मुस्कान मुंह छिपाए बैठी रहती, साहिल बेचैन दिखा:4 दिन से नशा नहीं मिलने से परेशान, डॉक्टर ऑब्जर्वेशन में लेंगे, मुस्कान का प्रेग्नेंसी टेस्ट होगा

मुस्कान मुंह छिपाए बैठी रहती, साहिल बेचैन दिखा:4 दिन से नशा नहीं मिलने से परेशान, डॉक्टर ऑब्जर्वेशन में लेंगे, मुस्कान का प्रेग्नेंसी टेस्ट होगा

सौरभ की हत्या करने वाले साहिल और मुस्कान मेरठ की जेल में नशे के लिए परेशान हैं। साहिल की तबीयत बिगड़ गई। जिसके बाद जेल अस्पताल के डॉक्टरों ने उसका चेकअप किया। नशा उन्मूलन सेंटर के काउंसलर ने साहिल और मुस्कान की काउंसिलिंग भी की। डॉक्टर ने कहा- दोनों को ऑब्जर्वेशन में लेंगे। जेल के 4 दिन में साहिल और मुस्कान से मिलने कोई नहीं आया है, मुलाकात पर्ची भी नहीं लगी। दोनों अलग-अलग कॉमन बैरक में रखे गए हैं। मुस्कान बैरक में गुमसुम रहती है। बैरक में मुंह छिपाकर बैठी रहती है, सिर्फ खाने और नाश्ते के वक्त ही चेहरे से कपड़ा हटाती है। वहीं, साहिल का बिहेवियर शुरुआत में नॉर्मल था, दो दिन से कुछ बेचैन सा है। साहिल और मुस्कान जेल में क्या कर रहे हैं, दोनों का बिहेवियर कैसा है, उन्होंने जेल में क्या डिमांड की? ये जानने के लिए दैनिक भास्कर डिजिटल ऐप की टीम जिला जेल पहुंची। पढ़िए रिपोर्ट… मेरठ के चौधरी चरण सिंह जिला कारागार के वरिष्ठ जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा ने बताया, जेल में 78 महिला बंदी हैं। एक कॉमन बैरक में 40 और दूसरी बैरक में 38 महिलाएं हैं। पांच महिला बंदियों के साथ उनके 6 साल से कम उम्र के 5 बच्चे भी हैं। जिस बैरक में मुस्कान को रखा गया है, उसमें 40 महिलाएं हैं। मुस्कान-साहिल की 19 मार्च को पेशी थी। इसके बाद 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज गया। जेल लाते समय कोर्ट के बाहर वकीलों ने साहिल की पिटाई कर दी थी। अब जानिए 4 दिन से मुस्कान-साहिल का जेल में क्या हाल है 19 मार्च : पहली रात मुस्कान ने खाना नहीं खाया
देर शाम मुस्कान और साहिल जेल पहुंचे। मेडिकल चेकअप के बाद मुस्कान और साहिल को अलग-अलग कॉमन बैरक में रखा गया था। वकीलों के हमले के बाद दोनों बेहद डरे हुए थे। उन्होंने एक साथ रहने की ख्वाहिश जाहिर की, मगर ऐसा नियम नहीं है। बैरक में साथी बंदियों से उन्होंने बात नहीं की। जेल मेन्युअल के हिसाब से उन्हें खाने के लिए पूछा गया। मगर मुस्कान ने मना कर दिया था। रातभर वह करवट बदलती रही, बार-बार उठकर बैठ जाती थी। वहीं, साहिल ने रोटी-दाल खाई और इत्मीनान से सोया था। 20 मार्च : मुस्कान की काउंसिलिंग, पीहू से बात कराने को कहा
