यूपी विधानसभा के सत्र का बुधवार को तीसरा दिन है। दूसरे दिन हंगामेदार रहा। वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने 17865 करोड़ रुपए का अनुपूरक बजट पेश किया। इसका करीब आधा हिस्सा 8587 करोड़ रुपए ऊर्जा विभाग को दिया गया। सतीश महाना ने सपा विधायक ओम प्रकाश सिंह की चुटकी ली। पूछा- शराब पीते हो। जवाब में सपा विधायक ने कहा- कोई नशा नहीं करता हूं। सिर्फ आपको देखने का नशा करता हूं। सीएम योगी ने बिना नाम लिए प्रियंका गांधी पर तंज कसा। उन्होंने कहा- कल संसद में कांग्रेस की नेत्री फिलिस्तीन का बैग लेकर घूम रही थीं। जबकि हमने 6 लाख युवाओं को इजराइल में नौकरी के लिए भेजा है। पहले दिन सपा की बागी विधायक पल्लवी पटेल की अध्यक्ष सतीश महाना से बहस हो गई। इसके बाद गुस्से में उन्होंने पल्लवी का माइक बंद करवा दिया। पल्लवी सदन के बाहर आ गईं और 9 घंटे तक धरने पर बैठी रहीं। यूपी विधानसभा के पल-पल के अपडेट्स के लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए… यूपी विधानसभा के सत्र का बुधवार को तीसरा दिन है। दूसरे दिन हंगामेदार रहा। वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने 17865 करोड़ रुपए का अनुपूरक बजट पेश किया। इसका करीब आधा हिस्सा 8587 करोड़ रुपए ऊर्जा विभाग को दिया गया। सतीश महाना ने सपा विधायक ओम प्रकाश सिंह की चुटकी ली। पूछा- शराब पीते हो। जवाब में सपा विधायक ने कहा- कोई नशा नहीं करता हूं। सिर्फ आपको देखने का नशा करता हूं। सीएम योगी ने बिना नाम लिए प्रियंका गांधी पर तंज कसा। उन्होंने कहा- कल संसद में कांग्रेस की नेत्री फिलिस्तीन का बैग लेकर घूम रही थीं। जबकि हमने 6 लाख युवाओं को इजराइल में नौकरी के लिए भेजा है। पहले दिन सपा की बागी विधायक पल्लवी पटेल की अध्यक्ष सतीश महाना से बहस हो गई। इसके बाद गुस्से में उन्होंने पल्लवी का माइक बंद करवा दिया। पल्लवी सदन के बाहर आ गईं और 9 घंटे तक धरने पर बैठी रहीं। यूपी विधानसभा के पल-पल के अपडेट्स के लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
Related Posts
लुधियाना में पूर्व पटवारी पर रिश्वत लेने का आरोप:विजिलेंस ने किया गिरफ्तार, प्लॉट रजिस्ट्री के नाम पर लिए 65,000 रुपए
लुधियाना में पूर्व पटवारी पर रिश्वत लेने का आरोप:विजिलेंस ने किया गिरफ्तार, प्लॉट रजिस्ट्री के नाम पर लिए 65,000 रुपए पंजाब के लुधियाना में आज विजिलेंस की टीम ने राजस्व हलका गिल में तैनात पूर्व पटवारी गुरनाम सिंह, उसके साथी बूटा सिंह और लुधियाना के गिल गांव निवासी राणा सिंह के खिलाफ मिलीभगत कर किश्तों में 65,000 रुपए रिश्वत लेने के आरोप लगाए है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया है। विजिलेंस टीम ने पटवारी गुरनाम सिंह और उसके सहायक राणा सिंह को गिरफ्तार कर लिया है, जिन्हें कल अदालत में पेश किया जाएगा। प्लॉट के इंतकाल चढवाने के मांगे थे 1 लाख रुपए
