हिमाचल सरकार को गिराने के लिए षड़यंत्र रचने से जुड़े केस में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के प्रचार सलाहाकार तरुण भंडारी और रिटायर IAS राकेश शर्मा को आज शिमला पुलिस के सामने पेश होना होगा। हिमाचल हाईकोर्ट ने इन दोनों को पुलिस के सामने हाजिर होने और जांच में सहयोग करने को कहा है। इसी केस में हमीरपुर के पूर्व विधायक आशीष शर्मा भी आरोपी है। तरुण भंडारी और राकेश शर्मा दोनों इस केस में पहले ही हिमाचल हाईकोर्ट से अंतरिम जमानत ले चुके हैं। कोर्ट ने इन्हें पुलिस जांच में सहयोग करने की शर्त पर अग्रिम जमानत दी है। इस केस में दोनों अभियुक्त पहले भी शिमला पुलिस के सामने हाजिर हो चुके हैं। आज इन्हें दोबारा बुलाया गया है। तरुण भंडारी पर आरोप है कि उनके कहने पर एक फॉर्मा कंपनी ने पंचकूला के एक होटल में कांग्रेस के बागी विधायकों के रहने, खाने व पीने के बिलों का भुगतान कराया है। सूत्रों की माने तो फॉर्मा कंपनी ने मनोहर लाल खट्टर के प्रचार सलाहाकार का नाम जांच के दौरान उगला हैं। इसी मामले में कुछ अन्य लोगों को शिमला पुलिस ने कल भी थाने तलब किया है। इसी तरह ऋषिकेष में भी बागी विधायकों के रहने के बिलों के भुगतान का आरोप उत्तराखंड के एक भाजपा नेता पर है। भाजपा नेता को भी शिमला पुलिस दो बार तलब कर चुकी है। मगर वह हाजिर नहीं हुआ। जाने क्या है पूरा मामला.. दरअसल, कांग्रेस के विधायक संजय अवस्थी और भुवनेश्वर गौड़ की शिकायत पर बालूगंज थाना में बीते 10 मार्च FIR की गई। तब यह मामला हमीरपुर से पूर्व विधायक आशीष शर्मा और आईएएस राकेश शर्मा के खिलाफ दर्ज किया गया। शिकायत में आरोप है कि इन दोनों ने सरकार को गिराने के लिए षड़यंत्र रचा है। पुलिस इसकी जांच में जुटी हुई है और साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। जांच में कई लोगों के नाम सामने आ रहे हैं। इनमें उत्तराखंड का भाजपा नेता, तरुण भंडारी सहित चार-पांच अन्य नाम शामिल किए जा चुके है। इसलिए पुलिस इनसे एक-एक कर पूछताछ कर रही है। एक महीने तक प्रदेश से बाहर रहे थे बागी विधायक बता दें कि बीते 27 फरवरी को राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोट के बाद कांग्रेस के छह बागी सहित तीन निर्दलीय विधायक भी करीब दो हफ्ते तक पंचकूला के एक होटल में ठहरे। इसके बाद ऋषिकेष गए। ऋषिकेश से गुड़गांव पहुंचे। इस दौरान इनके ठहरने व खाने-पीने के बिलों का भुगतान जिन्होंने किया, पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है। फाइव-सेवन स्टार होटलों में ठहराया, हेलिकॉप्टर से बागियों को ले गए आशीष शर्मा और चैतन्य शर्मा के पिता राकेश शर्मा पर आरोप है कि इन्होंने सरकार को गिराने के लिए विधायकों के फाइव से सेवन स्टार होटलों में ठहराने की व्यवस्था की और हेलीकाप्टर से बागी विधायकों को ले जाने में मदद की। राकेश शर्मा पर आरोप है कि इन्होंने प्रदेश की बहुमत वाली कांग्रेस सरकार को गिराने के लिए षड़यंत्र रचा। कांग्रेस के छह बागी पूर्व MLA और तीन पूर्व निर्दलीय विधायक की खरीद-फरोख्त की। हिमाचल सरकार को गिराने के लिए षड़यंत्र रचने से जुड़े केस में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के प्रचार सलाहाकार तरुण भंडारी और रिटायर IAS राकेश शर्मा को आज शिमला पुलिस के सामने पेश होना होगा। हिमाचल हाईकोर्ट ने इन दोनों को पुलिस