सुबह जेल वार्डन ने मुस्कान को नाश्ता दिया, मगर उसने खाया नहीं। दोपहर में करीब 12.30 बजे जेल की महिला वार्डन ने उसको समझाया। इसके बाद उसने एक रोटी, दाल के साथ खा ली। शाम को भी उसने एक ही रोटी दाल के साथ खाई। उसने पीहू से फोन पर बात कराने के लिए कहा। ये भी पूछा कि क्या मुझसे मिलने के लिए कोई आया है? बैरक में रात में वह आराम से सोई। दूसरी तरफ साहिल, नॉर्मल नजर आ रहा था। उसको जो भी खाना दिया गया, उसने खा लिया। 21 मार्च : जेल से कपड़े मिले, साहिल बंदियों से बातचीत नहीं कर रहा
मुस्कान ने सुबह उठकर नहाया और जेल प्रशासन की तरफ से उसको कपड़े दिए गए, क्योंकि कोई मिलने नहीं आया था, इसलिए मुस्कान के पास कपड़े नहीं थे। उसने नाश्ता किया और दोपहर और रात में दो-दो रोटी दाल के साथ खाई। लेकिन बेचैन सी दिखाई दी। साहिल ने भी रोटी-दाल खाई। मगर वह साथी बंदियों के साथ बातचीत नहीं कर रहा था, इस दौरान वह काफी बेचैन दिखाई दे रहा था। दिनभर अपनी बैरक में टहलता दिखा। इससे अंदाजा लगाया गया कि साहिल नशे का आदी था इसलिए उसको परेशानी हो रही थी। 22 मार्च : साहिल और मुस्कान की काउंसिलिंग कराई गई
जेल सूत्रों के अनुसार 21 मार्च की शाम से लेकर 22 मार्च की सुबह तक साहिल और मुस्कान दोनों ही काफी बेचैन दिखाई दिए। जेल प्रशासन ने तत्काल नश उन्मूलन केंद्र की टीम को बुलाकर दोनों की काउंसिलिंग करवाई। जिला जेल के वरिष्ठ जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा ने कहा- जेल स्टाफ को बोला गया है कि अगर मुस्कान को कपड़ों की जरूरत है, तो उसे दे दिए जाएं। मुस्कान की मनोदशा को देखते हुए 2 महिला और 1 पुरुष पुलिसकर्मी को उस पर लगातार नजर बनाए रखने के लिए कहा गया है। वह साथी महिला बंदियों से बात नहीं करती है, दिनभर मुंह पर दुपट्टा बांधकर खामोश बैठी रहती है। जिला जेल के वरिष्ठ अधीक्षक की बात… सवाल: साहिल और मुस्कान को कॉमन बैरक में कब तक रखा जाएगा, आगे क्या प्रोसेस?
अधीक्षक: नियम 10 दिन कॉमन बैरक में रखने का है। फिर उन्हें अल्फाबेटिकली अलग-अलग बैरक में ट्रांसफर किया जाएगा। अभी दोनों नए बंदियों के साथ रखे गए हैं। सवाल: क्या मुस्कान खाना नहीं खा रही है?
अधीक्षक: ऐसा पहले दिन हुआ था। दोनों को समझा दिया गया है। अब दोनों खाना खा रहे हैं। सवाल: दोनों साथ रहना चाहते थे, इसके क्या नियम है?
अधीक्षक: अगर कानूनन मुस्कान और साहिल पति-पत्नी होते तो उनकी कंपाउंड में मुलाकात कराई जा सकती है। ब्लड रिलेशनशिप में अगर कोई महिला और पुरुष एक जेल में बंद हैं, तब उन्हें दिन में मुलाकात के समय मिलवाया जा सकता है। साहिल-मुस्कान का केस अलग है। सवाल: दोनों की मेडिकल रिपोर्ट में कोई खास पॉइंट सामने आया है क्या?
अधीक्षक: जेल आने के बाद उनका मेडिकल चेकअप हुआ था। दोनों पूरी तरह से स्वस्थ्य हैं। उन्हें कोई दवा नहीं दी गई है। अगर नशे के लिए ज्यादा परेशान होते हैं, तब उन्हें नशा उन्मूलन केंद्र भेजेंगे। सवाल: क्या मुस्कान गर्भवती है?
अधीक्षक: कह नहीं सकते, जल्द ही उसका जिला अस्पताल में प्रेग्नेंसी टेस्ट करवाएंगे। सवाल: क्या मुस्कान अपनी बेटी पीहू के लिए परेशान है?