जानकारी देते हुए विजिलेंस के SSP रविंद्रपाल सिंह संधू ने बताया कि लुधियाना के दुल्ली गांव निवासी सरबजीत सिंह की शिकायत पर जांच के आधार पर आरोपियों के खिलाफ यह मामला दर्ज किया गया है। शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि बूटा सिंह और राणा सिंह नाम के दो प्राइवेट व्यक्तियों ने पटवारी गुरनाम सिंह के साथ उनकी मुलाकात करवाई थी, जिन्होंने उनके प्लॉट की रजिस्ट्री के लिए एक लाख रुपए की मांग की थी। उन्होंने बताया कि पटवारी ने अपने उपरोक्त सहयोगियों (कारिंदा) बूटा और राणा के माध्यम से 15,000 रुपए, 35,000 रुपए और 15,000 रुपए की तीन किस्तों में कुल 65000 रुपए रिश्वत ली थी। फोन कॉल रिकॉर्डिंग से हुआ खुलासा
शिकायतकर्ता ने पटवारी और उसके सहयोगियों के साथ फोन कॉल की रिकॉर्डिंग भी की थी। प्रवक्ता ने बताया कि जांच के दौरान शिकायत में लगाए गए 65000 रुपए की रिश्वत लेने के आरोप साबित हुए। इस संबंध में पटवारी गुरनाम सिंह, उसके सहयोगियों बूटा सिंह और राणा सिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में आगे की जांच जारी है।
Delhi Election 2025: दिल्ली की सत्ता तक पहुंचने का ‘फैक्टर 18’, समझें आंकड़ों का चौंकाने वाला गणित
Delhi Election 2025: दिल्ली की सत्ता तक पहुंचने का ‘फैक्टर 18’, समझें आंकड़ों का चौंकाने वाला गणित <p style=”text-align: justify;”>दिल्ली में लोकसभा चुनाव में बीजेपी को सफलता मिलती रही है. वहीं विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी सत्ता पर काबिज हो जाती है. लोकसभा और विधानसभा चुनाव में वोटिंग पैटर्न कैसे बदलता रहा है इसके लिए ‘फैक्टर 18’ को समझने की जरूरत है. 2024 के लोकसभा चुनाव में दिल्ली की 7 लोकसभा सीटों पर बीजेपी जीती. आम आदमी पार्टी और कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>2024 लोकसभा चुनाव के नतीजों का विश्लेषण</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>अगर लोकसभा के हिसाब से 2024 में विधानसभा के समीकरण देखें तो 52 विधानसभा सीटों पर बीजेपी को बढ़त मिलती नजर आई. आम आदमी पार्टी को 10 और कांग्रेस को 8 सीटों पर बढ़त दिखी. वोट प्रतिशत देखें तो बीजेपी को 54.3, आम आदमी पार्टी को 24.2 और कांग्रेस को 18.9 फीसदी वोट मिले. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>2020 विधानसभा चुनाव के नतीजे</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>अब अगर 2020 के विधानसभा चुनाव के नतीजे देखें तो आम आदमी पार्टी 62 और बीजेपी 8 सीटें जीतीं. कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली. आप का वोट प्रतिशत 53.6 और बीजेपी का 38.5 फीसदी रहा. कांग्रेस ने 4.3 फीसदी वोट हासिल किए. बाकी अन्य के खाते में गए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस वोटिंग पैटर्न से जो बड़ी तस्वीर निकलकर सामने आई वो ये कि जिसके जितने वोट घटते हैं, दूसरी पार्टी के करीब-करीब उतने ही वोट बढ़ते हैं. यानि विधानसभा वाली बाजी लोकसभा में बिल्कुल पलटी हुई नजर आती है. लोकसभा में बीजेपी जो बढ़त बनाती है तो विधानसभा में वही बढ़त आम आदमी पार्टी बना लेती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ऐसा कैसे होता है कि दिल्ली की जनता लोकसभा में पीएम <a title=”नरेंद्र मोदी” href=”https://www.abplive.com/topic/narendra-modi” data-type=”interlinkingkeywords”>नरेंद्र मोदी</a> को जिताने के लिए वोट करती है, वही जनता दिल्ली के रण में अरविंद केजरीवाल को ‘किंग’ बना देती है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या है फैक्टर 18?