के सामने हाजिर होने और जांच में सहयोग करने को कहा है। इसी केस में हमीरपुर के पूर्व विधायक आशीष शर्मा भी आरोपी है। तरुण भंडारी और राकेश शर्मा दोनों इस केस में पहले ही हिमाचल हाईकोर्ट से अंतरिम जमानत ले चुके हैं। कोर्ट ने इन्हें पुलिस जांच में सहयोग करने की शर्त पर अग्रिम जमानत दी है। इस केस में दोनों अभियुक्त पहले भी शिमला पुलिस के सामने हाजिर हो चुके हैं। आज इन्हें दोबारा बुलाया गया है। तरुण भंडारी पर आरोप है कि उनके कहने पर एक फॉर्मा कंपनी ने पंचकूला के एक होटल में कांग्रेस के बागी विधायकों के रहने, खाने व पीने के बिलों का भुगतान कराया है। सूत्रों की माने तो फॉर्मा कंपनी ने मनोहर लाल खट्टर के प्रचार सलाहाकार का नाम जांच के दौरान उगला हैं। इसी मामले में कुछ अन्य लोगों को शिमला पुलिस ने कल भी थाने तलब किया है। इसी तरह ऋषिकेष में भी बागी विधायकों के रहने के बिलों के भुगतान का आरोप उत्तराखंड के एक भाजपा नेता पर है। भाजपा नेता को भी शिमला पुलिस दो बार तलब कर चुकी है। मगर वह हाजिर नहीं हुआ। जाने क्या है पूरा मामला.. दरअसल, कांग्रेस के विधायक संजय अवस्थी और भुवनेश्वर गौड़ की शिकायत पर बालूगंज थाना में बीते 10 मार्च FIR की गई। तब यह मामला हमीरपुर से पूर्व विधायक आशीष शर्मा और आईएएस राकेश शर्मा के खिलाफ दर्ज किया गया। शिकायत में आरोप है कि इन दोनों ने सरकार को गिराने के लिए षड़यंत्र रचा है। पुलिस इसकी जांच में जुटी हुई है और साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। जांच में कई लोगों के नाम सामने आ रहे हैं। इनमें उत्तराखंड का भाजपा नेता, तरुण भंडारी सहित चार-पांच अन्य नाम शामिल किए जा चुके है। इसलिए पुलिस इनसे एक-एक कर पूछताछ कर रही है। एक महीने तक प्रदेश से बाहर रहे थे बागी विधायक बता दें कि बीते 27 फरवरी को राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोट के बाद कांग्रेस के छह बागी सहित तीन निर्दलीय विधायक भी करीब दो हफ्ते तक पंचकूला के एक होटल में ठहरे। इसके बाद ऋषिकेष गए। ऋषिकेश से गुड़गांव पहुंचे। इस दौरान इनके ठहरने व खाने-पीने के बिलों का भुगतान जिन्होंने किया, पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है। फाइव-सेवन स्टार होटलों में ठहराया, हेलिकॉप्टर से बागियों को ले गए आशीष शर्मा और चैतन्य शर्मा के पिता राकेश शर्मा पर आरोप है कि इन्होंने सरकार को गिराने के लिए विधायकों के फाइव से सेवन स्टार होटलों में ठहराने की व्यवस्था की और हेलीकाप्टर से बागी विधायकों को ले जाने में मदद की। राकेश शर्मा पर आरोप है कि इन्होंने प्रदेश की बहुमत वाली कांग्रेस सरकार को गिराने के लिए षड़यंत्र रचा। कांग्रेस के छह बागी पूर्व MLA और तीन पूर्व निर्दलीय विधायक की खरीद-फरोख्त की। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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सिरमौर के बैराज वेटलैंड में प्रवासी परिंदों ने दी दस्तक:हर साल यूरोप-साईबेरिया जैसे कई देशों से आते हैं, सर्दियों में बनाते हैं नया ठिकाना हिमाचल-उतराखंड की सीमा पर स्थित आसन बैराज वेटलैंड में प्रवासी परिंदों ने दस्तक दे दी है। देहरादून और हिमाचल प्रदेश के पावंटा साहिब के बीच वेटलैंड में यह प्रवासी पक्षी यूरोप, मध्य एशिया व साईबेरिया आदि देशों के क्षेत्रों से आते हैं। विदेशों में सर्दियों के मौसम में झीलें व समुद्र जम जाते हैं। जिस कारण हजारों मील दूर से प्रवासी परिंदे हर साल अक्टूबर और नवंबर में आसन झील में पहुंचना शुरू हो जाते हैं। इस आसन वेटलैंड झील की पटेरा नामक घास इनके आवास व प्रजनन के लिए बहुत ही अनुकूल है। जिस कारण यहां पर प्रवासी परिंदे पहुंचते हैं। इसके अलावा विदेशी परिंदों को यहां पर उनके पसंद का भोजन, फलौरा व फोना आदि इस झील में मौजूद है। इस बार परिंदों की प्रजातियों की संख्या कम