अधीक्षक: वो परेशान है, मगर हमारी कोशिश है कि वह हमारी निगरानी में पूरी तरह सुरक्षित रहे। 40 महिला बंदियों में 26 हत्यारोपी, ऐसी जघन्य कोई नहीं
जेल प्रशासन के मुताबिक, मुस्कान को जिस महिला बैरक में रखा गया है, उसमें 40 बंदी पहले से हैं। इनमें भी 26 महिला बंदी ऐसी हैं, जिन पर हत्या के आरोप हैं। मगर ऐसी जघन्य हत्या करने वाला कोई बंदी नहीं है। बैरक में मुस्कान के पहुंचने के बाद महिला बंदियों ने सवाल पूछने शुरू किए, मगर वह मुंह छिपाए बैठी रही। जेल स्टाफ ने महिला बंदियों को समझाया है कि कोई मुस्कान से सौरभ की हत्या से संबंधित सवाल न पूछे। इसके बाद किसी ने उससे बात नहीं की। अब पूरा मामला पढ़िए… 3 मार्च की रात साहिल के साथ मिलकर सौरभ को मार डाला
लंदन से लौटकर मेरठ आए मर्चेंट नेवी में अफसर सौरभ कुमार राजपूत की उनकी पत्नी मुस्कान रस्तोगी ने 3 मार्च की रात को हत्या कर दी। इस काम में उसका साथ बॉयफ्रेंड साहिल शुक्ला उर्फ मोहित ने दिया। पहले खाने में दवा मिलाकर बेहोश किया। फिर बेडरूम में सोते समय पति के सीने में मुस्कान ने ही पहला चाकू मारा। मौत के बाद लाश को बाथरूम में ले गए। जहां साहिल ने दोनों हाथ और सिर काटकर धड़ से अलग किया। बॉडी को ठिकाने लगाने के लिए प्लास्टिक के ड्रम में टुकड़े डाले। फिर उसमें सीमेंट का घोल भर दिया। परिवार और पड़ोसियों को गुमराह करने के लिए मुस्कान शिमला-मनाली चली गई। 13 दिन तक वह इंस्टाग्राम पर वीडियो-फोटो अपलोड करती रही, ताकि लोग यही समझते रहें कि वह लोग घूम रहे हैं। इस कत्ल से पर्दा तब हटा, जब 18 मार्च को सौरभ का छोटा भाई राहुल अपने भाई के ब्रह्मपुरी के इंदिरा सेकेंड स्थित घर पर पहुंचा। यहां उसने मुस्कान को एक लड़के (साहिल) के साथ घूमते देखा। भाई कहां हैं? पूछने पर सही जवाब मुस्कान नहीं दे सकी। घर के अंदर से बदबू भी आ रही थी। राहुल ने शोर मचाया, तब पड़ोसी भी इकट्‌ठा हो गए। पुलिस आई तो मर्डर का पता चला। पुलिस कस्टडी में मुस्कान और साहिल ने कत्ल की पूरी कहानी सुनाई है। ………. ये ग्राउंड रिपोर्ट भी पढ़ें : मेरठ मर्डर- सौरभ 13 की उम्र में मुस्कान से मिला:दोनों 3 बार भागे; सौरभ का परिवार शादी के खिलाफ था, बताई पूरी कहानी मेरठ में 3 मार्च को लंदन से लौटे पति की उसकी पत्नी ने हत्या कर दी। पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर इस हत्याकांड को अंजाम दिया और उसकी बॉडी के 4 टुकड़े कर ड्रम में भर दिए, ड्रम को सीमेंट से सील कर दिया। पढ़िए पूरी खबर… सौरभ की हत्या करने वाले साहिल और मुस्कान मेरठ की जेल में नशे के लिए परेशान हैं। साहिल की तबीयत बिगड़ गई। जिसके बाद जेल अस्पताल के डॉक्टरों ने उसका चेकअप किया। नशा उन्मूलन सेंटर के काउंसलर ने साहिल और मुस्कान की काउंसिलिंग भी की। डॉक्टर ने कहा- दोनों को ऑब्जर्वेशन में लेंगे। जेल के 4 दिन में साहिल और मुस्कान से मिलने कोई नहीं आया है, मुलाकात पर्ची भी नहीं लगी। दोनों अलग-अलग कॉमन बैरक में रखे गए हैं। मुस्कान बैरक में गुमसुम रहती है। बैरक में मुंह छिपाकर बैठी रहती है, सिर्फ खाने और नाश्ते के वक्त ही चेहरे से कपड़ा हटाती है। वहीं, साहिल का बिहेवियर शुरुआत में नॉर्मल था, दो दिन से कुछ बेचैन सा है। साहिल और मुस्कान जेल में क्या कर रहे हैं, दोनों का बिहेवियर कैसा है, उन्होंने जेल में क्या डिमांड की? ये जानने के लिए दैनिक भास्कर डिजिटल ऐप की टीम जिला जेल पहुंची। पढ़िए रिपोर्ट… मेरठ के चौधरी चरण सिंह जिला कारागार के वरिष्ठ जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा