मेरठ में हेलिकॉप्टर लूट लिया गया। पुर्जा-पुर्जा खोलकर ट्रक में लाद ले गए। पहली बार यूपी में हेलिकॉप्टर लूटा गया। शिकायत सामने आई तो पुलिस दंग रह गई। सियासी हलचल भी तेज हो गई। अखिलेश यादव से लेकर कांग्रेस पार्टी ने योगी सरकार पर सवाल उठाए। DGP मुख्यालय ने मेरठ पुलिस से पूरे मामले की रिपोर्ट तलब की। पुलिस 24 घंटे के अंदर हेलिकॉप्टर लूट की तह तक पहुंची। सामने आया कि पायलट रविंद्र सिंह ने जो शिकायत SSP मेरठ को सौंपी थी, वह गलत तथ्यों के साथ पेश की गई। जिस कारोबारी कारोबारी अतुल जैन पर वारदात करने के आरोप लगाए गए, वह अब DGCA यानी नागर विमानन महानिदेशालय भारत सरकार में शिकायत फाइल करने जा रहे हैं। दैनिक भास्कर सभी पक्षों से बात करके पूरा सच सामने लेकर आया है। पहले घटना समझिए… पायलट रवींद्र की शिकायत- मुझे धमकाकर हेलिकॉप्टर ले गए
पायलट रवींद्र सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा- मेरी कंपनी मेरठ एयरस्ट्रिप पर हेलिकॉप्टर को मेंटेनेंस के लिए भेजती है। कंपनी का एक हेलिकॉप्टर VT-TTBB मेरठ आया था। 10 मई, 2024 को हवाई पट्टी से एक मैकेनिक ने फोन कर बताया कि हमारा हेलिकॉप्टर, जो इस वक्त परतापुर हवाईपट्टी पर खड़ा है, कुछ असामाजिक तत्व उसके पार्ट्स खोल रहे हैं। इसके बाद मैं मौके पर पहुंच गया। मैंने देखा कि वे लोग हेलिकॉप्टर को घेरे हुए हैं। उसके पुर्जों को खोल रहे हैं। जब मैंने उनका विरोध किया तो वो मुझे पीटने लगे। उन्होंने मुझे धमकी भी दी। वो अपने साथ लाए ट्रक में हेलिकॉप्टर को लेकर चले गए। यह ट्रक राजस्थान के नंबर पर था। सार एविशन का था हेलिकॉप्टर, हरियाणा के कारोबारी को बेचा गया
दरअसल, यह हेलिकॉप्टर सार एविएशन कंपनी का है, जिसके मालिक कैप्टन जीसी पांडे हैं। पायलट रविंद्र सिंह उनकी कंपनी में पार्टनर हैं। इस हेलिकॉप्टर को बेचने की डील जीसी पांडे ने हरियाणा के कारोबारी अतुल जैन के साथ मई, 2023 में की। सार एविएशन कंपनी का एक हैंगर मेरठ एयरस्ट्रिप पर भी है। अतुल जैन के कहने पर हेलिकॉप्टर को मेरठ एयरस्ट्रिप पर मंगवा लिया गया, ताकि उसकी मेंटेनेंस हो सके। दैनिक भास्कर ने अतुल जैन से सवाल पूछा- इस पूरे मामले में विवाद क्या है? अतुल जैन ने कहा- हमारी डील जीसी पांडे से हुई, जोकि कंपनी के मालिक है। हमने हेलिकॉप्टर खरीद लिया। मेरठ एयरस्ट्रिप पर मेंटेनेंस के बाद उसको हम लेकर जा रहे थे, तब पायलट रविंद्र सिंह नाम के व्यक्ति ने चोरी करने के आरोप लगाए। आरोप बेबुनियाद हैं। हमारे पास डील के साथ डॉक्यूमेंट मौजूद हैं। हम हेलिकॉप्टर को परतापुर हवाई पट्टी से लेने आए थे। मगर, कुछ कारणों से हेलिकॉप्टर का पुर्जा-पुर्जा खोलकर उसको ट्रक से लाना पड़ा। रहा सवाल रविंद्र सिंह के आरोपों का, वह सार कंपनी में सिर्फ 1 स्टाफ है। उससे हमारा कोई डायरेक्टर कम्युनिकेशन भी नहीं है। क्योंकि हम कंपनी के मालिक से कॉन्टैक्ट में हैं, स्टाफ से नहीं। अब हम DGCA से शिकायत करेंगे। क्योंकि इस तरह से हमारी कंपनी के नाम को बदनाम करने का प्रयास हुआ है। सार एविएशन के मालिक बोले- मेरी कंपनी का नाम खराब किया