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>’फैक्टर 18′ से मतलब दिल्ली के उन 18 फीसदी वोटर्स से है जो लोकसभा और विधानसभा चुनाव में पार्टी के तौर पर अपनी पसंद बदलते रहे हैं. यानि लोकसभा में वो बीजेपी को वोट देते हैं और विधानसभा चुनाव में पाला बदलकर आम आदमी पार्टी के सिंबल के सामने ईवीएम का बटन दबाते हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>18 फीसदी स्विंग वोटर्स का आंकड़ा सामने कैसे आया?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>माना जाता है कि दिल्ली की चुनावी धुरी इन्हीं 18 फीसदी स्विंग वोटर्स के इर्द-गिर्द घूम रही है. 2019 के लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को 18.1 फीसदी वोट मिले. बीजेपी को 56.8 और कांग्रेस को 22.5 फीसदी वोट मिले. 2020 के विधानसभा चुनाव में तस्वीर उलट गई. आम आदमी पार्टी को 53.8 फीसदी वोट मिले. बीजेपी को 38.7 और कांग्रेस को 4.3 फीसदी वोट मिले. 2019 के लोकसभा चुनाव से 2020 के विधानसभा चुनाव तक 9 महीने के अंतराल में आम आदमी पार्टी को लोकसभा के मुकाबले विधानसभा में 35.7 फीसदी का फायदा हुआ. जबकि बीजेपी को 18.1 और कांग्रेस को 18.2 प्रतिशत का नुकसान हुआ. यानि जो करीब 18 फीसदी वोटर लोकसभा में बीजेपी और कांग्रेस के पास गए उन्होंने विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के साथ जाने का मन बनाया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>2014 लोकसभा और 2015 विधानसभा के नतीजे</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके अलावा अगर 2014 के लोकसभा और 2015 के दिल्ली विधानसभा चुनाव पर नजर डालें तो 2014 के लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को 32.9, बीजेपी को 46.4 और कांग्रेस को 15.1 फीसदी वोट मिले. जबकि 2015 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को 54.5, बीजेपी को 32.2 और कांग्रेस को 9.7 फीसदी वोट मिले. आम आदमी पार्टी को 21.6 फीसदी वोटों का फायदा हुआ जबकि बीजेपी को 14.1 और कांग्रेस को 5.4 फीसदी का नुकसान हुआ. यानि दोनों विधानसभा चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस के <a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> के मुकाबले जितने वोट घटे उतने ही आम आदमी पार्टी के खाते में क्रेडिट हुए.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कौन हैं ये 18 फीसदी स्विंग वोटर्स?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>औसतन 18 फीसदी वोटर ऐसे नजर आए जो लोकसभा और विधानसभा चुनाव में अलग-अलग मत बना रहे हैं. अब सवाल ये उठता है कि ये 18 फीसदी वोटर कौन हैं? इन 18 फीसदी वोटरों में गरीब, निचला सामाजिक-आर्थिक तबका, SC और अल्पसंख्यक समुदाय के वोटर शामिल हैं.ऐसे में माना जा रहा है कि सत्ता की चाबी इसी 18 फीसदी स्विंग वोटर्स के हाथ में है.