यमुनानगर |जगाधरी के रहने वाले एक व्यक्ति को अच्छा मुनाफा कमा कर देने के नाम पर 12 लाख की धोखाधड़ी कर ली गई। आरोपियों ने व्यक्ति को बड़े-बड़े सपने दिखाए थे और कहा था कम से कम 10% का प्रॉफिट बिना कुछ किया ही मिलता रहेगा। पीड़ित ने अब चारों आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज करवा दिया है। जगाधरी निवासी सौरभ शर्मा ने थाने में शिकायत देकर बताया कि पिछले साल उसके साथी मोहित अग्रवाल ने लोकेश राजपूत नामक युवक से जनवरी में मुलाकात कराई थी। लोकेश ने बताया था कि उनके बड़े-बड़े पोर्टफोलियो हैं और उसमें पैसा इन्वेस्ट करने से कम से कम 10% का मुनाफा सीधे मिलता रहता है। जितना रुपया इन्वेस्ट किया जाएगा, प्रॉफिट भी उसी हिसाब से बढ़ता चला जाएगा। लोकेश ने भरोसा दिलाने के लिए बताया कि इसी धंधे से उसने दुबई में भी एक फ्लैट ले रखा है। सौरभ ने बताया उसकी बातों में आकर उसने धीरे-धीरे कर अपने व अपनी पत्नी के अकाउंट से लोकेश के अलावा सतीश, राजेंद्र और जितेंद्र के खातों में भी 11 लाख 80 हजार रुपए ट्रांसफर कर दिए। रुपए देने के बाद प्रॉफिट के नाम पर उसे महीनों तक टालमटोल की गई। सौरभ ने बताया जब उसने अपने रुपए वापस मांगे तो उसे जान से मारने की धमकी दी जाने लगी। सौरभ ने पुलिस अधीक्षक को इस मामले में शिकायत दी। जिसके बाद अब थाना जगाधरी सिटी में चारों आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। यमुनानगर |जगाधरी के रहने वाले एक व्यक्ति को अच्छा मुनाफा कमा कर देने के नाम पर 12 लाख की धोखाधड़ी कर ली गई। आरोपियों ने व्यक्ति को बड़े-बड़े सपने दिखाए थे और कहा था कम से कम 10% का प्रॉफिट बिना कुछ किया ही मिलता रहेगा। पीड़ित ने अब चारों आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज करवा दिया है। जगाधरी निवासी सौरभ शर्मा ने थाने में शिकायत देकर बताया कि पिछले साल उसके साथी मोहित अग्रवाल ने लोकेश राजपूत नामक युवक से जनवरी में मुलाकात कराई थी। लोकेश ने बताया था कि उनके बड़े-बड़े पोर्टफोलियो हैं और उसमें पैसा इन्वेस्ट करने से कम से कम 10% का मुनाफा सीधे मिलता रहता है। जितना रुपया इन्वेस्ट किया जाएगा, प्रॉफिट भी उसी हिसाब से बढ़ता चला जाएगा। लोकेश ने भरोसा दिलाने के लिए बताया कि इसी धंधे से उसने दुबई में भी एक फ्लैट ले रखा है। सौरभ ने बताया उसकी बातों में आकर उसने धीरे-धीरे कर अपने व अपनी पत्नी के अकाउंट से लोकेश के अलावा सतीश, राजेंद्र और जितेंद्र के खातों में भी 11 लाख 80 हजार रुपए ट्रांसफर कर दिए। रुपए देने के बाद प्रॉफिट के नाम पर उसे महीनों तक टालमटोल की गई। सौरभ ने बताया जब उसने अपने रुपए वापस मांगे तो उसे जान से मारने की धमकी दी जाने लगी। सौरभ ने पुलिस अधीक्षक को इस मामले में शिकायत दी। जिसके बाद अब थाना जगाधरी सिटी में चारों आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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करनाल में पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़:1 बदमाश के पैर में लगी गोली, असंध CIA टीम पर की थी फायरिंग