सार एविएशन के मालिक कैप्टन जीसी पांडे ने कहा- हमने फोन पर सार एविएशन कंपनी के मालिक जीसी पांडे से संपर्क किया। उन्होंने कहा- सभी आरोप बेबुनियाद हैं, मैंने अपनी सारी बात मेरठ पुलिस और जांच अधिकारी को बता दी है। जल्द हमारी तरफ से पूरे मामले में एक्शन लिया जाएगा। हमारी कंपनी का नाम खराब किया जा रहा है। हमने हेलिकॉप्टर को लेकर जाने वाले ट्रक ड्राइवर से भी बात की… ड्राइवर ने कहा- मुझे ऑर्डर मिला, इसलिए ले आया
ट्रक ड्राइवर भीलवाड़ा (राजस्थान) का रहने वाला है। उसने बताया – 10 मई को मेरी कंपनी की तरफ से मेरठ हवाईपट्टी से हेलिकॉप्टर लेकर जाने का ऑर्डर मिला था। ऑर्डर के बाद अपना 16 टायरा ट्रक लेकर मैं मेरठ हवाईपट्टी आया। यहां से हेलिकॉप्टर लेकर मैंने बेंगलुरु में छोड़ा था। रवींद्र बोले- मैं कंपनी का डायरेक्टर, वो लोग चोरी कर ले गए
पायलट ने कहा- एसएआर एविएशन सर्विस प्राइवेट लिमिटेड से जुड़े पायलट रवींद्र सिंह ने हेलिकॉप्टर चोरी के आरोप लगाए हैं। रवींद्र सिंह एयरफोर्स से रिटायर होने के बाद इस कंपनी के लिए काम करते हैं। उन्होंने कहा- मैं कंपनी का शेयर होल्डर और डायरेक्टर हूं। मैंने लगातार शिकायतें की। लेकिन, मामले पर एक्शन नहीं लिया गया। फिर जब वो लोग हेलिकॉप्टर को लेकर जा रहे थे, तब मैं वहां पहुंचा। धमकी दी कि शांत खड़े रहो, वरना तेरी दोनों टांगें काट दूंगा। इसके बाद हेलिकॉप्टर के पार्ट को अलग किया, ट्रक में भरा और लादकर ले गए। 16 टायर वाला ट्रक राजस्थान नंबर का था। पायलट ने शिकायत के साथ-साथ कुछ ईमेल्स की कॉपी भी दी हैं। 24 घंटे की जांच में पुलिस को कई अहम फैक्ट मिले… हिस्सेदारी का विवाद था, पुलिस से छिपाए तथ्य
हेलिकॉप्टर लूट की शिकायत सही नहीं मिली। यह मामला शिकायतकर्ता पायलट रविंद्र सिंह और उनके पार्टनर कैप्टन जीसी पांडे के बीच हिस्सेदारी के विवाद को लेकर है। रविंद्र सिंह ने पुलिस से आपसी विवाद की बातें छिपाई। पायलट रविंद्र सिंह अक्टूबर, 2023 तक सार एविएशन में पायलट थे। उन्होंने इस फर्म में पार्टनर होने का भी दावा किया है। रविंद्र सिंह को पिछले साल कंपनी से निकाल दिया गया था। इसके बाद उन्होंने शौर्य एयरोनॉटिक्स को जॉइन कर लिया। सार एविएशन के हेलिकॉप्टर और चार्टर विमान शौर्य एयरोनॉटिक्स के परतापुर हवाई पट्टी हैंगर पर मेंटेनेंस के लिए भेजे जाते हैं। अब पुलिस और प्रशासन का बयान पढ़िए… सीओ कर रहे मामले की जांच SSP ऑफिस में शिकायत दी गई। पूरे मामले की