ने बताया, जेल में 78 महिला बंदी हैं। एक कॉमन बैरक में 40 और दूसरी बैरक में 38 महिलाएं हैं। पांच महिला बंदियों के साथ उनके 6 साल से कम उम्र के 5 बच्चे भी हैं। जिस बैरक में मुस्कान को रखा गया है, उसमें 40 महिलाएं हैं। मुस्कान-साहिल की 19 मार्च को पेशी थी। इसके बाद 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज गया। जेल लाते समय कोर्ट के बाहर वकीलों ने साहिल की पिटाई कर दी थी। अब जानिए 4 दिन से मुस्कान-साहिल का जेल में क्या हाल है 19 मार्च : पहली रात मुस्कान ने खाना नहीं खाया
देर शाम मुस्कान और साहिल जेल पहुंचे। मेडिकल चेकअप के बाद मुस्कान और साहिल को अलग-अलग कॉमन बैरक में रखा गया था। वकीलों के हमले के बाद दोनों बेहद डरे हुए थे। उन्होंने एक साथ रहने की ख्वाहिश जाहिर की, मगर ऐसा नियम नहीं है। बैरक में साथी बंदियों से उन्होंने बात नहीं की। जेल मेन्युअल के हिसाब से उन्हें खाने के लिए पूछा गया। मगर मुस्कान ने मना कर दिया था। रातभर वह करवट बदलती रही, बार-बार उठकर बैठ जाती थी। वहीं, साहिल ने रोटी-दाल खाई और इत्मीनान से सोया था। 20 मार्च : मुस्कान की काउंसिलिंग, पीहू से बात कराने को कहा
सुबह जेल वार्डन ने मुस्कान को नाश्ता दिया, मगर उसने खाया नहीं। दोपहर में करीब 12.30 बजे जेल की महिला वार्डन ने उसको समझाया। इसके बाद उसने एक रोटी, दाल के साथ खा ली। शाम को भी उसने एक ही रोटी दाल के साथ खाई। उसने पीहू से फोन पर बात कराने के लिए कहा। ये भी पूछा कि क्या मुझसे मिलने के लिए कोई आया है? बैरक में रात में वह आराम से सोई। दूसरी तरफ साहिल, नॉर्मल नजर आ रहा था। उसको जो भी खाना दिया गया, उसने खा लिया। 21 मार्च : जेल से कपड़े मिले, साहिल बंदियों से बातचीत नहीं कर रहा
मुस्कान ने सुबह उठकर नहाया और जेल प्रशासन की तरफ से उसको कपड़े दिए गए, क्योंकि कोई मिलने नहीं आया था, इसलिए मुस्कान के पास कपड़े नहीं थे। उसने नाश्ता किया और दोपहर और रात में दो-दो रोटी दाल के साथ खाई। लेकिन बेचैन सी दिखाई दी। साहिल ने भी रोटी-दाल खाई। मगर वह साथी बंदियों के साथ बातचीत नहीं कर रहा था, इस दौरान वह काफी बेचैन दिखाई दे रहा था। दिनभर अपनी बैरक में टहलता दिखा। इससे अंदाजा लगाया गया कि साहिल नशे का आदी था इसलिए उसको परेशानी हो रही थी। 22 मार्च : साहिल और मुस्कान की काउंसिलिंग कराई गई
जेल सूत्रों के अनुसार 21 मार्च की शाम से लेकर 22 मार्च की सुबह तक साहिल और मुस्कान दोनों ही काफी बेचैन दिखाई दिए। जेल प्रशासन ने तत्काल नश उन्मूलन केंद्र की टीम को बुलाकर दोनों की काउंसिलिंग करवाई। जिला जेल के वरिष्ठ जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा ने कहा- जेल स्टाफ को बोला गया है कि अगर मुस्कान को कपड़ों की जरूरत है, तो उसे दे दिए जाएं। मुस्कान की मनोदशा को देखते हुए 2 महिला और 1 पुरुष पुलिसकर्मी को उस पर लगातार नजर बनाए रखने के लिए कहा गया है। वह साथी महिला बंदियों से बात नहीं करती है, दिनभर मुंह पर दुपट्टा बांधकर खामोश बैठी रहती है। जिला जेल के वरिष्ठ अधीक्षक की बात… सवाल: साहिल और मुस्कान को कॉमन बैरक में कब तक रखा जाएगा, आगे क्या प्रोसेस?
अधीक्षक: नियम 10 दिन कॉमन बैरक में रखने का है। फिर उन्हें अल्फाबेटिकली अलग-अलग बैरक में ट्रांसफर किया जाएगा। अभी दोनों नए बंदियों के साथ रखे गए हैं। सवाल: क्या मुस्कान खाना नहीं खा रही है?
अधीक्षक: ऐसा पहले दिन हुआ था। दोनों को समझा दिया गया है। अब दोनों खाना खा रहे हैं। सवाल: दोनों साथ रहना चाहते थे, इसके क्या नियम है?