करनाल में पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़:1 बदमाश के पैर में लगी गोली, असंध CIA टीम पर की थी फायरिंग करनाल में तरावड़ी अंजनथली रोड पर रात डेढ़ बजे पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में एक बदमाश के पैर में गोली लगी है। पुलिस ने तीनों बदमाशों को मौके पर ही दबोच लिया। ये तीनों बदमाश रात के समय अंजनथली रोड पर राहगीरों से लूटपाट की वारदात को अंजाम दे रहे थे। घटना की गुप्त सूचना पर जब पुलिस मौके पर पहुंची तो आरोपियों ने पुलिस पर भी फायरिंग करने लगी। जवाब में पुलिस की ओर से भी फायरिंग की गई। पुलिस पर फायरिंग की सूचना के बाद इलाका DSP सहित, तरावड़ी व बुटाना थाना पुलिस मौके पर पहुंची। वहीं जांच के लिए मौके पर FSL टीम को बुलाया गया है। मुठभेड में घायल हुए आरोपी बदमाश को इलाज के लिए अस्पताल में लेकर जाया गया है। जहां पर उसका इलाज चल रही है जबकि अन्य दो बदमाशों से पुलिस पूछताछ कर रही है। फिरौती मामले में तरावड़ी गई थी असंध CIA टीम जानकारी देते हुए असंध CIA पुलिस के इंस्पेक्टर मनदीप सिंह ने बताया कि कुछ दिन पहले तरावड़ी निवासी एक प्रॉपर्टी डीलर से फिरौती की मांग की गई थी। उसी मामले में रात करीब डेढ़ बजे उनकी टीम यहां पर पहुंची थी। पुलिस पर किए तीन फायर इंस्पेक्टर मंदीप ने बताया कि जब पुलिस तरावड़ी अंजलथली रोड पर पहुंची तो तीन युवक सड़क पर खड़े थे। जैसे ही बदमाशों ने उनकी कार देखी तो बदमाशों ने उन पर फायरिंग शुरू कर दी। बदमाशों ने करीब 3 राउंड फायरिंग की। एक गोली उनकी कार पर लगी। इस दौरान जब पुलिस ने जवाबी फायरिंग की तो एक बदमाश के पैर में गोली लग गई और वह मौके पर ही गिर गया जबकि अन्य दो बदमाशों ने भागने की कोशिश की तो उन्हें मौके पर ही पकड़ लिया गया। मौके से पिस्टल व जिंदा कारतूस बरामद तरावड़ी थाना एसएचओ मुकेश कुमार ने बताया कि बदमाशों के पास से एक पिस्तौल और जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं। अभी तक की जांच में पता चला है कि तीनों बदमाश सोनीपत के रहने वाले हैं। घायल युवक को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है। जबकि पुलिस ने अन्य दो को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।

सोनीपत में बागवानी अधिकारियों-किसानों पर FIR:3000-3000 रुपए में फर्जी प्रमाण पत्र बनवाए, मिलीभगत से 2.5 लाख की सब्सिडी हड़पी
सोनीपत में बागवानी अधिकारियों-किसानों पर FIR:3000-3000 रुपए में फर्जी प्रमाण पत्र बनवाए, मिलीभगत से 2.5 लाख की सब्सिडी हड़पी सीएम फ्लाइंग हरियाणा की करनाल टीम ने बागवानी विभाग सोनीपत में सरकारी सब्सिडी के गबन का बड़ा खुलासा किया है। बागवानी विभाग के अधिकारियों और कुछ किसानों की मिलीभगत से फर्जी प्रमाण पत्रों के जरिए 2.55 लाख रुपये का गबन करने का मामला सामने आया है। रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार द्वारा किसानों के लिए चलाई जा रही मशरूम खेती एवं संवर्धन, बांस की स्टेकिंग और प्लास्टिक टनल योजना में बड़ा घोटाला हुआ है। गुप्त सूचना के आधार पर 30 जनवरी 2025 को फ्लाइंग स्क्वायड टीम ने जिला बागवानी अधिकारी प्रमोद कुमार के कार्यालय का अचानक निरीक्षण किया। जांच के दौरान मशरूम खेती एवं संवर्धन योजना के तहत 7 किसानों को 51 हजार रुपए प्रति व्यक्ति सब्सिडी जारी की गई थी। इस योजना के तहत किसानों को प्रशिक्षण प्राप्त कर प्रमाण पत्र जमा कराना जरूरी था, लेकिन जांच में पाया गया कि सात में से 5 किसानों के प्रमाण पत्र फर्जी थे। 5 किसानों ने बिना प्रशिक्षण के बनवाएं फर्जी सर्टिफिकेट महाराणा प्रताप उद्यान विश्वविद्यालय, क्षेत्रीय मशरूम अनुसंधान केंद्र मुरथल से जब प्रशिक्षण प्रमाण पत्रों की जांच करवाई गई तो सामने आया कि केवल दो किसानों नवीन पुत्र जयपाल और सुरेंद्र पुत्र नंदूराम ने ही प्रशिक्षण लिया था। 