जांच मुझे मिली है। घटना 10 मई की है। पीड़ित ने अब शिकायत क्यों की? यह पहला सवाल है। ट्रक नंबर से ड्राइवर को चिह्नित किया जा रहा है। उससे पूछताछ की जाएगी। साथ में यह भी पता लगाया जाएगा कि हेलिकॉप्टर कहां है? – अंतरिक्ष जैन, सीओ ब्रह्मपुरी हेलिकॉप्टर लूट नहीं पार्टनर का विवाद कल एक व्यक्ति ने पुलिस ऑफिस आकर 3 महीने पहले की एक घटना दिखाकर शिकायत दी। आरोप है कि उनके साथ परतापुर हवाई पट्टी पर मारपीट और गाली गलौज की गई। हेलिकॉप्टर लूट का उसमें कोई भी उल्लेख नहीं किया गया है, ना ही इस प्रकार की कोई घटना घटित हुई है। यह प्रकरण एक एविएशन कंपनी के 2 पार्टनर्स के बीच में है। जिसमें कोई विवाद को लेकर झगड़ा है। इसमें जांच ACP को दी गई है। – विपिन ताडा, मेरठ एसएसपी गलत शिकायत पर प्रशासन लेगा एक्शन यह मामला 2 लोगों के विवाद का है। पायलट और हेलिकॉप्टर ऑनर दोनों पार्टनर हैं, जिनका विवाद चल रहा था। हेलिकॉप्टर मेरठ एयरस्ट्रिप पर मेंटेनेंस के लिए आया था। ऑनर उसे मेंटेनेंस के लिए वापस कर्नाटक में कहीं भेज रहे थे। तब दोनों के बीच विवाद हुआ। तब पायलट की ओर से एक आवेदन किया गया था कि इनके बीच का विवाद रिजॉल्व हो सके। जो शिकायत पत्र मिला है, उस पर जांच हो रही है। अगर किसी ने झूठ बोलकर गलत शिकायत की है तो उसपर भी एक्शन होगा। – दीपक मीणा, डीएम मेरठ मेरठ में हेलिकॉप्टर लूट लिया गया। पुर्जा-पुर्जा खोलकर ट्रक में लाद ले गए। पहली बार यूपी में हेलिकॉप्टर लूटा गया। शिकायत सामने आई तो पुलिस दंग रह गई। सियासी हलचल भी तेज हो गई। अखिलेश यादव से लेकर कांग्रेस पार्टी ने योगी सरकार पर सवाल उठाए। DGP मुख्यालय ने मेरठ पुलिस से पूरे मामले की रिपोर्ट तलब की। पुलिस 24 घंटे के अंदर हेलिकॉप्टर लूट की तह तक पहुंची। सामने आया कि पायलट रविंद्र सिंह ने जो शिकायत SSP मेरठ को सौंपी थी, वह गलत तथ्यों के साथ पेश की गई। जिस कारोबारी कारोबारी अतुल जैन पर वारदात करने के आरोप लगाए गए, वह अब DGCA यानी नागर विमानन महानिदेशालय भारत सरकार में शिकायत फाइल करने जा रहे हैं। दैनिक भास्कर सभी पक्षों से बात करके पूरा सच सामने लेकर आया है। पहले घटना समझिए… पायलट रवींद्र की शिकायत- मुझे धमकाकर हेलिकॉप्टर ले गए
पायलट रवींद्र सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा- मेरी कंपनी मेरठ एयरस्ट्रिप पर हेलिकॉप्टर को मेंटेनेंस के लिए भेजती है। कंपनी का एक हेलिकॉप्टर VT-TTBB मेरठ आया था। 10 मई, 2024 को हवाई पट्टी से एक मैकेनिक ने फोन कर बताया कि हमारा हेलिकॉप्टर, जो इस वक्त परतापुर हवाईपट्टी पर खड़ा है, कुछ असामाजिक तत्व उसके पार्ट्स खोल रहे हैं। इसके बाद मैं मौके पर पहुंच गया। मैंने देखा कि वे लोग हेलिकॉप्टर को घेरे हुए हैं। उसके पुर्जों को खोल रहे हैं। जब मैंने उनका विरोध किया तो वो मुझे पीटने लगे। उन्होंने मुझे धमकी भी दी। वो अपने साथ लाए ट्रक में हेलिकॉप्टर को लेकर चले गए। यह ट्रक राजस्थान के नंबर पर था। सार एविशन का था हेलिकॉप्टर, हरियाणा के कारोबारी को बेचा गया