इसी कारण हर साल बड़ी संख्या में यह पक्षी आसन झील का रूख करते हैं। अभी तो प्रवासी परिंदों का यहां पहुंचना जारी है। यह प्रवासी परिंदे हर साल आते हैं। यहां पर हर साल 61 प्रजातियों के परिंदे आते हैं और इस बार भी करीब 6000 परिदें हजारों मील दूर से यहां पहुंचने की उम्मीद है। यह प्रवासी परिदें नवंबर में सर्दी शुरू होते ही यहां पहुंचना शुरू करते है। जबकि मार्च में गर्मी आने से पहले ही यह प्रवासी परिदें आसन वेटलैंड को छोड़कर अपनी धरती की ओर रवाना हो जाते हैं। पिछले वर्षों की अपेक्षा इस बार विदेशी परिंदों की प्रजातियों की संख्या अभी कम है। दिसंबर तक पहुंच सकते हैं 4 हजार से अधिक विदेशी पक्षी
यहां पर हर साल विदेशों से पहुंचने वाले मेहमानों में शेलडक, पिनटेल्स, रूडी, यूरेषियन, शावलर, रेड ग्रेस्टर, पोचार्ड, डक, टफ्ड, स्पाट बिल, मोरगेन, टील, डकएकामन व पांड आदि पक्षी पहुंचते है। विभाग के मुताबिक दिसंबर तक 4 हजार से अधिक विदेशी पक्षी यहां पहुंच सकते है। जबकि फरवरी आते आते इनकी संख्या 6 हजार से ज्यादा हो जाती है। 440.44 हेक्टेयर पर फैला है वेटलैंड कंजर्वेशन
इस आसन रिर्जव कंजर्वेशन को वर्ष 2005 में भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम ने राष्ट्र को समर्पित किया था। यह कंजर्वेशन भारत का पहला वेटलैंड कंजर्वेशन रिजर्व है। यह 440.44 हेक्टेयर पर फैला हुआ है। यहां पर हर साल सर्दियों में विदेशी परिदें 2000 किमी से भी अधिक की दूरी तय कर पहुंचते हैं। जिन ठंडे देशों से यह परिंदे पहुंचते हैं वहां पर सर्दियों मे झीलें जम जाती है। अक्तूबर से मार्च तक आसन झील ही इन परिदों का आशियाना होता है। मीलों दूर का सफर तय करने के बाद पांवटा समीप आसन बैराज में पहुंचे परिदों से इन दिनों आसन झील गुलजार हो गई है।
शिमला की नेहा दीक्षित इंडियन आइडल में आएंगी नजर:26 अक्टूबर से शुरू होगा 15वां सीजन, राष्ट्रीय मंच पर खुद को साबित करना चुनौती
शिमला की नेहा दीक्षित इंडियन आइडल में आएंगी नजर:26 अक्टूबर से शुरू होगा 15वां सीजन, राष्ट्रीय मंच पर खुद को साबित करना चुनौती हिमाचल प्रदेश के शिमला जिला के क्यारकोटी की बेटी नेहा दीक्षित देश के प्रसिद्ध म्यूजिक टीवी शो इंडियन आइडल के लिए ऑडिशन पास कर चुकी हैं। वह शो के 15वें सीजन में पनी प्रतिभा दिखाती हुई नजर आएंगी। इंडियन आइडल का 15वां सीजन 26 अक्टूबर से शुरू होने जा रहा है। इसमें शिमला की नेहा मायानगरी मुंबई में अपनी सुरीली आवाज का जादू बिखेरती हुई नजर आएंगी। नेहा दीक्षित का छोटे से प्रदेश से मुंबई तक का सफर काफी संघर्षों से भरा रहा, उन्होंने अपनी प्रतिभा का परिचय देते हुए अब राष्ट्रीय मंच पर खुद को साबित करना है। जो उनके सामने बड़ी चुनौती रहेगी। नेहा अब तक कई गाने गा चुकी हैं। हिमाचल प्रदेश के सीएम सुक्खू ने भी उनके एक गाने को लॉन्च किया है। कौन है नेहा दीक्षित?