5 किसानों संदीप पुत्र शेर सिंह, विकास पुत्र दयानंद, भगत सिंह पुत्र ओम प्रकाश, सुमित पुत्र भीम सिंह और सितेंद्र पुत्र हरी सिंह ने कोई प्रशिक्षण नहीं लिया था। सब्सिडी लेने के लिए बिना प्रशिक्षण के ही मिलीभगत करके फर्जी सर्टिफिकेट बनवाएं थे। कैसे हुआ घोटाला जांच में सामने आया कि बागवानी विभाग के फील्डमैन चांद राम ने इन किसानों से प्रति प्रमाण पत्र 4,000 रुपए की मांग की थी, लेकिन सौदा 3,000 रुपए प्रति प्रमाण पत्र पर तय हुआ। सियाराम नामक व्यक्ति ने अपने परिवार के पांच सदस्यों के नाम पर आवेदन कराए और चांद राम को 15,000 रुपए नकद दिए। फिर इन किसानों के आधार कार्ड, राशन कार्ड, जाति प्रमाण पत्र व बैंक अकाउंट की जानकारी चांद राम को दी गई, जिसने फर्जी दस्तावेज तैयार कर फाइलें ऑनलाइन करवाईं। फर्जी प्रमाण पत्रों से हासिल की गई सब्सिडी सरकार की मशरूम फार्मिंग एंड कल्टिवेशन योजना के तहत अनुसूचित जाति के किसानों को प्रति व्यक्ति 51,000 रुपए की सब्सिडी मिलनी थी। इस योजना में फायदा पाने के लिए किसानों को मशरूम प्रशिक्षण प्रमाण पत्र अनिवार्य रूप से जमा करना होता है। जांच के दौरान पता चला कि जिन किसानों को सब्सिडी जारी की गई थी। उनमें से पांच के दस्तावेज फर्जी तरीके से तैयार कर फायदा लिया गया। जिसमें फर्जी सर्टिफिकेट के जरिए 2.55 लाख रुपए का गबन किया गया है। फर्जी प्रमाण पत्रों की महाराणा प्रताप उद्यान विश्वविद्यालय, क्षेत्रीय मशरूम अनुसंधान केंद्र, मुरथल से जांच कराई गई। 31 जनवरी 2025 को केंद्र की रिपोर्ट में साफ बताया गया कि उपरोक्त 5 किसानों को कोई प्रशिक्षण नहीं दिया गया था। बागवानी विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की भूमिका DHO प्रमोद कुमार ने भी बिना दस्तावेजों की जांच किए टेक्निकल अप्रूवल और सेक्शन देकर बिल पास कर दिए। इसके बाद किसानों के खातों में कुल 2,55,000 रुपए की सब्सिडी ट्रांसफर कर दी गई। घोटाले के मास्टरमाइंड चांद राम ने किसानों को मिली सब्सिडी का आधा हिस्सा अपने पास और अन्य अधिकारियों के लिए रख लिया। सियाराम ने अपने स्टेट बैंक खाते से 42,000 रुपए निकालकर और 8,000 रुपए नकद देकर चांद राम को 50,000 रुपए सौंपे। इन अधिकारियों और किसानों पर गिरी गाज जांच में दोषी पाए गए निम्नलिखित व्यक्तियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 316(2), 316(5), 318(4), 338, 336(3), 340(2) और 61(2) के तहत मामला दर्ज करने की कार्रवाई की सिफारिश की गई है। 1. ज्वाला सिंह (HDO, बागवानी विभाग, सोनीपत, प्रमोद कुमार (DHO, बागवानी विभाग, सोनीपत), चांद राम (फील्डमैन, बागवानी विभाग, सोनीपत), सियाराम पुत्र नन्हुराम (मास्टरमाइंड, जिसने अपने परिवार के 5 लोगों के नाम पर फर्जी आवेदन करवाए), 5. संदीप पुत्र शेर सिंह, 6. विकास पुत्र दयानंद, 7. भगत सिंह पुत्र ओम प्रकाश, 8. सुमित पुत्र भीम सिंह, 9. सितेंद्र पुत्र हरी सिंह आगे की कार्रवाई जांच अधिकारियों ने सिफारिश की है कि अगर अनुसंधान के दौरान अन्य कर्मचारी, अधिकारी या व्यक्ति दोषी पाए जाते हैं, तो उन्हें भी इस घोटाले में शामिल कर मुकदमा दर्ज किया जाएगा। फिलहाल, पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है और दोषियों के खिलाफ जल्द कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

सोनीपत में तहसीलदार की कार्यशैली की जांच के आदेश:मंत्री गौतम को बताया- इनकी वजह से आ चुके 2 अटैक; तहसील का भट्ठा बैठा दिया