दरअसल, यह हेलिकॉप्टर सार एविएशन कंपनी का है, जिसके मालिक कैप्टन जीसी पांडे हैं। पायलट रविंद्र सिंह उनकी कंपनी में पार्टनर हैं। इस हेलिकॉप्टर को बेचने की डील जीसी पांडे ने हरियाणा के कारोबारी अतुल जैन के साथ मई, 2023 में की। सार एविएशन कंपनी का एक हैंगर मेरठ एयरस्ट्रिप पर भी है। अतुल जैन के कहने पर हेलिकॉप्टर को मेरठ एयरस्ट्रिप पर मंगवा लिया गया, ताकि उसकी मेंटेनेंस हो सके। दैनिक भास्कर ने अतुल जैन से सवाल पूछा- इस पूरे मामले में विवाद क्या है? अतुल जैन ने कहा- हमारी डील जीसी पांडे से हुई, जोकि कंपनी के मालिक है। हमने हेलिकॉप्टर खरीद लिया। मेरठ एयरस्ट्रिप पर मेंटेनेंस के बाद उसको हम लेकर जा रहे थे, तब पायलट रविंद्र सिंह नाम के व्यक्ति ने चोरी करने के आरोप लगाए। आरोप बेबुनियाद हैं। हमारे पास डील के साथ डॉक्यूमेंट मौजूद हैं। हम हेलिकॉप्टर को परतापुर हवाई पट्टी से लेने आए थे। मगर, कुछ कारणों से हेलिकॉप्टर का पुर्जा-पुर्जा खोलकर उसको ट्रक से लाना पड़ा। रहा सवाल रविंद्र सिंह के आरोपों का, वह सार कंपनी में सिर्फ 1 स्टाफ है। उससे हमारा कोई डायरेक्टर कम्युनिकेशन भी नहीं है। क्योंकि हम कंपनी के मालिक से कॉन्टैक्ट में हैं, स्टाफ से नहीं। अब हम DGCA से शिकायत करेंगे। क्योंकि इस तरह से हमारी कंपनी के नाम को बदनाम करने का प्रयास हुआ है। सार एविएशन के मालिक बोले- मेरी कंपनी का नाम खराब किया
सार एविएशन के मालिक कैप्टन जीसी पांडे ने कहा- हमने फोन पर सार एविएशन कंपनी के मालिक जीसी पांडे से संपर्क किया। उन्होंने कहा- सभी आरोप बेबुनियाद हैं, मैंने अपनी सारी बात मेरठ पुलिस और जांच अधिकारी को बता दी है। जल्द हमारी तरफ से पूरे मामले में एक्शन लिया जाएगा। हमारी कंपनी का नाम खराब किया जा रहा है। हमने हेलिकॉप्टर को लेकर जाने वाले ट्रक ड्राइवर से भी बात की… ड्राइवर ने कहा- मुझे ऑर्डर मिला, इसलिए ले आया
ट्रक ड्राइवर भीलवाड़ा (राजस्थान) का रहने वाला है। उसने बताया – 10 मई को मेरी कंपनी की तरफ से मेरठ हवाईपट्टी से हेलिकॉप्टर लेकर जाने का ऑर्डर मिला था। ऑर्डर के बाद अपना 16 टायरा ट्रक लेकर मैं मेरठ हवाईपट्टी आया। यहां से हेलिकॉप्टर लेकर मैंने बेंगलुरु में छोड़ा था। रवींद्र बोले- मैं कंपनी का डायरेक्टर, वो लोग चोरी कर ले गए