नेहा दीक्षित का जन्म हिमाचल प्रदेश के शिमला जिला के उपमंडल ठियोग के क्यारकोटी में एक साधारण परिवार में हुआ है। पिता डेयरी का काम करते है और मां गृहणी है। नेहा की शुरुआती शिक्षा गांव के सरकारी स्कूल से हुई है, उन्होंने संगीत की शिक्षा नहीं ली। सबसे पहले उन्होंने स्कूल टूर्नामेंट में गाना शुरू किया, शुरुआत में उनके माता पिता उनके संगीत के पक्ष में नहीं थे लेकिन शिक्षकों के कहने पर उन्होंने अनुमति दी। वहीं से उनके संगीत का सफर शुरू हुआ। 2015 में प्रोफेशनल संगीत की शुरुआत
नेहा ने साल 2015 में शिमला में स्थित राजकीय कन्या महाविद्यालय (RKMV) में ग्रेजुएशन के लिए दाखिला लिया और यहीं से उनके संगीत के प्रोफेशन में सफर की शुरुआत हुई। यहां उन्होंने कॉलेज प्रोफेसर गोपाल भारद्वाज से संगीत के गुण सिखे और इसके बाद संगीत की विभिन्न प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेना शुरू किया। वॉइस ऑफ शिमला की विजेता हैं नेहा
नेहा दीक्षित शिमला के अंतरराष्ट्रीय समर फेस्टिवल 2024 में पहली बार अयोजित की गई वॉइस ऑफ शिमला प्रतियोगिता का खिताब भी अपने नाम कर चुकी हैं। फिलहाल नेहा संगीत के प्रोफेसर डॉक्टर टिंकू कॉल से संगीत की शिक्षा ले रही हैं।
अमृतसर में हिमाचल की कार पलटी:2 लोगों की मौत, 5 घायल, रिश्तेदारों से मिलकर लौट रहे थे कांगड़ा
अमृतसर में हिमाचल की कार पलटी:2 लोगों की मौत, 5 घायल, रिश्तेदारों से मिलकर लौट रहे थे कांगड़ा पंजाब के अमृतसर में वेरका बाईपास पर सड़क पार कर रहे व्यक्ति को बचाने के चक्कर में हिमाचल की कार पलट गई। जिसमें 2 लोगों की मौत हो गई। जबकि 5 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। जानकारी के अनुसार, कार में बैठा परिवार हिमाचल प्रदेश का था और अमृतसर में अपने रिश्तेदारों को मिलकर वापस लौट रहा था। वेरका बाइपास पर सड़क पार कर रहे व्यक्ति को बचाते-बचाते कार पलट सड़क से नीचे उतर गई। मौके पर पहुंची इंस्पेटर ए.के. सोही ने बताया कि कार चलाने वाले ड्राइवर की मां और सड़क पार करने वाले व्यक्ति की मौत हुई है। सड़क पार करने वाले वेरका में ही हलवाई की दुकान चलाने वाले जसवंत सिंह की मौत हो गई है। कांगड़ा लौट रहे थे कार के ड्राइवर गोपी चंद ने जानकारी दी कि वे अपनी कार संख्या HP40E9576 में सवार होकर कांगड़ा लौट रहे थे। वेरका बाइपास पर डून पब्लिक स्कूल के पास अचानक एक व्यक्ति सड़क के बीच में आ गया। उसे बचाते हुए उनकी कार पलट गई। उन्होंने जानकारी दी कि वे अमृतसर में भगतांवाला के पास अपने रिश्तेदारों को मिलने आए थे। रिश्तेदारों को मिलने के बाद वे कांगड़ा वापस लौट रहे थे। सड़क क्रॉस करते व्यक्ति को बचाते हुए मौत मौके के चश्मदीद भिखीविंड निवासी रणजीत सिंह ने बताया कि कार चालक अमृतसर की साइड से आ रहा था। तभी पैदल जा रहा मृतक कार के आगे आ गया। उसे बचाते हुए कार पलटी और सड़क से नीचे जा गिरी। शवों को कब्जे में लेकर जांच की शुरू पुलिस जांच अधिकारी का कहना है कि मौके पर चश्मदीदों के बयान लिए गए हैं। घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया है। वहीं शवों को मॉर्चुरी में भेजा जा रहा है। गलती किसकी थी, इसके बारे में अभी कुछ जानकारी नहीं दी जा सकती। जांच के बाद ही पुलिस इस बारे में कुछ कह सकती है।