सोनीपत में तहसीलदार की कार्यशैली की जांच के आदेश:मंत्री गौतम को बताया- इनकी वजह से आ चुके 2 अटैक; तहसील का भट्ठा बैठा दिया हरियाणा के युवा अधिकारिता एवं उद्यमिता राज्य मंत्री गौरव गौतम ने बुधवार को सोनीपत में ग्रीवेंस कमेटी की मीटिंग में तहसीलदार की कार्यशैली की जांच के आदेश दिए। साथ ही उन्होंने कहा कि किसी भी मामले में अगर शिकायत आती है तो अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। बैठक में तहसीलदार की कार्यशैली पर सवाल उठे थे। ओलिंपियन मनु भाकर के मामले में मंत्री गौरव गौतम ने कहा है कि खेल को लेकर राजनीति नहीं करनी चाहिए। सोनीपत के मिनी सचिवालय में आयोजित ग्रीवेंस कमेटी की मीटिंग में कुल 22 शिकायतें सुनी गई। सात शिकायतों का निवारण मौके पर ही कर दिया गया, जबकि 15 शिकायतों पर अधिकारियों को दिशा निर्देश देकर इनको अगली मीटिंग के लिए रख लिया गया। 3 व्यक्तियों के तहसीलदार पर आरोप ग्रीवेंस की मीटिंग में शिकायत देते हुए एक व्यक्ति ने कहा कि तहसीलदार की हरसमेंट के चलते डिप्रेशन में रहता हूं। 270 गज की रजिस्ट्री में नाम गलत हो गया था और तहसीलदार ने पूरी रजिस्ट्री को कैंसिल कर दिया। इसमें डीसी द्वारा भी ऑर्डर दिया गया था। उसने मंत्री को कहा कि तहसीलदार ने पूरी तहसील का भट्ठा बैठा दिया है। बोले- औचक छापा मारो, सब सामने आ जाएगा मीटिंग में एक अन्य व्यक्ति ने भी तहसीलदार के खिलाफ शिकायत करते हुए कहा है कि उसे तहसीलदार के कारण दो अटैक आ चुके हैं । पूरा दिन बैठाकर रखते हैं। लोगों ने यह भी गुहार की तहसील का औचक निरीक्षण किया जाना चाहिए और काफी कुछ खुलासा होगा। इन शिकायतों के बाद मंत्री गौरव गौतम ने तहसीलदार की जांच के आदेश डीसी को दिए। एक अन्य व्यक्ति ने भी तहसीलदार पर परेशान करने के आरोप लगाए। मंत्री ने दिलाए अस्पताल से 4 लाख रुपए मंत्री ने मीटिंग में ककरोई रोड़ के टूटे हुए भाग का अस्थाई समाधान करवाने के निर्देश दिए। एक निजी अस्पताल द्वारा आयुष्मान कार्ड को न मानने की शिकायत पर राज्यमंत्री ने महिला को 4 लाख रुपए की राशि वापस दिलाई। अस्पताल ने इलाज के लिए ये राशि वसूली थी। सोनीपत में सेक्टर 10 स्थित रेलवे सोसाइटी बिल्डिंग की मरम्मत न कराने की शिकायत पर मंत्री ने डीटीपी को ऑडिट करवाने के निर्देश दिए। कांग्रेस पर बरसे मंत्री गौरव मीटिंग के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए राज्य मंत्री गौरव गौतम कांग्रेस पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस खिलाड़ियों को राजनैतिक हथियार बनाकर प्रयोग करती है। कांग्रेस डा. भीमराव अंबेडकर को लेकर भी राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी खिलाड़ियों के साथ खड़ी है। 2014 से पहले कांग्रेस के कार्यकाल में 48 करोड रुपए खेल के लिए खर्च किया गया है। भाजपा राज में 592 करोड रुपए खर्च किए गए हैं। किसान आंदोलन पर भी बोले गौरव गौतम किसान नेता डल्लेवाल के प्रधानमंत्री को पत्र लिखे जाने को लेकर उन्होंने कहा है कि किसान हमारे अन्नदाता हैं और उनकी मांगों को लेकर लिए कमेटी भी बनाई गई है। जिस पर काम भी चल रहा है। हरियाणा पहला ऐसा राज्य है, जहां 24 फसलों को एमएसपी पर खरीद किया जाता है। किसानों के सम्मान को लेकर भारतीय जनता पार्टी पहले भी खड़ी रही है और आगे भी खड़ी रहेगी। मीटिंग में ये रहे मौजूद सोनीपत विधायक निखिल मदान, डीसी डॉ. मनोज कुमार, भाजपा जिलाध्यक्ष जसबीर दोदवा, डीसीपी नरेन्द्र सिंह सहित सभी उच्च व संबंधित विभाग के अधिकारियों सहित कष्टï निवारण समिति के सभी मैंबर मौजूद रहे।