पायलट ने कहा- एसएआर एविएशन सर्विस प्राइवेट लिमिटेड से जुड़े पायलट रवींद्र सिंह ने हेलिकॉप्टर चोरी के आरोप लगाए हैं। रवींद्र सिंह एयरफोर्स से रिटायर होने के बाद इस कंपनी के लिए काम करते हैं। उन्होंने कहा- मैं कंपनी का शेयर होल्डर और डायरेक्टर हूं। मैंने लगातार शिकायतें की। लेकिन, मामले पर एक्शन नहीं लिया गया। फिर जब वो लोग हेलिकॉप्टर को लेकर जा रहे थे, तब मैं वहां पहुंचा। धमकी दी कि शांत खड़े रहो, वरना तेरी दोनों टांगें काट दूंगा। इसके बाद हेलिकॉप्टर के पार्ट को अलग किया, ट्रक में भरा और लादकर ले गए। 16 टायर वाला ट्रक राजस्थान नंबर का था। पायलट ने शिकायत के साथ-साथ कुछ ईमेल्स की कॉपी भी दी हैं। 24 घंटे की जांच में पुलिस को कई अहम फैक्ट मिले… हिस्सेदारी का विवाद था, पुलिस से छिपाए तथ्य
हेलिकॉप्टर लूट की शिकायत सही नहीं मिली। यह मामला शिकायतकर्ता पायलट रविंद्र सिंह और उनके पार्टनर कैप्टन जीसी पांडे के बीच हिस्सेदारी के विवाद को लेकर है। रविंद्र सिंह ने पुलिस से आपसी विवाद की बातें छिपाई। पायलट रविंद्र सिंह अक्टूबर, 2023 तक सार एविएशन में पायलट थे। उन्होंने इस फर्म में पार्टनर होने का भी दावा किया है। रविंद्र सिंह को पिछले साल कंपनी से निकाल दिया गया था। इसके बाद उन्होंने शौर्य एयरोनॉटिक्स को जॉइन कर लिया। सार एविएशन के हेलिकॉप्टर और चार्टर विमान शौर्य एयरोनॉटिक्स के परतापुर हवाई पट्टी हैंगर पर मेंटेनेंस के लिए भेजे जाते हैं। अब पुलिस और प्रशासन का बयान पढ़िए… सीओ कर रहे मामले की जांच SSP ऑफिस में शिकायत दी गई। पूरे मामले की जांच मुझे मिली है। घटना 10 मई की है। पीड़ित ने अब शिकायत क्यों की? यह पहला सवाल है। ट्रक नंबर से ड्राइवर को चिह्नित किया जा रहा है। उससे पूछताछ की जाएगी। साथ में यह भी पता लगाया जाएगा कि हेलिकॉप्टर कहां है? – अंतरिक्ष जैन, सीओ ब्रह्मपुरी हेलिकॉप्टर लूट नहीं पार्टनर का विवाद कल एक व्यक्ति ने पुलिस ऑफिस आकर 3 महीने पहले की एक घटना दिखाकर शिकायत दी। आरोप है कि उनके साथ परतापुर हवाई पट्टी पर मारपीट और गाली गलौज की गई। हेलिकॉप्टर लूट का उसमें कोई भी उल्लेख नहीं किया गया है, ना ही इस प्रकार की कोई घटना घटित हुई है। यह प्रकरण एक एविएशन कंपनी के 2 पार्टनर्स के बीच में है। जिसमें कोई विवाद को लेकर झगड़ा है। इसमें जांच ACP को दी गई है। – विपिन ताडा, मेरठ एसएसपी गलत शिकायत पर प्रशासन लेगा एक्शन यह मामला 2 लोगों के विवाद का है। पायलट और हेलिकॉप्टर ऑनर दोनों पार्टनर हैं, जिनका विवाद चल रहा था। हेलिकॉप्टर मेरठ एयरस्ट्रिप पर मेंटेनेंस के लिए आया था। ऑनर उसे मेंटेनेंस के लिए वापस कर्नाटक में कहीं भेज रहे थे। तब दोनों के बीच विवाद हुआ। तब पायलट की ओर से एक आवेदन किया गया था कि इनके बीच का विवाद रिजॉल्व हो सके। जो शिकायत पत्र मिला है, उस पर जांच हो रही है। अगर किसी ने झूठ बोलकर गलत शिकायत की है तो उसपर भी एक्शन होगा। – दीपक मीणा, डीएम मेरठ उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर