रोहतक के महम से पूर्व विधायक बलराज कुंडू को सरकार ने करारा जवाब दिया है। बलराज कुंडू ने चुनाव हारने के बाद लड़कियों के लिए चलाई जा रही फ्री बसें बंद करने का फैसला लिया था। जिसके बाद अब रोडवेज विभाग ने छात्राओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए रोडवेज बसें चलाने का फैसला लिया है। जिसमें छात्राएं सफर कर सकेंगी। पूर्व विधायक बलराज कुंडू ने अपनी हरियाणा जन सेवक पार्टी से महम विधानसभा से चुनाव लड़ा था। इस चुनाव में वह हार गए थे। लेकिन चुनाव हारने के बाद बलराज कुंडू ने छात्राओं के लिए उनके द्वारा चलाई जा रही फ्री बसें बंद करने का फैसला लिया। जिससे छात्राओं को परेशानी का सामना करना पड़ा और लोगों ने रोडवेज विभाग से बसें चलाने की अपील की। 12 बसें चलाने का फैसला
छात्राओं की परेशानी को देखते हुए रोडवेज की 12 बसें शुरू की गई हैं। वहीं ये बसें अलग-अलग जगहों से छात्राओं को लेकर रोहतक पहुंचेंगी। वहीं रोडवेज विभाग इन बसों की संख्या अवश्यकता अनुसार बढ़ाने की भी तैयारी में हैं। बसों में 40-42 गांवों की लड़कियां करती हैं सफर
बलराज कुंडू ने 2017-18 में लड़कियों के लिए निशुल्क बसें शुरू की थी। शुरू में 8 बसें चलाई थी और बाद में लगातार बसों की संख्या बढ़ाई गई और अब 18 बसें चल रही थी। इन बसों से लगभग 40-42 गांवों की लड़कियां स्कूल-कॉलेज व यूनिवर्सिटी में आती-जाती थी। जिससे लड़कियों को भी सुविधा मिली हुई थी और परिवार पर कोई आर्थिक बोझ भी नहीं पड़ता था। वहीं सुरक्षित स्कूल, कॉलेज व यूनिवर्सिटी में पढ़ने पहुंच पाती और वापस घर लौट पाती। हर रोज 100 किलोमीटर से ज्यादा सफर करती हैं प्रत्येक बस
इन बसों में लड़कियां हर रोज रोहतक अपने कॉलेज व यूनिवर्सिटी आती-जाती थीं। रोहतक शहर से लड़कियों के गांव 30-40 किलोमीटर पड़ते है और लगभग एक बस प्रतिदिन 100 किलोमीटर का सफर करती थी। बसें बंद होने के बाद लड़कियों के पास रोडवेज बसें, प्राइवेट बसें, ऑटो या निजी वाहन में पढ़ने जाने का ऑप्शन बचा है। ऐसे में पढ़ने के लिए रोहतक आने वाली लड़कियों को परेशान होना पड़ेगा। आवश्यकता अनुसार बढाएंगे बसें
रोहतक रोडवेज के जीएम भारत भूषण गोगिया ने कहा कि फिलहाल लोगों द्वारा बसें चलाने की मांग आई थी। जिसको देखते हुए तुरंत प्रभाव से 12 बसें विभिन्न रूटों पर चला दी हैं। जो रोडवेज बसें चुनाव ड्यूटी पर लगी थी, वे भी जल्दी ही वापस आ जाएंगी। सोमवार तक इन बसों की संख्या आवश्यकता अनुसार और बढ़ा दी जाएंगी। रोहतक के महम से पूर्व विधायक बलराज कुंडू को सरकार ने करारा जवाब दिया है। बलराज कुंडू ने चुनाव हारने के बाद लड़कियों के लिए चलाई जा रही फ्री बसें बंद करने का फैसला लिया था। जिसके बाद अब रोडवेज विभाग ने छात्राओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए रोडवेज बसें चलाने का फैसला लिया है। जिसमें छात्राएं सफर कर सकेंगी। पूर्व विधायक बलराज कुंडू ने अपनी हरियाणा जन सेवक पार्टी से महम विधानसभा से चुनाव लड़ा था। इस चुनाव में वह हार गए थे। लेकिन चुनाव हारने के बाद बलराज कुंडू ने छात्राओं के लिए उनके द्वारा चलाई जा रही फ्री बसें बंद करने का फैसला लिया। जिससे छात्राओं को परेशानी का सामना करना पड़ा और लोगों ने रोडवेज विभाग से बसें चलाने की अपील की। 12 बसें चलाने का फैसला
छात्राओं की परेशानी को देखते हुए रोडवेज की 12 बसें शुरू की गई हैं। वहीं ये बसें अलग-अलग जगहों से छात्राओं को लेकर रोहतक पहुंचेंगी। वहीं रोडवेज विभाग इन बसों की संख्या अवश्यकता अनुसार बढ़ाने की भी तैयारी में हैं। बसों में 40-42 गांवों की लड़कियां करती हैं सफर
बलराज कुंडू ने 2017-18 में लड़कियों के लिए निशुल्क बसें शुरू की थी। शुरू में 8 बसें चलाई थी और बाद में लगातार बसों की संख्या बढ़ाई गई और अब 18 बसें चल रही थी। इन बसों से लगभग 40-42 गांवों की लड़कियां स्कूल-कॉलेज व यूनिवर्सिटी में आती-जाती थी। जिससे लड़कियों को भी सुविधा मिली हुई थी और परिवार पर कोई आर्थिक बोझ भी नहीं पड़ता था। वहीं सुरक्षित स्कूल, कॉलेज व यूनिवर्सिटी में पढ़ने पहुंच पाती और वापस घर लौट पाती। हर रोज 100 किलोमीटर से ज्यादा सफर करती हैं प्रत्येक बस
इन बसों में लड़कियां हर रोज रोहतक अपने कॉलेज व यूनिवर्सिटी आती-जाती थीं। रोहतक शहर से लड़कियों के गांव 30-40 किलोमीटर पड़ते है और लगभग एक बस प्रतिदिन 100 किलोमीटर का सफर करती थी। बसें बंद होने के बाद लड़कियों के पास रोडवेज बसें, प्राइवेट बसें, ऑटो या निजी वाहन में पढ़ने जाने का ऑप्शन बचा है। ऐसे में पढ़ने के लिए रोहतक आने वाली लड़कियों को परेशान होना पड़ेगा। आवश्यकता अनुसार बढाएंगे बसें
रोहतक रोडवेज के जीएम भारत भूषण गोगिया ने कहा कि फिलहाल लोगों द्वारा बसें चलाने की मांग आई थी। जिसको देखते हुए तुरंत प्रभाव से 12 बसें विभिन्न रूटों पर चला दी हैं। जो रोडवेज बसें चुनाव ड्यूटी पर लगी थी, वे भी जल्दी ही वापस आ जाएंगी। सोमवार तक इन बसों की संख्या आवश्यकता अनुसार और बढ़ा दी जाएंगी। हरियाणा | दैनिक भास्कर