बता दें कि ये पूरा विश्लेषण बीते लोकसभा और विधानसभा चुनाव परिणामों के आधार पर तैयार किया गया है. ऐसे में 2025 के विधानसभा चुनाव की तस्वीर इससे अलग भी हो सकती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”कौन जीतेगा दिल्ली विधासनभा का चुनाव? विनेश फोगाट के चाचा महावीर फोगाट ने की ये भविष्यवाणी” href=”https://www.abplive.com/states/haryana/mahavir-phogat-claims-bjp-will-win-delhi-assembly-election-2025-with-full-majority-2858917″ target=”_blank” rel=”noopener”>कौन जीतेगा दिल्ली विधासनभा का चुनाव? विनेश फोगाट के चाचा महावीर फोगाट ने की ये भविष्यवाणी</a></strong></p>
अनिल विज अपनी ही सरकार से नाराज:बोले- ग्रीवेंस कमेटी की मीटिंग में नहीं जाऊंगा, मेरे आदेश नहीं मानते, जरूरत पड़ी तो अनशन करूंगा
अनिल विज अपनी ही सरकार से नाराज:बोले- ग्रीवेंस कमेटी की मीटिंग में नहीं जाऊंगा, मेरे आदेश नहीं मानते, जरूरत पड़ी तो अनशन करूंगा हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अनिल विज अपने ही सरकार से भिड़ने के मूड में नजर आ रहे हैं। उन्होंने आज अंबाला में पत्रकारों से रूबरू होते हुए कहा है कि वह ग्रीवेंस कमेटी की बैठक में शामिल नहीं होंगे, क्योंकि उनके आदेशों की अनुपालना नहीं होती। अनिल विज ने कहा कि ऐसी बैठकों में शामिल होने का कोई मतलब नहीं है, जब अधिकारी किसी तरह के आदेशों का पालन न करें। बता दें कि अनिल विज को शुक्रवार को सिरसा के साथ कैथल में ग्रीवेंस कमेटी की बैठक में शामिल होने जाना था, लेकिन उनके बयान के बाद यही कयास लगाए जा रहे हैं कि इसमें शामिल नहीं होंगे। अनिल विज ने यह भी कहा है कि अंबाला कैंट विधानसभा क्षेत्र के कामों के लिए आंदोलन भी करना पड़ा तो वह करेंगे। विज ने कहा कि बाकी हरियाणा का तो पता नहीं, लेकिन अंबाला की जनता के हकों के लिए वह लड़ते रहेंगे। विज ने कहा कि जिस तरह किसानों की मांगों के लिए डल्लेवाल (किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल) आमरण अनशन कर रहे हैं। उसी तरह अगर अनशन करना पड़े तो भी वह तैयार हैं। कैथल में 20 दिन पहले भड़क गए थे विज, तब से नाराज
करीब 20 दिन पहले कैथल में हरियाणा के ऊर्जा एवं परिवहन मंत्री अनिल विज ने ग्रीवेंस कमेटी की मीटिंग के दौरान DC पर नाराज हो गए थे। मामला तब गर्माया जब विज को पता चला था कि पिछली मीटिंग में प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड से जुड़ी एक शिकायत, जिसे उन्होंने लंबित रखने के निर्देश दिए थे, उसे DC ने ड्रॉप कर दिया। विज ने नाराजगी जताते हुए कहा था, “जब मैंने शिकायत लंबित रखने के निर्देश दिए थे, तो आपने इसे ड्रॉप कैसे कर दिया? अगर आपने खुद ही निर्णय लेना है, तो फिर मेरे आने की क्या जरूरत है?” बताया जा रहा है कि इसके बाद से अनिल विज नाराज चल रहे हैं और ग्रीवेंस मीटिंग में शामिल नहीं हो रहे हैं। कांग्रेस विधायक सेतिया ने भी कहा था- अधिकारी नहीं सुनते
बता दें कि हाल ही में सिरसा से कांग्रेस विधायक गोकुल सेतिया ने भी बयान जारी कर सिरसा के अधिकारियों पर सुनवाई न करने और काम न करने के आरोप लगाए थे। इसे लेकर गोकुल सेतिया ने अधिकारियों को फटकार लगाई थी। इसके बाद डांट से नाराज हुए डिप्लोमा इंजीनियर्स ने आज सिरसा में बैठक बुलाई है। हम इस खबर को अपडेट कर रहे हैं…