नौरादेही टाइगर रिजर्व शामिल हैं. </p>
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