अधीक्षक: अगर कानूनन मुस्कान और साहिल पति-पत्नी होते तो उनकी कंपाउंड में मुलाकात कराई जा सकती है। ब्लड रिलेशनशिप में अगर कोई महिला और पुरुष एक जेल में बंद हैं, तब उन्हें दिन में मुलाकात के समय मिलवाया जा सकता है। साहिल-मुस्कान का केस अलग है। सवाल: दोनों की मेडिकल रिपोर्ट में कोई खास पॉइंट सामने आया है क्या?
अधीक्षक: जेल आने के बाद उनका मेडिकल चेकअप हुआ था। दोनों पूरी तरह से स्वस्थ्य हैं। उन्हें कोई दवा नहीं दी गई है। अगर नशे के लिए ज्यादा परेशान होते हैं, तब उन्हें नशा उन्मूलन केंद्र भेजेंगे। सवाल: क्या मुस्कान गर्भवती है?
अधीक्षक: कह नहीं सकते, जल्द ही उसका जिला अस्पताल में प्रेग्नेंसी टेस्ट करवाएंगे। सवाल: क्या मुस्कान अपनी बेटी पीहू के लिए परेशान है?
अधीक्षक: वो परेशान है, मगर हमारी कोशिश है कि वह हमारी निगरानी में पूरी तरह सुरक्षित रहे। 40 महिला बंदियों में 26 हत्यारोपी, ऐसी जघन्य कोई नहीं
जेल प्रशासन के मुताबिक, मुस्कान को जिस महिला बैरक में रखा गया है, उसमें 40 बंदी पहले से हैं। इनमें भी 26 महिला बंदी ऐसी हैं, जिन पर हत्या के आरोप हैं। मगर ऐसी जघन्य हत्या करने वाला कोई बंदी नहीं है। बैरक में मुस्कान के पहुंचने के बाद महिला बंदियों ने सवाल पूछने शुरू किए, मगर वह मुंह छिपाए बैठी रही। जेल स्टाफ ने महिला बंदियों को समझाया है कि कोई मुस्कान से सौरभ की हत्या से संबंधित सवाल न पूछे। इसके बाद किसी ने उससे बात नहीं की। अब पूरा मामला पढ़िए… 3 मार्च की रात साहिल के साथ मिलकर सौरभ को मार डाला
लंदन से लौटकर मेरठ आए मर्चेंट नेवी में अफसर सौरभ कुमार राजपूत की उनकी पत्नी मुस्कान रस्तोगी ने 3 मार्च की रात को हत्या कर दी। इस काम में उसका साथ बॉयफ्रेंड साहिल शुक्ला उर्फ मोहित ने दिया। पहले खाने में दवा मिलाकर बेहोश किया। फिर बेडरूम में सोते समय पति के सीने में मुस्कान ने ही पहला चाकू मारा। मौत के बाद लाश को बाथरूम में ले गए। जहां साहिल ने दोनों हाथ और सिर काटकर धड़ से अलग किया। बॉडी को ठिकाने लगाने के लिए प्लास्टिक के ड्रम में टुकड़े डाले। फिर उसमें सीमेंट का घोल भर दिया। परिवार और पड़ोसियों को गुमराह करने के लिए मुस्कान शिमला-मनाली चली गई। 13 दिन तक वह इंस्टाग्राम पर वीडियो-फोटो अपलोड करती रही, ताकि लोग यही समझते रहें कि वह लोग घूम रहे हैं। इस कत्ल से पर्दा तब हटा, जब 18 मार्च को सौरभ का छोटा भाई राहुल अपने भाई के ब्रह्मपुरी के इंदिरा सेकेंड स्थित घर पर पहुंचा। यहां उसने मुस्कान को एक लड़के (साहिल) के साथ घूमते देखा। भाई कहां हैं? पूछने पर सही जवाब मुस्कान नहीं दे सकी। घर के अंदर से बदबू भी आ रही थी। राहुल ने शोर मचाया, तब पड़ोसी भी इकट्‌ठा हो गए। पुलिस आई तो मर्डर का पता चला। पुलिस कस्टडी में मुस्कान और साहिल ने कत्ल की पूरी कहानी सुनाई है। ………. ये ग्राउंड रिपोर्ट भी पढ़ें : मेरठ मर्डर- सौरभ 13 की उम्र में मुस्कान से मिला:दोनों 3 बार भागे; सौरभ का परिवार शादी के खिलाफ था, बताई पूरी कहानी मेरठ में 3 मार्च को लंदन से लौटे पति की उसकी पत्नी ने हत्या कर दी। पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर इस हत्याकांड को अंजाम दिया और उसकी बॉडी के 4 टुकड़े कर ड्रम में भर दिए, ड्रम को सीमेंट से सील कर दिया। पढ़िए पूरी खबर…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर